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कैसे पता चलेगा कि हार्ट में ब्लॉकेज है?

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कैसे पता चलेगा कि हार्ट में ब्लॉकेज है?

Cardiology | by Dr. Ashok B Malpani | Published on 11/08/2024


एक स्वस्थ दिल हर मिनट में लगभग 5 लीटर रक्त पंप करता है! यह रक्त पूरे शरीर में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को फैलाता है, जिससे शरीर के सभी अंग अपना कार्य अच्छे से कर पाते हैं। क्या होगा यदि दिल की धड़कन रुक जाए या धीरे चले? इस स्थिति को हार्ट ब्लॉकेज कहा जाता है। हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण दिखने पर हम सलाह देंगे कि एक सबसे अच्छे हृदय रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें। चलिए इस ब्लॉग के माध्यम से हार्ट में ब्लॉकेज के संबंध में पूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं। 

हार्ट ब्लॉकेज क्या है?

हार्ट ब्लॉकेज या दिल की धड़कन का रुकना एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है, जब रक्त वाहिकाओं में प्लाक नामक चिपचिपा पदार्थ जम जाता है और रक्त के बहाव को रोकता है, जिसके कारण व्यक्ति को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह प्लाक फैट, कोलेस्ट्रॉल, शरीर में मौजूद हानिकारक पदार्थ, कैल्शियम और फाइब्रिन नामक एक पदार्थ से बनता है।

किसी भी कारणवश जब नसों में प्लाक जम जाता है, तो उन्हें संकुचन का सामना करना पड़ता है, जो एक स्थिति का निर्माण करता है, जिसे मेडिकल भाषा में एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) कहा जाता है। इस स्थिति में संकुचन के कारण रक्त के प्रवाह में बाधा उत्पन्न होती है। हार्ट ब्लॉकेज के इलाज के लिए हमें यह जानना होगा कि हार्ट में ब्लॉकेज के लक्षण, कारण और इलाज क्या है। 

हार्ट ब्लॉकेज के शुरुआती लक्षण क्या है?

हार्ट ब्लॉकेज की स्थिति में निम्न लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं - 

  • लगातार और बार-बार सिरदर्द होना।
  • चक्कर आना या बेहोश होना।
  • छाती में दर्द
  • सांस फूलना या सांस की समस्या।
  • थोड़ा काम करने पर अधिक थकान महसूस होना।
  • बेहोश होना।
  • गर्दन, ऊपरी पेट, जबड़े, गले या पीठ में दर्द होना।
  • पैरों या हाथों में दर्द के साथ उन अंगों का सुन्न हो जाना।
  • कमजोरी या ठंड लगना।

आर्टरी ब्लॉकेज के लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यदि आप ऐसा करते हैं, तो यह लक्षण भविष्य में हार्ट अटैक का रूप ले सकते हैं। इसलिए हार्ट में ब्लॉकेज के लक्षण दिखने पर तुरंत एक अच्छे हृदय रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।

हार्ट ब्लॉकेज के कारण

हार्ट ब्लॉकेज के कारण की बात करें, तो उनकी सूची बहुत बड़ी है। अलग-अलग कारक हार्ट ब्लॉकेज के लिए जिम्मेदार होते हैं। उनमें से कुछ को नीचे विस्तार से बताया गया है - 

  • हाई ब्लड प्रेशर: अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर के कारण नसों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे नसों में संकुचन की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और रक्त के बहाव में रुकावट आती है। 
  • हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल: एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के उच्च स्तर को "खराब" कोलेस्ट्रॉल के रूप में भी जाना जाता है। रक्त में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर का अधिक होना दर्शाता है कि नसों में प्लाक का निर्माण हो गया है, जिससे धमनियों में रुकावट आ गई है, जो अंततः हार्ट ब्लॉकेज का मुख्य कारण बन सकता है। 
  • धूम्रपान और तंबाकू का सेवन: धूम्रपान और तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। यह रक्त वाहिकाओं को भी गंभीर रूप से प्रभावित करता है, जिसकी वजह से वह सिकुड जाते हैं। 
  • मोटापा और गतिहीन जीवन शैली: अधिक वजन, मोटापा और गतिहीन जीवन शैली हृदय की धड़कन की रुकावट के लिए जिम्मेदार होते हैं। 

हार्ट ब्लॉकेज का कैसे पता करें?

यदि हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण दिखते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से मिलें। सबसे पहले हम स्थिति के आधार पर कुछ टेस्ट कराते हैं, जिससे हमारे स्वास्थ्य स्थिति का सही से आकलन हो पाता है। स्थिति के आकलन के लिए निम्नलिखित परीक्षणों की आवश्यकता पड़ सकती है - 

इन सभी जांच के परिणाम हार्ट ब्लॉकेज ट्रीटमेंट में एक अहम योगदान निभाते हैं। इसलिए टेस्ट बहुत ज्यादा महत्व रखते हैं। 

हार्ट ब्लॉकेज का इलाज

हार्ट ब्लॉकेज टेस्ट से किसी भी प्रकार की समस्या की पुष्टि होने पर इलाज की योजनाएं बनाई जाती हैं। यदि दिल में किसी भी प्रकार की रुकावट है, तो जीवनशैली में कुछ बदलाव के साथ दवाएं कारगर साबित हो सकती हैं। वहीं कुछ मामलों में सर्जरी की भी आवश्यकता पड़ सकती है। कुछ मामलों में डॉक्टर निम्नलिखित बदलाव का सुझाव देते हैं - 

  • स्वस्थ आहार लें।
  • नियमित व्यायाम करें।
  • धूम्रपान छोड़ दें और इससे दूरी बनाएं।
  • शराब का सेवन सीमित करें।
  • तनाव को कम करने का प्रयास करें।
  • अच्छी गुणवत्ता वाली नींद लें।

इसके अतिरिक्त कुछ दवाएं हैं, जो इस स्थिति में कारगर साबित हो सकती हैं जैसे - 

  • ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए बीटा-ब्लॉकर्स, कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स, या एसीई ब्लॉकर्स।
  • एंटी क्लोटिंग और एंटीप्लेटलेट दवाएं।
  • सीने में दर्द के इलाज के लिए नाइट्रेट दवाएं।
  • स्टैटिन और अन्य कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाली दवाएं।
  • रक्त के थक्कों को घोलने की दवाएं।

कुछ प्रकार के ब्लॉकेज बहुत ज्यादा गंभीर होते हैं और उनको ठीक करने के लिए सर्जिकल प्रक्रियाओं की आवश्यकता होती है। इस संबंध में कार्डियोलॉजिस्ट (दिल के रोग के डॉक्टर)एंजियोप्लास्टी (Angioplasty) और स्टेंट प्लेसमेंट (Stent Placement) का विचार किया जा सकता है। बाईपास सर्जरी भी हार्ट ब्लॉकेज के इलाज का एक अच्छा और प्रभावी विकल्प है।

हार्ट ब्लॉकेज में क्या खाना चाहिए?

हार्ट ब्लॉकेज की स्थिति से निपटने के लिए आपका आहार और दैनिक जीवन बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण साबित होता है। हार्ट ब्लॉकेज को खोलने में निम्नलिखित खाद्य पदार्थ बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण साबित होते हैं - 

  • अनार से हार्ट ब्लॉकेज की स्थिति में सुधार हो सकता है।
  • दालचीनी आपके हृदय के लिए लाभदायक है।
  • लहसुन रक्त के बहाव को तेज करता है, जिससे हार्ट ब्लॉकेज को खोलने में मदद मिलती है।
  • हल्दी दिल के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
  • तुलसी के औषधीय गुणों के कारण इसके सेवन से लाभ मिलता है।
  • खाने में अदरक का सेवन हार्ट ब्लॉकेज की स्थिति को ठीक करने में लाभकारी साबित होगा।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न

हार्ट ब्लॉकेज क्यों होता है?

हार्ट ब्लॉकेज की समस्या तब होती है, जब हृदय की धमनियों में फैट, कोलेस्ट्रॉल, और अन्य पदार्थ जम जाते हैं। इससे धमनियां संकुचित हो जाती हैं और रक्त का प्रवाह भी कम हो जाता है। इससे हृदय में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की कमी आती है, जिससे सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, और यहां तक कि दिल का दौरा भी पड़ सकता है।

हार्ट ब्लॉकेज में क्या नहीं खाना चाहिए?

हार्ट ब्लॉकेज में निम्नलिखित खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए:

  • तला हुआ भोजन
  • मीठे पेय पदार्थ
  • पैकेटबंद खाद्य पदार्थ
  • प्रोसेस्ड मीट
  • फास्ट फूड

इन खाद्य पदार्थों में फैट, कोलेस्ट्रॉल, और अन्य तत्व होते हैं, जो हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।

हार्ट में ब्लॉकेज के कितने स्टेज होते हैं?

हार्ट ब्लॉकेज के अलग-अलग स्टेज होते हैं। शुरुआती चरण में लक्षण नहीं होते हैं। दूसरे स्टेज में दिल की धड़कन असामान्य रहती है। तीसरे स्टेज में हृदय रुक-रुक कर कार्य करता है। दूसरे या तीसरे चरण में दिल का दौरा भी आ सकता है। यही कारण है कि दूसरे चरण से ही इलाज की आवश्यकता होती है।

बिना सर्जरी के हार्ट ब्लॉकेज कैसे खोलें?

ऐसा सिर्फ शुरुआती मामलों में ही हो सकता है। कुछ दवाओं से ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है, जिससे हार्ट ब्लॉकेज की प्रक्रिया धीरे हो जाएगी और स्थिति में सुधार होने लग जाएगा। इसके अतिरिक्त कुछ माइनर सर्जरी है, जिससे ब्लॉकेज खुल सकती है जैसे - एंजियोप्लास्टी और स्टेंट प्लेसमेंट।

हार्ट ब्लॉकेज खोलने के लिए क्या करें?

हार्ट की ब्लॉकेज को दूर करने के लिए निम्न विकल्प लाभकारी साबित हो सकते हैं - 

  • सबसे जीवनशैली में बदलाव करें और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाएं।
  • अपने दवाइयों के सेवन को नियमित करें। 
  • एंजियोप्लास्टी, स्टेंट प्लेसमेंट जैसे माईनर सर्जरी।
  • सर्जरी जैसे कोरोनरी बाईपास ग्राफ्ट (CABG)

क्या हार्ट ब्लॉकेज दवा से ठीक हो सकता है?

कुछ मामलों में, दवाएं ही ब्लॉकेज को नियंत्रित करने और लक्षणों को कम करने के लिए पर्याप्त हो सकती हैं। हालांकि गंभीर मामलों में सर्जरी की आवश्यकता पड़ती है।

हार्ट ब्लॉकेज कैसे ठीक होगा?

हार्ट ब्लॉकेज किसी भी घरेलू उपायों से ठीक नहीं हो सकते हैं। इसके लिए इलाज की एक योजना तैयार होती है, जिसके इलाज के लिए आपको एक अनुभवी और श्रेष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ से मिलें।