Enquire now
Enquire NowCall Back Whatsapp
ट्राइग्लिसराइड्स कम करने के उपाय ( Ways to Lower Triglycerides)

Home > Blogs > ट्राइग्लिसराइड्स कम करने के उपाय ( Ways to Lower Triglycerides)

ट्राइग्लिसराइड्स कम करने के उपाय ( Ways to Lower Triglycerides)

Cardiology | by Dr. Sabyasachi Pal | Published on 10/04/2023


भागते-दौड़ते जीवन में अक्सर हम अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना भूल जाते हैं, जिसके कारण हमारे शरीर में कई समस्याएं उत्पन्न होती है। वर्तमान समय में दिल की बीमारियां बहुत ज्यादा बढ़ गई है। दिल की समस्या का मुख्य कारण है, ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर का बढ़ना। आइए, इस ब्लॉग से जानते हैं कि क्या है यह ट्राइग्लिसराइड्स, इसके बढ़ते स्तर से किस प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती हैं और इसे कैसे कम किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त यदि आप भी इस समस्या से परेशान है और इसका इलाज खोज रहे हैं, तो हमारे डॉक्टरों से संपर्क करें।

ट्राइग्लिसराइड्स क्या है?

ट्राइग्लिसराइड्स (Triglycerides) एक प्रकार का फैट है, जो आपके रक्त में फैलता है। मानव शरीर ट्राइग्लिसराइड्स का निर्माण करता है या उन्हें खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों से प्राप्त करता है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए आपके शरीर को कुछ ट्राइग्लिसराइड्स की आवश्यकता होती है। हालांकि, रक्त में उच्च ट्राइग्लिसराइड्स हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकते हैं।

एक स्वस्थ जीवन-शैली को अपनाकर रक्त में ट्राइग्लिसराइड्स को कम किया जा सकता है। हाई ट्राइग्लिसराइड्स के कई कारण है, जिसके बारे में हम इस ब्लॉग में आगे बात करने वाले हैं। वहीं कुछ चिकित्सा स्थिति है जो ट्राइग्लिसराइड्स के बढ़ते स्तर के लिए जिम्मेदार होते हैं जैसे - 

  • मधुमेह (Diabetes)
  • गुर्दा का रोग (Kidney Disease)
  • यकृत रोग (Liver Disease)
  • अधिक वजन और मोटापा
  • थायराइड रोग

शारीरिक रूप से निष्क्रिय होना, उच्च वसा और चीनी वाले खाद्य पदार्थ खाना, या बहुत अधिक शराब पीना रक्त में ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को बढ़ाता है। स्तन कैंसर, उच्च रक्तचाप, एचआईवी और अन्य स्थितियों के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कुछ दवाएं भी रक्त में ट्राइग्लिसराइड के स्तर को बढ़ा सकती हैं।

हाई ट्राइग्लिसराइड्स के लक्षण

उच्च रक्त ट्राइग्लिसराइड्स आमतौर पर किसी भी लक्षण का कारण नहीं बनते हैं। अनुपचारित या अनियंत्रित उच्च रक्त ट्राइग्लिसराइड का स्तर कोरोनरी हृदय रोग (Coronary heart disease) और स्ट्रोक जैसी गंभीर जटिलताओं के जोखिम को बढ़ा सकता है। बहुत अधिक रक्त ट्राइग्लिसराइड्स तीव्र अग्नाशयशोथ, या अग्न्याशय की सूजन का खतरा बढ़ सकता है, जो पेट में गंभीर दर्द का कारण बनता है। लेकिन कुछ मामलों में रोगी को निम्नलिखित लक्षणों का अनुभव हो सकता है - 

  • पेट के ऊपरी भाग में दर्द: जब रक्त में ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा बढ़ती है, तो पेनक्रियाज में सूजन आती है, जिससे पेट के ऊपरी भाग में दर्द होता है। इसके कारण व्यक्ति को तेज बुखार, मतली और उल्टी का सामना करना पड़ता है।
  • हाथ और पैर में छोटे और पीले रंग के धब्बे: रक्त में ट्राइग्लिसराइड के बढ़ने के कारण जैंथोमास की समस्या होती है। इस स्थिति में त्वचा के अंदर फैट जमा हो जाता है, जिससे रक्त के रंग में भी बदलाव नजर आने लगता है। 
  • धमनियों में ब्लॉकेज: जब भी रक्त में ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ता है व्यक्ति का रक्त गाढ़ा होने लगता है, जिससे धमनियां सख्त होने लगती हैं। इसके कारण धमनियां आपस में चिपकने लगती है और शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ने लगता है। कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने के कारण रक्त के बहाव में रुकावट आती है जो स्ट्रोक और हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ाता है।

हाई ट्राइग्लिसराइड्स की समस्या कोई सामान्य समस्या नहीं है। यह एक जानलेवा स्थिति है, जिसके इलाज के लिए आपको जल्द से जल्द एक अच्छे कार्डियोलॉजिस्ट या फिर फिजिशियन से संपर्क करना चाहिए। 

ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने के कारण

ट्राइग्लिसराइड के स्तर के बढ़ने के कई कारण होते हैं, जिनके बारे में एक एक करके नीचे विस्तार से बताया गया है। 

  • वजन बढ़ना: अतिरिक्त वजन और मोटापा शरीर में फैट के स्तर को बढ़ा देता है। यदि आप अतिरिक्त वजन और मोटापे से परेशान है, तो आप हाई ट्राइग्लिसराइड के शिकार हो सकते हैं। 
  • मेटाबोलिक सिंड्रोम: मेटाबोलिक सिंड्रोम भी ट्राइग्लिसराइड के स्तर के बढ़ने का एक मुख्य कारण है। रोगियों को इस स्थिति के बारे में कभी भी जानकारी नहीं हो पाती है। 
  • डायबिटीज: हाई ब्लड शुगर लेवल ट्राइग्लिसराइड के स्तर के बढ़ने का मुख्य कारण होता है। 
  • हाइपोथायरायडिज्म: यह एक ऐसी स्थिति है, जब शरीर में थायराइड हार्मोन प्रभावित होता है। प्रभावित हार्मोन ट्राइग्लिसराइड के स्तर को बढ़ा देती है और रोगी को परेशान करती है। 
  • गुर्दे का रोग: गुर्दा हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है। इसका कार्य हमारे शरीर के दूषित पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करना है। यदि गुर्दे अपना सामान्य कार्य करने में सक्षम नहीं होते हैं, तो भी इससे ट्राइग्लिसराइड का स्तर भी बढ़ने लगता है।
  • गर्भावस्था: गर्भावस्था या फिर प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में अलग-अलग प्रकार के बदलाव होते हैं। इन बदलावों के कारण उन महिलाओं के शरीर में ट्राइग्लिसराइड का स्तर प्रभावित होता है। इस दौरान कुछ दवाओं से भी इसे नियंत्रित किया जाता है, जिससे बच्चे के जन्म में कोई समस्या न आए। 
  • जेनेटिक: यदि रोगी के घर परिवार में किसी को भी हाई ट्राइग्लिसराइड की समस्या है, तो इस बात की अधिक संभावना है कि यह रोग इस व्यक्ति के जीन्स में है। दरअसल, कुछ मामलों में अनुवांशिकी को हाई ट्राइग्लिसराइड का मुख्य कारण माना गया है। 
  • आहार: कुछ खाद्य पदार्थों के कारण शरीर में ट्राइग्लिसराइड का स्तर बढ़ जाता है। शुगर, हाई सैचुरेटेड फैट्स, शराब व अतिरिक्त कैलोरी का सेवन बढ़ते ट्राइग्लिसराइड के स्तर का मुख्य कारण है। 
  • दवाइयां: ट्राइग्लिसराइड के बढ़ने का एक कारण दवाइयों का उपयोग भी है। कुछ दवाएं हैं जो इस स्तर को बढ़ा सकता है। डॉक्टरों का मानना है कि ड्यूरेटिक्स, स्टेरॉयड, बीटा ब्लॉकर, हार्मोन संबंधी और इम्यूनोसप्रेशन दवाएं इस स्तर को बढ़ा सकती है। 

उच्च ट्राइग्लिसराइड्स के लिए जोखिम कारक क्या हैं?

ट्राइग्लिसराइड के स्तर को बढ़ाने वाले कारकों में शामिल हैं - 

  • मोटापा
  • धूम्रपान
  • रजोनिवृत्ति
  • अनियंत्रित मधुमेह
  • गलग्रंथि की बीमारी
  • अत्यधिक शराब का सेवन
  • उच्च कोलेस्ट्रॉल का पारिवारिक इतिहास
  • लीवर की बीमारी या किडनी की बीमारी
  • मूत्रवर्धक, हार्मोन, कॉर्टिकोस्टेरॉइड और बीटा ब्लॉकर्स सहित दवाएं
  • चीनी और सरल कार्बोहाइड्रेट में उच्च आहार

सामान्य ट्राइग्लिसराइड के स्तर क्या है?

रक्त में सामान्य ट्राइग्लिसराइड का स्तर वयस्कों के लिए 150 mg/dL से कम और बच्चों (10 से 19 वर्ष) में 90 mg/dL से कम है। इस टेबल की सहायता से आप ट्राइग्लिसराइड के स्तर की पहचान कर सकते हैं और उचित इलाज प्राप्त कर सकते हैं - 

वर्ग

ट्राइग्लिसराइड्स स्तर (mg/dL)

सामान्य ट्राइग्लिसराइड 

Less than 150

बॉर्डर लाइन ट्राइग्लिसराइड

150 – 199

हाई ट्राइग्लिसराइड

200 – 499

वेरी हाई ट्राइग्लिसराइड

500 एवं अधिक

ऊपर दिए गए टेबल से आप जान सकते हैं कि आपके रक्त में ट्राइग्लिसराइड का स्तर कम है या ज्यादा। यदि किसी व्यक्ति के रक्त में ट्राइग्लिसराइड का स्तर ज्यादा है तो उन्हें जल्द से जल्द इलाज की योजना बनाने के लिए एक अनुभवी डॉक्टर से मिलना चाहिए।

ट्राइग्लिसराइड्स कम करने के उपाय

यदि आपको उच्च ट्राइग्लिसराइड्स का निदान हुआ है, तो डॉक्टर आपको जीवनशैली में कुछ आवश्यक बदलाव का सुझाव दे सकते हैं। ट्राइग्लिसराइड्स कम करने के उपाय में शामिल हो सकते हैं:

  • मिठाई और प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट को छोड़ें
  • अल्कोहल के सेवन को सीमित करें अथवा छोड़ें
  • वजन पर निगरानी रखें
  • नियमित रूप से व्यायाम करें
  • स्वास्थ्य वसा युक्त भोजन चुनें और ट्रांस-फैट वाले खाद्य पदार्थ से दूरी बनाएं
  • हरे पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें
  • पौष्टिक तेल जैसे ऑलिव ऑयल का सेवन करें
  • ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ चुनें

उच्च ट्राइग्लिसराइड्स उपचार

ट्राइग्लिसराइड्स के इलाज के कई विकल्प मौजूद हैं। इलाज का विकल्प हाई ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर, मरीज की उम्र और वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है। ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करने के लिए डॉक्टर कुछ दवाएं दे सकते हैं, जिनका सेवन ऊपर बताए गए उपायों के साथ करने से बहुत ज्यादा लाभ मिलेगा। डॉक्टर निम्न दवाओं का सुझाव दे सकते हैं - 

  • स्टैटिन, जैसे कि रोसुवास्टेटिन कैल्शियम (क्रेस्टर) और एटोरवास्टेटिन कैल्शियम (लिपिटर)
  • फ़िब्रेट्स, जैसे जेम्फिब्रोज़िल (लोपिड) और फेनोफाइब्रेट (ट्राइकोर, फेनोग्लाइड)
  • कोलेस्ट्रॉल अवशोषण अवरोधक
  • निकोटिनिक एसिड
  • PCSK9 ब्लॉकर्स

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

 

उच्च ट्राइग्लिसराइड्स क्या है?

ट्राइग्लिसराइड्स एक प्रकार का वसा है, जिसका निर्माण हमारे शरीर में होता है। यह शरीर के लिए आवश्यक होता है, लेकिन यदि इसका स्तर बहुत अधिक हो जाता है, तो इसके कारण बहुत सारी स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। 

अगर मेरे ट्राइग्लिसराइड्स अधिक है तो मुझे क्या खाना चाहिए?

खाद्य पदार्थ जो ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में मदद कर सकते हैं, इसमें शामिल हैं सभी सब्जियां, विशेष रूप से पत्तेदार साग, हरी बीन्स, और बटरनट स्क्वैश। सभी फल, विशेष रूप से खट्टे फल और जामुन। कम वसा या वसा रहित डेयरी उत्पाद, जैसे कि पनीर, दही और दूध। उच्च फाइबर वाले साबुत अनाज, जैसे कि क्विनोआ, जौ और ब्राउन राइस आदि।

उच्च ट्राइग्लिसराइड्स के लिए सबसे अच्छा इलाज क्या है?

ट्राइग्लिसराइड्स कम करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है नियमित रूप से व्यायाम करना, चीनी और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट से बचना, वजन कम करना, स्वस्थ वसा चुनना, पौधों में पाए जाने वाले स्वस्थ वसा, जैसे कि जैतून और कैनोला तेलों के लिए मीट में पाए जाने वाले संतृप्त वसा का चयन करना और शराब और सिगरेट आदि के सेवन को कम या बंद करना।

आप कितनी जल्दी ट्राइग्लिसराइड्स कम कर सकते हैं?

ट्राइग्लिसराइड्स को दवाओं के बिना कम किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, उन्हें आहार में बदलाव, शराब या मीठे पेय पदार्थों की खपत कम करने, शारीरिक गतिविधि बढ़ाने, वजन कम करने और अन्य तरीकों से स्वाभाविक रूप से कम किया जा सकता है। शरीर के वजन में 5% से 10% की कमी से ट्राइग्लिसराइड्स कम किया जा सकता है।

ट्राइग्लिसराइड्स क्यों बढ़ता है?

ट्राइग्लिसराइड्स के बढ़ने के कई कारण हैं, जैसे - 

  • अस्वस्थ आहार
  • अतिरिक्त वजन या मोटापा
  • कुछ दवाएं
  • कुछ स्वास्थ्य स्थितियां

ट्राइग्लिसराइड्स को कैसे नियंत्रित करें?

ट्राइग्लिसराइड्स को नियंत्रित करने के लिए निम्नलिखित उपाय कारगर साबित हो सकते हैं जैसे - 

  • स्वस्थ और संतुलित आहार खाएं
  • नियमित रूप से व्यायाम करें
  • अपनी वजन पर नियंत्रण रखें

इसके साथ-साथ अपने डॉक्टर से बात करने से बहुत लाभ मिलेगा।