सर्दियों के मौसम में लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे कि सर्दी, बुखार, फ्लू, इत्यादि। हालांकि अधिकतर लोगों को इस बात की कोई जानकारी नहीं होती है कि सर्दियों में वह हार्ट अटैक के खतरे के दायरे में आ जाते हैं।
कुछ रिपोर्ट्स की मानी जाए तो सर्दियों के मौसम में कार्डियक अरेस्ट के मामलों में 5 से 7 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। सर्दियों में हार्ट पेशेंट्स अपना ख्याल कैसे रख सकते हैं, इसका जवाब आपको इस ब्लॉग से मिलने वाला है। इसके अतिरिक्त अपने दिल से संबंधित समस्याओं के इलाज के लिए अभी हमारे अनुभवी हृदय रोग विशेषज्ञ के साथ परामर्श सत्र बुक करें।
सर्दी का मौसम हार्ट हेल्थ को कैसे प्रभावित करता है?
सर्दी का मौसम हार्ट पेशेंट्स के लिए बिल्कुल भी सुखदाई नहीं होता है। तापमान में कमी से हमारे शरीर में कई बदलाव आते हैं, जिससे हमारे हृदय पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता, जैसे कि -
- शरीर में रक्त प्रवाह को बनाए रखने और शरीर को गर्म रखने के लिए हृदय को दोगुनी मेहनत करनी पड़ती है।
- तापमान कम होने के कारण रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिसकी वजह से ऑक्सीजन और पोषक तत्व हमारे हृदय तक नहीं पहुंच पाते हैं, जिससे हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है।
- सर्दियों में रक्त के थक्के भी बन जाते हैं।
- सर्दियों में ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल भी बढ़ने के मामले देखे जाते हैं।
सर्दियों में हार्ट अटैक का जोखिम किन लोगों को सबसे अधिक होता है?
सर्दियों में हार्ट अटैक का जोखिम कई लोगों को होता है, जैसे कि -
- बुजुर्ग लोग
- हृदय रोग के जोखिम कारक वाले लोग
- हृदय रोग की मेडिकल हिस्ट्री
- जिन लोगों को हृदय रोग और कोलेस्ट्रॉल की समस्या अधिक हो।
- हाई बीपी और हाई ब्लड शुगर वाले लोग।
शरीर बाहरी तापमान के अनुसार प्रतिक्रिया करता है। चलिए इस प्रतिक्रिया को समझने का प्रयास करते हैं। जब बाहर के तापमान में गिरावट आती है, तब उस दौरान हमारे शरीर में मौजूद सिम्पैथेटिक नर्वस सिस्टम एक्टिवेट हो जाते हैं, जिससे ब्लड सेल्स में संकुचन होती है। इसके कारण ब्लड प्रेशर के स्तर में वृद्धि भी होती है।
बढ़े हुए रक्तचाप के कारण कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं जैसे कि एनजाइना, हार्ट अटैक,एरिथमिया और अन्य हार्ट डिजीज। यही कारण है कि ठंड के मौसम में हृदय रोग और स्ट्रोक की समस्याओं में वृद्धि होती है। हालांकि आप हेल्दी लाइफस्टाइल की मदद से इससे आसानी से बच सकते हैं।
आज हम इसी ब्लॉग में आगे उन 10 सबसे प्रभावी उपायों के बारे में आपको विस्तार से बताएंगे, जिसकी मदद से आप हृदय रोग के खतरे या इसके जोखिम कारकों को आसानी से दूर कर सकते हैं।
सर्दियों में हार्ट अटैक से बचने के 10 कारगर उपाय
सर्दियों में हार्ट अटैक से बचने के लिए आप इन 10 प्रभावी और सरल उपायों को कर सकते हैं, जिससे आपको बहुत लाभ मिलेगा -
- शरीर को गर्म रखें और मॉर्निंग वॉक न करें: ठंडे तापमान के कारण रक्त वाहिकाएं सिकुड़ सकती हैं, जिससे हृदय अपना सामान्य काम करने के लिए दोगुनी मेहनत करता है। आप शरीर को गर्म रखने के लिए वार्मर या अन्य गर्म कपड़े भी पहन सकते हैं।
- कोविड संक्रमण के बाद हृदय की जांच ज़रूर करवाएं:रिपोर्ट्स की मानें तो कोविड-19 के कारण हृदय स्वास्थ्य में कमजोरी आ सकती है। यदि आपने भी अपने जीवन में कोविड वायरस का सामना किया था, और यदि आप हृदय रोग के दायरे में आते हैं, तो नियमित हृदय की जांच जरूर कराएं।
- आहार में वसा और कोलेस्ट्रॉल को कम करें: हृदय रोग से बचने में आहार बहुत जरूरी होता है। सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल को अपने आहार में कम करके एक संतुलित आहार को अपने जीवन में लाएं। एवोकाडो और मछली को अपने आहार में अवश्य शामिल करें।
- अधिक नमक न खाएं: अधिक नमक शरीर में ब्लड प्रेशर की मात्रा में वृद्धि का कारण बन सकता है, जो हृदय को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। प्रयास करें कि आप कम नमक वाले आहार का चुनाव करें।
- सुबह बहुत ज्यादा पानी पीने से बचें: सुबह पानी बहुत ज्यादा ठंडा होता है। यदि आपको सुबह पानी पीना है, तो प्रयास करें कि गुनगुना पानी पीएं।
- आहार में सूखे मेवे शामिल करें: बादाम और अखरोट जैसे ड्राई फ्रूट स्वस्थ वसा, एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जिससे हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता जाता है।
- भोजन में फाइबर की मात्रा अधिक रखें: फाइबर कई सारे कार्यों को करने के लिए जाना जाता है। इसके सेवन से ब्लड कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर, और, ब्लड प्रेशर के उच्च स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। ओट्स, बीन्स और होल ग्रेन्स को अपने आहार में शामिल करने से आपको बहुत लाभ मिलेगा।
- नियमित रूप से दवाएं लेना: यदि आपके डॉक्टर ने किसी दवा के सेवन की सलाह दी है, तो हम आपको सलाह देंगे कि उन दवाओं को समय पर खाएं। यदि आपको कोई इमरजेंसी दवाएं खाने की सलाह दी गई है, तो वह अपने साथ ज़रूर रखें।
- अपने रक्तचाप, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की नियमित निगरानी करें: ठंड में रक्तचाप, शुगर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर की नियमित जांच की आवश्यक होती है। रक्तचाप और शुगर की जांच आप घर पर ही कर सकते हैं, लेकिन कोलेस्ट्रॉल की जांच के लिए हर कुछ समय में डॉक्टर से बात करें।
- दिन में धूप लें: विटामिन डी के स्तर को बढ़ाने से हृदय के स्वास्थ्य को भी अच्छा खासा लाभ मिलता है। इससे समग्र प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है।
यह हार्ट अटैक से बचने के उपाय आपके समग्र स्वास्थ्य सुधार में बहुत मदद कर सकते हैं। यदि आप भी इन उपायों का पालन करते हैं, तो आप भी बिना किसी समस्या के एक स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकते हैं और हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्या से दूरी भी बना सकते हैं। हृदय संबंधित समस्या के इलाज के लिए तुरंत एक अच्छे एवं अनुभवी हृदय रोग विशेषज्ञ परामर्श लें।
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न
सर्दियों में हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षण क्या है?
सर्दियों में हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षण इस प्रकार हैं -
- सीने में दर्द या बेचैनी
- सांस लेने में तकलीफ
- थकान
- ठंडा पसीना आना
- चक्कर आना
सर्दियों में यह लक्षण और भी अधिक तीव्र होते हैं। शारीरिक परिश्रम या तनाव के दौरान स्थिति और जटिल हो सकती हैं।
सर्दियों में व्यायाम करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
सर्दियों में व्यायाम करने से पहले वार्म अप बहुत आवश्यक है। यदि आप हृदयाघात के जोखिम के दायरे में आते हैं, तो प्रयास करें कि ठंड में बाहर न जाएं और घर पर ही व्यायाम करें।
ठंडे पानी से नहाने से दिल पर क्या असर पड़ता है?
ठंडे पानी से नहाने से दिल की मांसपेशियां सिकुड़ जाती है, जिससे ब्लड प्रेशर और हृदय गति बढ़ जाती है, जिससे दिल पर दबाव पड़ता है। इसके स्थान पर गुनगुने पानी का उपयोग आपकी मदद कर सकता है।
क्या सर्दियों में बहुत अधिक कैफीन पीने से दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ सकता है?
अत्यधिक कैफीन का सेवन हृदय गति और रक्तचाप बढ़ा सकता है, खासकर ठंड के मौसम में जब हृदय पहले से ही तनाव में होता है। कैफीन का सेवन मध्यम स्तर तक सीमित रखें और सर्दियों में हृदय संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम करने के लिए हर्बल चाय या कैफीन रहित विकल्प चुनें।