दुनिया भर में हृदय से संबंधित सभी मृत्यु का एक प्रमुख कारण कोरोनरी आर्टरी डिजीज (सीएडी) है। इसके कारण सीने में दर्द, सांस की तकलीफ और अन्य जानलेवा लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं। इस स्थिति के इलाज के लिए बाईपास सर्जरी एक पारंपरिक और एक मानक उपचार माना जाता है।
हाल-फिलहाल में चिकित्सा क्षेत्र में आधुनिकता आई है, जिसके बाद रोबोटिक हृदय सर्जरी से कोरोनरी आर्टरी डिजीज के इलाज में क्रांतिकारी बदलाव देखे गए हैं। चलिए इस ब्लॉग की मदद से सीएडी और रोबोटिक हार्ट सर्जरी के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं। इसके अतिरिक्त हृदय संबंधित किसी भी समस्या के लिए हम आपको सलाह देंगे कि आप तुरंत हमारे अनुभवी कार्डियोलॉजिस्ट से संपर्क करें।
कोरोनरी आर्टरी डिजीज एक ऐसी स्थिति है, जिसमें कोरोनरी धमनियां में प्लाक का निर्माण हो जाता है, जिससे वह धमनियां संकुचित हो जाती है, जिससे हृदय तक रक्त नहीं पहुंच पाता है। यह प्लाक वसा, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थों का मिश्रण होता है।
इस स्थिति को मेडिकल भाषा में एथेरोस्क्लेरोसिस के नाम से जाना जाता है, जिसके परिणामस्वरूप एनजाइना (सीने में दर्द) या यहाँ तक कि दिल का दौरा भी पड़ सकता है। यह एक गंभीर स्थिति है, जिसका अंदाजा इस बात से आप लगा सकते हैं कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार हर वर्ष पूरे विश्व में 17.9 मिलियन मृत्यु कोरोनरी आर्टरी डिजीज से होती है, जो की पूरे विश्व में होने वाली सभी मृत्यु का लगभग 32% है।
सीएडी की स्थिति में कुछ सामान्य लक्षण है, जो उत्पन्न हो सकते हैं जैसे कि -
यह सारे लक्षण दिल की समस्या की तरफ संकेत करता है। इसलिए प्रयास करें कि इन लक्षणों के उत्पन्न होते ही तुरंत एक अच्छे डॉक्टर से बात करें और इलाज के सभी विकल्पों के बारे में जानें। जैसे ही आप डॉक्टर के पास जाते हैं, वह सबसे पहले आपके द्वारा अनुभव हो रहे लक्षणों के बारे में पूछते हैं। इसके बाद वह निम्न में से किसी भी एक टेस्ट का सुझाव देते हैं-
चलिए अब समझते हैं कि रोबोटिक हार्ट सर्जरी क्या है? यह एक मिनिमल इन्वेसिव सर्जरी है, जिसमें सर्जन एक कंसोल पर बैठकर रोबोट को चलाते हैं और सर्जरी करते हैं। जिस रोबोट से सर्जरी होती है, उसमें सर्जिकल उपकरण के साथ-साथ एक 3डी कैमरा भी लगा होता है, जिससे सर्जरी अधिक सटीकता से हो पाती है।
इस कैमरा और आधुनिक सर्जिकल उपकरण की सहायता से सर्जन को प्रभावित क्षेत्र का बेहतर दृश्य मिल पाता है, जिसके कारण वह बिना किसी समस्या के अधिक सटीकता से सर्जरी कर पाते हैं। यह सारी चीजें पहले होने वाली हार्ट सर्जरी में संभव नहीं हो सकती थी।
कोरोनरी आर्टरी बाईपास ग्राफ्टिंग (CABG) में भी अब आधुनिकता आ गई है और अब रोबोट-सहायता प्राप्त कोरोनरी बाईपास सर्जरी होती है। पारंपरिक बाईपास सर्जरी में, सर्जरी के दौरान शरीर के दूसरे अंग से एक स्वस्थ धमनी को निकाला जाता है और ब्लॉक हुई धमनी को बाईपास किया जाता है, जिससे हृदय तक रक्त प्रवाह फिर से बहाल हो जाता है।
वहीं अब रोबोटिक-सहायता प्राप्त बाईपास सर्जरी में भी यही प्रक्रिया छोटे चीरे के माध्यम से होती है। रोबोट सर्जरी के होने से ओपन-हार्ट सर्जरी से जुड़े जोखिम भी कम हो गए हैं। दरअसल, रोबोटिक सर्जरी में किसी बड़े कट की आवश्यकता इसलिए नहीं होती है, क्योंकि रोबोटिक आर्म्स में 3डी कैमरा होते हैं, जो सर्जिकल उपकरण को नेविगेट करते हैं, जिसकी सहायता से प्रभावित क्षेत्र का ऑपरेशन आसानी से हो जाता है।
रोबोटिक कार्डियक सर्जरी के बहुत सारे लाभ होते हैं, जिसे हम इस ब्लॉग में बताने वाले हैं -
सफल रोबोटिक सर्जरी के बाद देखभाल करने की भी आवश्यकता होती है। आमतौर पर सर्जरी के बाद भी मरीजों को कुछ समय के लिए ऑब्जर्वेशन में रखा जाता है। उनके वर्तमान स्वास्थ्य को देखकर ही उन्हें डिस्चार्ज किया जाता है।
सर्जरी के बाद अक्सर रोगियों को एक स्वस्थ जीवनशैली के पालन की सलाह दी जाती है, जैसे कि संतुलित आहार का सेवन करें, नियमित व्यायाम करें, धूम्रपान बंद करें और तनाव से दूरी बनाएं।
रोबोटिक हार्ट सर्जरी कोरोनरी धमनी रोग के इलाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पारंपरिक बाईपास सर्जरी की तुलना में रोबोटिक हार्ट सर्जरी बहुत आधुनिक है और इस सर्जरी के बहुत लाभ भी होते हैं जैसे कि मिनिमल इनवेसिव सर्जरी, तेज रिकवरी, इत्यादि।
यदि आप या आपका कोई प्रिय व्यक्ति कोरोनरी आर्टरी डिजीज का सामना कर रहा है, तो हम आपको सलाह देंगे कि तुरंत एक अच्छे, अनुभवी और श्रेष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ से बात करें और इलाज लें।
यह सही है कि रोबोटिक कार्डियक सर्जरी, कोरोनरी आर्टरी डिजीज के सभी रोगियों के लिए एक अच्छा विकल्प है, लेकिन यह सभी के लिए उपयुक्त नहीं है। इस प्रश्न का उत्तर कई कारकों के आधार पर निर्भर करता है जैसे कि पेशेंट का स्वास्थ्य, रोग की गंभीरता, और अन्य जोखिम एवं जटिलताएं।
हां, रोबोटिक सर्जरी के बाद जीवनशैली में बदलाव ज़रूरी है। हृदय की सभी सर्जरी के बाद जीवन में कुछ बदलावों की आवश्यकता होती है जैसे कि - संतुलित आहार, नियमित शारीरिक गतिविधि, तनाव में कमी और धूम्रपान से बचना इत्यादि।
रोबोटिक कार्डियक सर्जरी के लिए ऐसी कोई खास सीमा नहीं है। हर उम्र में यह सर्जरी की जा सकती है, लेकिन सर्जरी से पहले कुछ टेस्ट होते हैं, जिससे सर्जरी के दौरान या बाद में उत्पन्न होने वाले जटिलताओं से बचा जा सकता है।
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