गर्मी आपके दिल को कैसे प्रभावित करती है और कैसे सुरक्षित रहें
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गर्मी आपके दिल को कैसे प्रभावित करती है और कैसे सुरक्षित रहें

Cardiology | by Dr. Dhiman Kahali on 02/05/2025

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Summary

गर्मियों में सभी को सेहत का खास ख्याल रखने की आवश्यकता होती है। यह बात उन लोगों के लिए बहुत ज़रूरी है, जो दिल की समस्या का सामना कर रहे हैं। इस स्थिति में बस हाइड्रेशन बनाए रखें, और इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बनाए रखें। 

मैं एक मेडिकल विशेषज्ञ के रूप में आपको यह समझाना चाहुंगा कि गर्मियों में आपको अपने दिल का ख्याल रखना होगा। जब तापमान बढ़ता है, तो हमारे शरीर में कुछ शारीरिक बदलाव आते हैं, जो दिल और रक्त संचार प्रणाली पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं। यदि किसी को पहले से ही कोई दिल की समस्या है, तो दिल को होने वाली क्षति अधिक गंभीर होगी। हृदय संबंधित समस्याओं के इलाज के लिए आप किसी भी दूसरे विकल्प की तरफ न जाएं। प्रयास करें कि आप एक अनुभवी एवं सर्वश्रेष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ से मिलें और इलाज लें।

गर्मी का हृदय पर क्या असर पड़ता है?

मौसम बदलने पर हमारे शरीर में कई बदलाव आते हैं। हृदय की समस्याएं अक्सर ठंड में बढ़ती है, लेकिन जब तापमान बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, तो इसके कारण भी हमारे शरीर को खुद को ठंडा रखने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। इसके लिए हमारा शरीर अतिरिक्त रक्त को संचार करता है, जिससे दिल की धड़कन तेज हो जाती है, और हृदय पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। हार्ट फेल्योर और कोरोनरी आर्टरी डिजीज की स्थिति में यह गर्मी और भी ज्यादा कष्टदायक साबित हो सकती है। कमजोर दिल और शरीर आपको हार्ट अटैक की तरफ भी ले जा सकता है। 

गर्मी के मौसम में हार्ट अटैक आने से पहले दो स्थितियां अक्सर उत्पन्न हो सकती हैं जैसे कि - 

  • दिल की धड़कन का बढ़ना: गर्मी के मौसम में जब शरीर खुद को ठंडा रखने का प्रयास करता है, तो कमजोर हृदय वाले लोगों में हृदय की दर खतरनाक रूप से बढ़ने लगती है। 
  • ब्लड प्रेशर का बढ़ना: त्वचा में रक्त वाहिकाओं का फैलना रक्तचाप में बदलाव ला सकता है, जिसके कारण हमारे दिल को काम करने के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है।

यह दोनों कारक हार्ट अटैक के मुख्य कारणों में से एक साबित हो सकते हैं। 

गर्मियों में हार्ट पेशेंट को किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है?

गर्मियों में दिल के रोगियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ब्लड प्रेशर में उतार चढ़ाव और हाई हार्ट रेट हमारे दिल को कमजोर कर सकते हैं। इसके कारण दिल के रोगियों को कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जैसे कि - 

  • डिहाइड्रेशन: गर्म मौसम में शरीर से पानी निकलता है। इसके कारण रक्त गाढ़ा हो जाता है और दिल के लिए रक्त पंप करना कठिन हो जाता है।
  • गर्मी से तनाव: अत्यधिक गर्मी दिल की धड़कन को बढ़ा देते हैं, जिससे दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जो अंततः हार्ट अटैक की तरफ आपको ले जा सकता है। 
  • लक्षणों का बढ़ना:उच्च रक्तचाप या दिल की बीमारी वाले व्यक्तियों में हृदय रोग के लक्षण और भी अधिक गंभीर हो सकते हैं। यह सारे लक्षण असहनीय हो सकते हैं। 

हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन का दिल पर असर

हीट स्ट्रोक कोई सामान्य स्थिति नहीं है। यह वह स्थिति है, जब हमारा शरीर अपने तापमान को सामान्य नहीं कर पाता है। यदि गर्मी बढ़ जाए, तो अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। हीट स्ट्रोक की स्थिति में रक्त संचार प्रणाली पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिसके कारण दिल की धड़कन असामान्य हो जाती है और कुछ मामलों अत्यधिक गर्मी हार्ट अटैक का कारण भी बन सकती है। 

वहीं अत्यधिक गर्मी के कारण डिहाइड्रेशन की समस्या होना आम बात है। इस दौरान शरीर से सोडियम और पोटेशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है, जो हमारे दिल की धड़कन को नियमित करने में मदद करते हैं। शरीर में पानी की कमी के कारण दिल को प्रभावी ढंग से रक्त पंप करने में मुश्किल होती है, जिससे हार्ट अटैक या दिल की धड़कन में अनियमितता का खतरा बढ़ सकता है।

H3 - हीट स्ट्रोक और निर्जलीकरण (Dehydration) के मुख्य लक्षण

हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन के कारण हमारे शरीर में निम्न लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं - 

  • दिल की तेज धड़कन होना
  • भ्रम या उलझन की स्थिति उत्पन्न होना
  • अत्यधिक प्यास लगना या मुंह सूखना
  • चक्कर आना या बेहोशी
  • त्वचा का गर्म और सूखा महसूस होना

गर्मी का रक्तचाप और दिल की धड़कन पर असर

गर्मियों में अक्सर लो ब्लड प्रेशर की स्थिति ट्रिगर होती है, जिसके कारण रक्त वाहिकाएं फैल जाती हैं। गर्मियों में ब्लड प्रेशर में उतार चढ़ाव अस्थायी रहता है। इस अस्थिरता के कारण कुछ स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं जैसे कि - चक्कर आना, बेहोशी या यहां तक कि दिल का दौरा पड़ना।

इसके अतिरिक्त दिल की धड़कन में वृद्धि भी होती है। इसके कारण ब्लड प्रेशर में बदलाव होते हैं, जिसे संतुलित करने के लिए हमारा शरीर हमारे हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे लोगों को दिल की समस्याएं हो सकती हैं। 

गर्मियों में दिल को स्वस्थ रखने के लिए सही आहार और हाइड्रेशन टिप्स

गर्मियों में सभी को अपने सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए। यदि आप सही कदम उठाते हैं, तो आप कई समस्याओं को आसानी से टाल सकते हैं जैसे कि डीहाइड्रेशन। शरीर में पानी की कमी के कारण कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, लेकिन सही कदम से आपको इस स्थिति से आराम मिल सकता है। चलिए गर्मी में स्वस्थ रहने के लिए हाइड्रेशन और आहार टिप्स के बारे में जानते हैं - 

हाइड्रेशन टिप्स:

  • पानी पीते रहें: गर्मियों में पानी आपके जीवन को बचाने वाली संजीवनी बूटी है। प्रयास करें कि कार्बोनेटिड ड्रिंक और कैफीन से उचित दूरी बनाए रखें। 
  • इलेक्ट्रोलाइट्स वाले पेय: ऐसे पेय पदार्थ लें, जिसमें इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा भरपूर हो, जैसे कि स्पोर्ट्स ड्रिंक्स, नारियल पानी, या घर का बना घोल जिसमें नमक हो, ताकि हाइड्रेशन बनाए रखा जा सके। प्रयास करें कि प्रोसेस हुए पेय पदार्थों से दूरी बनाएं।
  • शराब और कैफीन से बचें: यह दोनों ही डिहाइड्रेशन के बडे कारण है, जो हमारे दिल पर अतिरिक्त दबाव डाल सकते हैं।

आहार टिप्स:

  • पोटैशियम की मात्रा बढ़ाएं: केले, संतरे, और पालक जैसे खाद्य पदार्थ में पोटैशियम की मात्रा अच्छी खासी होती है, जिसके सेवन से आपको बहुत मदद मिल सकती है। 
  • नमक की मात्रा सीमित करें: ज्यादा सोडियम ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है। इसलिए अपने डॉक्टर या फिर एक अनुभवी डाइटिशियन से मिलें और अपनी सेहत के अनुसार आहार योजना बनाएं।
  • हेल्दी फैट: ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे कि सैलमन मछली, अलसी के बीज, और अखरोट को अपने आहार में शामिल करें, जो दिल की सेहत को बढ़ावा देते हैं।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या गर्मियों में दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है?

हां, गर्मी के दौरान डिहाइड्रेशन होता है, जिससे रक्त गाढा होता है, जो अंत में दिल को अधिक काम करने के लिए प्रेरित करता है। इसके कारण दिल का दौरा पड़ने का खतरा भी अधिक हो जाता है। 

गर्मी में ज्यादा पसीना आना दिल के लिए हानिकारक है?

पसीना आना हानिकारक नहीं है, लेकिन अत्यधिक पसीने से डिहाइड्रेशन और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो सकता है, जो दिल पर अतिरिक्त दबाव डालता है।

क्या गर्मियों में व्यायाम करना दिल के लिए सुरक्षित है?

गर्मी में व्यायाम करना तब तक सुरक्षित है, जब तक सावधानियां बरती जाएं। पानी पीते रहें, दिन के सबसे गर्म समय में व्यायाम से बचें और शरीर की सुनें। हार्ट पेशेंट्स को किसी भी नए व्यायाम या फिर स्पोर्ट्स एक्टिविटी को करने से पहले परामर्श ज़रूर करना चाहिए।

क्या दिल के रोगियों को एयर कंडीशनर का इस्तेमाल करना चाहिए?

हां, दिल के रोगियों के लिए गर्मी में एयर कंडीशनर का उपयोग करना अत्यंत लाभकारी है। ठंडा माहौल बनाए रखने से रक्त संचार प्रणाली पर दबाव कम होता है और शरीर अधिक गर्म वातावरण से भी बच जाता है।

Written and Verified by:

Dr. Dhiman Kahali

Dr. Dhiman Kahali

Director Exp: 37 Yr

Interventional Cardiology

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Dr Dhiman Kahali is associated with BM Birla Heart Research Centre as the Director of Interventional cardiology. With a total experience of 37 years, he is known as an expert in performing Angioplasties, Mitral Balloon Dilations, Peripheral Vascular and Carotid Interventions. Dr Kahali is the Ex Chairman of National Intervention Council, CSI, Ex Convenor of STEMI Council, CSI and Vice President of CSI. Being a National Scholar, he has several publications in National and International Journals and delivers more than 125 lectures every year in various forums across the globe.

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