दिल की बीमारी की फैमिली हिस्ट्री है तो इस तरह रखें अपने हार्ट का ख्याल
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दिल की बीमारी की फैमिली हिस्ट्री है तो इस तरह रखें अपने हार्ट का ख्याल

Summary

यदि आपके परिवार में हार्ट डिजीज का हिस्ट्री रही है, तो नियमित जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप अपने दिल को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं। सावधानी, समय पर पहचान और डॉक्टर की सलाह से हृदय रोग का जोखिम काफी हद तक कम किया जा सकता है।

दिल की बीमारी का डर तब और गहरा जाता है, जब किसी की भी फैमिली में हार्ट डिजीज की फैमिली मेडिकल हिस्ट्री होती है। क्या आपने कभी सोचा है कि यदि आपके माता-पिता या दादा-दादी को दिल की बीमारी हुई है, तो इसका असर आपके स्वास्थ्य पर क्या पड़ेगा या नहीं? ऐसे मामलों में हृदय रोग विशेषज्ञ की सलाह लेना बेहद ज़रूरी हो जाता है।

हर दिन, लाखों लोग हृदय रोग की चपेट में आ रहे हैं, लेकिन समय पर सावधानी और सही देखभाल से कई जानें बच सकती हैं। आज ही अपना कंसेल्टेशन सेशन बुक करें और अपनी सेहत का ध्यान रखें। यदि आपके परिवार में किसी को भी हार्ट की समस्या रही है, तो यह ब्लॉग आपके लिए है। इसके अतिरिक्त हृदय संबंधित समस्या के किसी भी लक्षण को बिल्कुल भी नज़रअंदाज न करें। 

फैमिली हिस्ट्री के कारण हृदय रोग का खतरा कैसे बढ़ता है?

जब हमारे परिवार में किसी को भी हृदय रोग होता है, तो इस बात की अधिक संभावना है कि हमारे जीन्स भी हृदय रोग की संभावना होती है। अमेरिकन हार्ट असोशिएशन (AHA) और अमेरिकन स्ट्रोक असोशिएशन (ASA) के कई रिसर्च में इस बात की पुष्टि हुई है कि जिन लोगों के परिवार में हार्ट अटैक या स्ट्रोक की घटना होती है, उन्हें 1.5 से 2 गुना अधिक जोखिम होता है।

यह खतरा विशेष रूप से बढ़ जाता है, यदि यह घटना उम्र कम होने पर या 55 वर्ष से पहले परिवार के किसी सदस्य को हुई हो। हृदय रोग की फैमिली मेडिकल हिस्ट्री होने का यह अर्थ नहीं है कि आपको यह बीमारी होगी ही। लेकिन यह एक चेतावनी है, जिसका अर्थ यह है कि आपको अपने सेहत का ध्यान रखना होगा।

अपने परिवार और व्यक्तिगत जोखिमों को जानें

यदि आप इससे बचना चाहते हैं, तो सबसे पहला काम करें कि अपने परिवार की फैमिली मेडिकल हिस्ट्री समझें। इसके अतिरिक्त नियमित जांच और सही समय पर सही देखभाल आपको हृदय रोग से लड़ने में मदद कर सकता है। आपको अपने ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर जैसे स्तरों की जांच समय-समय पर करानी चाहिए। यह आपको हृदय रोग के लक्षण को जानने और उन्हें समझने में मदद करेगा। इसकी मदद से आप सही समय पर अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

अपने शरीर की छोटी-छोटी चेतावनियों को नज़रअंदाज़ न करें — कभी-कभी छाती में हल्का दर्द, सांस लेने में तकलीफ या थकान आपके दिल की समस्या का संकेत हो सकते हैं। इसलिए सचेत रहें, स्वस्थ रहें।

हार्ट डिजीज से बचाव के लिए अपनाएं यह जीवनशैली

आपका दिल आपकी जान है, और इसे स्वस्थ रखना आपकी जिम्मेदारी। इसे ठीक करने के लिए आपको कुछ आवश्यक जीवनशैली में बदलावों को अपनाना होगा जैसे कि - 

  • स्वस्थ आहार: स्वस्थ आहार का सेवन करें। अपने आहार में ताजे फल, सब्जियां, ओमेगा-3 से भरपूर मछली, और कम फैट वाले पदार्थों को शामिल करें।
  • नियमित व्यायाम: हर दिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें, जैसे तेज़ चलना, योग या तैराकी।
  • धूम्रपान और शराब से बचाव: यह हृदय को कमजोर करते हैं और हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाते हैं।
  • तनाव कम करना: इसके लिए मेडिटेशन करते रहें और प्रयास करें कि आप अपनी नींद पूरी कर लें।
  • नियमित जांच: अपने डॉक्टर से सलाह लेकर समय-समय पर अपने दिल की जांच कराएं। यही आपके दिल को स्वस्थ रख सकता है।

हृदय के स्वास्थ्य की नियमित जांच करवाएं

हृदय की जांच एकजीवन रक्षा के रूप में कार्य कर सकता है। ऐसा खासकर तब होता है, जब आपके परिवार में हार्ट डिजीज की फैमिली मेडिकल हिस्ट्री हो। प्रारंभिक जांच की मदद से जानलेवा बीमारियों से बचा जा सकता है, इसलिए प्रयास करें कि आप हर साल अपनी सेहत की जांच करवाएं। 

कई हॉस्पिटल अपना एक कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ पैकेज देते हैं, जिससे आपको अपने जीवन को बेहतर तरीके से जीने में मदद मिल सकती है। इससे आप समय रहते अपनी बीमारी को समझ पाएंगे और आवश्यक उपचार करवा सकेंगे। 

निष्कर्ष

परिवार में हार्ट डिजीज की फैमिली हिस्ट्री होने के बावजूद, सावधानी और सही कदम आपके हृदय को स्वस्थ रख सकते हैं। हमारे सारे अनुभवी डॉक्टर अपने सभी पेशेंट का ख्याल अच्छे से रखते हैं। आज ही अपनी जांच कराएं और अपने दिल का ख्याल रखें, क्योंकि आपका दिल आपकी सबसे बड़ी दौलत है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

हृदय रोगी को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?

हृदय रोगियों को संतुलित भोजन, नियमित व्यायाम, स्ट्रेस मैनेजमेंट, डॉक्टर की सलाह पर दवाइयां लेना, और समय-समय पर दिल की जांच कराना चाहिए। इससे वह हृदय रोग के खतरे को आसानी से टाल सकते हैं।

यदि आपको हृदय रोग का पारिवारिक इतिहास है तो क्या आपको भी खतरा है?

हां, लेकिन सावधानी और जीवनशैली सुधार से इस खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

क्या जेनेटिक कारणों से होने वाली हृदय समस्या रोकी जा सकती है?

इसे पूरी तरह से रोकना मुश्किल है, लेकिन स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर हृदय समस्याओं के जोखिम को कम किया जा सकता है।

परिवार में हृदय रोग का इतिहास हो तो कौन-कौन सी जांचें जरूरी हैं?

हृदय रोग की फैमिली हिस्ट्री होने पर कुछ प्रकार के टेस्ट आपको ज़रूरी कराने चाहिए। यह टेस्ट आप हर साल करा सकते हैं या हर साल करा सकते हैं जैसे कि - 

  • ब्लड टेस्ट
  • ईसीजी
  • स्ट्रेस टेस्ट 
  • कार्डियोलॉजी स्क्रीनिंग 

क्या जीवनशैली में बदलाव करके हार्ट डिजीज से बचा जा सकता है?

बिल्कुल, सही आहार, व्यायाम, तनाव कम करना और धूम्रपान छोड़ना बहुत प्रभावी उपाय हैं। इससे आप हृदय रोग को कई प्रकार से टाल सकते हैं।

Written and Verified by:

Dr. Hema Malati Rath

Dr. Hema Malati Rath

Visiting Consultant Exp: 19 Yr

Cardiology

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