CT एंजियोग्राफी या ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी – कौन बेहतर है?
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CT एंजियोग्राफी या ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी – कौन बेहतर है?

Cardiology | by Dr. Anjan Siotia on 08/09/2025

Table of Contents
  1. एंजियोग्राफी क्या है और क्यों की जाती है?
  2. CT एंजियोग्राफी: प्रोसेस और फायदे
  3. ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी: प्रोसेस और फायदे
  4. दोनों जांचों के बीच मुख्य अंतर
  5. कब CT एंजियोग्राफी चुनें और कब ट्रेडिशनल?
    1. CT एंजियोग्राफी कब चुना जाता है - 
    2. ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी कब चुनें - 
  6. दोनों की लिमिटेशन और रिस्क फैक्टर्स
  7. निष्कर्ष
  8. FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
    1. क्या CT एंजियोग्राफी हार्ट ब्लॉकेज डिटेक्ट करने के लिए बेहतर है?
    2. ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी में कितना समय लगता है?
    3. क्या CT एंजियोग्राफी दर्दनाक होती है?
    4. एंजियोग्राफी से पहले कौन-सी तैयारी करनी चाहिए?
    5. CT एंजियोग्राफी और ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी में खर्च का कितना अंतर है?

Summary

CT एंजियोग्राफी एक तेज, दर्द रहित और नॉन-इनवेसिव टेस्ट है, जो प्लाक बिल्ड-अप और सूजन की शुरुआती स्थिति दिखाता है, जबकि ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी इनवेसिव होती है, जो ब्लॉकेज का सटीक पता लगाती है और साथ ही तुरंत इलाज भी कर सकती है। सही जांच की सलाह डॉक्टर की देखरेख में होती है।

दिल की सेहत हमारे जीवन की सबसे बड़ी दौलत होती है। जब दिल की धड़कन में कोई ब्लॉकेज या समस्या होती है, तो समय पर सही जांच और उपचार बेहद जरूरी हो जाता है। आज के दौर में CT एंजियोग्राफी और ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी जैसी तकनीक आपको आपके दिल की वास्तविक स्थिति समझने में मदद करती हैं। 

लेकिन यहां सवाल यह है कि आपकी परिस्थिति के अनुसार कौन-सी जांच सही रहेगी? इस ब्लॉग में हम दोनों जांचों के बीच के अंतर, उनके फायदे-नुकसान और सही चयन के बारे में सरल और स्पष्ट जानकारी देंगे, ताकि आप अपने दिल की सुरक्षा के लिए समझदारी से निर्णय ले सकें। इसके अतिरिक्त दिल की बीमारी के इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। 

एंजियोग्राफी क्या है और क्यों की जाती है?

एंजियोग्राफी एक ऐसी परीक्षण प्रक्रिया है, जो दिल को खून सप्लाई करने वाली नाड़ियों (कोरोनरी आर्टरी) की स्थिति को देखने के लिए की जाती है। यदि कोरोनरी आर्टरी में ब्लॉकेज आ जाए, तो इसके कारण दिल के रोग घेर लेते हैं। इसके अतिरिक्त हार्ट ब्लॉकेज के कारण हार्ट अटैक, दिल की धड़कन में उतार चढ़ाव या दर्द जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। 

एंजियोग्राफी से डॉक्टर ब्लॉकेज का पता लगाकर सही उपचार की योजना बनाते हैं, जिससे आपका जीवन तो बचाया जा सकता है और इसके साथ-साथ जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार हो सकता है। 

CT एंजियोग्राफी: प्रोसेस और फायदे

CT एंजियोग्राफी एक नॉन-इनवेसिव तकनीक है। इसमें एक विशेष प्रकार का CT स्कैनर इस्तेमाल होता है जिसमें शरीर की नसों और नाडियों की 3D तस्वीर ली जाती है। इसके लिए आपके हाथ की नस में कंट्रास्ट डाई डाली जाती है, जिसकी मदद से हाथ की नसों के चित्र को साफ तरीके से बनाया जाता है। इस प्रकार की प्रक्रिया के निम्न फायदे होते हैं - 

  • दर्द रहित और सुरक्षित: यह एक दर्द रहित और सुरक्षित प्रक्रिया है, जिसमें किसी भी प्रकार के कैथेटर या कट की आवश्यकता नहीं होती है।
  • तेजी से परिणाम: लगभग 10-15 मिनट में टेस्ट पूरा हो जाता है और आपको रिकवरी के लिए भी ज्यादा प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ती। 
  • अधिक संवेदनशील: इस टेस्ट की मदद से नसों की दीवारों में जमा फैटी पदार्थ और प्रारंभिक प्लाक को भी देखा जा सकता है।
  • कम जोखिम: इस टेस्ट में घुटने या कलाई के कटने का खतरा नहीं होता है।
  • बूढ़ों और बीमारों के लिए उपयुक्त: जो ऑपरेशन से डरते हैं या जिन्हें सर्जरी में खतरा होता है, उनके लिए यह टेस्ट एक बेहतर विकल्प साबित होता है।
  • कैल्शियम स्कोरिंग: यह संभावित हार्ट अटैक के रिस्क की भविष्यवाणी करने वाला एक महत्वपूर्ण टेस्ट है, जिससे किसी भी व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। 

ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी: प्रोसेस और फायदे

ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी एक इनवेसिव तकनीक के द्वारा जांच है, जिसमें पेशेंट की कलाई या जांघ की नस में कैथेटर डाला जाता है। इसके माध्यम से कंट्रास्ट डाई दिल की नसों में डाली जाती है और एक्स-रे के जरिए ब्लॉकेज का पता लगाया जाता है। इस प्रकार की प्रक्रिया के निम्न फायदे होते हैं - 

  • गोल्ड स्टैंडर्ड: हार्ट ब्लॉकेज की सही तस्वीर देने वाली सबसे भरोसेमंद जांच यही तकनीक है। आज भी कुछ मामलों में बेहतर सटीकता के लिए इसी टेस्ट का सुझाव दिया जाता है।
  • थेराप्यूटिक ऑप्शन: ब्लॉकेज मिलने पर तुरंत स्टेंटिंग या बाईपास सर्जरी जैसी प्रक्रियाएं करवाई जा सकती हैं। 
  • जटिल मामलों में आवश्यक: अत्यधिक जटिल मामलों के लिए यह टेस्ट बहुत ज्यादा अनिवार्य हो जाता है।

दोनों जांचों के बीच मुख्य अंतर

CT एंजियोग्राफी और ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी दोनों ही दिल की नाड़ियों के ब्लॉकेज का पता लगाने के लिए उपयोगी है, लेकिन इनके बीच कुछ अहम अंतर होते हैं। CT एंजियोग्राफी पूरी तरह नॉन-इनवेसिव है, यानी इसमें शरीर में कोई कैथेटर डाला नहीं जाता, बल्कि तेज गति वाले CT स्कैनर से 3-डी तस्वीरें बनाई जाती हैं। वहीं, ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी में कैथेटर के जरिये रियल टाइम एक्स-रे के माध्यम से ब्लॉकेज का पता चलता है, जो साथ ही तुरंत उपचार जैसे स्टेंटिंग की सुविधा भी प्रदान करता है।

CT एंजियोग्राफी में प्लाक और धमनियों की दीवार की सूजन जैसे शुरुआती संकेत भी दिख जाते हैं, जबकि ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी ज्यादातर ब्लॉकेज और संकीर्णता को ही पकड़ पाता है। CT एंजियोग्राफी तेज़ और दर्द रहित प्रक्रिया है, जबकि ट्रेडिशनल में थोड़ा जोखिम होता है जैसे संक्रमण, ब्लीडिंग आदि। इस कारण CT एंजियोग्राफी बुजुर्गों और कम जोखिम वाले मरीजों के लिए उपयुक्त मानी जाती है, जबकि अधिक गंभीर और जटिल मामलों में ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी की जरूरत होती है। चलिए इस अंतर को आसान तरीके से निम्न टेबल की सहायता से समझते हैं - 

विशेषता

CT एंजियोग्राफी

ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी

प्रकार

नॉन-इनवेसिव

इनवेसिव

समय

10-15 मिनट

30 मिनट से अधिक और अस्पताल में रहना पड़ सकता है

जोखिम

न्यूनतम

मध्यम (ब्लीडिंग, संक्रमण आदि)

उपचार

नहीं कर सकती

हो सकती है (जैसे स्टेंटिंग)

संवेदनशीलता

प्लाक व सूजन भी दिखाती है

सीधा ब्लॉकेज दिखाती है

उपयुक्तता

प्रारंभिक जांच, बुजुर्गों और जोखिम वाले मरीज

गंभीर ब्लॉकेज, सर्जरी से पहले तैयारी

कब CT एंजियोग्राफी चुनें और कब ट्रेडिशनल?

दोनों के चुनाव के दौरान डॉक्टर कुछ बातों का विशेष ध्यान रखते हैं जैसे कि - 

CT एंजियोग्राफी कब चुना जाता है - 

CT एंजियोग्राफी को निम्न स्थितियों में सुझाया जाता है - 

  • यदि आपको छाती में दर्द या असहजता है, लेकिन तनाव परीक्षण (Stress test) नेगेटिव है, और कोई स्पष्ट हार्ट डिजीज के लक्षण नहीं हैं।
  • यदि आपके कोलेस्ट्रॉल और शुगर लेवल सीमा के करीब हैं, लेकिन आपके परिवार में हार्ट डिजीज का मेडिकल हिस्ट्री है।
  • यदि आप एक बचाव प्रयास के तौर पर जानना चाहते हैं कि आपके दिल की नाड़ियां स्वस्थ हैं या नहीं, विशेष रूप से यदि आप 40 से ऊपर है।
  • यदि आप बुजुर्ग हैं या किसी कारण से अधिक आक्रामक जांच से बचना चाहते हैं।
  • महिलाओं में अनिश्चित लक्षण जैसे थकान और सांस फूलना हो, जो माइक्रोवस्कुलर डिजीज के कारण हो सकते हैं, जिसे ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी पकड़ नहीं पाती।

ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी कब चुनें - 

ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी को निम्न स्थितियों में सुझाया जाता है - 

  • जब आप हार्ट अटैक के संपर्क में आते हैं या स्ट्रोक का खतरा हो।
  • जब तनाव टेस्ट पॉजिटिव हो और डॉक्टर को ब्लॉकेज का तुरंत पता लगाकर स्टेंट या बायपास करना हो।
  • पहले से हृदय रोगी जिन्हें पुनः परीक्षण और उपचार की आवश्यकता हो।
  • यदि आपके कोरोनरी धमनियों में जटिल, मल्टीवेसल बीमारी है।
  • जब डॉक्टर शीघ्र और उपचारात्मक कार्रवाई करना चाहते हैं।

दोनों की लिमिटेशन और रिस्क फैक्टर्स

CT एंजियोग्राफी में मरीज को कंट्रास्ट डाई दी जाती है, जिससे कुछ मरीजों को किडनी समस्याएं हो सकती हैं, खासकर मधुमेह या किडनी रोग वाले पेशेंट्स। इसका रेडिएशन स्तर सीमित लेकिन मौजूद रहता है, इसलिए ख़ास कर गर्भवती महिलाओं के लिए इसे सावधानी से कराना चाहिए। साथ ही, CT एंजियोग्राफी स्टेंटिंग या अन्य सर्जिकल प्रक्रियाएं नहीं कर सकती, इसलिए यदि ब्लॉकेज गंभीर है या तत्काल उपचार चाहिए, तो यह पर्याप्त नहीं होगी।

ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी में कैथेटर की वजह से संक्रमण, खून बहना और नसों में चोट का खतरा होता है। प्रक्रिया के बाद कुछ मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ती है। हालांकि, यह जांच उपचार के लिए भी जरूरी होती है, इसलिए इससे जुड़े जोखिमों को सहन करना पड़ता है। इस जांच में समय ज़्यादा लगता है और यह कुछ मरीजों के लिए असहज हो सकती है।

लिमिटेशन/रिस्क

CT एंजियोग्राफी

ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी

रेडिएशन

मध्यम

कम-से-मध्यम

हार्ट रेट कंट्रोल

ज़रूरी (बीटा ब्लॉकर की जरूरत हो सकती है)

नहीं जरूरी

दर्द

नहीं

हो सकता है

संक्रमण का खतरा

लगभग नहीं

मध्यम

स्टेंटिंग/इलाज

संभव नहीं

तुरंत किया जा सकता है

कीमत

तुलनात्मक रूप से किफायती

महंगा हो सकता है

निष्कर्ष

दिल की जटिलताओं को समझने और उनका सही इलाज पाने के लिए दोनों प्रकार की एंजियोग्राफी महत्वपूर्ण है। शुरुआती जांच के लिए CT एंजियोग्राफी आपकी पहली पसंद हो सकती है, जबकि गंभीर या जटिल मामलों में ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी ही इलाज का मुख्य आधार होगी। सही निर्णय के लिए अनुभवी कार्डियोलॉजिस्ट की सलाह अनिवार्य है, जो आपकी स्थिति, जोखिम और स्वास्थ्य के अनुसार सबसे उपयुक्त टेस्ट तय कर सके।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

क्या CT एंजियोग्राफी हार्ट ब्लॉकेज डिटेक्ट करने के लिए बेहतर है?

CT एंजियोग्राफी शुरुआती और हल्के प्लाक की पहचान बेहतर ढंग से कर सकती है, लेकिन बड़े ब्लॉकेज या सर्जिकल कंडीशन्स के लिए ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी ज़रूरी है।

ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी में कितना समय लगता है?

यह प्रक्रिया आमतौर पर 30 मिनट से अधिक होती है, साथ में अस्पताल में रहने का समय भी जोड़ें।

क्या CT एंजियोग्राफी दर्दनाक होती है?

नहीं, यह जांच पूरी तरह से दर्द रहित होती है क्योंकि यह नॉन-इनवेसिव है। इसमें शरीर में एक दवा डाली जाती है, जिसके बाद एक्स-रे मशीन की मदद से शरीर की नाडियों की जांच होती है।

एंजियोग्राफी से पहले कौन-सी तैयारी करनी चाहिए?

यदि आपको किडनी की कोई समस्या है या फिर डाई से कोई एलर्जी है तो इसकी जानकारी अपने डॉक्टर को दें। आमतौर पर खाने-पीने में बदलाव की आवश्यकता पड़ सकती है।

CT एंजियोग्राफी और ट्रेडिशनल एंजियोग्राफी में खर्च का कितना अंतर है?

CT एंजियोग्राफी आमतौर पर ट्रेडिशनल से सस्ती होती है, क्योंकि इसमें अस्पताल में रहने की जरूरत कम होती है।

Written and Verified by:

Dr. Anjan Siotia

Dr. Anjan Siotia

Director Exp: 12 Yr

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Dr. Anjan Siotia is the Director of Cardiology at BM Birla Heart Research Centre. For the past 12 years, he has worked as a Cardiologist and gained proficient skills and knowledge in Cardiology. Dr Siotia pursued his MBBS from Calcutta Medical College and completed his MD from the University of Sheffield in the UK.

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