सबसे पहले समझते हैं कि पेसमेकर क्या होता है? पेसमेकर (Pacemaker) एक छोटा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जिसका उपयोग एरिथमिया (Arrhythmia) या अनियमित दिल की धड़कन के इलाज के लिए होता है। इस उपकरण को छाती या फिर पेट में लगाया जाता है। जब बहुत धीरे (ब्रैडीकार्डिया), बहुत तेज (टैचीकार्डिया) या अनियमित रूप से हृदय धड़कता है, तो दिल की धड़कन को स्थिर बनाए रखने के लिए इस डिवाइस को शरीर में इंप्लांट किया जाता है।
हमारा हृदय हमें जीवित रखने के लिए कई कार्य करता है। हमारे हृदय में कई प्राकृतिक विद्युत प्रतिक्रियाएं होती रहती हैं, जो यह सुनिश्चित कर पाता है कि दिल अपनी निश्चित गति पर धड़कता रहे। जब दिल की धड़कन में किसी भी प्रकार की समस्या आती है, तो यह कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की तरफ इशारा करता है। इस स्थिति में पेसमेकर संजीवनी बूटी बन कर सामने आया है। यह एक आधुनिक उपकरण है, जो हमारे हृदय के लिए व्यक्तिगत टाइमकीपर के रूप में कार्य करता है। चलिए इस ब्लॉग से इसके बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं।
हृदय संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या दिखने पर बिना देर किए हार्ट स्पेशलिस्ट से परामर्श करें और इलाज लें।
सबसे पहले समझते हैं कि पेसमेकर क्या होता है? पेसमेकर (Pacemaker) एक छोटा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जिसका उपयोग एरिथमिया (Arrhythmia) या अनियमित दिल की धड़कन के इलाज के लिए होता है। इस उपकरण को छाती या फिर पेट में लगाया जाता है। जब बहुत धीरे (ब्रैडीकार्डिया), बहुत तेज (टैचीकार्डिया) या अनियमित रूप से हृदय धड़कता है, तो दिल की धड़कन को स्थिर बनाए रखने के लिए इस डिवाइस को शरीर में इंप्लांट किया जाता है।
पेसमेकर एक ऐसा डिवाइस है, जो कि एक पल्स जनरेटर से रूप में कार्य करता है, जिसमें बैटरी और इलेक्ट्रिक सर्किट होता है और उसमें एक तार भी होती है, जो हृदय के असामान्य दर की पुष्टि करने का कार्य करती है। वर्तमान में कुछ नए और आधुनिक पेसमेकर आ गए हैं, जिनमें किसी भी प्रकार की तार नहीं होती है।
पेसमेकर का कार्य हृदय की दर की निरंतर निगरानी करना है और आवश्यकता पड़ने पर हृदय को संकेत भेजना है। मुख्य रूप से पेसमेकर तीन प्रकार के होते हैं - सिंगल-चैंबर, डुअल-चेंबर और बायवेंट्रिकुलर (CRT)। पेसमेकर सर्जरी एक छोटी सर्जिकल प्रक्रिया होती है, जिसमें आपको अस्पताल में कुछ समय के लिए भर्ती होना पड़ता है और कुछ ही घंटों के बाद आप आराम से घर भी जा सकते हैं। एडवांस पेसमेकर की मदद से आपका हृदय शल्य चिकित्सक या हार्ट सर्जन आपके स्वास्थ्य की निरंतर निगरानी कर सकते हैं। हालांकि पेसमेकर सर्जरी के बाद कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होता है, जो निर्देश आपको अपने डॉक्टर के द्वारा मिल जाएंगे।
पेसमेकर के प्रकारों में शामिल है -
आपके डॉक्टर एक समान उपकरण का सुझाव दे सकते हैं, जिसे इम्प्लांटेबल कार्डियोवर्टर डिफाइब्रिलेटर (ICD) कहा जाता है। हालांकि यह पेसमेकर नहीं है, लेकिन इसे अक्सर वेंट्रिकुलर टैचीकार्डिया और वेंट्रिकुलर फाइब्रिलेशन जैसी संबंधित हृदय स्थितियों में उपयोग किया जाता है।
पेसमेकर का उपयोग आपके हृदय के कक्षों को सिंक में धड़कने में मदद करने के लिए किया जाता है, ताकि आपका हृदय आपके शरीर में रक्त को अधिक कुशलता से पंप कर पाए। दिल की विफलता की स्थिति में भी इस तकनीक का उपयोग किया जा सकता है। हालांकि निम्न स्थितियों के इलाज में पेसमेकर लगाया जाता है -
आपको अस्थायी या दीर्घकालिक पेसमेकर की आवश्यकता हो सकती है। आमतौर पर अस्थायी पेसमेकर को गर्दन में एक नस के माध्यम से डाला जाता है और वह आपके शरीर के बाहर ही रहता है। आपकी छाती या पेट में स्थायी पेसमेकर लगाया जाता है। हम अब यह समझ चुके हैं कि पेसमेकर कैसे लगाया जाता है? हम इस ब्लॉग में स्थायी पेसमेकर पर बात करने वाले हैं।
पेसमेकर एक आधुनिक चिकित्सा उपकरण है, जिसका कार्य हृदय की धड़कन को नियमित करना है। चलिए पेसमेकर के प्राथमिक कार्य को समझते हैं -
पेसमेकर जब सही से कार्य करता है, तो पेशेंट को थकान, चक्कर आना और बेहोशी जैसे लक्षणों का अनुभव बहुत ही कम होता है।
पेसमेकर के साथ उपचार योग्य स्थितियों में शामिल है (लेकिन इन तक सीमित नहीं हैं) -
पेसमेकर आपके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने और हृदय की समस्याओं के कारण होने वाले व्यवधानों को रोकने में मदद कर सकता है। इसके लाभों में शामिल हैं -
पेसमेकर प्रक्रियाओं में कुछ जटिलताएं होती हैं, जिनके बारे में आप अपने हृदय शल्य चिकित्सक से चर्चा कर सकते हैं। सामान्य तौर पर, निम्नलिखित जटिलताएं संभव है -
यदि आप भी ऐसी स्थिति का सामना कर रहे हैं, जो आपके दिल की धड़कन को प्रभावित करती है, तो पेसमेकर सर्जरी की मदद से इसे ठीक किया जा सकता है। पेसमेकर आपके लक्षणों को कम करने और जटिलताओं को रोकने में मदद कर सकता है। हालांकि, इन लक्षणों वाले सभी लोगों को पेसमेकर की जरूरत नहीं होती है। वहीं पेसमेकर को लगाने के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, जिनके बारे में जानकारी आपको अपने डॉक्टर से ही मिल सकती है। इस स्थिति में डॉक्टर आपकी फैमिली मेडिकल हिस्ट्री की जांच करेंगे और निर्धारित करने में मदद करेंगे कि पेसमेकर आपके लिए फायदेमंद है या नहीं।
हाइपरटेंशन और टाइप 2 डायबिटीज मेलिटस के मेडिकल हिस्ट्री वाले 75 वर्षीय पेशेंट बार-बार चक्कर आना, थकान और बेहोशी जैसे लक्षण का अनुभव हो रहा था। वह इन सभी समस्याओं के साथ बीएम बिरला हार्ट हॉस्पिटल के स्पेशियलिस्ट डॉक्टर से मिलें और उनके सुझावओं के आधार पर अस्पताल में ए़डमिट हो गए। टेस्ट के परिणाम बताते हैं कि वह सिक साइनस सिंड्रोम का सामना कर रहे हैं, जिसके बाद हमारे विशेषज्ञ डॉक्टर, डॉ. अनिल मिश्रा ने निर्णय लिया कि वह लीडलेस पेसमेकर ट्रांस्पलांट करेंगे। डॉ. अनिल मिश्रा, कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट ने AVEIR लीडलेस पेसमेकर का उपयोग करके मिनिमल इनवेसिव प्रक्रिया के तहत सर्जरी की। पैर की बड़ी नस (फेमोरल वेन या ऊरु शिरा) के माध्यम से इस प्रक्रिया को बिना किसी कट या संक्रमण के जोखिम को पूरा कर दिया गया है।
रोगी की हृदय गति स्थिर हो गई, और उसे केवल तीन दिनों में छुट्टी दे दी गई। सर्जरी के बाद वह जल्द रिकवर हो गए और बिना किसी जटिलता के अपने सामान्य जीवनशैली में वापस आ गए।
आमतौर पर पेसमेकर 5 से 15 साल तक चल सकता है, जो इसके प्रकार और उपयोग पर निर्भर करता है। हालांकि इस उपकरण की आयु के कई कारण हैं, जैसे कि पेसमेकर की बैटरी, आपका खान-पान और नियमित जांच।
पेसमेकर लगाने की प्रक्रिया का खर्च अलग-अलग होता है। यह कीमत 2 लाख से 4 लाख तक हो सकती है। यह एक अनुमानित कीमत है और इस कीमत को कई कारक प्रभावित कर सकते हैं जैसे कि अस्पताल का चयन, डॉक्टर की फीस, सर्जन का अनुभव, इत्यादि।
पेसमेकर मुख्य रूप से चार प्रकार के होते हैं -
इन पेसमेकर के बारे में जानकारी इस ब्लॉग में ऊपर लिखी हुई है।
पेसमेकर के साथ जीवनशैली में कई बदलाव की आवश्यकता होती है, जिससे पेसमेकर सही से कार्य करे और आप एक स्वस्थ जीवन व्यतीत करें। निम्न बदलावों से आपको मदद मिलेगी -
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