TAVI प्रक्रिया: लाभ, जोखिम और रिकवरी के तरीके
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TAVI प्रक्रिया: लाभ, जोखिम और रिकवरी के तरीके

Summary

ट्रांसकैथेटर एओर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट (TAVR) एक मिनिमल इनवेसिव तकनीक है, जिसका उपयोग संकुचित एओर्टिक वाल्व या क्षतिग्रस्त वाल्व को बदलने के लिए किया जाता है। यह उन पेशेंट के लिए आदर्श विकल्प है जो ओपन-हार्ट सर्जरी नहीं करा सकते है। प्रक्रिया के दौरान, क्षतिग्रस्त वाल्व पर दूसरे वाल्व को लगा दिया जाता है। वाल्व को लगाने के लिए कैथेटर का उपयोग किया जाता है, जिसमें पुराने वाल्व को हटाने की आवश्यकता भी नहीं पड़ती है। नया वाल्व प्लेसमेंट के तुरंत बाद आप काम करना शुरू कर सकते हैं।

मेडिकल क्षेत्र में बहुत ज्यादा आधुनिकता आ गई है। अब दिल की बीमारियों के लिए भी कई सारी आधुनिक सर्जरी की जा रही है। सभी सर्जरी में एक सबसे आधुनिक सर्जरी है, ट्रांसकैथेटर एओर्टिक वाल्व इम्प्लांटेशन (TAVI) सर्जरी। यह एक मिनिमल इनवेसिव हार्ट वाल्व रिप्लेसमेंट सर्जरी है, जिसका उपयोग हार्ट वाल्व रोग के इलाज के लिए पारंपरिक ओपन-हार्ट सर्जरी के स्थान पर हो रहा है। 

एरोटिक स्टेनोसिस जैसी गंभीर समस्या का सामना करने वाले रोगियों के इलाज के लिए TAVI एक सुरक्षित और एवं प्रभावी सर्जरी का विकल्प है। चलिए इस प्रक्रिया को पूर्ण रूप से समझने का प्रयास करते हैं। हृदय संबंधित किसी भी समस्या के इलाज के लिए हमारे सर्वश्रेष्ठ हृदय शल्य चिकित्सक से मिलें। 

TAVI प्रक्रिया क्या है?

ट्रांसकैथेटर एओर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट (TAVR) एक मिनिमल इनवेसिव तकनीक है, जिसका उपयोग संकुचित एओर्टिक वाल्व या क्षतिग्रस्त वाल्व को बदलने के लिए किया जाता है। यह उन पेशेंट के लिए आदर्श विकल्प है जो ओपन-हार्ट सर्जरी नहीं करा सकते है। प्रक्रिया के दौरान, क्षतिग्रस्त वाल्व पर दूसरे वाल्व को लगा दिया जाता है। वाल्व को लगाने के लिए कैथेटर का उपयोग किया जाता है, जिसमें पुराने वाल्व को हटाने की आवश्यकता भी नहीं पड़ती है। नया वाल्व प्लेसमेंट के तुरंत बाद आप काम करना शुरू कर सकते हैं।

यह प्रक्रिया एक बड़ी सर्जरी है, जिसके ओपन हार्ट सर्जरी की तुलना में जोखिम एवं जटिलाएं कम होती हैं। यह सर्जरी उन लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है, जिनको ओपन हार्ट सर्जरी से अच्छा खासा जोखिम होता है।

TAVI प्रक्रिया के दौरान क्या होता है?

इस प्रक्रिया में न ही कोई बड़ा कट लगता है और न ही जनरल एनेस्थीसिया का उपयोग होता है। नए वाल्व को ट्रांसप्लांट करने के लिए कैथेटर का उपयोग किया जाता है। यह प्रक्रिया दो तरीकों से की जाती है, और किस तरीके से यह सर्जरी होगी, इसका चुनाव भी डॉक्टर ही करते हैं। 

  • ट्रांसफेमोरल एप्रोच: फेमोरल आर्टरी (कमर की बड़ी आर्टरी) के माध्यम से कैथेटर को प्रवेश कराया जाता है, जिसके लिए छाती में सर्जिकल कट की आवश्यकता नहीं होती है।
  • ट्रांसएपिकल एप्रोच: इस प्रक्रिया में छाती में एक छोटा सा चीरा लगाया जाता है और छाती में एक बड़ी धमनी या बाएं वेंट्रिकल (अपेक्स) की नोक के माध्यम से प्रवेश करके नई धमनी को शरीर में प्रवेश कराया जाता है।

पूरी सर्जरी में लगभग 1-1.5 घंटे का समय लगता है, और अधिकांश रोगियों को 3-5 दिनों के भीतर ही छुट्टी दे दी जाती है।

TAVI के लाभ

TAVI प्रक्रिया एक आधुनिक प्रक्रिया है और किसी भी क्षेत्र में आधुनिकीकरण बहुत सारे लाभ के साथ आती है। TAVI प्रक्रिया के कारण व्यक्ति को निम्न लाभ मिल सकते हैं - 

  • मिनिमल इनवेसिव तकनीक: इस सर्जरी में कोई भी बड़ा चीरा नहीं लगाया जाता है। 
  • तेज़ रिकवरी: सर्जरी में छोटे कट लगाए जाते हैं, जिसके बाद ठीक होने में बहुत कम समय लगता है और आप अपने दैनिक जीवन में फिर से जल्दी वापस लौट सकते हैं। 
  • जनरल एनेस्थीसिया: सामान्य तौर पर जनरल एनेस्थीसिया का उपयोग नहीं होता है, जिसके कारण एनेस्थीसिया से संबंधित जोखिम भी उत्पन्न नहीं होते हैं। 
  • जीवन की बेहतर गुणवत्ता: सर्जरी के पश्चात रोगी का स्वास्थ्य बेहतर होता है और वह हृदय संबंधित समस्याओं से अच्छी खासी दूरी बना लेते हैं। 
  • अस्पताल में कम समय तक रहना: अधिकांश लोग 3-5 दिनों के भीतर ही अस्पताल से घर चले जाते हैं वहीं ओपन हार्ट सर्जरी में घाव की देखरेख के लिए कुछ दिनों के लिए घर में ही रहना पड़ता है। 

TAVI के जोखिम और जटिलताएं

आमतौर पर TAVI प्रक्रिया को एक सुरक्षित सर्जरी के रूप में जाना जाता है। हालांकि फिर भी इस सर्जरी के कुछ जोखिम और जटिलताएं होती हैं जैसे कि - 

  • रक्त वाहिका संबंधी जटिलताएं: इस प्रक्रिया में कैथेटर प्रमुख धमनियों से होकर गुजरता है, इसलिए रक्त हानि या रक्त वाहिका में क्षति जैसी जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं।
  • स्ट्रोक: प्रक्रिया के दौरान स्ट्रोक का जोखिम हो सकता है। इसलिए इसका ख्याल सर्जरी के दौरान डॉक्टर रखते हैं। 
  • वाल्व रिसाव: कुछ मामलों में, नया वाल्व पूरी तरह से फिट नहीं बैठ पाता है, जिससे रक्त का रिसाव हो सकता है।
  • आयु और सह-रुग्णता से जुड़े जोखिम: सह सच है कि TAVI प्रक्रिया को उच्च जोखिम वाले रोगियों के लिए डिज़ाइन किया गया है, लेकिन सफलता दर अलग-अलग रोगियों में अलग-अलग होती है। अधिक आयु, दुर्बलता या अन्य स्वास्थ्य समस्या जैसे कारक भी इस प्रक्रिया की सफलता दर को सुनिश्चित करते हैं।

TAVI के बाद देखभाल और रिकवरी के 7 टिप्स

इन 7 बातों का पालन कर कोई भी व्यक्ति TAVI प्रक्रिया के बाद तुरंत रिकवर हो सकता है - 

  1. अस्पताल में निगरानी: सर्जरी के बाद 1-3 दिन के लिए अस्पताल में रहना पड़ता है, जिसमें सर्जन घाव की निगरानी करते हैं। 
  2. दवा का प्रबंधन: रक्त के थक्कों को रोकने और हृदय के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए कुछ दवाएं दी जाती है। उनका समय पर सेवन करें। 
  3. घाव की देखभाल: प्रभावित क्षेत्र या सर्जिकल क्षेत्र को साफ रखें, जिससे संक्रमण का खतरा भी दूर रहे। 
  4. हल्की गतिविधि: सर्जरी के बाद थोड़ा चलना-फिरना शुरू करें। 4-6 सप्ताह तक ऐसे व्यायाम करने से बचें जिसमें अधिक जोर लगाना पड़े। 
  5. आहार और जीवनशैली: इस दौरान आहार और जीवनशैली का खास ख्याल रखने की सलाह दी जाती है। धूम्रपान और अत्यधिक शराब के सेवन से बचें।
  6. फॉलो-अप विज़िट: नियमित जांच सुनिश्चित करें, जिससे ट्रांसप्लांट हुए वाल्व की स्थिति की जांच हो सके। 
  7. लक्षणों की निगरानी करें: सीने में दर्द, सांस फूलना या चक्कर आना जैसे लक्षणों की जांच के लिए चिकित्सा सहायता लें। 

TAVI सर्जरी हृदय वाल्व रिपेयर के लिए एक सुरक्षित एवं कम आक्रामक विकल्प है। विशेष रूप से एरोटिक स्टेनोसिस वाले रोगी उच्च जोखिम वाले रोगी होते हैं, जिनके लिए यह सर्जरी है। हृदय संबंधित समस्या के इलाज के लिए अपने डॉक्टर से मिलें और इलाज लें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या TAVI में पुराने वाल्व को हटाकर नया वाल्व बदला जाता है?

नहीं, TAVI प्रक्रिया में पुराने एवं क्षतिग्रस्त वाल्व के ऊपर नए वाल्व को इंप्लांट किया जाता है। इससे मौजूदा वाल्व को हटाने की जरूरत नहीं पड़ती है, जो इस प्रक्रिया को सुरक्षित बनाता है। 

क्या TAVI के लिए मरीजों को जनरल एनेस्थीसिया की आवश्यकता होती है?

नहीं, प्रक्रिया में लोकल एनेस्थीसिया का प्रयोग होता है, जिसके कारण जोखिम और जटिलताएं भी बहुत कम होती हैं।

क्या TAVI प्रक्रिया रोगी के लिए जोखिम पैदा कर सकती है?

किसी भी प्रक्रिया की तरह, इसमें भी कुछ जोखिम और जटिलताएं होती हैं। हालांकि, ओपन हार्ट सर्जरी की तुलना में TAVI के जोखिम और जटिलताएं बहुत कम है। मुख्य रूप से रक्त हानि, स्ट्रोक या वाल्व रिसाव जैसे कुछ जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं।

Written and Verified by:

Dr. Ratan Kumar Das is associated with BM Birla Heart Research Centre as a Director of CTVS. In the past, he has been associated with Hospitals like St. George Hospital in Sydney, Australia. His areas of interest lies in off-pump CABG with LIMA-RIMA Y, Mitral Valve repair, Minimally Invasive Valve Surgery, CABG and Paediatric Cardiac Surgery.

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