उच्च रक्तचाप, हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन एक ऐसी समस्या है, जो कई लोगों को होती है और जिसे गंभीरता से जरूर लेना चाहिए। यदि यह स्थिति अनुपचारित रह जाती है, तो इसके कारण बहुत सारी गंभीर जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिससे हृदय की गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं।
उच्च रक्तचाप, हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन एक ऐसी समस्या है, जो कई लोगों को होती है और जिसे गंभीरता से जरूर लेना चाहिए। यदि यह स्थिति अनुपचारित रह जाती है, तो इसके कारण बहुत सारी गंभीर जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिससे हृदय की गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं।
हाई ब्लड प्रेशर वह स्थिति है, जिसमें शरीर की धमनी की दीवारों पर रक्त लगातार दबाव बनाता है, जिससे वह धमनियां कमजोर होने लगती हैं। इस स्वास्थ्य स्थिति को साइलेंट किलर के नाम से जाना जाता है, क्योंकि इसके लक्षण पर्याप्त रूप से नहीं दिखते हैं। यदि इस ब्लॉग में मौजूद लक्षण आपको दिखते हैं या आपको पहले से ही हाई बीपी की समस्या है, तो तुरंत हमारे अनभवी एवं सर्वश्रेष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ से मिलें और इलाज के विकल्पों पर विचार करें।
हालांकि उच्च रक्तचाप की स्थिति में कोई भी मुख्य लक्षण उत्पन्न नहीं होता है, लेकिन कुछ मामलों में रोगियों को निम्न लक्षणों का अनुभव हो सकता है जैसे कि -
यदि इसका इलाज नहीं होता है तो इसके कारण दिल का दौरा, स्ट्रोक और किडनी की समस्या जैसी जटिलताएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। इन लक्षणों के दिखने पर हम आपको सलाह देंगे कि एक अनुभवी एवं सर्वश्रेष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें और उनसे लगातार जांच करते रहें।
उच्च रक्तचाप के प्रभावी इलाज के लिए कुछ बातों का विशेष ध्यान रखने की ज़रूरत होती है जैसे कि - जीवनशैली में बदलाव, आहार में बदलाव, नियमित शारीरिक गतिविधि और चिकित्सा उपचार। इनमें से किसी एक की मदद से उच्च रक्तचाप का इलाज संभव नहीं है, इसलिए डॉक्टर इनके संयोजन को ही इलाज के लिए विकल्प के रूप में देखते हैं। चलिए इन सभी विकल्पों को एक-एक करके समझते हैं।
आहार उच्च रक्तचाप को कम करने में आपकी बहुत मदद कर सकते हैं जैसे कि -
किसी भी स्वास्थ्य समस्या की तरह ही उच्च रक्तचाप में भी शारीरिक गतिविधि बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन आपको इसमें कुछ बातों का विशेष ध्यान देना होगा जैसे कि -
तनाव को मैनेज करने में निम्न गतिविधी आपकी बहुत मदद कर सकते हैं -
धूम्रपान और शराब दोनों ही आपके सेहत के लिए हानिकारक है। निम्न तरीकों से आप इन दोनों से ही छुटकारा आसानी से पा सकते हैं -
इन सभी विकल्पों के अतिरिक्त या इनके साथ-साथ नीचे बताए गए प्रक्रिया डॉक्टर करते हैं -
इन सभी विकल्पों के संयोजन से उच्च रक्तचाप की स्थिति को फिर से दुरुस्त करने में मदद मिलती है।
उच्च रक्तचाप एक ऐसी स्वास्थ्य स्थिति है, जिसका इलाज एवं प्रबंधन संभव है। इसके लिए आपको बस हृदय स्वस्थ आदतों को अपनाना है, जो अन्य जोखिम और जटिलताओं को उत्पन्न होने से रोकता है। रोकथाम और लगातार निगरानी उच्च रक्तचाप के उत्तम इलाज के लिए बहुत ज्यादा आवश्यक है।
हाँ, नींद पूरी न होना या स्लीप एपनिया सामान्य रक्तचाप में बदलाव कर सकता है। इसलिए कहा जाता है कि कम से कम 6-8 घंटे की नींद अवश्य लें।
स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन और नमक का सेवन कम करने जैसे जीवनशैली में बदलाव की सहायता से रक्तचाप स्वाभाविक रूप से कम हो सकता है। इसके साथ-साथ आप विशेषज्ञों की भी मदद ले सकते हैं।
हाँ, अधिक नमक के सेवन से शरीर में सोडियम का स्तर बढ़ता है, जिससे रक्तचाप भी बढ़ जाता है। अपने आहार में नमक कम करने से उच्च रक्तचाप को प्रबंधित करने में बहुत मदद मिलती है।
हां, एक्यूट स्ट्रेस रक्तचाप के स्तर में अस्थायी उछाल का कारण बन सकता है और क्रोनिक स्ट्रेस उच्च रक्तचाप में योगदान दे सकता है। विश्राम तकनीकों के माध्यम से तनाव को प्रबंधित करना आवश्यक है।
हाइपरटेंशन निम्न कारणों से होता है -
Written and Verified by:
Dr Dhiman Kahali is associated with BM Birla Heart Research Centre as the Director of Interventional cardiology. With a total experience of 37 years, he is known as an expert in performing Angioplasties, Mitral Balloon Dilations, Peripheral Vascular and Carotid Interventions. Dr Kahali is the Ex Chairman of National Intervention Council, CSI, Ex Convenor of STEMI Council, CSI and Vice President of CSI. Being a National Scholar, he has several publications in National and International Journals and delivers more than 125 lectures every year in various forums across the globe.
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