इस बात में दो राय नहीं है कि कार्डियक अरेस्ट, या हृदय गति का रुकना, एक जानलेवा स्थिति है। कार्डियक अरेस्ट वह स्थिति है, जिसमें हृदय अचानक काम करना बंद कर देता है। इस स्थिति में मस्तिष्क के साथ शरीर के अन्य अंगों को भी भारी नुकसान पहुंचता है और मिनटों में ही व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। इस स्थिति के कई लक्षण होते हैं, जो दूसरी समस्याओं की तरफ भी संकेत कर सकते हैं। स्वस्थ जीवनशैली और कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर के निर्देशों का पालन करके इस स्थिति से आसानी से बचा जा सकता है। चलिए सबसे पहले समझते हैं कि कार्डियक अरेस्ट क्या है और फिर जानते हैं कि इस स्थिति के कारण और लक्षण क्या है।
कार्डियक अरेस्ट वह स्थिति है, जिसमें हृदय गति रुक जाती है। यह एक गंभीर स्थिति है, जिसमें मृत्यु होने की संभावना सबसे अधिक होती है। हमारे हृदय में विद्युत तरंग होती है, जिसकी मदद से हृदय की गति सामान्य रफ्तार से चलने लगती है। कार्डियक अरेस्ट की स्थिति में इन विद्युत तरंगों में गड़बड़ी होती है, जिसके कारण रक्त और ऑक्सीजन पूरे शरीर में प्रवाहित नहीं हो पाते हैं, जो अंततः हृदय और मस्तिष्क समेत शरीर के कई अंगों को प्रभावित करते हैं। समय पर इलाज न मिल पाने के कारण पेशेंट की मृत्यु कुछ ही मिनटों में हो सकती है।
हालांकि कार्डियक अरेस्ट की स्थिति एक त्वरित चिकित्सा स्थिति है, इसलिए लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लेने की सलाह दी जाती है। कार्डियक अरेस्ट की स्थिति में सामान्य तौर पर निम्नलिखित लक्षणों का अनुभव हो सकता है -
यह कार्डियक के कुछ मुख्य लक्षण है। इसके अतिरिक्त अन्य लक्षण भी होते हैं, जो इस स्थिति की तरफ संकेत कर सकते हैं जैसे -
कार्डियक अरेस्ट का सबसे आम कारण दिल की धड़कन की अनियमितता है। इसे चिकित्सा भाषा में "वेंट्रिकुलर फिब्रिलेशन" (ventricular fibrillation) कहा जाता है। इस स्थिति में दिल के निचले भाग या वेंट्रिकल में रक्त का संचार रुक जाता है। इसके अतिरिक्त कुछ अन्य समस्याएं भी कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकती है जैसे -
कार्डियक अरेस्ट से बचाव के लिए कुछ दिशा-निर्देशों का पालन करने से मदद मिल सकती है जैसे -
कार्डियक अरेस्ट एक गंभीर स्थिति है, लेकिन यह कुछ उपाय आपकी मदद कर सकते हैं। स्वस्थ जीवनशैली लगभग सभी स्वास्थ्य समस्याओं का एक सुदृढ़ इलाज है।
कार्डियक अरेस्ट में दिल तुरंत काम करना बंद कर देता है, जबकि हार्ट अटैक में दिल कमजोर पड़ जाता है, जिसके कारण लक्षण उत्पन्न होते हैं। कार्डियक अरेस्ट के कारण व्यक्ति की मृत्यु तुरंत होती है, जबकि हार्ट अटैक में समय रहते इलाज से जान बचाई जा सकती है।
सबसे पहले प्रयास करें कि पेशेंट होश में हो और उसकी पल्स चल रही हो। इस स्थिति में आप तुरंत सीपीआर देना शुरू कर सकते हैं।
यदि आप नहीं कर पा रहे हैं, तो तुरंत एंबुलेंस को कॉल करें और जल्द से जल्द पेशेंट को अस्पताल ले जाएं।
हृदय रोग से बचाव के लिए कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा जैसे -
Call BMB For Emergencies
08062136599
Available 24*7
Call BMB For Appointments
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