युवा और उच्च कोलेस्ट्रॉल: 30 की उम्र में छिपा ख़तरा
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युवा और उच्च कोलेस्ट्रॉल: 30 की उम्र में छिपा ख़तरा

Cardiology | by Dr. Dhiman Kahali on 16/04/2025

Summary

हाई कोलेस्ट्रॉल हमेशा से ही एक चिंता का विषय रहा है। हाल के वर्षों में, युवाओं में हाई कोलेस्ट्रॉल के मामलों में वृद्धि देखी गई है। पहले के समय में हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या वृद्ध लोगों में देखी जाती थी, लेकिन अब खराब जीवनशैली और आहार के कारण युवाओं में भी इस समस्या में प्रसार देखा जा रहा है। अमेरिका में हुई एक रिसर्च के अनुसार लगभग 7% बच्चे और किशोरों में हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या देखी गई है। यह आंकड़ा केवल अमेरिका तक सीमित नहीं है और पूरे विश्व में युवाओं में कोलेस्ट्रॉल की समस्या सामान्य होने लगी है। 

कोलेस्ट्रॉल को अक्सर वृद्ध लोगों के साथ जोड़कर देखा जाता है। अक्सर 50 वर्ष से ऊपर के लोगों में कोलेस्ट्रॉल की समस्या देखी जाती है। लेकिन वर्तमान रिसर्च में यह सामने आया है कि युवा वर्ग, विशेष रूप से 20 से 30 साल के लोग, उच्च कोलेस्ट्रॉल या हाई कोलेस्ट्रॉल से प्रभावित हो रहे हैं। 

यह एक ऐसा गुप्त खतरा है, जिसके कारण कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जो अंततः हृदय रोग का कारण बन सकती है। हृदय रोग की स्थिति में हम आपको सलाह देंगे कि आप तुरंत एक अनुभवी एवं श्रेष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ से परामर्श और इलाज लें।

उच्च कोलेस्ट्रॉल युवाओं के लिए चिंता का विषय क्यों बनता जा रहा है?

हाई कोलेस्ट्रॉल हमेशा से ही एक चिंता का विषय रहा है। हाल के वर्षों में, युवाओं में हाई कोलेस्ट्रॉल के मामलों में वृद्धि देखी गई है। पहले के समय में हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या वृद्ध लोगों में देखी जाती थी, लेकिन अब खराब जीवनशैली और आहार के कारण युवाओं में भी इस समस्या में प्रसार देखा जा रहा है। अमेरिका में हुई एक रिसर्च के अनुसार लगभग 7% बच्चे और किशोरों में हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या देखी गई है। यह आंकड़ा केवल अमेरिका तक सीमित नहीं है और पूरे विश्व में युवाओं में कोलेस्ट्रॉल की समस्या सामान्य होने लगी है। 

उच्च कोलेस्ट्रॉल की शुरुआत में कोई स्पष्ट लक्षण नहीं दिखते हैं, जिसके कारण हम इस रोग को एक साइलेंट रोग का नाम दे रहे हैं। कई युवा तो यह तक नहीं जानते हैं कि वह उच्च कोलेस्ट्रॉल की समस्या से पीड़ित हैं, क्योंकि यह नियमित जांच नहीं कराते हैं। हालांकि इस स्थिति को किसी को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण धमनियों में प्लाक का बिल्डअप हो जाता है, जिससे दिल का दौरा भी पड़ सकता है और कई हृदय संबंधित समस्याएं भी उत्पन्न होने लगती हैं। सभी युवाओं को लिए आवश्यक है कि वह अपने कोलेस्ट्रॉल की स्थिति को समय रहते सम झें और सही तरीके से मॉनिटर करें, जिससे वह अपने स्वास्थ्य का आकलन सही से कर पाएंगे।

30 की उम्र में उच्च कोलेस्ट्रॉल के मुख्य कारण

30 से कम उम्र के लोगों में हाई कोलेस्ट्रॉल के कई कारण हो सकते हैं, जो ज्यादातर जीवनशैली के कारण से संबंधित हैं। यहां कुछ मुख्य कारण दिए हैं, जो लगभग सभी मामलों में कोलेस्ट्रॉल के उत्पन्न होने के कारण बनते हैं - 

  1. खराब आहार: वर्तमान में सभी को पिज्जा, मोमोज, समोसे और कोल्ड कॉफी का शौक है, लेकिन कोई भी अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रखता है। उच्च कोलेस्ट्रॉल का सबसे सामान्य कारण है यह सारे फास्ट फूड और अधिक ट्रांस फैट, सैचुरेटेड फैट और प्रोसेस्ड फूड है। फास्ट फूड, जंक फूड्स और मीठे स्नैक्स लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (बैड कोलेस्ट्रॉल) को बढ़ाते हैं।
  2. शारीरिक निष्क्रियता: यदि आप सप्ताह में कम से कम 150 तक व्यायाम नहीं करते हैं, तो भी आप कोलेस्ट्रॉल की समस्या को बुलावा दे रहे हैं। शारीरिक गतिविधि की कमी से HDL (हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन/गुड़ कोलेस्ट्रॉल) का स्तर कम हो जाता है और LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है।
  3. मोटापा: अधिक वजन या मोटापा होने पर उच्च कोलेस्ट्रॉल होने का खतरा बढ़ जाता है। शरीर के फैट वाली कोशिकाएं लीवर को कोलेस्ट्रॉल प्रोसेस करने के तरीके को प्रभावित करती हैं, जिसके कारण अक्सर LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है।
  4. विरासत (जेनेटिक्स): खराब जीवनशैली उच्च कोलेस्ट्रॉल का मुख्य कारण है। कुछ युवाओं को यह समस्या विरासत में मिली है, जिसे "फैमिलियल हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया" कहा जाता है। यह स्थिति जन्म से ही शरीर में अधिक कोलेस्ट्रॉल होने का कारण बनती है।
  5. तनाव: लगातार तनाव भी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है। उच्च तनाव के स्तर से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे शरीर अधिक कोलेस्ट्रॉल उत्पन्न करता है।

उच्च कोलेस्ट्रॉल के लक्षण जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए

हाई कोलेस्ट्रॉल के शुरुआती मामलों में अक्सर कोई भी लक्षण उत्पन्न नहीं होते हैं। अक्सर लक्षण तब दिखने शुरू होते हैं, जब तक आपको कोई गंभीर नुकसान दिखने न लगे। इसलिए प्रयास करें कि नियमित चेकअप कराते रहें। खासकर 30 के बाद नियमित जांच और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। हालांकि, कुछ प्रारंभिक लक्षण संकेत दे सकते हैं कि समस्या हो सकती है जैसे कि - 

  1. सीने में दर्द: यदि आपको सीने में दर्द या असहजता महसूस होती है, तो यह एक चेतावनी हो सकती है कि आपकी धमनियों में प्लाक जमा हो रहा है, जो रक्त प्रवाह को रोकता है। इससे हृदय की कार्य क्षमता भी प्रभावित होती है।
  2. सांस लेने में तकलीफ: जब आपके दिल को धमनियों में रुकावट के कारण अधिक मेहनत करनी पड़े, तो आप सांस लेने में कठिनाई महसूस कर सकते हैं, जो कि इसका एक मुख्य लक्षण है।
  3. त्वचा पर फैट का जमा होना: हाई कोलेस्ट्रॉल का एक और दृश्य लक्षण त्वचा या आंखों के आसपास पीले और सफेद रंग का फैट जमा होना है, जिन्हें "ज़ैंथोमा" कहा जाता है।
  4. थकान: लगातार थकान का एहसास कभी-कभी यह संकेत दे सकता है कि आपके हृदय प्रणाली पर हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण तनाव हो रहा है।
  5. संवेदनहीनता या कमजोरी: शरीर के अंगों में संवेदनहीनता या कमजोरी, खासकर शरीर के एक तरफ, स्ट्रोक का संकेत हो सकती है, जो उच्च कोलेस्ट्रॉल के कारण धमनियों में रुकावट के कारण हो सकता है।

यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो, तो डॉक्टर से परामर्श लेना महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह आपके स्थिति का सही आकलन कर सकते हैं और इलाज कर सकते हैं।

हृदय रोगों से बचने के लिए कोलेस्ट्रॉल को कैसे नियंत्रित करें

अच्छी खबर यह है कि हाई कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है, और इसे नियंत्रित करने के कई तरीके हैं। यहां कुछ प्रभावी नीतियां हैं, जिनसे आपको लाभ मिल सकता है - 

  1. हृदय स्वास्थ्य के लिए आहार अपनाएं: कोलेस्ट्रॉल कम करने वाले खाद्य पदार्थों को आपको अपने आहार में शामिल करना चाहिए। अपने आहार में फल, सब्जियां, होल ग्रेन्स और कम फैट वाले प्रोटीन को शामिल करना चाहिए। हाई कोलेस्ट्रॉल वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से भी बचें जैसे कि रेड मीट, तले हुए खाद्य पदार्थ, बेक्‍ड गुड्स इत्यादि। स्वस्थ फैट का चुनाव करें, जैसे कि नट्स, बीज और मछली।
  2. नियमित व्यायाम करें: हर सप्ताह कम से कम 150 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाली शारीरिक गतिविधि करें। शारीरिक गतिविधि HDL कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाती है और LDL कोलेस्ट्रॉल को घटाती है।
  3. धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। धूम्रपान छोड़ने से आप अपने कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है और हृदय स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है।
  4. स्वस्थ वजन बनाए रखें: अतिरिक्त वजन कम करने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर में महत्वपूर्ण सुधार हो सकता है, खासकर यदि आपको पेट के आस-पास अधिक फैट जमा हो।
  5. शराब का सेवन सीमित करें: अत्यधिक शराब का सेवन कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप के स्तर को बढ़ा सकता है। इस स्थिति में संयम महत्वपूर्ण है।
  6. दवाइयां: कुछ मामलों में, यदि जीवनशैली में बदलाव पर्याप्त नहीं होते है, तो आपका डॉक्टर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने के लिए स्टेटिन्स या अन्य दवाएं लिख सकते हैं। 

इस बात से हम यह समझ सकते हैं कि हाई कोलेस्ट्रॉल अब केवल वृद्ध लोगों को होने वाली कोई सामान्य समस्या नहीं है। इस स्थिति के लक्षण, कारण और इलाज के विकल्प को समझ कर आप कई जोखिम जटिलताओं को टाल सकते हैं। स्वस्थ जीवनशैली और स्वस्थ आहार की आदतों को अपनाएं और कोलेस्ट्रॉल से दूरी बनाएं।

आज ही अपनी सेहत का ध्यान रखें — क्योंकि कोलेस्ट्रॉल के मामले में, रोकथाम इलाज से बेहतर है। इस स्थिति में हम आपकी मदद कर सकते हैं। अभी परामर्श लें।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न

हाई कोलेस्ट्रॉल से बचने के लिए कब रक्त परीक्षण करवाना चाहिए?

20 साल की उम्र से हर 5 साल में एक बार कोलेस्ट्रॉल का टेस्ट कराना चाहिए। यदि आपकी फैमिली हिस्ट्री रही है या आपकी उम्र 30 से ज्यादा है, तो आप हर वर्ष इस टेस्ट को कराएं। 

उच्च कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए कौन से खाद्य पदार्थ सबसे प्रभावी हैं?

हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए आपको अपने आहार में निम्न खाद्य पदार्थों को शामिल करने की सलाह दी जाती है - 

  • ओट्स और जौ
  • फैटी मछली जैसे कि सैल्मन और मैकेरल
  • नट्स
  • फल, जैसे सेब, बेरीज और साइट्रस फल
  • हरी पत्तेदार सब्जियां

क्या कोलेस्ट्रॉल लक्षणों के बिना भी बढ़ सकता है?

हां, उच्च कोलेस्ट्रॉल लक्षणों के बिना भी बढ़ सकता है। यही कारण है कि नियमित चेकअप जरूरी है, क्योंकि कोलेस्ट्रॉल धीरे-धीरे आपकी धमनियों में जमा हो सकता है।

कोलेस्ट्रॉल का सुरक्षित स्तर कितना माना जाता है?

टोटल कोलेस्ट्रॉल का स्तर लगभग 200 mg/dL से कम को स्वस्थ माना जाता है। 200 से 239 mg/dL के बीच का स्तर बॉर्डर लाइन हाई होता है, और 240 mg/dL से ऊपर का स्तर उच्च माना जाता है।

क्या उच्च कोलेस्ट्रॉल केवल दिल को प्रभावित करता है या अन्य अंगों को भी?

हालांकि उच्च कोलेस्ट्रॉल को मुख्य रूप से हृदय रोग से संबंधित माना जाता है। यह अन्य अंगों को भी प्रभावित कर सकता है। उदाहरण के लिए, हाई कोलेस्ट्रॉल स्ट्रोक, किडनी रोग और पुरुषों में यौन समस्याएं भी उत्पन्न कर सकता है।

Written and Verified by:

Dr. Dhiman Kahali

Dr. Dhiman Kahali

Director Exp: 37 Yr

Interventional Cardiology

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