हृदय स्वास्थ्य के लिए स्मार्ट वॉच और फिटनेस ट्रैकर का योगदान
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हृदय स्वास्थ्य के लिए स्मार्ट वॉच और फिटनेस ट्रैकर का योगदान

Cardiology | by Dr. Anil Mishra on 21/07/2025

Table of Contents
  1. हार्ट हेल्थ के लिए स्मार्ट वॉच और फिटनेस ट्रैकर पहनने योग्य उपकरण क्या हैं?
  2. स्मार्टवॉच और फिटनेस ट्रैकर कैसे काम करते हैं?
  3. हार्ट हेल्थ के लिए स्मार्ट वॉच और फिटनेस ट्रैकर के अलावा और क्या डिवाइस पहनी जा सकती है?
    1. हार्ट हेल्थ के लिए स्मार्टवॉच
    2. हार्ट रेट मॉनिटर डिवाइस
    3. फिटनेस ट्रैकर - Fitness Tracker
    4. स्मार्टवॉच हार्ट मॉनिटरिंग - Smartwatch with Heart Monitoring
    5. ब्लड प्रेशर मॉनिटर - BP Monitor
    6. वियरेबल हार्ट मॉनिटर - Wearable Heart Monitor
  4. हार्ट हेल्थ के लिए पहनने योग्य डिवाइस के क्या फायदे हैं?
  5. हार्ट हेल्थ के लिए पहनने योग्य डिवाइस के क्या कोई नुकसान है?
    1. 1. हर बार पूरी तरह सटीक नहीं होते
    2. 2. जरूरत से ज्यादा भरोसा खतरे की घंटी
    3. 3. गोपनीयता और डेटा सुरक्षा
    4. 4. बैटरी और नेटवर्क की झंझट
  6. वियरेबल डिवाइस का हार्ट डेटा कितने प्रतिशत सही होता है?
  7. BP मॉनिटर और ECG मशीन के अलावा घर पर इस्तेमाल की जाने वाली कार्डियक हेल्थ चेक डिवाइस कौन-कौन सी हैं?
  8. निष्कर्ष
  9. अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर
    1. क्या स्मार्टवॉच हार्ट अटैक अलर्ट दे सकती है?
    2. किस उम्र से हार्ट हेल्थ डिवाइस यूज करने चाहिए?
    3. हार्ट हेल्थ के लिए कौन-सा ऐप सबसे बेहतर है?
    4. BP मॉनिटर घर में कितनी बार यूज करना चाहिए?
    5. क्या स्मार्टवॉच से डॉक्टर की रेगुलर चेकअप की जरूरत खत्म हो जाती है?

Summary

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट से होने वाली मौतों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं, लोग अब अपने हार्ट हेल्थ पर नजर रखने के लिए स्मार्टवॉच, फिटनेस ट्रैकर और हार्ट मॉनिटर जैसे पहनने योग्य डिवाइसेज को अपना रहे हैं। यह डिवाइसेज हार्ट बीट, बीपी, नींद और फिजिकल एक्टिविटी को ट्रैक करने में मदद करते हैं। 

आजकल कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक से होने वाली मौतों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पहले जमाने में लोगों को 50 की उम्र के बाद हार्ट डिजीज होती थी, लेकिन आज के समय में जवान से लेकर बूढ़े तक में हृदय रोग एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुका है। हाई ब्लड प्रेशर, तेज दिल की धड़कन, स्ट्रेस और फिजिकल एक्टिविटी कम करना दिल से जुड़ी बीमारियों की वजह बन रहा है। वहीं, अब लोग मॉर्डन टेक्नोलॉजी की मदद से अपनी हार्ट हेल्थ का ध्यान रखने की कोशिश कर रहे हैं। 

लोगों ने स्मार्टवॉच और फिटनेस ट्रैकर जैसे पहनने योग्य डिवाइस (wearable devices) की मदद से अपने दिल की सेहत पर हर दिन ध्यान देना शुरू कर दिया है। लेकिन, अभी भी मन में कई बार सवाल आता है कि क्या ये डिवाइस असल में काम करती हैं, क्या इनके द्वारा दिया गया डेटा सही होता है और क्या हम इन पर पूरी तरह से निर्भर हो सकते हैं?

इस तरह के सवालों के जवाब पाने के लिए आप हमारे कार्डियोलॉजिस्ट से बात करके उनसे सलाह ले सकते हैं और जान सकते हैं कि कौन-सी डिवाइस पहनकर आप अपनी हार्ट हेल्थ का ध्यान अच्छी तरह से रख सकते हैं। 

हार्ट हेल्थ के लिए स्मार्ट वॉच और फिटनेस ट्रैकर पहनने योग्य उपकरण क्या हैं?

आज के डिजिटल युग में लोग सबसे ज्यादा स्मार्टवॉच, फिटनेस बैंड या फिटनेस ट्रैकर पहनना पसंद करते हैं। इन डिवाइसेज में छोटे-छोटे सेंसर लगे होते हैं, जो आपकी हेल्थ से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारियों को रिकॉर्ड करते हैं, जैसे कि- 

  • आपका दिल एक मिनट में कितनी बार धड़क रहा है।
  • आप दिनभर में कितने कदम चलते हैं।
  • आप कितने समय और कितनी गहरी नींद में सोते हैं।
  • आप एक दिन में कितनी कैलोरी बर्न करते हैं। 
  • आपके ब्लड में ऑक्सीजन की मात्रा कितनी है।
  • इसके अलावा कुछ डिवासेज ECG रिपोर्ट तक आपको उपलब्ध कराती हैं। 

स्मार्टवॉच और फिटनेस ट्रैकर कैसे काम करते हैं?

स्मार्टवॉच और फिटनेस ट्रैकर आपके स्मार्टफोन से कनेक्ट हो जाते हैं। आपको स्मार्टफोन में ऐप्स को डाउनलोड करना होता है और फिर आप अपने हेल्थ डेटा को रोजाना, साप्ताहिक और मासिक आधार पर चेक कर सकते हैं। इससे आपको यह समझने में मदद मिलती है कि आपका हार्ट कैसे काम कर रहा है, आपकी नींद पूरी हो रही है या नहीं, आप रोजाना कितनी फिजिकल एक्टिविटी करते हैं। 

हार्ट हेल्थ के लिए स्मार्ट वॉच और फिटनेस ट्रैकर के अलावा और क्या डिवाइस पहनी जा सकती है?

स्मार्टवॉच और फिटनेस ट्रैकर के अलावा बीपी मॉनिटर और दूसरी डिजिटल हेल्थ डिवाइसेज आपकी हार्ट हेल्थ की निगरानी के लिए एक आसान तरीका बन गए है। हम आपको कुछ वियरेबल डिवाइसेज के बारे में बताने वाले हैं जिनकी मदद से आप हार्ट के साथ-साथ हेल्थ पर भी रोजाना नजर रख सकते हैं। 

हार्ट हेल्थ के लिए स्मार्टवॉच

अब स्मार्टवॉच केवल टाइम देखने के लिए नहीं, बल्कि एक मिनी हेल्थ मॉनिटर बन चुकी है और लगातार उसमें नये-नये सेंसर्स को जोड़ा जा रहा है, ताकि आपके शरीर से जुड़ी सभी जानकारियों को वह उपलब्ध करा सकें। अभी तक स्मार्टवॉच के सेंसर हार्ट बीट, स्लीप साइकिल और फिजिकल एक्टिविटी को ट्रैक करती हैं। 

स्मार्टवॉच पहनने के फायदे

  • स्मार्टवॉच पहनने से समय-समय पर आपको दिल से जुड़ी समस्याओं का संकेत मिलता रहता है। 
  • अगर आप लगातार अपनी हार्ट हेल्थ को चेक करते रहते हैं, तो दिल से संबंधी बीमारियों को रोक सकते हैं। 
  • आप डॉक्टर को हार्ट डेटा भी आसानी से भेज सकते हैं। 

हार्ट रेट मॉनिटर डिवाइस

हार्ट रेट मॉनिटर डिवाइस खास तौर पर दिल की धड़कन यानी हार्ट बीट की स्पीड को मापने के लिए होता है। आमतौर पर यह एक ब्रेसलेट, बेल्ट या घड़ी के रूप में मार्केट में उपलब्ध है। इसे एथलीट्स और हाई ब्लड प्रेशर वाले लोग वर्कआउट करने के दौरान पहनते हैं। यह डिवाइस एक्सरसाइज करते समय आपके हार्ट जोन को ट्रैक करने में मदद करती है। 

हार्ट रेट मॉनिटर डिवाइस पहनने के फायदे

  • अगर आप इस डिवाइस को पहनकर एक्सरसाइज करते हैं, तो यह आपको ओवरएक्सरसाइज करने से बचाती है। 
  • आपको स्ट्रेस या थकान के संकेत पहले से मिल जाते हैं। 

फिटनेस ट्रैकर - Fitness Tracker

फिटनेस ट्रैकर का काम आपके दिनभर की फिजिकल एक्टिविटीज पर नजर रखना होता है। यह डिवाइस बताती है कि आपने दिनभर में कितने कदम चले, कितनी कैलोरी बर्न की और आपने कितनी नींद ली। 

फिटनेस ट्रैकर पहनने के फायदे

  • इस डिवाइस को पहनकर आप हेल्दी लाइफस्टाइल को अपना सकते हैं। 
  • आप मोटापे और सुस्ती से बच सकते हैं, जो आमतौर पर हार्ट डिजीज के कारण होते हैं। 

स्मार्टवॉच हार्ट मॉनिटरिंग - Smartwatch with Heart Monitoring

मार्केट में आजकल दिल की सेहत को गहराई से जांचने के लिए कुछ खास कंपनियां स्मार्टवॉच के साथ हार्ट मॉनिटरिंग फीचर्स भी दे रही हैं। जिसकी मदद से आप ECG रिपोर्ट, SpO₂(ब्लड ऑक्सीजन) और इरेगुलर हार्टबीट को चेक कर सकते हैं। 

ब्लड प्रेशर मॉनिटर - BP Monitor

अधिकतर घरों में ब्लड प्रेशर नापने के लिए ब्लड प्रेशर मॉनिटर का इस्तेमाल किया जाता है। जिन लोगों को हाइपरटेंशन या हाई बीपी की शिकायत होती है, उन्हें सुबह-शाम इस डिवाइस की मदद से बीपी को चेक करने में आसानी हो जाती है।

बीपी मॉनिटर के फायदे

इस डिवाइस का इस्तेमाल करके स्ट्रोक या हार्ट अटैक का खतरा कम किया जा सकता है। 

  • आप बीपी के लिए जो दवाएं ले रहे हैं उनके असर को समझने में यह डिवाइस मदद कर सकती है यानी दवा खाने के बाद बीपी कम हुआ या नहीं इसको आप चेक कर सकते हैं। 

वियरेबल हार्ट मॉनिटर - Wearable Heart Monitor

यह एक स्पेशल डिवाइस है, जो 24 घंटे लगातार आपकी हार्ट एक्टिविटीज को रिकॉर्ड करती है। वहीं, कुछ डिवाइसेज डॉक्टर्स द्वारा दी जाती है, जिसकी मदद से आप स्ट्रोक, हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट जैसे संकेतों को जान सकते हैं। 

हार्ट हेल्थ के लिए पहनने योग्य डिवाइस के क्या फायदे हैं?

आजकल स्मार्टवॉच, फिटनेस ट्रैकर और हार्ट मॉनिटर जैसे पहनने योग्य डिवाइस आपकी हार्ट हेल्थ की देखभाल में बड़ी भूमिका निभा रही हैं। ये डिवाइसेज न केवल आपकी दिनभर की फिजिकल एक्टिविटी को ट्रैक करती हैं, बल्कि कई मायनों में फायदेमंद हो सकती हैं। 

  • बीमारी का समय पर पता लगाना - स्मार्टवॉच या हार्ट रेट मॉनिटर आपकी हार्ट बीट पर लगातार नजर रखते हैं। अगर आपके दिल की धड़कन तेज या धीमी होती है, तो ये डिवाइसेज आपको अलर्ट देती है। इसके अलावा, कुछ स्मार्टवॉच में स्पेशल फीचर होते हैं, जिससे आप इरेगुलर हार्टबीट का पता लगा सकते हैं। साल 2019 में न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन (New England Journal of Medicine) में प्रकाशित एक रिसर्च से पता चला कि जिन यूजर्स को एप्पल वॉच ने अनियमित हार्टबीट के बारे में अलर्ट भेजे थे, उनमें से 84% सच्चाई पाई गई थी। इससे साफ पता चलता है कि ये डिवाइस गंभीर बीमारियों के शुरुआती लक्षण पहचानने में मददगार हो सकती है। 
  • हर दिन की हेल्थ पर नजर - इन वियरेबल डिवाइसेज को पहनने से आप अपनी फिजिकल एक्टिविटी, नींद, स्ट्रैस पर रोजाना नजर रख सकते हैं। इसके अलावा, आप इन डिवासेज में पानी पीने, आराम करने, दवा लेने और फिजिकल एक्टिविटी के लिए रिमाइंडर सेट कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको अपनी दिनचर्या को सुधारने में मदद मिल सकती है। 
  • अच्छी आदतें सीखना - जब आप स्मार्टवॉच, फिटनेस बैंड में देख पाते हैं कि आप कितने स्टेप्स चले, आपकी हार्ट बीट अच्छी है और आपने अच्छी नींद ली, तो आपके लिए यह मोटिवेशन बन जाता है। कुछ फिटनेस ऐप्स आपको रिवॉर्ड्स और चैलेंज भी देते हैं, ताकि आप रोजाना एक्टिव रहने के लिए मोटिवेट हो सकें। 
  • डॉक्टर के लिए भी मददगार - जब आप इन वियरेबल डिवाइसेज को पहनते हैं, तो उसमें सारा डेटा रिकॉर्ड होता रहता है, जिसे आप डॉक्टर को भी दिखा सकते हैं। डॉक्टर्स इससे आपके ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट, स्लीप साइकिल को आराम से चेक सकते हैं। यह डिवाइसेज खासतौर पर हाई बीपी, दिल की बीमारी से जुड़े मरीजों के लिए फायदेमंद साबित होती हैं। 
  • इमरजेंसी अलर्ट भेज सकते हैं - आज के डिजिटल युग में कुछ स्मार्टवॉच ऐसी आने लगी हैं, जो आपके बेहोश होने, दिल की धड़कन रुकने या इमरजेंसी सिचुएशन्स में आपके प्रियजनों या एम्बुलेंस को डॉयरेक्ट मैसेज भेज देती हैं। इस तरह की डिवाइसेज लोगों के लिए जीवन रक्षक साबित हो रही हैं। 

हार्ट हेल्थ के लिए पहनने योग्य डिवाइस के क्या कोई नुकसान है?

हालांकि स्मार्टवॉच, फिटनेस ट्रैकर और हार्ट मॉनिटर जैसी पहनने योग्य डिवाइस भले ही आपकी हार्ट हेल्थ की निगरानी के लिए फायेदमंद होती हैं, लेकिन इनकी कुछ कमियां भी हैं। इनका इस्तेमाल सोच-समझकर और कुछ मामलों में डॉक्टर्स की सलाह के साथ करना जरूरी है। 

1. हर बार पूरी तरह सटीक नहीं होते

अगर आप स्मार्टवॉच, फिटनेस ट्रैकर जैसी वियरेबल डिवाइसेज को ढीला पहनते हैं, तो इनमें लगे सेंसर कई बार गलत रीडिंग भी दे सकते हैं। कई बार ये डिवाइस बहुत ज्यादा पसीना आने या तेज वर्कआउट करने पर गलत रीडिंग भी दे सकते हैं। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि अगर आपको किसी तरह की समस्या लग रही है, तो डॉक्टर के पास जाकर चेकअप जरूर कराएं।

2. जरूरत से ज्यादा भरोसा खतरे की घंटी

अगर आपकी स्मार्टवॉच बार-बार आपको अलर्ट भेजती है, तो इससे आपको घबराहट भी हो सकती है। कई बार लगातार हेल्थ रिपोर्ट चेक करना भी चिंता का कारण बन सकता है। इसलिए, इन डिवाइसेज पर आंख बंद करके भरोसा नहीं करें।

3. गोपनीयता और डेटा सुरक्षा

आप जो स्मार्टवॉच या फिटनेस ट्रैकर जैसी वियरेबल डिवाइसेज पहनते हैं उनके डेटा इंटरनेट या क्लाउड पर स्टोर होता है, जिससे डेटा लीक होने का खतरा भी पैदा हो सकता है। 

4. बैटरी और नेटवर्क की झंझट

इन पहनने योग्य डिवाइसेज को बार-बार चार्ज करना पड़ता है और कई डिवाइस तभी काम करते हैं, जब आप उन्हें स्मार्टफोन से कनेक्ट करते हैं। कई बार इंटरनेट या ऐप की खराबी की वजह से डेटा सही नहीं दिखाई देता है। ऐसे में कई कार्डियोलॉजिस्ट पहले ही कह चुके हैं कि पहनने योग्य डिवाइस मददगार जरूर हैं, लेकिन इनकी लिमिटेशन समझना भी जरूरी है। इन्हें एक सहायक डिवाइस की तरह इस्तेमाल करें, न कि इलाज के विकल्प के रूप में। 

वियरेबल डिवाइस का हार्ट डेटा कितने प्रतिशत सही होता है?

स्मार्टवॉच, फिटनेस बैंड और हार्ट मॉनिटर जैसे पहनने योग्य डिवाइस (wearable devices)आजकल हार्ट हेल्थ पर नजर रखने के लिए खूब इस्तेमाल किए जा रहे हैं। लेकिन, कई बार हमारे मन में सवाल आता है कि क्या इनका डेटा सही होता है? इसका जवाब है कि कई बार काफी सटकी होता है लेकिन 100 फीसदी आप भरोसा नहीं कर सकते हैं। वियरेबल डिवाइसेज की सटीकता कुछ बातों पर निर्भर करती है, जैसे कि आपने डिवाइस कौन-सा ब्रांड का पहना हुआ है और कैसे पहना है। इसके अलावा डिवाइस में लगे सेंसर कितने अच्छे हैं। 

BP मॉनिटर और ECG मशीन के अलावा घर पर इस्तेमाल की जाने वाली कार्डियक हेल्थ चेक डिवाइस कौन-कौन सी हैं?

आजकल लोग अपने घरों में अपनी सेहत पर नजर रखने के लिए कुछ डिवाइसेज रखते हैं, जिसकी मदद से वे हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट हेल्थ चेक कर पाते हैं। आइए जानते हैं कि घर पर किन डिवाइसेज को रखना सही रहता है। 

डिजिटल ब्लड प्रेशर मॉनिटर : यह डिवाइस आपके ब्लड प्रेशर और पल्स रेट को चेक करती है। इसका इस्तेमाल करना बहुत आसना है, बस आपको मशीन का कफ हाथ पप बांधकर बटन को दबाना है और रिजल्ट स्क्रीन पर दिखाई दे जाएगा। 

पोर्टेबल ECG मशीन : यह छोटी-सी मशीन होती है और आपको अपनी उंगलियों को मशीन के सेंसर पर रखना होता है और 30 सेकेंड में ECG रिपोर्ट मिल जाती है। इस रिपोर्ट को आप डॉक्टर को भेज सकते हैं। 

पल्स ऑक्सीमीटर : इस छोटी-सी डिवाइस को उंगली पर लगाया जाता है, जो ब्लड में ऑक्सीजन लेवल और पल्स रेट को दिखाता है। 

निष्कर्ष

वियरेबल डिवाइसेज भले ही आपकी मदद कर सकती हैं, लेकिन जब डिवाइस पर कुछ संकेत ऐसे दिखाई देने लगे जैसे किअगर आपको डिवाइस पर बार-बार अनियमित हार्टबीट दिखाई दे, आपके दिल की धड़कन तेज और धीमी बार-बार होने लगे। अगर आपको सीने में दर्द, सांस फूलना, चक्कर आना और बार-बार थकान महसूस हो, तब आपका डॉक्टर से मिलना जरूरी हो जाता है। 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर

क्या स्मार्टवॉच हार्ट अटैक अलर्ट दे सकती है?

पूरी तरह से नहीं, स्मार्टवॉच आपको सीधे तौर पर हार्ट अटैक का अलर्ट नहीं दे सकती हैं। लेकिन यह डिवाइस आपको कुछ संकेत देकर दिल की तकलीफ की ओर इशारा कर सकती है।

किस उम्र से हार्ट हेल्थ डिवाइस यूज करने चाहिए?

किसी भी उम्र में आप हार्ट हेल्थ डिवाइस का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन, 30 साल की उम्र के बाद दिल की सेहत का ध्यान रखना जरूरी हो जाता है। 

हार्ट हेल्थ के लिए कौन-सा ऐप सबसे बेहतर है?

कोई ऐसा ऐप नहीं है जो 100 फीसदी सही डेटा प्रदान करता हो, लेकिन आप कार्डियोस्मार्ट360, मेडीसेफ , कार्डियामोबाइल, पेसर, फूडुकेट, ध्यान ऐप्स, फ्रीसीबीटी, पल्सपॉइंट जैसे ऐप्स की मदद से हार्ट हेल्थ पर नजर रख सकते हैं।

BP मॉनिटर घर में कितनी बार यूज करना चाहिए?

दिन में कम से कम 2 बार ब्लड प्रेशर चेक करना सही रहता है। आप सुबह खाने या दवाई लेने से पहले बीपी माप सकते हैं और फिर शाम को दोबारा माप सकते हैं। हर बार बीपी मॉनिटर से ब्लड प्रेशर चेक करते समय दो से तीन बार मापें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि रिजल्ट एक जैसे हैं। 

क्या स्मार्टवॉच से डॉक्टर की रेगुलर चेकअप की जरूरत खत्म हो जाती है?

स्मार्टवॉच से लेकर फिटनेस ट्रैकर तर पहनने योग्य डिवाइस आपकी हेल्थ पर नजर रखने का बढ़िया ऑप्शन हैं। लेकिन, ये कभी भी डॉक्टर या मेडिकल टेस्ट की जगह नहीं ले सकते हैं। अगर आपको लगातार कोई शारीरिक दिक्कत महसूस हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

Written and Verified by:

Dr. Anil Mishra

Dr. Anil Mishra

Director Exp: 33 Yr

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