हृदय स्वास्थ्य के लिए वेट मैनेजमेंट: आसान और प्रभावी टिप्स
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हृदय स्वास्थ्य के लिए वेट मैनेजमेंट: आसान और प्रभावी टिप्स

Cardiology | by Dr. Rakesh Sarkar on 02/07/2025

Summary

वेट मैनेजमेंट से हृदय स्वास्थ्य सुधर सकता है। संतुलित आहार, व्यायाम, और तनाव प्रबंधन से वजन नियंत्रित होता है, जिससे हृदय रोग का खतरा कम होता है और दिल भी स्वस्थ रहता है। यह उपाय तभी प्रभावी होंगे, जब आप इन सभी का पालन सही से करेंगे।

सुबह उठकर जब आप खुद को शीषे में देखते हैं, तो क्या आपको लगता है कि आपको वेट मैनेजमेंट की आवश्यकता है। यदि हां, तो आप अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ हृदय स्वास्थ्य को भी दुरुस्त रखने की तरफ अपना पहला कदम बढ़ा चुके हैं। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि हमारे दिल की सेहत और हमारे वजन का गहरा संबंध है? 

यदि आप अपने दिल को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आप सबसे पहले अपने वजन का प्रबंधन करें। हमारे शरीर पर अतिरिक्त भार, हमारे हृदय को भी प्रभावित कर सकता है। पर क्या आप यह जानते हैं कि सही आहार, व्यायाम और जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव करके आप अपने दिल को रोगों से दूर करके अपने वजन को भी आसानी से मैनेज कर सकते हैं। यही समय है कि आप दिल की सेहत पर ध्यान दें, ताकि आप एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकें। आइए जानते हैं कैसे वेट मैनेजमेंट आपकी हृदय स्वास्थ्य में सुधार ला सकता है।

हृदय रोग और मोटापे के बीच संबंध

चलिए सबसे पहले हृदय रोग और मोटापे के बीच के संबंध को स्थापित करते हैं। मोटापा और हृदय रोग के बीच एक गहरा संबंध है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 2021 में लगभग 39% युवा लोगों का वजन अधिक था, और यह संख्या हर साल बढ़ रही है, जो खुद में एक चिंता का विषय है। अधिक वजन हाई ब्लड प्रेशर और हाई ब्लड शुगर लेवल का कारण भी बन सकता है। इन सबके अतिरिक्त अधिक वजन कोलेस्ट्रॉल के बढ़ते स्तर का भी एक मुख्य जोखिम कारक है। इसके परिणामस्वरूप, रक्त वाहिकाओं में रुकावट आती है और दिल की धड़कन पर दबाव बढ़ता है।

उदाहरण के लिए, यदि आपके शरीर में अधिक फैट जमा है, तो आपके दिल की सेहत पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। मोटापे के कारण धमनियां संकुचित हो सकती हैं, जिससे दिल को रक्त सही तरीके से नहीं मिल पाता। नतीजतन, दिल की बीमारी का जोखिम बढ़ जाता है।

अत्यधिक वजन से हृदय पर पड़ने वाले दबाव को कैसे कम करें

वजन घटाने के उपायों को समझने से पहले, यह जानना ज़रूरी है कि मोटापे के कारण हृदय पर कितना दबाव पड़ता है। वजन बढ़ने से दिल को रक्त पंप करने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे हृदय की कार्यक्षमता पर असर पड़ता है। इसलिए, सही वजन बनाए रखना न केवल आपके दिल के लिए अच्छा है, बल्कि यह आपके समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। हालांकि यदि आप निम्न प्रभावी उपायों का पालन करते हैं, तो आप बिना किसी समस्या के अपने शरीर के अत्यधिक वजन को कम करके अपने हृदय पर पड़ने वाले दबाव को आसानी से कम कर सकते हैं - 

  • स्वस्थ आहार: संतुलित आहार से न केवल वजन घटता है, बल्कि यह दिल को भी स्वस्थ रखने का कार्य करता है। ताजे फल, हरी सब्जियां, ओट्स, ब्राउन राइस, और हेल्दी फैट्स (जैसे एवोकाडो, जैतून का तेल) को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। इससे आपका रक्तचाप नियंत्रित रहता है और दिल को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।
  • व्यायाम: नियमित व्यायाम से वजन नियंत्रित रहता है और हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिलती है। ताजे आंकड़ों के अनुसार, जो लोग सप्ताह में कम से कम 150 मिनट व्यायाम करते हैं, उनका हृदय रोग का खतरा 30% तक कम हो सकता है। व्यायाम के लिए तेज़ चलना, तैराकी, और योग जैसे मध्यम-तीव्रता वाले व्यायाम को अपने जीवनशैली में शामिल करें।
  • तनाव प्रबंधन: तनाव बढ़ने से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे वजन बढ़ता है और हृदय पर दबाव पड़ता है। मानसिक शांति के लिए योग और ध्यान से मदद मिल सकती है। इसके अलावा, जब आप तनाव कम करते हैं, तो आपका रक्तचाप भी नियंत्रित रहता है।

संतुलित आहार से वजन नियंत्रित करने के उपाय

हृदय स्वास्थ्य के लिए संतुलित आहार का पालन करना बेहद ज़रूरी है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन जैसे जानी मानी वेबसाइट के अनुसार, स्वस्थ आहार से दिल की बीमारियों के जोखिम को 40% तक कम किया जा सकता है।

  • प्रोटीन: मछली, अंडे, और दाल (जैसे चना, मसूर) से प्रोटीन का सेवन करें। मछली में पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
  • फाइबर: होल ग्रेन्स जैसे कि ब्राउन राइस, ओट्स, और क्विनोआ से फाइबर का सेवन करें। यह हृदय के लिए फायदेमंद होता है और वजन घटाने में भी मदद करता है।
  • कम वसा वाले खाद्य पदार्थ: अत्यधिक फैट वाले खाद्य पदार्थों से बचें। इसके बजाय, आप एवोकाडो, नट्स और जैतून के तेल जैसे स्वस्थ फैट का सेवन आप कर सकते हैं।

हृदय स्वास्थ्य के लिए तनाव कम करना और वजन प्रबंधन

हमारा मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य एक-दूसरे से जुड़े होते हैं। तनाव के कारण शरीर में कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) का स्तर बढ़ता है, जो वजन बढ़ने का एक मुख्य कारण भी है। इसके परिणामस्वरूप हमारे हृदय पर अतिरिक्त दबाव भी पड़ता है।

इसलिए, योग और ध्यान को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। इससे न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि यह आपके वजन को भी नियंत्रित करने में मदद करता है।

नियमित स्वास्थ्य जांच और हृदय रोग के लक्षणों पर नजर

नियमित स्वास्थ्य जांच से आप अपने ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर लेवल और कोलेस्ट्रॉल स्तर पर नजर रख सकते हैं। यह आपके वजन प्रबंधन के प्रयासों को ट्रैक करने में मदद करता है। हमारे अनुसार, यदि आपके ब्लड प्रेशर का स्तर 140/90 mmHg से ऊपर है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए और इलाज लेना चाहिए। इसके अतिरिक्त सामान्य फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) 70-100 mg/dL (3.9-5.6 mmol/L) के बीच होता है और खाने के बाद, 140 mg/dL से कम होना सामान्य माना जाता है। इससे अधिक होने पर आपको तुरंत हमारे अनुभवी डॉक्टर मिलना चाहिए और इलाज लेना चाहिए।

यदि आपको छाती में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, या अत्यधिक थकान जैसे हृदय रोग के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या वजन बढ़ना दिल की बीमारी का कारण बनता है?

हां, वजन बढ़ने से ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और शुगर स्तर बढ़ सकता है, जो हृदय रोग का कारण बन सकते है। इसलिए अपना एर स्वस्थ वजन बनाए रखें।

दिल के लिए स्वस्थ वजन कैसे पता करें?

स्वस्थ वजन का निर्धारण BMI (बॉडी मास इंडेक्स) के आधार पर किया जा सकता है। सामान्य BMI 18.5 से 24.9 के बीच होता है। हालांकि आप अपना पूरा ध्यान BMI पर न रखें, क्योंकि यह पूरी तरह से सही नहीं होता है। इसके लिए आप अपने डॉक्टर से मिलकर उनसे सलाह भी ले सकते हैं।

वजन कम करने से दिल की बीमारी में क्या फर्क पड़ता है?

वजन कम करने से हृदय पर पड़ने वाला दबाव कम होता है, जिससे हृदय रोग का खतरा भी कम होता है। 

हृदय स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा व्यायाम क्या है?

तेज़ चलना, तैराकी, और योग जैसे मध्यम-तीव्रता वाले व्यायाम हृदय स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छे होते हैं। इन्हें हर व्यक्ति को अपने जीवनशैली में रखना चाहिए।

दिल की बीमारी से बचने के लिए कौन से खाद्य पदार्थ खाने चाहिए?

फल, सब्जियां, होल ग्रेन्स, मच्छली, और हेल्दी फैट्स जैसे एवोकाडो और जैतून का तेल खाने से दिल की बीमारी से बचा जा सकता है।

Written and Verified by:

Dr. Rakesh Sarkar

Dr. Rakesh Sarkar

Senior Consultant Exp: 11 Yr

Cardiology & Electrophysiology

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