जन्मजात हृदय रोग एक जटिल स्वास्थ्य स्थिति है, जिसमें बच्चे को जन्म से ही हृदय की समस्या होती हैं। इस स्थिति में आप यह कह सकते हैं कि बच्चे ने असामान्य हृदय की संरचना के साथ जन्म लिया है। इसके कारण हृदय की कार्य करने की क्षमता प्रभावित होती है।
जन्मजात हृदय रोग एक जटिल स्वास्थ्य स्थिति है, जिसमें बच्चे को जन्म से ही हृदय की समस्या होती हैं। इस स्थिति में आप यह कह सकते हैं कि बच्चे ने असामान्य हृदय की संरचना के साथ जन्म लिया है। इसके कारण हृदय की कार्य करने की क्षमता प्रभावित होती है। इस स्थिति में हृदय सर्जरी बहुत ज्यादा लाभकारी साबित हो सकती है। हृदय सर्जरी एक विशेषज्ञ हृदय सर्जन ही करते हैं। हृदय संबंधित समस्याओं के लिए हमारे हृदय विशेषज्ञ आपकी मदद कर सकते हैं।
जन्मजात हृदय रोग विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं। हर प्रकार के रोग के अपनी कुछ चुनौतियां और समस्याएं होती हैं। यह है जन्मजात हृदय रोग के कुछ सामान्य प्रकार -
यह सभी प्रकार के हृदय दोष हर बच्चे के जीवन को अलग-अलग तरह से प्रभावित कर सकते हैं। कुछ मामलों में सर्जिकल हस्तक्षेप की आवश्यकता पड़ सकती है।
जन्मजात हृदय दोषों के इलाज के लिए हृदय सर्जरी बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है। सर्जरी की मदद से रक्त प्रवाह तो बेहतर होता ही है, इसके साथ-साथ कार्यक्षमता में भी सुधार देखा जाता है। अलग-अलग प्रकार की सर्जरी की जाती है और किस प्रकार की सर्जरी होगी, इसका निर्णय रोग की गंभीरता और बच्चे की समग्र स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है। सर्जरी के लिए सर्जन ओपन-हार्ट सर्जरी, मिनिमली इनवेसिव सर्जरी और कैथेटर-आधारित प्रक्रियाओं का प्रयोग किया जाता है। तीनों ही प्रक्रियाएं आधुनिक तकनीक की सहायता से की जाती है।
हार्ट सर्जरी एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिसके बाद रोगी को पूर्ण देखभाल की आवश्यकता होती है। सर्जरी के बाद, बच्चे को पूर्ण रूप से स्वस्थ होने में समय लगता है। इस दौरान यदि बच्चों को स्वस्थ रखना है, तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है जैसे -
हालांकि, विशिष्ट आहार संबंधी सलाह के लिए डॉक्टर से परामर्श लेना महत्वपूर्ण है।
हृदय सर्जरी जन्मजात हृदय रोगों के साथ सभी हृदय रोगों के लिए एक जीवन बदलने वाली प्रक्रिया है, इसकी मदद से बच्चों को एक स्वस्थ जीवन जीने का अवसर मिलता है। आपको यह समझना होगा कि सर्जरी के बाद देखभाल और जीवनशैली में बदलाव आवश्यक है, क्योंकि हृदय इस दौरान नाजुक होता है और उसे अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता होती है। इसलिए हृदय सर्जरी और इससे संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या की मदद के लिए हमेशा एक अनुभवी और श्रेष्ठ डॉक्टर से मिलने की सलाह दी जाती है।
जन्मजात हृदय दोष का अर्थ है कि बच्चे के जन्म के समय ही उसके हृदय में समस्या का होना। इस समस्या में बच्चे को जन्म से ही हृदय की संरचना में असामान्यता का सामना करना पड़ता है, जिसकी वजह से हृदय अपना सामान्य काम नहीं कर पाता है।
सर्जरी की मदद से हृदय की संरचना और रक्त प्रवाह को फिर से दुरुस्त करने में मदद मिलती है। इससे हृदय की कार्यक्षमता में भी सुधार होता है।
हृदय सर्जरी के बाद बच्चे को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। डॉक्टर की सलाह लें और ऊपर बताए गए टिप्स का पालन करें।
Written and Verified by:
Dr. Shuvo Dutta is a Senior Consultant in Cardiology Dep. at BM Birla Heart Hospital, Kolkata, with over 34 years of experience. He specializes in radial and femoral angioplasty, complex cardiac interventions, and was the first in India to perform carotid artery stenting to prevent brain stroke.
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