Pulmonology | by Dr. Raja Dhar | Published on 10/08/2024
स्लीप एपनिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें रात में सोते समय सांस लेने में समस्या होती है। इस दौरान जैसे ही आपको सांस लेने में दिक्कत होती है, दिमाग आपको नींद से जगा देता है। यही कारण है कि स्लीप एपनिया (Sleep Apnea) की स्थिति में नींद में समस्या सबसे सामान्य लक्षण है। समय के साथ यह समस्या गंभीर होने लग जाती है जिसका प्रबंधन बहुत ज्यादा आवश्यक है। स्लीप एपनिया के संबंध में कोलकाता में पल्मोनोलॉजिस्ट से परामर्श लें -
स्लीप एपनिया वह स्थिति है, जिसमें सोते समय सांस नहीं आती है। स्लीप एपनिया होने के पीछे का मुख्य कारण वायुमार्ग में रुकावट (ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया) हो सकता है। इसके अतिरिक्त मस्तिष्क का सांस पर नियंत्रण न होना भी इस समस्या का कारण है।
यह रोग वृद्ध पुरुषों में बहुत आम है, लेकिन वर्तमान में हर उम्र के लोग इस स्थिति का सामना कर रहे हैं। महिलाओं में मेनोपॉज के बाद यह समस्या अधिक गंभीर हो गई है।
स्लीप एपनिया मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं -
इसके अतिरिक्त स्लीप एपनिया की समस्या को तीन अलग-अलग भाग में बांटा गया है। एपनिया-हाइपोपनिया इंडेक्स (AHI), एपनिया या हाइपोपनिया के स्ट्रोक का प्रति घंटा संख्या है। अर्थात एक घंटे में व्यक्ति को एपनिया या हाइपोपनिया के स्ट्रोक आए हैं। चलिए सभी को एक-एक करके समझते हैं -
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया या स्लीप एपनिया की स्थिति में निम्न लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं -
इन लक्षणों का अर्थ यह भी है कि स्लीप एपनिया वाले व्यक्ति हृदय रोग के दायरे में हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त अन्य लक्षण भी उत्पन्न हो सकते हैं जैसे - रात में पेशाब के लिए बार-बार उठना, नींद में चलना या बात करना। इन लक्षणों की पहचान होते ही तुरंत एक अच्छे डॉक्टर से मिलें और परामर्श लें।
स्लीप एपनिया निम्न कारणों से एक व्यक्ति को परेशान कर सकता है जैसे -
इसके अतिरिक्त कुछ और भी कारण हैं, जो स्लीप एपनिया की स्थिति को बढ़ावा दे सकते हैं जैसे -
स्लीप एपनिया का इलाज कई तरीकों से संभव है। इसका इलाज विशिष्ट प्रकार और इसकी गंभीरता पर निर्भर करता है। इन विकल्पों की मदद से एपनिया के स्ट्रोक को रोकने या इनके बार-बार उत्पन्न होने की स्थिति को कम करने में मदद मिलेगी। निम्न टिप्स का पालन करके स्लीप एपनिया की स्थिति का इलाज किया जा सकता है -
स्लीप एपनिया एक गंभीर समस्या है, जिसका इलाज भी संभव है। सबसे पहले लक्षणों को पहचान कर तुरंत एक अच्छे पुलमोनोलॉजिस्ट से परामर्श लें और इलाज के विकल्पों पर बात करें। समय पर उपचार से आप कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं।
स्लीप एपनिया का निदान करने के लिए स्लीप स्टडी और शारीरिक परीक्षण का प्रयोग होता है। स्लीप स्टडी से नींद और ऑक्सीजन के संबंध में बहुत सारी जानकारी मिल जाती है।
स्लीप एपनिया का खतरा कई कारकों के कारण बढ़ जाता है जैसे मोटापा, गर्दन का मोटा होना, उम्र बढ़ना, फैमिली हिस्ट्री इत्यादि। हाई बीपी और शराब एवं धूम्रपान भी इसके कारक है।
स्लीप एपनिया की समस्या को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता है, लेकिन कुछ उपायों से इसके जोखिम को कम किया जा सकता है, जिसके बारे में इस ब्लॉग में भी लिखा है।
यदि स्लीप एपनिया का इलाज समय पर नहीं होता है, तो इसके कारण कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं जैसे हाई बीपी, हृदय रोग, स्ट्रोक,मधुमेह और डिप्रेशन।
जी हां, स्लीप एपनिया का इलाज संभव है। इलाज के लिए हमारे विशेषज्ञों से परामर्श लें।