अस्थमा एक क्रोनिक रोग है, जिससे हमारे सांस लेने की क्षमता प्रभावित होती है। सही इलाज और जागरूकता से इसे आसानी से मैनेज किया जा सकता है। अभी परामर्श लें!
अस्थमा एक ऐसा दानव है, जो दुनिया भर के लाखों लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। यह बच्चों और वयस्कों में कोई भेदभाव नहीं करता है और इसकी गंभीरता हल्के से लेकर गंभीर हो सकती है। यहां अच्छी बात यह है कि सही जानकारी और उपचार के साथ अस्थमा जैसे गंभीर समस्या को भी आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है और एक स्वस्थ एवं सक्रिय जीवन जिया जा सकता है।
इस ब्लॉग पोस्ट में, हम अस्थमा के बारे में सारी जानकारी प्राप्त करने का प्रयास करेंगे और समझेंगे कि विश्व अस्थमा दिवस हमारे लिए इतना महत्व क्यों रखता है। बेहतर स्वास्थ्य के लिए जागरूकता बहुत ज़रूरी है जिसे हम इस ब्लॉग में जानेंगे। अस्थमा के संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए हमारे अस्थमा प्रबंधन डॉक्टरसे अभी परामर्श लें।
अस्थमा एक क्रोनिक रोग है, जो मुख्य रूप से हमारे श्वसन मार्ग (एयरवेज) को प्रभावित करता है। इस स्वास्थ्य समस्या के कारण हमारे श्वसन मार्ग में सूजन आ जाती है और संकुचन आ जाती है। इन दोनों ही स्थिति में सांस लेने में समस्या आती है। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि अस्थमा से प्रभावित व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई का अनुभव होता है, जो हल्का या गंभीर हो सकता है।
इस स्थिति में खांसी, घरघराहट (व्हीज़िंग), छाती में जकड़न, और सांस लेने में समस्या जैसे लक्षण उत्पन्न होते हैं। यह लक्षण अक्सर रात को सोते समय अति सक्रिय होते हैं। यह एक नियंत्रित स्थिति है, लेकिन इसे ठीक से प्रबंधित करना आवश्यक है, जिससे जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सके।
विश्व अस्थमा दिवस हर साल मई के पहले मंगलवार को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य अस्थमा, इसके लक्षणों, उपचारों और बचाव के बारे में जागरूकता को बढ़ाना है। यह अस्थमा से प्रभावित लोगों को अपनी स्थिति को सक्रिय रूप से प्रबंधित करने के लिए प्रेरित करता है और अस्थमा के संबंध में देखभाल और शोध के लिए वैश्विक आवश्यकता को उजागर करता है। इस कार्यक्रम का समर्थन ग्लोबल इनिशिएटिव फॉर अस्थमा (GINA) द्वारा किया जाता है, जो अस्थमा के बारे में जागरूकता और देखभाल को बढ़ाने के लिए काम करता है।
अस्थमा धीरे-धीरे विकसित होने वाली स्थिति है और इसके लक्षण अलग-अलग व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। अस्थमा के कुछ सामान्य शुरुआती लक्षण इस प्रकार हैं -
यदि आप या आपके किसी जानने वाले को यह लक्षण महसूस होते हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है, ताकि यह पता चल सके कि अस्थमा की समस्या तो नहीं है।
बच्चों में अस्थमा के लक्षण अक्सर सामान्य सर्दी या एलर्जी के लक्षणों से मिले-जुले होते हैं। बच्चों में अस्थमा के प्रमुख लक्षणों में शामिल है -
माता-पिता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनका बच्चा अस्थमा के लिए नियमित रूप से निगरानी में हो और दवाइयों का सही तरीके से सेवन कर रहा हो। यह भी महत्वपूर्ण है कि बच्चों और उनके देखभाल करने वालों को अस्थमा का सही तरीके से प्रबंधन करना सिखाया जाए।
अस्थमा अटैक तब होता है, जब श्वसन मार्ग में सूजन आ जाती है और वह संकुचित हो जाते हैं, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है। इस स्थिति में व्यक्ति की सांस बहुत ज्यादा ऊपर नीचे होती है, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें तुरंत चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है। यह विभिन्न कारणों से हो सकता है, जैसे कि एलर्जी (पोलन, धूल के कण, जानवरों के बाल), श्वसन संक्रमण, ठंडी हवा, शारीरिक गतिविधि और धुंआ या तेज गंध जैसी उत्तेजक पदार्थों के संपर्क में आना।
अस्थमा अटैक को तुरंत नियंत्रित करना आसान नहीं है, लेकिन यदि डॉक्टर ने इस संबंध में कोई निर्देश दिया है, तो उनका पालन कर आप खुद को आसानी से बचा सकते हैं। निम्न तरीकों की मदद से अस्थमा अटैक को तुरंत नियंत्रित किया जा सकता है -
अस्थमा विभिन्न पर्यावरणीय और जीवनशैली संबंधी कारणों से ट्रिगर हो सकता है, जैसे कि -
बचाव के उपायों में ट्रिगर कारकों से बचना, अस्थमा की दवाइयों का नियमित रूप से सेवन करना, एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाना, और डॉक्टर से नियमित जांच शामिल है।
अस्थमा का सबसे प्रभावी उपचार दवाएं और इनहेलर है। अक्सर डॉक्टर दोनों के कॉम्बिनेशन का उपयोग करते हैं। इसमें जो भी दवाएं हैं, वह लंबे समय तक चलने वाली दवाएं होती हैं और इनहेलर को त्वरित इलाज के तौर पर प्रयोग किया जाता है। इसके अतिरिक्त त्वरित राहत देने वाली दवाइयां, जैसे ब्रोंकोडायलेटर, अस्थमा अटैक के दौरान तात्कालिक राहत प्रदान करती हैं।
अस्थमा के साथ स्वस्थ जीवन जीना संभव है, लेकिन उसके लिए कुछ आवश्यक जानकारी होनी चाहिए जैसे कि -
अस्थमा एक ऐसी स्थिति है, जिसे सही जानकारी और उपचार के साथ आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। विश्व अस्थमा दिवस पर, आइए हम अस्थमा के बारे में जागरूकता बढ़ाएं और लोगों को बेहतर उपचार के लिए पेशेवर चिकित्सा सलाह लेने के लिए प्रेरित करें।
यदि आप अस्थमा के लिए व्यक्तिगत सलाह या उपचार चाहते हैं, तो हमारे स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करें। अपॉइंटमेंट फॉर्म भरें और अस्थमा के बेहतर प्रबंधन और स्वस्थ जीवन की ओर अपनी यात्रा शुरू करें!
अस्थमा का कारण जीन और पर्यावरणीय ट्रिगर कारक का कॉम्बिनेशन हो सकता है, जैसे एलर्जी, वायु प्रदूषण, श्वसन संक्रमण, और धुंआ।
अस्थमा एक क्रोनिक रोग है, जिसमें श्वसन मार्ग सूज जाते हैं, जबकि ब्रोंकाइटिस श्वसन नलिकाओं की सूजन है, जो आमतौर पर संक्रमण से होती है। अस्थमा दीर्घकालिक हो सकता है, जबकि ब्रोंकाइटिस कभी-कभी या पुराना हो सकता है।
अस्थमा मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते हैं -
वर्तमान में, अस्थमा का स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन यह दवाइयों, जीवनशैली में बदलाव, और ट्रिगर कारकों से बचने में प्रभावी रूप से प्रबंधित कर सकता है।
अस्थमा का 100% इलाज नहीं है, लेकिन उचित उपचार और प्रबंधन से इसे अच्छी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है।
अस्थमा के पहले उपचार में आमतौर पर इनहेल्ड कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स का उपयोग होते हैं, जो सूजन को कम करते हैं और बीटा-एगोनिस्ट होते हैं, जो तुरंत राहत दे सकते हैं।
हां, अस्थमा के साथ सामान्यतः व्यायाम करना सुरक्षित माना जाता है। दरअसल, नियमित व्यायाम से फेफड़ों का कार्यक्षमता और समग्र स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है। हालांकि, अस्थमा वाले लोगों को कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए, जैसे कि -
Written and Verified by:
Dr. Raja Dhar is the Director & Head of Pulmonology Dept. at BM Birla Heart Hospital and CMRI Hospital, Kolkata, with over 27 years of experience. He specializes in interstitial lung disease, asthma & allergy, COPD, sleep medicine, advanced lung function services, interventional & diagnostic pulmonology, rare stroke & orphan lung diseases, and all disciplines of respiratory medicine.
© 2024 CMRI Kolkata. All Rights Reserved.