माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस नामक बैक्टीरिया के कारण टीबी की समस्या एक व्यक्ति को परेशान करती है। जब सक्रिय टीबी वाला व्यक्ति खांसता, छींकता या बात करता है, तो यह हवा के माध्यम से तेजी से फैलता है। आमतौर पर टीबी फेफड़ों (पल्मोनरी टीबी) को प्रभावित करता है, लेकिन यह शरीर के अन्य भागों (एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी) को भी संक्रमित कर सकता है।
ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) एक संभावित गंभीर संक्रामक रोग है, जो मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करता है, लेकिन शरीर के अन्य भागों जैसे कि गुर्दे, रीढ़ और मस्तिष्क में यह फैल सकता है।
दुनिया भर में मृत्यु के शीर्ष 10 कारणों में से एक है टीबी, और महिलाएं, विशेष रूप से कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाली महिलाएं, इस रोग के दायरे में आती हैं। टीबी के लक्षण और उपचार के बारे में जागरूकता बढ़ाना बहुत जरूरी है ताकि इस बीमारी का जल्दी पता चल सके, जिसे हम इस ब्लॉग की मदद से समझने वाले हैं। टीबी के इलाज का सबसे मुख्य चरण है, सही डॉक्टर से इलाज एवं परामर्श। अभी एक अनुभवी और श्रेष्ठ टीबी रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।
माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस नामक बैक्टीरिया के कारण टीबी की समस्या एक व्यक्ति को परेशान करती है। जब सक्रिय टीबी वाला व्यक्ति खांसता, छींकता या बात करता है, तो यह हवा के माध्यम से तेजी से फैलता है। आमतौर पर टीबी फेफड़ों (पल्मोनरी टीबी) को प्रभावित करता है, लेकिन यह शरीर के अन्य भागों (एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी) को भी संक्रमित कर सकता है।
टीबी या तो सुप्त या सक्रिय होता है:
मुख्य रूप से ट्यूबरक्लोसिस दो प्रकार के होते हैं जैसे कि -
पुरुषों और महिलाओं में टीबी के लक्षण एक समान ही होते हैं। हालांकि कुछ मामलों में जैविक और हार्मोनल अंतर हो सकते हैं। महिलाओं में टीबी के शुरुआती लक्षणों को पहचानना शीघ्र निदान और उपचार के लिए आवश्यक है। महिलाओं में निम्न लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं -
नीचे दिए गए टेबल की सहायता से आप यह जान सकते हैं कि कौन से लक्षण दिखने पर आपको तुरंत चिकित्सा सहायता लेने की आवश्यकता होती है।
लक्षण |
विवरण |
लगातार खांसी आना |
तीन सप्ताह से ज़्यादा खांसी आना |
बुखार और रात में पसीना आना |
पूरे दिन हल्का बुखार होना और रात में अत्यधिक पसीना आना |
अकारण वजन कम होना |
बिना कोशिश किए वजन में काफी कमी आना |
थकान |
अत्यधिक थकावट महसूस होना |
सीने में दर्द और सांस फूलना |
सीने में दर्द और सांस लेने में कठिनाई |
महिलाओं में टीबी का इलाज दवाओं का एक पूरा कोर्स पूरा करके किया जाता है। यह दवाएं बैक्टीरिया को खत्म करने और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती प्रदान करने में मदद करते हैं। यदि इलाज न किया जाए, तो टीबी की दवा कार्य नहीं करती है, जिसके बाद इलाज करना थोड़ा सा मुश्किल हो सकता है।
इसलिए बैक्टीरिया को प्रतिरोधी बनने से रोकने के लिए एंटीबायोटिक दवाओं का कोर्स पूरा करें। रिकवरी के दौरान विटामिन और मिनरल्स से भरपूर संतुलित आहार लें। इसके साथ-साथ समय-समय पर परामर्श भी लेते रहें।
टीबी से उबरने में आहार बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। टीबी से पीड़ित महिलाओं के लिए यहां कुछ आहार संबंधी सुझाव दिए गए हैं जैसे कि -
टीबी से बचाव बहुत ज़रूरी है, खास तौर पर उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में बचाव बहुत महत्वपूर्ण है। यहां कुछ प्रभावी रोकथाम उपाय दिए गए हैं, जो आपकी मदद कर सकते हैं -
टीबी की समस्या तब होती है, जब हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस बैक्टीरिया को बढ़ने से नहीं रोक पाती है। यह अक्सर कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली या संक्रमित व्यक्ति के साथ लंबे समय तक संपर्क में रहने जैसे कारकों के कारण होता है।
टीबी हवा के द्वारा फैलने वाला रोग है, जो संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या बात करने पर निकलने वाली छोटी बूंदों के माध्यम से फैलता है।
हां, सक्रिय पल्मोनरी टीबी अत्यधिक संक्रामक है और हवा के माध्यम से फैलता है। हालांकि, निष्क्रिय टीबी संक्रामक नहीं है।
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Dr Shyam Krishnan brings with him 10 years of expertise in Pulmonology care and is especially skilled at Interventional Pulmonology procedures like airway stent replacement, Rigid & Flexible Bronchoscopy, foreign body removal, Thoracic ultrasound and ultrasound guided thoracentesis, Thermal Therapy, EBUS guided Trans-bronchial biopsy. He is experienced in Managing different types of Lung infections. He has contributions in various in publications too.
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