हेपेटाइटिस सी: लक्षण, कारण और उपचार के विकल्प

हेपेटाइटिस सी: लक्षण, कारण और उपचार के विकल्प

Gastro Sciences |by Dr. Somnath Mukherjee| Published on 13/12/2024

लीवर के कार्य को प्रभावित करने वाली सभी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है हेपेटाइटिस सी, जो हेपेटाइटिस सी वायरस (HCV) के कारण होती है। यह लीवर का ऐसा संक्रमण है, जो सिरोसिस, लीवर की विफलता या यहाँ तक कि लीवर कैंसर जैसी समस्याओं को जन्म दे सकता है। इस स्थिति के लक्षण शुरुआत में देखने को नहीं मिलते हैं, यही कारण है कि इसके कारणों, लक्षणों और उपचार के विकल्पों को समझना महत्वपूर्ण है।

इस विषय को समझने में यह ब्लॉग आपकी बहुत मदद करेगा। हेपेटाइटिस सी के इलाज के लिए हम आपको सलाह देंगे कि तुरंत एक अच्छे एवं अनुभवी हेपेटाइटिस के डॉक्टर से मिलें और इलाज के विकल्पों को समझें।

हेपेटाइटिस सी के लक्षण 

सबसे पहले हमें यह समझना पड़ेगा कि हेपेटाइटिस सी की समस्या दो चरणों में विकसित होती है - एक्यूट और क्रोनिक हेपेटाइटिस सी। एक्यूट हेपेटाइटिस सी में कोई खास लक्षण उत्पन्न नहीं होते हैं। आंकड़े बताते हैं कि एक्यूट हेपेटाइटिस सी के सभी मामलों में से 25% से कम मामलों में लक्षण उत्पन्न होते हैं जैसे कि - 

  • थकान
  • भूख कम लगना
  • पेट के ऊपरी दाएं भाग में दर्द
  • 2 से 10 दिनों तक रहने वाला हल्का बुखार
  • पीलिया (त्वचा और आँखें पीली पड़ना) 
  • मतली

वहीं दूसरी तरफ क्रोनिक हेपेटाइटिस सी के मामलों में कुछ और लक्षण उत्पन्न होते हैं, जिनका आपको खास ध्यान रखना होगा जैसे कि - 

  • थकान और कमजोरी का लगातार बने रहना
  • त्वचा और आंखों का पीला पड़ना (पीलिया)
  • गहरे रंग का मूत्र
  • पीला या मिट्टी के रंग का मल
  • पेट में दर्द, विशेष रूप से दिल के ऊपरी दाएं भाग में
  • मतली या उल्टी आना
  • भूख न लगना
  • जोड़ों या मांसपेशियों में दर्द होना

ऊपर बताए गए किसी भी लक्षण के उत्पन्न होते ही, उचित निदान और इलाज के लिए लीवर संक्रमण का इलाज करने वाले विशेषज्ञ डॉक्टर या हेपेटाइटिस सी के विशेषज्ञ से मिलें और इलाज लें। 

हेपेटाइटिस सी के कारण

हेपेटाइटिस सी के संक्रमण का इकलौता और मुख्य कारण है हेपेटाइटिस सी वायरस (एचसीवी)। हालांकि यह अलग-अलग तरीके से फैलता है। इस संबंध में यदि आपको जानकारी चाहिए तो हम आपको सलाह देंगे कि पहले यह समझें कि हेपेटाइटिस सी कैसे फैलता है?

मुख्य रूप से हेपेटाइटिस सी संक्रमित रक्त के संपर्क से फैलता है, लेकिन इसके फैलने का तरीका भी अलग-अलग है जैसे कि - 

  • संक्रमित इंजेक्शन: सबसे पहले तो दो व्यक्तियों को एक ही इंजेक्शन कभी नहीं लगाना चाहिए। हालांकि कुछ लोग ऐसा करते भी है, जो की HCV वायरस के फैलने का सबसे आम तरीका है। 
  • ब्लड ट्रांसफ्यूजन: पहले के समय में संक्रमित रक्त को किसी चोटिल व्यक्ति को चढ़ाने से यह संक्रमण फैल सकता था। वर्तमान में यह अब कम हो गया है, क्योंकि उस रक्त के उपयोग से पहले उस रक्त की पूरी जांच की जाती है।
  • स्वास्थ्य सेवा सेटिंग्स: अस्पताल में काम करने वाले विशेषज्ञ भी इस रोग से संक्रमित हो सकते हैं क्योंकि वह पेशेंट के सीधे संपर्क में रहते हैं। 
  • किडनी डायलिसिस: जो लोग लंबे समय से किडनी डायलिसिस पर हैं, वह भी इस संक्रमण से प्रभावित हो सकते हैं। 
  • असुरक्षित यौन संपर्क: एचसीवी वाले व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन संपर्क में रहना इसका एक और कारक है, लेकिन ऐसा होने की संभावना बहुत कम है।
  • माँ से बच्चे तक: एक संक्रमित मां प्रसव के दौरान अपने बच्चे को यह वायरस दे सकती है।
  • टैटू या एक्यूपंक्चर:टैटू या एक्यूपंक्चर के प्रमाणित विशेषज्ञ कभी भी अपनी विभिन्न प्रक्रियाओं के लिए एक ही सुई बार-बार उपयोग नहीं करते हैं। वहीं प्रमाणित विशेषज्ञ से इन प्रक्रियाओं को न कराने पर हो सकता है कि आपके मामले में वह पहले से ही उपयोग की गई सुई का उपयोग हो जाए और आप भी संक्रमित हो जाए। 
  • अंग ट्रांसप्लांट: यदि संक्रमित व्यक्ति से अंग लिया जाता है तो जिसको नया अंग लगाया जा रहा है, वह भी संक्रमित हो जाएगा। 
  • संक्रमित व्यक्ति के सामान का उपयोग: एचसीवी वाले किसी व्यक्ति के साथ व्यक्तिगत सामान, जैसे टूथब्रश और रेज़र साझा करने से भी यह वायरस फैल सकता है।

एक बात का खास ख्याल रखें कि हेपेटाइटिस सी गले लगने या बर्तन साझा करने जैसे कराकों से नहीं फैलता है। इसलिए जागरूक रहें, स्वस्थ रहें।

हेपेटाइटिस सी के लिए उपचार विकल्प

पिछले कुछ वर्षों में हेपेटाइटिस सी के इलाज में बहुत ज्यादा बदलाव आए हैं। चलिए समझते हैं कि हेपेटाइटिस सी के लिए उपचार विकल्प क्या-क्या हैं?

  • एंटीवायरल दवाएं: इस संक्रमण के इलाज के लिए डायरेक्ट-एक्टिंग एंटीवायरल (DAA) दवाएं सबसे प्रभावी विकल्प मानी जाती हैं, क्योंकि यह सीधा वायरस को मारती हैं। इसकी सफलता दर लगभग 95% है। 
  • जीवनशैली में बदलाव: स्वस्थ आदत, स्वस्थ खान-पान, और अनुकूल आहार के साथ-साथ, शराब और धूम्रपान से बचाव आपकी मदद कर सकते हैं। 
  • नियमित निगरानी: प्रयास करें कि समय-समय पर लीवर फंक्शन टेस्ट कराएं और हेपेटाइटिस सी विशेषज्ञ से परामर्श लेते रहें। ऐसा करने से आप अपने स्वास्थ्य की अच्छे से निगरानी कर पाएंगे, जिससे स्थिति को प्रबंधन करने में मदद मिल सकती है। 

त्वरित इलाज लीवर की गंभीर समस्याओं को रोक सकता है, जिसके लिए तुरंत एक अनुभवी विशेषज्ञ से परामर्श लें या हमसे संपर्क करें। 

हेपेटाइटिस सी में क्या खाएं

हेपेटाइटिस सी के इलाज में सबसे ज्यादा प्राथमिकता डाइट को ही दिया जाता है। निम्नलिखित खाद्य पदार्थों पर ध्यान दें और इन्हें अपने आहार में ज़रूर शामिल करें - 

  • ताजे फल और सब्जियां खाएं
  • लीन प्रोटीन जैसे कि मछली, चिकन और फलियां को शामिल करें
  • होल ग्रेन्स
  • हेल्दी फैट जैसे कि एवोकाडो, नट्स और जैतून का तेल
  • भरपूर पानी पीएं

निष्कर्ष

हेपेटाइटिस सी एक ऐसी स्थिति है, जिसका इलाज एवं प्रबंधन आसान है। इसके इलाज और निदान के लिए तुरंत एक अनुभवी एवं सर्वश्रेष्ठ विशेषज्ञ से मिलें और इलाज लें। बेहतर लीवर स्वास्थ्य के लिए सावधानी बरतें और आवश्यकता पड़ने पर आहार विशेषज्ञ से भी परामर्श लें। 

हेपेटाइटिस सी पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न


हेपेटाइटिस सी में क्या नहीं करना चाहिए?

हेपेटाइटिस सी से पीड़ित व्यक्ति को शराब, और धूम्रपान से दूरी बनाने की सलाह दी जाती है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इसके कारण लीवर को नुकसान पहुंचता है। इसके अतिरिक्त प्रोसेस्ड फूड, सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट भी आपके लीवर के लिए स्वस्थ नहीं है। 

क्या हेपेटाइटिस सी लीवर कैंसर का कारण बन सकता है?

हां, क्रोनिक हेपेटाइटिस सी के कारण सिरोसिस और लीवर कैंसर की भी संभावना लगातार बनी रहती है। समय पर पता लगने पर उचित इलाज लें और लीवर की कार्यक्षमता को प्रभावित होने से बचाएं। 

क्या हेपेटाइटिस सी पूरी तरह से ठीक हो सकता है?

हां, डायरेक्ट-एक्टिंग एंटीवायरल (DAAs) की मदद से ऐसा होना संभव है। अधिकांश लोग पूर्ण इलाज और कुछ सावधानी की मदद से एक स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकते हैं। 

क्या हेपेटाइटिस सी फिर से संक्रमित हो सकता है?

हां, सफल उपचार के बाद भी, यदि आप फिर से वायरस के संपर्क में आते हैं, तो आप फिर से संक्रमित हो सकते हैं। 

हेपेटाइटिस सी वैक्सीन की कीमत कितनी है?

हेपेटाइटिस सी के लिए कोई भी वैक्सीन वर्तमान में नहीं है, लेकिन संक्रमित होने के बाद कुछ प्रभावी तरीकों की मदद से आप जल्दी ठीक हो सकते हैं, जो इस ब्लॉग में भी है।

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