एचएमपीवी वायरस: कारण, लक्षण और उपचार
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एचएमपीवी वायरस: कारण, लक्षण और उपचार

Pulmonology | by Dr. Raja Dhar on 22/01/2025

Summary

इस, HMPV वायरस शब्द को पहली बार 2001 में सुना गया था। हम यह कह सकते हैं कि दशकों से यह वायरस लोगों में फैल रहा है। यह वायरस इन्फ्लूएंजा वायरस की फैमिली से संबंधित है। यह दोनों वायरस इतने मिलते जुलते हैं कि दोनों की संरचना और उत्पन्न होने वाले लक्षण एक जैसे ही होते हैं। 

यह वायरस मुख्य रूप से व्यक्ति के सांस लेने की क्षमता को प्रभावित करता है। वैसे तो यह वायरस हर व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है, लेकिन छोटे बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को अधिक सचेत रहने की आवश्यकता है। 

एक डॉक्टर के तौर पर, मैंने कई संक्रामक रोगों का प्रभाव देखा है और उनका इलाज भी किया है। ऐसा ही एक सांस संबंधित वायरस भारत आ गया है, जिस पर आपका ध्यान ज़रूर जाना चाहिए और वह है ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV)। हालांकि यह इन्फ्लूएंजा या RSV (रेस्पिरेटरी सिन्सिटियल वायरस) जितना खतरनाक नहीं है, लेकिन यह एक वर्ग के लोगों को बहुत ज्यादा प्रभावित कर सकता है। 

चलिए HMPV के बारे वह सब समझने या जानने का प्रयास करते हैं, जिसके बारे में आपको जानना चाहिए जैसे कि लक्षण, रोकथाम और संभावित इलाज के विकल्प। इस ब्लॉग में मैं आपको वही तथ्य बताउंगा, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के द्वारा प्रमाणित है। यदि आपको सांस संबंधित समस्या किसी भी लक्षण का अनुभव होता है, तो बिना झिझक के आप पल्मोनोलॉजिस्ट से संपर्क कर इलाज प्राप्त कर सकते हैं।

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) क्या है?

इस, HMPV वायरस शब्द को पहली बार 2001 में सुना गया था। हम यह कह सकते हैं कि दशकों से यह वायरस लोगों में फैल रहा है। यह वायरस इन्फ्लूएंजा वायरस की फैमिली से संबंधित है। यह दोनों वायरस इतने मिलते जुलते हैं कि दोनों की संरचना और उत्पन्न होने वाले लक्षण एक जैसे ही होते हैं। 

यह वायरस मुख्य रूप से व्यक्ति के सांस लेने की क्षमता को प्रभावित करता है। वैसे तो यह वायरस हर व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है, लेकिन छोटे बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को अधिक सचेत रहने की आवश्यकता है। 

एचएमपीवी (HMPV) के लक्षण

एचएमपीवी (HMPV) के लक्षण, हल्के से गंभीर हो सकते हैं और कई बार इसके लक्षण अन्य सांस संबंधित संक्रमण जैसे ही होते हैं, जिसकी वजह से इसे पहचानना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। एचएमपीवी में उत्पन्न होने वाले सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं - 

  • बुखार: माइल्ड फीवर या हल्के से मध्यम बुखार, एचएमपीवी के मुख्य और शुरुआती लक्षणों में से एक है। इसका ध्यान ज़रूर दें।
  • खांसी: लगातार खांसी एचएमपीवी का लक्षण है, जो टीबी की स्थिति में भी उत्पन्न हो सकता है।
  • नाक बहना और नाक बंद होना: यह आम लक्षण है, खासकर बच्चों में अधिक प्रभावित करता है।
  • सांस फूलना: गंभीर मामलों में सांस लेने में कठिनाई या घरघराहट जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है।
  • थकान: यदि ऊपर बताए गए सभी लक्षण थकान और कमजोरी के साथ आते हैं, तो यह एक गंभीर स्थिति है। 
  • गले में खराश: यह समस्या कम लोगों में देखने को मिलती है, लेकिन इस लक्षण को कभी भी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।

जिन लोगों का शरीर पहले से ही कमजोर है, वह कुछ स्वास्थ्य समस्याओं से अधिक परेशान हो सकते हैं जैसे कि - एचएमपीवी ब्रोंकोलाइटिस, निमोनिया या अस्थमा या सीओपीडी (क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज)। 

HMPV कैसे फैलता है?

इस वायरस के फैलने का कारण है संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या बात करने पर यह वायरस सांस की बूंदों के माध्यम से फैलता है। इसके साथ-साथ यह वायरस संक्रमित सतह को छूने और फिर इसके साथ-साथ नाक, मुंह या आंखों को छूने से भी फैल सकता है। 

यह वायरस बहुत ज्यादा संक्रामक है और हम इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि यह अलग-अलग सतह पर कई घंटों तक जीवित रहता है। यही कारण है कि इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए उचित स्वच्छता बनाए रखना महत्वपूर्ण है। 

HMPV के कारण और जोखिम कारक

HMPV की समस्या होने के पीछे का कारण मानव मेटान्यूमोवायरस है। हालांकि कुछ लोग इस रोग के जोखिम के दायरे में आते हैं जैसे कि - 

  • 5 वर्ष से छोटे बच्चे और 65 से ऊपर के लोग।
  • कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग।
  • एचआईवी, कैंसर या ऑर्गन ट्रांसप्लांट वाले लोग।
  • अस्थमा, सीओपीडी या सांस संबंधित अन्य सांस क्रोनिक रोग।
  • HMPV संक्रमण अन्य सांस संबंधित संक्रमण की तरह ही सर्दियों में फैलता है।

एचएमपीवी की जांच

एचएमपीवी वायरस की जांच के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुछ बिंदुओं पर खास ध्यान रखने की सलाह दी है। चलिए समझते हैं कि एचएमपीवी की जांच कैसे की जाती है - 

  • परामर्श के दौरान लक्षणों की जांच की जाती है और फैमिली हिस्ट्री के बारे में भी जाना जाता है।
  • इस वायरस की जांच के लिए पीसीआर (पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन) टेस्ट होता है। इसमें नासॉफिरिन्जियल स्वैब या इसी तरह सैंपल लिया जाता है और उस सैंपल की जांच लैब में होती है। 
  • आरएसवी, इन्फ्लूएंजा या कोविड-19 का भी टेस्ट होना चाहिए, ताकि सभी संभावनाएं खारिज हो जाएं।

हम और हमारे सभी हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे आपके स्वास्थ्य को अच्छा खासा नुकसान पहुंच सकता है। लक्षण दिखने पर तुरंत एक अनुभवी डॉक्टर से मिलें।

एचएमपीवी के लिए संभावित उपचार

वर्तमान में एचएमपीवी के इलाज के लिए विशिष्ट एंटीवायरल उपचार उपलब्ध नहीं है। हालांकि आप इस स्थिति का प्रबंधन करने से लक्षणों से राहत मिल सकती है। एचएमपीवी संभावित उपचार इस प्रकार हैं - 

  • बुखार और शरीर दर्द कम करने के लिए एसिटामिनोफेन या इबुप्रोफेन जैसी दवाएं।
  • खांसी और बंद नाक को कम करने लिए कफ सिरप और डिकॉन्गेस्टेंट मदद कर सकते हैं।
  • समय-समय पर खुद को हाइड्रेट रखें, जिससे सांस का संक्रमण नहीं होता है। 
  • गंभीर मामलों में ऑक्सीजन थेरेपी की आवश्यकता होती है। विशेष रूप से निमोनिया या सांस लेने में दिक्कत के मामलों में इस थेरेपी की आवश्यकता होती है। 
  • अस्थमा वाले रोगियों को अतिरिक्त ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। 

एचएमपीवी के लिए रोकथाम

एचएमपीवी को रोकने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आवश्यक कुछ दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिसको हम भी प्रमाणित करते हैं। निम्नलिखित उपायों से एचएमपीवी की रोकथाम संभव है - 

  • अपने हाथ को हैंड वॉश से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं। 
  • हैंड वॉश के स्थान पर अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।
  • घर से बाहर निकलते समय अपनी आंख, नाक, और मुंह को अच्छे से ढक कर चलें और उन्हें न छुएं।
  • अपने चेहरे, खासकर अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें।
  • छींकते हुए, अपने मुंह और नाक को अच्छे से ढकें और यदि आप इसके लिए टिश्यू का प्रयोग करते हैं, तो उसे फेंक दें। 
  • यदि आप स्वस्थ हैं, तो बीमार लोगों से दूरी बनाएं, जिससे यह वायरस आप तक न आए। 
  • अपने घर के दरवाजे, हैंडल, फोन और काउंटर टॉप जैसे चीजों के हर कुछ समय में साफ करते रहें। 
  • स्वस्थ आहार अपनाएं और पर्याप्त नींद लें। 

इस वायरस के लिए कोई विशेष टीका उपलब्ध नहीं है, जिसके ऊपर रिसर्च अभी भी चल रही है। यदि आपके बच्चों में लक्षण गंभीर हो रहे हैं, तो बिना देर किए तुरंत डॉक्टर से मिलें और इलाज लें। इसके अतिरिक्त बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के मामले में अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। 

निष्कर्ष

HMPV के संबंध में पूर्ण जानकारी और जागरूकता बहुत ज़रूरी है। इस जानकारी की मदद से ही आप अपना और अपने परिवार का ख्याल अच्छे से रख पाएंगे। इसके अतिरिक्त यदि आप ऊपर बताए गए लक्षणों का सामना कर रहे हैं, तो बिना देर किए हमसे मिलें और इलाज लें। त्वरित इलाज आपका या आपके परिवार के स्वास्थ्य रख सकता है।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न

 

HMPV के गंभीर मामलों का जोखिम सबसे अधिक किसको होता है?

छोटे बच्चे, बुजुर्ग वयस्क और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली या अन्य स्वास्थ्य समस्या वाले व्यक्ति HMPV के गंभीर संक्रमण का शिकार हो सकते हैं। 

HMPV का निदान कैसे किया जा सकता है?

HMPV की जांच के लिए पीसीआर (पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन) या वायरल कल्चर जैसे लैब टेस्ट किए जाते हैं। यह टेस्ट भी कोविड की जांच जैसे ही होता है। 

आम तौर पर HMPV कब होता है?

आम तौर पर HMPV सर्दियों या वसंत के शुरुआती मौसम में परेशान करता है। इस दौरान अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता होती है। 

क्या HMPV से फिर से संक्रमण हो सकता है?

हां, HMPV से फिर से संक्रमण संभव है, क्योंकि इसके कारण प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है। यदि प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत नहीं किया जाता है, तो जो लोग जोखिम के दायरे में आते हैं, उन्हें अधिक सक्रिय रहने की आवश्यकता होती है।

Written and Verified by:

Dr. Raja Dhar

Dr. Raja Dhar

Director & HOD of Pulmonology Department Exp: 27 Yr

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