गले में संक्रमण का कारण और उपचार (Throat Infection in Hindi)

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गले में संक्रमण का कारण और उपचार (Throat Infection in Hindi)

ENT- Otolaryngology | by Dr. Arjun Dasgupta | Published on 18/03/2023



गर्दन शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। वायरस या बैक्टीरिया के कारण गले में कई तरह की समस्याएं पैदा होती हैं, गले में संक्रमण यानी इंफेक्शन भी उन्ही में से एक है। अधिकतर मामलों में यह समस्या बूढ़े या बच्चों में देखने को मिलती है, क्योंकि उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) कमजोर होती है।

गले में संक्रमण का कारण (Gale me infection ka karan)

गले में संक्रमण कई कारणों से हो सकता है जिसमें मुख्य रूप से सर्दी और वायरल संक्रमण, बैक्टीरियल संक्रमण, खान-पान, परफ्यूम या अंतर या प्रदूषण, खुशबू या बदबू आदि से एलर्जी, गले में चोट लगना आदि शामिल हैं। अगर आप निम्न बातों को ध्यान में रखकर कुछ सावधानियां बरतें तो खुद को इस समस्या से बचा सकते हैं।

गले में संक्रमण का लक्षण (Gale me infection ke lakshan)

गले में संक्रमण होने पर आप खुद में अनेक लक्षणों को अनुभव कर सकते हैं जिसकी मदद से आप या आपके डॉक्टर इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि आपको गले में संक्रमण है।

गले में संक्रमण के लक्षणों में शामिल हैं गले में दर्द और खराश, खाने-पीने में तकलीफ होना, टॉन्सिल में सूजन होना, आवाज भारी और मोटी होना, गला सूखना, जबान और मुंह में दाने निकलना, ठंड के साथ बुखार आना, सिर में दर्द होना (Headache) आदि।

अगर आप खुद में ऊपर दिए गए लक्षणों का अनुभव करते हैं तो जल्द से जल्द ईएनटी विशेषज्ञ (ENT Specialist) से परामर्श करना चाहिए ताकि समय पर इसका निदान और उचित इलाज किया जा सके।

गले में संक्रमण का निदान (Gale me infection ka ilaj)

गले में संक्रमण का निदान करने के लिए डॉक्टर कुछ विशेष जांच करने का सुझाव देते हैं जिसमें थ्रोट स्वैब टेस्ट (Throat swab culture Test) शामिल है। इस जांच की मदद से डॉक्टर संक्रमण के सटीक कारण का पता लगाते हैं। उसके बाद, संक्रमण के कारण और गंभीरता के आधार पर उपचार के प्रकार का चयन करते हैं।

गले में संक्रमण का घरेलू उपचार (Gale me infection ke gharelu upay)

गले में संक्रमण का घरेलू उपचार अलग-अलग लोगों के लिए भिन्न हो सकता है, इसलिए आप निम्नलिखित घरेलू नुस्खों का उपयोग कर सकते हैं:

  • गरारे करने से गले के संक्रमण का इलाज किया जा सकता है। गरारे के लिए गुनगुने पानी में नमक और हल्दी मिलाकर इस्तेमाल करें। गरारे को दिन में दो या तीन बार करें।
  • अदरक में मौजूद एंटी-वायरल गुण संक्रमण को कम कर सकते हैं। अदरक का रस निकालकर उसे शहद के साथ ले।
  • नींबू में मौजूद विटामिन सी गले के संक्रमण को कम करने में मदद करता है। नींबू के रस को गुनगुने पानी में मिलाकर गरारे करें।
  • शहद में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। शहद को गुनगुने पानी में मिलाकर पी लें या फिर कुछ समय के लिए इसे गले में दबाएं।
  • पुदीने में मौजूद एंटी-वायरल गुण संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। आप दिन में दो कप पुदीने की चाय का सेवन कर सकते हैं।

अगर आपको गले में संक्रमण है तो डॉक्टर से परामर्श करने के बाद आप ऊपर दिए गए घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

गले के इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए? (Gale ke infection me kya khana chahiye)

गले में संक्रमण होने पर सही खानपान का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह इलाज में और आपके शरीर को जल्द से जल्द स्वस्थ बनाने में मदद करता है।

गले के संक्रमण में निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए:

  • चीज, सूप, मैगी आदि संक्रमण के समय मददगार होते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है, जो इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं।
  • नींबू गले के संक्रमण के लिए एक असरदार उपाय है। इसमें विटामिन सी, एंटीऑक्सिडेंट और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। आप नींबू के रस को गर्म पानी में मिलाकर पी सकते हैं।
  • गरम पानी गले के संक्रमण में आराम पहुंचाता है। गरम पानी में नमक डालकर गरारे करने से भी लाभ होता है। इससे संक्रमण वाली क्षेत्र में सूजन कम होती है।

गले का इन्फेक्शन कितने दिन तक रहता है (Gale ka infection kitne dino tak rhta hai)

गले के संक्रमण की अवधि इस बात पर निर्भर करती है कि यह किस तरह का संक्रमण है। सामान्यतः, बैक्टीरियल संक्रमणों (Bacterial Infection) की अवधि दवाओं के सेवन के बाद एक सप्ताह से दो सप्ताह तक हो सकती है।

वायरल संक्रमण की अवधि भी इस संक्रमण के प्रकार और शक्ति पर निर्भर करती है। कुछ संक्रमणों के लिए इसकी अवधि कुछ दिन होती है, जबकि कुछ संक्रमणों के लिए इसकी अवधि कई सप्ताह तक हो सकती है।

इसलिए, यदि आपको गले के संक्रमण के लक्षण हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ताकि वे संक्रमण के प्रकार और गंभीरता का निर्धारण कर सकें और उपचार के बारे में सलाह दे सकें।

गले का इन्फेक्शन कब गंभीर होता है?

गले का संक्रमण सामान्यतः एक साधारण संक्रमण है जो अधिकतर लोगों को होता है और आमतौर पर इससे गंभीर समस्याएं नहीं होती हैं।

हालांकि, निम्न स्थितियों में गले का संक्रमण गंभीर माना जाता है:

  • संक्रमण का फैलना गंभीर होता है जब गले का संक्रमण किसी अन्य अंग में फैल जाता है, जैसे कि गले में संक्रमण के साथ-साथ फेफड़ों में संक्रमण होना।
  • अगर आपके गले में दर्द या सूजन के साथ-साथ बुखार हो रहा है, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि संक्रमण गंभीर हो गया है।
  • अगर आपके गले में संक्रमण के लक्षणों में से कुछ समय बाद भी सुधार नहीं हो रहा है, तो यह गंभीर हो सकता है।
  • यदि आपके गले के संक्रमण के कुछ लक्षण और उपचार करने के बाद भी बढ़ते जा रहे हैं, तो इस बात का संकेत हो सकता है कि संक्रमण गंभीर रूप ले चुका है।

ऊपर दी गई स्थितियों में, आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ताकि वे समय पर इसका निदान करके उचित उपचार कर सकें।