गले में संक्रमण का कारण और उपचार
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गले में संक्रमण का कारण और उपचार

Summary

गर्दन शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। वायरस या बैक्टीरिया के कारण गले में कई तरह की समस्याएं पैदा होती हैं, गले में संक्रमण यानी इंफेक्शन भी उन्ही में से एक है। अधिकतर मामलों में यह समस्या बूढ़े या बच्चों में देखने को मिलती है, क्योंकि उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) कमजोर होती है।

गले में इन्फेक्शन एक आम समस्या है, जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को परेशान कर सकती है। यह संक्रमण वायरस या बैक्टीरिया दोनों कारणों से हो सकती है। आमतौर पर वायरल संक्रमण की समस्या अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन बैक्टीरियल संक्रमण के लिए एंटीबायोटिक दवाओं का सुझाव दिया जाता है। अधिकतर मामलों में यह समस्या बूढ़े या बच्चों में देखने को मिलती है, क्योंकि उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) कमजोर हो जाती है।

इस ब्लॉग पोस्ट में हम गले में इन्फेक्शन के कारणों, लक्षणों और उपचार के बारे में चर्चा करेंगे। इस ब्लॉग में गले में इन्फेक्शन के संबंध में कुछ आवश्यक एवं सामान्य जानकारी है। यदि स्थिति ज्यादा गंभीर हो तो स्वयं इलाज करने से बचें और एक ईएनटी स्पेशलिस्ट से तुरंत मिलें।

गले का संक्रमण क्या है?

गले में इन्फेक्शन ऊपरी श्वसन तंत्र में होने वाला एक संक्रमण है। गले में इन्फेक्शन का मुख्य लक्षण गले में सूजन है। संक्रमण के होने के कई कारण है, जिसके बारे में नीचे बताया जाएगा। मुख्यतः प्रदूषित एवं गन्दे जल या भोजन के सेवन से गले में संक्रमण हो सकता है। इसके साथ-साथ प्रदूषित हवा में सांस लेने से बैक्टीरिया और वायरस आपके गले को परेशान कर सकते हैं। 

चलिए गले में इन्फेक्शन के कारण, लक्षण और उपाय जानते हैं और इस स्थिति से निपटने सारे विकल्प आपको बताते हैं। 

गले में इन्फेक्शन के कारण

गले में इन्फेक्शन की समस्या एक व्यक्ति को कई कारणों से परेशान करती है, जिसमें मुख्य रूप से सर्दी, वायरल संक्रमण, बैक्टीरियल संक्रमण, खान-पान, परफ्यूम, इत्र, प्रदूषण, किसी विशेष खुशबू या बदबू से एलर्जी, गले में चोट लगना आदि शामिल है। कुछ बातों का विशेष ख्याल रख कर और सावधानियों को बरत कर इस समस्या से बचा जा सकता है। 

गले में इन्फेक्शन के लक्षण

गले में इन्फेक्शन होने पर आप खुद में अनेक लक्षणों को अनुभव करते हैं, जिसकी मदद से आप या आपके डॉक्टर इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि आपको गले में इन्फेक्शन है।

गले में इन्फेक्शन की स्थिति में रोगी को निम्न लक्षणों का अनुभव हो सकता है - 

  • गले में दर्द और खराश
  • खाने-पीने में तकलीफ होना
  • टॉन्सिल में सूजन होना
  • भारी और मोटी आवाज होना
  • गला सूखना
  • जबान और मुंह में दाने निकलना
  • ठंड के साथ बुखार आना
  • सिर में दर्द होना 

यदि आप खुद में ऊपर दिए गए लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो जल्द से जल्द ईएनटी विशेषज्ञ (ENT Specialist) से परामर्श करना चाहिए ताकि समय पर इसका निदान और उचित इलाज किया जा सके। हालांकि कुछ उपायों से इस स्थिति में राहत मिल सकती है।

गले का इन्फेक्शन की स्थिति कब गंभीर होती है?

गले का संक्रमण सामान्यतः एक साधारण संक्रमण है, जो अधिकतर लोगों को परेशान कर सकती है और आमतौर पर इसके कारण कोई गंभीर समस्या नहीं उत्पन्न होती है। 

हालांकि, निम्न स्थितियों में गले का संक्रमण गंभीर माना जाता है - 

  • संक्रमण का फैलना गंभीर माना जाता है। कई मामलों में ऐसा देखा गया है कि गले का संक्रमण किसी अन्य अंग में फैल जाता है, जैसे कि गले में इन्फेक्शन फेफड़ों तक पहुंच जाता है।
  • अगर आपके गले में दर्द या सूजन के साथ-साथ बुखार हो, तो यह इस बात का संकेत है कि संक्रमण गंभीर हो गया है।
  • यदि आपके गले में इन्फेक्शन के लक्षणों में कुछ समय के बाद भी सुधार नहीं हो रहा है, तो यह गंभीर समस्या की तरफ इशारा करता है।
  • यदि कुछ लक्षण उपचार करने के बाद भी बढ़ते जा रहे हैं, तो यह दर्शाता है कि यह स्थिति एक गंभीर स्थिति में परिवर्तित हो गई है। 

ऊपर दी गई स्थितियों में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ताकि वह समय पर इसका निदान करके उचित इलाज कर सके।

गले में इन्फेक्शन का इलाज

थ्रोट इंफेक्शन या गले में इन्फेक्शन से छुटकारा पाने के लिए इलाज के साथ-साथ दो बातों का विशेष ध्यान देना होगा जैसे - रात में पर्याप्त नींद लें और आराम करें। पूरा दिन आराम और स्वच्छता कायम करने से रोगी को बहुत मदद मिल सकती है। इसके अतिरिक्त गले में इन्फेक्शन का इलाज दो तरीकों से संभव है - 

  • एंटीबायोटिक: गले में संक्रमण के इलाज के लिए डॉक्टर अक्सर एंटीबायोटिक दवाइयों का सुझाव दे सकते हैं। सामान्यतः डॉक्टर पेनिसिलिन की दवाइयों का सुझाव देते हैं। इस दवा के भी कुछ साइड इफेक्ट है, जिससे बचने के लिए डॉक्टर कुछ अतिरिक्त दवाएं देते हैं। 
  • टॉन्सिल्लेक्टोमी: यह एक ऑपरेशन है, जिसमें गले के संक्रमण का इलाज संभव हो पाता है। इस सर्जिकल प्रक्रिया में गले की टॉन्सिल को ही निकाल लिया जाता है। फैमिली हिस्ट्री वाले रोगियों को इस प्रकार के ऑपरेशन की आवश्यकता होती है। 

गले में इन्फेक्शन का घरेलू उपचार

गले में इन्फेक्शन का घरेलू उपचार अलग-अलग लोगों के लिए भिन्न हो सकता है, इसलिए आप निम्नलिखित घरेलू नुस्खों का उपयोग कर सकते हैं - 

  • गरारे करने से गले के संक्रमण का इलाज किया जा सकता है। गरारे के लिए गुनगुने पानी में नमक और हल्दी मिलाकर प्रयोग करें। गरारे को दिन में दो या तीन बार करें।
  • अदरक में मौजूद एंटी-वायरल गुण संक्रमण को कम कर सकते हैं। अदरक का रस निकालकर उसे शहद के साथ लें।
  • नींबू में मौजूद विटामिन सी गले के संक्रमण को कम करने में मदद करता है। नींबू के रस को गुनगुने पानी में मिलाकर गरारे करें।
  • शहद में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संक्रमण से लड़ने में रोगी की मदद करते हैं। शहद को गुनगुने पानी में मिलाकर पी लें या फिर कुछ समय के लिए इसे गले में दबाएं।
  • पुदीने में मौजूद एंटी-वायरल गुण संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। आप दिन में दो कप पुदीने की चाय का सेवन कर सकते हैं।

अगर आपको गले में इन्फेक्शन है, तो डॉक्टर से परामर्श के बाद आप ऊपर दिए गए घरेलू नुस्खों का प्रयोग कर सकते हैं, जिससे आपको लाभ मिलेगा।

गले के इन्फेक्शन से संबंधित अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न

 

गले के इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए?

गले के संक्रमण में निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए:

  • दूध-हल्दी गले में सूजन और दर्द की समस्या में राहत प्रदान करता है।
  • शहद गले को सूदिंग इफेक्ट देता है। इसके साथ-साथ यह एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर होता है। 
  • नींबू गले के संक्रमण के लिए एक असरदार उपाय है। इसमें विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। 
  • गरम पानी गले के संक्रमण में आराम पहुंचाता है। गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करने से भी लाभ होता है। इससे संक्रमण वाले क्षेत्र में सूजन कम होती है।

गले में इन्फेक्शन कितने दिन परेशान करती है?

गले के संक्रमण की अवधि इस बात पर निर्भर करती है कि यह किस तरह का संक्रमण है। सामान्यतः, बैक्टीरियल संक्रमणों की अवधि दवाओं के सेवन के बाद एक सप्ताह से दो सप्ताह तक हो सकती है।

वहीं दूसरी तरफ वायरल संक्रमण की अवधि भी इस संक्रमण के प्रकार और शक्ति पर निर्भर करती है। कुछ संक्रमणों के लिए इसकी अवधि कुछ दिन होती है, जबकि कुछ संक्रमणों के लिए इसकी अवधि कई सप्ताह तक हो सकती है।

गले की कौन-कौन सी जांच होती है?

गले में इन्फेक्शन का निदान करने के लिए डॉक्टर कुछ विशेष जांच करने का सुझाव देते हैं, जिसमें थ्रोट स्वैब टेस्ट शामिल है। इस जांच की मदद से डॉक्टर संक्रमण के सटीक कारण का पता लगा सकते हैं। उसके बाद, संक्रमण के कारण और गंभीरता का आकलन कर डॉक्टर इलाज की योजना बनाते हैं। 

गले का इन्फेक्शन कैसे खत्म करें?

वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण के कारण एक व्यक्ति को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आमतौर पर वायरल संक्रमण अपने आप ठीक हो जाता है और इलाज की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन बैक्टीरियल संक्रमण के लिए एंटीबायोटिक दवाओं की आवश्यकता पड़ सकती है।

वायरल संक्रमण के लिए घरेलू उपचार क्या-क्या है?

  • गुनगुने पानी में नमक और हल्दी मिलाकर गरारे करें
  • अदरक के रस में शहद डालकर पिएं
  • नींबू के रस को गुनगुने पानी में डालकर पिएं
  • शहद को गुनगुने पानी में मिलाकर पिएं 
  • पुदीना की चाय

यदि आपके गले में बैक्टीरियल इन्फेक्शन है, तो डॉक्टर कुछ एंटीबायोटिक दवाओं का सुझाव देते हैं। आमतौर पर एंटीबायोटिक दवाएं 10-14 दिनों के लिए ली जाती हैं।

गले में कौन कौन सी बीमारी होती है

गले में होने वाली कुछ आम बीमारियां निम्नलिखित हैं:

  • सर्दी
  • फ्लू
  • स्ट्रेप थ्रोट
  • डिप्थीरिया
  • काली खांसी (पर्टुसिस)

गले में इन्फेक्शन हो तो क्या नहीं खाना चाहिए

गले में संक्रमण के दौरान कुछ खाद्य पदार्थों से दूरी बनाने की सख्त सलाह दी जाती है जैसे - 

  • ठंडे या खट्टे खाद्य पदार्थ के सेवन से बचें
  • चिकनाई वाले खाद्य पदार्थ से दूरी बनाएं
  • मसालेदार खाद्य पदार्थ से हो सकती है समस्या

गले का इन्फेक्शन कैसे ठीक होता है?

गले का संक्रमण आमतौर पर कुछ दिनों या हफ्तों में ठीक हो जाता है। यदि आपके गले में संक्रमण के लक्षण गंभीर है और लंबे समय से आपको परेशान कर रहे हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और त्वरित इलाज प्राप्त करना चाहिए।

Written and Verified by:

Dr. Arjun Dasgupta

Dr. Arjun Dasgupta

Consultant - Rhinologist ENT and Endoscopic Skull-Based Surgeon Exp: 25 Yr

ENT

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