गर्भावस्था में पीठ दर्द होना आम समस्या है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह सही देखभाल और उपचार से कम किया जा सकता है? रिसर्च के अनुसार, प्रेगनेंसी के दौरान दो-तिहाई से अधिक महिलाओं को पीठ के निचले भाग में दर्द की शिकायत होती है।
गर्भावस्था में पीठ दर्द होना आम समस्या है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह सही देखभाल और उपचार से कम किया जा सकता है? रिसर्च के अनुसार, प्रेगनेंसी के दौरान दो-तिहाई से अधिक महिलाओं को पीठ के निचले भाग में दर्द की शिकायत होती है।
हार्मोन और पोस्चर में बदलाव के कारण कई कारक गर्भावस्था के दौरान पीठ दर्द का कारण बन सकते हैं। महिलाओं के बीच कारण भिन्न होते हैं और गर्भावस्था के चरण पर निर्भर हो सकते हैं। प्रेगनेंसी की स्थिति में जटिलताएं कई बार उत्पन्न हो सकती हैं, लेकिन उन जटलिताओं के लक्षण दिखने पर तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें और इलाज के सभी विकल्पों पर विचार करें। डॉक्टर प्रेगनेंसी में पीठ दर्द के कारण को समझकर उपचार प्रदान कर सकते हैं।
गर्भावस्था में कमर दर्द (Back pain during pregnancy) आमतौर पर वहां होता है, जहां श्रोणि आपकी रीढ़ से मिलती है, जैसे की सैक्रोइलियक जोड़।ऐसा क्यों होता है, इसके कई संभावित कारण हैं जिसमें मुख्य रूप से निम्न शामिल हैं:
साथ ही, भावनात्मक तनाव पीठ में मांसपेशियों में तनाव पैदा कर सकता है, जिसे पीठ दर्द या पीठ में ऐंठन के रूप में महसूस किया जा सकता है। आप अपनी गर्भावस्था के तनावपूर्ण समय के दौरान पीठ दर्द में वृद्धि का अनुभव करती हैं।
कभी-कभी ऐसा लग सकता है कि गर्भावस्था के दौरान कमर दर्द अनिवार्य है। हालांकि, गर्भावस्था के दौरान और बाद में कमर दर्द से राहत पाने के कई तरीके हैं। गर्भावस्था के दौरान पीठ दर्द से राहत पाने के तरीकों में निम्न शामिल हैं -
इन सबके अलावा, गर्भावस्था में विशेषज्ञता रखने वाले डॉक्टर के साथ एक्यूपंक्चर और कैरोप्रैक्टिक सेवाओं जैसे वैकल्पिक उपचारों का उपयोग करना और पर्याप्त नींद लेना आदि।
प्रेगनेंसी के दौरान, कई महिलाएं हार्मोनल परिवर्तन, वजन बढ़ने और पोस्चर में बदलाव के कारण उत्पन्न होती है। प्रेगनेंसी की स्थिति में दवा के सेवन की सलाह नहीं दी जाती है, इसलिए हम आपको भी सलाह देंगे कि आप निम्न प्राकृतिक और घरेलू उपचारों का सहारा लें -
रोकथाम हमेशा इलाज से बेहतर होता है। पीठ दर्द को शुरु होने से पहले आसानी से रोका जा सकता है। इसके लिए आप निम्न तरीकों का उपयोग कर सकते हैं जैसे कि -
जो महिलाएं गंभीर पीठ दर्द से पीड़ित हैं, और यदि यह दर्द 2 सप्ताह से अधिक समय तक बनी रहती है, उन्हें अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ के साथ इस स्थिति पर बात करनी चाहिए। जो महिलाएं गर्भवती हैं, उन्हें कोई भी नई दवाई, सप्लीमेंट या उपाय शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से एक बार बात ज़रूर करनी चाहिए।
शोध के मुताबिक, प्रेगनेंसी के दौरान अधिकतर महिलाओं को कमर दर्द की शिकायत होती है। हालाँकि, यह नॉर्मल है जो अपने आप धीरे-धीरे कम हो जाता है। दर्द अधिक होने पर महिला को विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।
आमतौर गर्भावस्था के पहले और दूसरे तिमाही में महिला को कमर दर्द की शिकायत होती है।
यदि निम्न लक्षणों का अनुभव आपको हो, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए -
आमतौर पर हल्का-फुल्का कमर दर्द नार्मल डिलीवरी पर असर नहीं डालता है, लेकिन अगर दर्द बहुत ज्यादा हो और चलने-फिरने में दिक्कत आए, तो डॉक्टर से सलाह लें, क्योंकि यह किसी प्रकार की जटिलता की तरफ संकेत करता है।
अधिकतर पेनकिलर्स प्रेगनेंसी में सुरक्षित नहीं होती है। हालांकि आप इस ब्लॉग में मौजूद निवारक उपायों का पालन भी कर सकते हैं, जिससे आपको लाभ मिल सकता है। यदि दर्द अधिक है, तो डॉक्टर के परामर्श के बाद ही कोई दवा लें।
Written and Verified by:
Dr. Namrata Gupta is a Senior Consultant of Obstetrician & Gynaecologist Dept. at CK Birla Hospital, Jaipur, with over 17 years of experience. She specializes in high-risk obstetrics, painless delivery, advanced laparoscopic surgeries, and infertility treatments.
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