कमर दर्द का कारण, लक्षण और इलाज
Orthopaedics & Joint Replacement |
Posted on 04/14/2023 by Dr. Aashish K. Sharma
कमर दर्द, विशेष रूप से कमर के नीचे दर्द होना एक आम समस्या है। आमतौर पर यह स्थिति कुछ हफ्तों के भीतर अपने आप ठीक हो जाती है। कुछ मामलों में यह समस्या लंबे समय तक एक इंसान को प्रभावित कर सकती है। इसके पीछे कई कारण होते हैं। कमर दर्द का एक सामान्य कारण खींची हुई मांसपेशी (तनाव) या चोट है।
कभी-कभी स्लिप डिस्क, कटिस्नायुशूल (एक फंसी हुई नस) या एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing spondylitis) जैसी चिकित्सीय स्थितियां पीठ दर्द का कारण बन सकती हैं। बहुत ही कम मामलों में कमर दर्द एक गंभीर समस्या का संकेत देती है, जैसे टूटी हुई हड्डी, कैंसर या संक्रमण आदि।
इस ब्लॉग से आपको कमर दर्द के कारण, लक्षण और इलाज के बारे में सामान्य जानकारी मिल जाएगी। इस स्थिति के गंभीर मामलों में स्वयं इलाज करने से बेहतर है कि आप एक अनुभवी हड्डी विशेषज्ञ से मिलें और इलाज प्राप्त करें।
कमर दर्द के लक्षण
कमर दर्द एक विशिष्ट स्थान में स्थानीय दर्द से लेकर पूरे पीठ में फैलने वाले सामान्य दर्द हो सकता है। कभी-कभी तेज कमर दर्द से आपके शरीर के अन्य क्षेत्रों, जैसे नितंबों, पैरों या पेट में भी दर्द होता है। कमर दर्द की तीव्रता प्रत्येक व्यक्ति के लिए अलग-अलग होती है। कमर दर्द के प्रकार, कारणों और स्थान के आधार पर व्यक्ति निम्नलिखित लक्षणों का अनुभव कर सकते हैं -
- उठने और झुकने से दर्द बढ़ना
- आराम करने, बैठने या खड़े होने पर तेज दर्द होना
- कमर दर्द का आना और चले जाना
- सुबह उठने पर अकड़न और गतिविधि के साथ पीठ दर्द कम होना
- दर्द जो पीछे से नितंबों, पैर या कूल्हे में फैले
- पैरों में सुन्नता या कमजोरी आना
अगर आप ऊपर दिए गए कमर दर्द के लक्षणों को खुद में अनुभव करते हैं, तो हमारे हड्डी रोग विशेषज्ञ के साथ परामर्श कर सटीक उपचार प्राप्त करें।
कमर दर्द क्यों होता है?
चलिए अब कमर दर्द के कारण के बारे में बात करते हैं। अक्सर कमर दर्द बिना किसी कारण के विकसित होता है जो परीक्षण या इमेजिंग अध्ययन में दिखाई देता है। एक बात का और ख्याल रखना होगा कि महिलाओं में कमर दर्द के कारण और पुरुषों में कमर दर्द के कारण अलग-अलग होते हैं। चलिए पहले कुछ सामान्य कारणों को जान लेते हैं -
- मांसपेशियों या लिगामेंट्स में खिंचाव: बार-बार भारी सामान उठाने या अचानक अजीब हरकत करने से पीठ की मांसपेशियों और रीढ़ की हड्डी के लिगामेंट्स में खिंचाव आ सकता है। खराब शारीरिक मुद्रा वाले लोगों के लिए, पीठ पर लगातार तनाव दर्दनाक मांसपेशियों में ऐंठन पैदा कर सकता है।
- डिस्क का टूटना या अपनी जगह से खिसक जाना: डिस्क रीढ़ की हड्डियों के बीच कुशन का काम करती है। एक डिस्क के अंदर की नरम सामग्री उभर या फट सकती है और शरीर की एक तंत्रिका पर दबाव डाल सकती है। हालांकि, डिस्क का टूटना या अपनी जगह से खिसकना कमर दर्द का कारण बन सकती है। डिस्क रोग अक्सर रीढ़ के एक्स-रे, सीटी स्कैन या किसी अन्य कारण से किए गए एमआरआई में पाया जाता है।
- वात रोग (गठिया): ऑस्टियोआर्थराइटिस पीठ के निचले भाग को प्रभावित करते हैं। कुछ मामलों में, गठिया रीढ़ की हड्डी के चारों ओर के अंग को प्रभावित करते हैं। इस स्थिति को स्पाइनल स्टेनोसिस कहा जाता है।
- एंकिलोजिंग स्पोंडिलिटिस: इसे एक्जियल स्पोंडीलों आर्थराइटिस भी कहा जाता है। यह बीमारी रीढ़ की कुछ हड्डियों को खराब करने का कारण बनती है। इससे रीढ़ की हड्डी कम लचीली होती है।
- अधिक आधुनिक तकनीक का प्रयोग: जब से तकनीक का आधुनिकीकरण हो गया है, लोग इस तकनीक के आधीन हो गए हैं। वह कई घंटों तक स्क्रीन के सामने बैठे रहते हैं, फोन चलाते रहते हैं, जिससे कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। इसके कारण, आंख, गर्दन, और कमर से संबंधित कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
- गंभीर बीमारी: कभी-कभी पैंक्रियाटाइटिस, अल्सर या गुर्दे के संक्रमण के कारण भी कमर (पीठ) दर्द की समस्या उत्पन्न होती है। बहुत ही कम मामलों में देखा गया है कि पीठ का दर्द कैंसर का संकेत देता है।
महिलाओं के कमर दर्द के कारण
महिलाओं में कमर दर्द के इलाज या घरेलू उपायों पर विचार करने से पहले डॉक्टर इस स्थिति के मूल कारण का पता लगाते हैं। निम्नलिखित कारणों से महिलाओं को कमर दर्द का सामना करना पड़ सकता है -
- खराब जीवनशैली
- प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम या पीएमएस या फिर अन्य स्त्री रोग समस्याएं
- गर्भावस्था
- पोस्चर खराब होना
- एंडोमेट्रियोसिस
पुरुषों के कमर दर्द के कारण
सामान्यतः जिन सामान्य कारणों को ऊपर बताया गया है, वह पुरुषों में कमर दर्द के कारण है। इसके अतिरिक्त कुछ ऐसे विशेष कारण है, जिसकी वजह से पुरुष कमर दर्द से अधिक प्रभावित होते हैं जैसे -
- आर्थराइटिस (महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को यह समस्या अधिक प्रभावित करती है)
- मलाशय में दर्द
- प्रोस्टेटाइटिस के कारण पीठ के निचले भाग में दर्द
जब डॉक्टर कमर दर्द का निदान कर परिणाम निकालते हैं, तो डॉक्टर स्थिति के अनुसार ही पुरुषों में कमर दर्द का इलाज बताते हैं।
डॉक्टर को कब दिखाना है?
आमतौर पर कमर दर्द कुछ ही दिन में ठीक हो जाता है। लेकिन यदि निम्नलिखित लक्षण कमर दर्द के साथ उत्पन्न हो, तो तुरंत एक अनुभवी डॉक्टर से संपर्क करें -
- दर्द का लंबे समय तक बने रहना
- दैनिक जीवन के कामों को करने में परेशानी होना
- उन कामों या गतिविधियों को करने में दिक्कत होना जिन्हें आप पसंद करते हैं
- इन सबके अलावा, यदि आपके यौन क्रिया में कोई परिवर्तन हो, उदाहरण के लिए, इरेक्शन प्राप्त करने में असमर्थ होना, तो आपको अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए।
कमर दर्द का इलाज
डॉक्टर विभिन्न विकल्पों के साथ कमर दर्द का इलाज करते हैं, जिसमें दवाएं, नॉन सर्जिकल उपचार और सर्जिकल उपचार शामिल है। ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक दवाएं या क्रीम का भी सुझाव डॉक्टर दे सकते हैं। दर्द और सूजन से राहत के लिए भी डॉक्टर कुछ दवाओं का सुझाव देते हैं। साथ ही, कई घरेलू उपचार भी कमर दर्द को दूर करने में मदद कर सकते हैं, जैसे -
- ठंडे और गर्म की सिकाई करें: यदि चोट के कारण पीठ दर्द की समस्या उत्पन्न हो रही है तो सबसे पहले बर्फ से सिकाई करें और कुछ घंटों के बाद गर्म सेक लगाएं।
- अपना दैनिक कार्य करते रहें: कमर दर्द बहुत सारी चुनौतियों के साथ आती है। हालांकि रोगी को सलाह दी जाती है कि वह अपने दैनिक कार्य करते हैं और टोटल बेड रेस्ट से दूरी बनाएं।
- स्ट्रेचिंग करें: यदि आपका काम सिर्फ बैठे रहने वाला है तो इससे रीढ़ की हड्डी को नुकसान हो सकता है। काम के बीच में उठकर स्ट्रेचिंग करने से बहुत लाभ मिलेगा।
- कम हील पहने: महिलाओं को हील पहनने का बहुत शौक होता है, जो कि पीठ दर्द का एक मुख्य कारण भी है। फ्लैट या लो हील्स पहनने से राहत मिलेगी।
- अपने मुद्रा में सुधार करें: बैठने, चलने या काम करने की मुद्रा में सुधार करने से दर्द से काफी हद तक राहत मिलेगी।
कमर दर्द से बचाव
कुछ बातों का विशेष ध्यान रखकर कमर दर्द से बचाव संभव है जैसे -
- अपना स्क्रीन टाईम कम करें
- वॉक करें
- अधिक वजन उठाते समय अधिक सावधानी बरतें
- स्वस्थ खानपान की आदत अपनाएं
- सही तरीके से सोएं
- मानसिक तनाव दूर करने का प्रयास करें
- धूम्रपान न करें
- व्यायाम और योग करें
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
कमर दर्द के घरेलू उपचार क्या है?
कई घरेलू उपचार कमर दर्द को दूर करने में मदद कर सकते हैं, जिसमें स्ट्रेचिंग और व्यायाम, गर्म और ठंडे पैक का इस्तेमाल, चप्पल या जूते बदलना, मालिश करना और अर्निका लगाना शामिल हैं।
क्या खाने से कमर का दर्द ठीक हो जाएगा?
केल, पालक, ब्रोकोली, एवोकाडो; नट्स (अखरोट, बादाम, पेकान और ब्राजील नट्स), चिकन और टर्की; फलियां; और कोको आदि का सेवन कमर दर्द में फायदेमंद माना जाता है।
मुझे कमर दर्द की चिंता कब होनी चाहिए?
अगर दर्द कुछ हफ्तों से अधिक समय तक रहता है, दर्द गंभीर है और आराम करने से यह ठीक नहीं होता है, एक या दोनों पैरों में फैल जाए, खासकर अगर दर्द घुटने के नीचे तक पहुँच जाएँ, तो आपको चिंतित होना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
कमर दर्द में कौन सा आसन करना चाहिए?
शलभासन, मकरासन, धनुरासन, भुजंगासन, और मर्कटासन कुछ ऐसे आसन है जिससे कमर दर्द के इलाज में सहायता मिलती है।
कमर दर्द में क्या खाना चाहिए?
कमर दर्द से निपटने के लिए डॉक्टर निम्नलिखित खाद्य पदार्थों को अपने आहार में जोड़ने की सलाह दे सकते हैं।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ
- कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थ
- अदरक, हल्दी, लहसुन, दालचीनी, लाल मिर्च
- अंडे, दूध, दाल, मांस, मछली
कमर दर्द की एक्सरसाइज कौन कौन सी है?
कमर दर्द की स्थिति के इलाज के लिए कुछ व्यायाम बहुत ज्यादा प्रभावशाली साबित हो सकते हैं जैसे -
- खड़े होकर या बैठे हुए, कमर को धीरे-धीरे एक तरफ से दूसरी तरफ घुमाएं।
- स्ट्रेचिंग से खिंचाव की समस्या से राहत मिल जाएगी।
- साइड बेंड, प्लैंक, पुश-अप्स आदि से कमर को मजबूती मिलती है।
- रोजाना वॉक करने से बहुत लाभ मिलेगा।
2 मिनट में कमर दर्द से आराम कैसे मिलता है?
यदि चोट या फिर भारी सामान उठाने से दर्द हो रहा है तो तुरंत राहत के लिए निम्नलिखित निर्देशों का पालन करें -
- गर्म पानी से स्नान करें।
- कमर पर गर्म पानी की पट्टी रखें।
- कमर पर अदरक या हल्दी का लेप लगाएं।
- स्ट्रेचिंग करें।
- प्रभावित क्षेत्र की ठंडे या गरम की सेक लगाएं।
कमर दर्द का रामबाण इलाज क्या है?
कमर दर्द का कोई रामबाण इलाज नहीं है। हालांकि, कुछ उपायों से कमर दर्द को कम किया जा सकता है। इन उपायों में शामिल हैं जैसे -
- स्वस्थ आहार लें।
- नियमित रूप से व्यायाम करें।
- बैठते या फिर चलते समय अपने पॉश्चर का ध्यान रखें।
- अधिक वजन न उठाएं।
- अगर दर्द बहुत अधिक है, तो डॉक्टर से सलाह लें।