टेलबोन पेन (कोक्सीडीनिया) मुख्यतः रीढ़ की हड्डी के निचले भाग में चोट, संक्रमण या लंबे समय तक बैठने से होने वाली समस्या है। इसके लक्षणों में बैठने पर दर्द, सूजन और असहजता शामिल है। उपचार में घरेलू उपाय, फिजियोथेरेपी और गंभीर मामलों में सर्जरी शामिल है।
क्या कभी बैठने, खड़े होने या रोजमर्रा के काम करते वक्त टेलबोन या रीढ़ की हड्डी के सबसे निचले भाग में तेज या दूसरी तरह का दर्द महसूस हुआ है? अगर हाँ, तो यह दर्द आपके लिए कितना असहज और तकलीफदेह हो सकता है, इसका अंदाज़ा शायद ही कोई लगा सकता है।
टेलबोन पेन या मेडिकल भाषा में कोक्सीडीनिया जैसी स्थिति न केवल आपके दिनचर्या को बाधित करती है बल्कि मानसिक तनाव, खराब नींद और मनोवैज्ञानिक दबाव तक का कारण भी बनती है। इसके अतिरिक्त यह आपके आत्मविश्वास को भी अच्छा खासा ठेस पहुंचा सकती है। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि इस दर्द को समझें, उसके कारण जानें और सही उपचार पाएं। इन सबके बारे में हम आपको इस ब्लॉग में जानकारी देने वाले हैं। इसके अतिरिक्त यदि आप हड्डी संबंधित किसी भी गंभीर समस्या का सामना कर रहे हैं, तो इसका इलाज आपको ब्लॉग में नहीं एक अनुभवी हड्डी रोग विशेषज्ञ से मिल सकता है।
टेलबोन पेन, जिसे मेडिकल भाषा में कोक्सीडीनिया भी कहा जाता है, रीढ़ की हड्डी के सबसे निचले हिस्से में मौजूद सीकरी हड्डी (कोक्सिक्स या टेलबोन) में होने वाला दर्द है। यह हड्डी शरीर के वजन को सहारा देने में अहम भूमिका निभाती है, खासकर बैठते समय। जब यह हिस्सा चोटिल होता है, सूजन हो जाती है, या किसी कारणवश दबाव में आती है तो दर्द शुरू होता है, जिसे टेलबोन दर्द या फिर टेलबोन पेन कहा जाता है। यह दर्द इतना तीव्र हो सकता है कि बैठने, उठने, चलने या यहां तक कि सोना में भी मुश्किल हो जाए। शुरुआत में आपको ऐसा लग सकता है कि आपको रीढ़ की सबसे निचले हड्डी की तरफ आपको कोई सुई चुभो रहा है।
कोक्सीडीनिया महिलाओं में पुरुषों की तुलना में पांच गुना ज्यादा होता है, खासकर प्रसव प्रक्रिया के दौरान या बाद में यह दर्द अधिक हो सकता है। यह एक आम समस्या है, लेकिन इसे अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है, जिससे स्थिति बिगड़ भी सकती है। इसके कारणों और लक्षणों को समझ कर आप तुरंत इलाज ले सकते हैं।
टेलबोन पेन के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख इस प्रकार हैं -
टेलबोन दर्द के लक्षण शुरुआती चरण में हल्के असहजता से लेकर गंभीर दर्द तक हो सकते हैं। यह दर्द कई व्यक्तियों को अटपटा, खींचने वाला या तीखा महसूस हो सकता है। इसके सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं -
टेलबोन पेन की सही पहचान करना बेहद जरूरी है, क्योंकि इसके लक्षण कई अन्य समस्याओं जैसे कि हर्नियेटेड डिस्क, पेल्विक ऑर्गन रोग आदि से मिलते जुलते हो सकते हैं। डॉक्टर आपकी समस्याओं के आधार पर निम्न जांच और परीक्षण का सुझाव दे सकते हैं -
सही निदान से इलाज की योजना बेहतर बनती है और परिणाम जल्दी मिलते हैं।
टेलबोन पेन का उपचार दर्द की तीव्रता और कारणों के आधार पर किया जाता है। अधिकांश मामलों में घरेलू और गैर सर्जिकल उपचार से राहत मिल सकती है। इसके लिए आपको अपने डॉक्टर की बात माननी पड़ेगी। चलिए उन सभी विकल्पों को समझते हैं, जिससे आपको टेलबोन पेन से राहत मिल सकती है।
यह सारे घरेलू उपायों के साथ-साथ सहायक तकनीक भी हैं, जो डॉक्टर अक्सर दवाओं और अन्य उपचार पद्धति के साथ सुझाते हैं।
यदि सभी उपरोक्त उपाय विफल होते हैं और दर्द लगातार बना रहता है, तो सर्जरी (coccygectomy) की सलाह दी जा सकती है। सर्जरी में कोक्सिक्स की कुछ या पूरी हड्डी को हटा दिया जाता है। हालांकि सर्जरी के बाद भी दर्द पूरी तरह खत्म न होना एक संभावना है, इसलिए इस विकल्प को अंतिम उपाय माना जाता है।
यह ब्लॉग न केवल टेलबोन पेन के बारे में गहन जानकारी प्रदान करता है, बल्कि यह आपके लिए एक गाइड के रूप में भी कार्य करता है, ताकि दर्द से लड़ते हुए आप बेहतर और आरामदायक जीवन जी सकें। सही जानकारी, सही इलाज और नियमित देखभाल से टेलबोन दर्द पर नियंत्रण पाया जा सकता है, लेकिन अगर इसे नजरअंदाज किया जाए तो यह आपकी जीवन शैली को प्रभावित कर सकता है।
आपके स्वास्थ्य के लिए सही सलाह और उपचार महत्वपूर्ण है, इसलिए किसी भी लक्षण के शुरू होते ही आप हमारे अनुभवी हड्डी रोग विशेषज्ञ से भी मिल सकते हैं।
जी हां, बिना ब्रेक के कठिन सतहों पर लंबे समय तक बैठना टेलबोन दर्द को बढ़ा सकता है। इसलिए बार-बार उठकर थोड़ा चलना-फिरना जरूरी है।
पेल्विक फ्लोर स्ट्रेच, हैमस्ट्रिंग और ग्लूट मसल्स को मजबूत करने वाले व्यायाम इस दर्द में राहत देते हैं। इन्हें फिजियोथेरेपिस्ट की देखरेख में करना बेहतर होता है।
अधिकांश मामलों में नहीं, सर्जरी केवल दर्द के गंभीर और लगातार बने रहने पर अपनाई जाती है।
हल्के मामलों में कुछ दिन से लेकर कुछ हफ्तों तक आराम से ठीक हो सकता है, जबकि गंभीर मामलों में महीनों भी लग सकते हैं।
हाँ, टेलबोन पेन शरीर के सबसे निचले भाग की हड्डी का दर्द है, जबकि हर्नियेटेड डिस्क रीढ़ की हड्डी की डिस्क में समस्या होती है जो कमर या पैर में दर्द कर सकती है।
Written and Verified by:
Dr. Ananda Mandal is a Consultant Orthopaedic Surgeon at CMRI Hospital, Kolkata. He specializes in sports medicine, joint replacement, and trauma care.
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