टेलबोन पेन: कारण, लक्षण और सर्वोत्तम उपचार विधियाँ
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टेलबोन पेन: कारण, लक्षण और सर्वोत्तम उपचार विधियाँ

Summary

टेलबोन पेन (कोक्सीडीनिया) मुख्यतः रीढ़ की हड्डी के निचले भाग में चोट, संक्रमण या लंबे समय तक बैठने से होने वाली समस्या है। इसके लक्षणों में बैठने पर दर्द, सूजन और असहजता शामिल है। उपचार में घरेलू उपाय, फिजियोथेरेपी और गंभीर मामलों में सर्जरी शामिल है।

क्या कभी बैठने, खड़े होने या रोजमर्रा के काम करते वक्त टेलबोन या रीढ़ की हड्डी के सबसे निचले भाग में तेज या दूसरी तरह का दर्द महसूस हुआ है? अगर हाँ, तो यह दर्द आपके लिए कितना असहज और तकलीफदेह हो सकता है, इसका अंदाज़ा शायद ही कोई लगा सकता है। 

टेलबोन पेन या मेडिकल भाषा में कोक्सीडीनिया जैसी स्थिति न केवल आपके दिनचर्या को बाधित करती है बल्कि मानसिक तनाव, खराब नींद और मनोवैज्ञानिक दबाव तक का कारण भी बनती है। इसके अतिरिक्त यह आपके आत्मविश्वास को भी अच्छा खासा ठेस पहुंचा सकती है। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि इस दर्द को समझें, उसके कारण जानें और सही उपचार पाएं। इन सबके बारे में हम आपको इस ब्लॉग में जानकारी देने वाले हैं। इसके अतिरिक्त यदि आप हड्डी संबंधित किसी भी गंभीर समस्या का सामना कर रहे हैं, तो इसका इलाज आपको ब्लॉग में नहीं एक अनुभवी हड्डी रोग विशेषज्ञ से मिल सकता है।

टेलबोन पेन क्या है? - What is tailbone pain?

टेलबोन पेन, जिसे मेडिकल भाषा में कोक्सीडीनिया भी कहा जाता है, रीढ़ की हड्डी के सबसे निचले हिस्से में मौजूद सीकरी हड्डी (कोक्सिक्स या टेलबोन) में होने वाला दर्द है। यह हड्डी शरीर के वजन को सहारा देने में अहम भूमिका निभाती है, खासकर बैठते समय। जब यह हिस्सा चोटिल होता है, सूजन हो जाती है, या किसी कारणवश दबाव में आती है तो दर्द शुरू होता है, जिसे टेलबोन दर्द या फिर टेलबोन पेन कहा जाता है। यह दर्द इतना तीव्र हो सकता है कि बैठने, उठने, चलने या यहां तक कि सोना में भी मुश्किल हो जाए। शुरुआत में आपको ऐसा लग सकता है कि आपको रीढ़ की सबसे निचले हड्डी की तरफ आपको कोई सुई चुभो रहा है।

कोक्सीडीनिया महिलाओं में पुरुषों की तुलना में पांच गुना ज्यादा होता है, खासकर प्रसव प्रक्रिया के दौरान या बाद में यह दर्द अधिक हो सकता है। यह एक आम समस्या है, लेकिन इसे अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है, जिससे स्थिति बिगड़ भी सकती है। इसके कारणों और लक्षणों को समझ कर आप तुरंत इलाज ले सकते हैं।

टेलबोन पेन के प्रमुख कारण - Major Causes for Tailbone pain

टेलबोन पेन के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख इस प्रकार हैं - 

  • चोट लगना या गिरना: किसी सख्त सतह पर गिरने, अचानक धक्का लगने या एक्सरसाइज के दौरान कोक्सिक्स बोन की चोट इस प्रकार के पेन के मुख्य कारण है।
  • काम या बैठने की खराब आदतें: लंबे समय तक बिना विराम के बैठना, खासकर कठोर या संकीर्ण सतहों पर, टेलबोन दर्द को बढ़ावा देता है। यदि आप खराब पोस्चर में भी बैठते हैं, तो भी यह आपके टेलबोन को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • लंबे समय तक गाड़ी चलाना: यदि आप दुपहिया लंबे समय तक लगातार चलाते हैं, तो भी यह आपके टेलबोन को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • प्रेगनेंसी (डिलीवरी): महिलाओं को बच्चे के जन्म के दौरान या बाद में टेलबोन की चोट लग सकती है, जो बाद में दर्द का कारण बन सकते हैं।
  • पेल्विक मसल्स की समस्या: पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों का तनाव या कमजोर होना भी इस दर्द को जन्म दे सकता है।
  • बीमारी या संक्रमण: कभी-कभी टेलबोन क्षेत्र में सूजन, फोड़ा या संक्रमण होने से भी दर्द होता है। यह भी कई कारणों से हो सकता है, जिसकी पुष्टि एक अनुभवी विशेषज्ञ ही कर सकते हैं।
  • हड्डी का असामान्य विकास या ट्यूमर: दुर्लभ मामलों में, कोक्सिक्स के आस-पास ट्यूमर या कैंसर के कारण भी दर्द हो सकता है। यह दुर्लभ के साथ-साथ गंभीर स्थिति भी है।

टेलबोन पेन के सामान्य लक्षण

टेलबोन दर्द के लक्षण शुरुआती चरण में हल्के असहजता से लेकर गंभीर दर्द तक हो सकते हैं। यह दर्द कई व्यक्तियों को अटपटा, खींचने वाला या तीखा महसूस हो सकता है। इसके सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं - 

  • बैठने या उठने पर दर्द का बढ़ना: टेलबोन पर दबाव पड़ने से दर्द ज़्यादा हो जाता है।
  • मुलायम स्पर्श पर संवेदनशीलता: टेलबोन या उसके आसपास हड्डी को छूने पर दर्द या कोमलता महसूस होना।
  • शौच या यैन संबंध स्थापित करने के समय दर्द: मल त्याग करते वक्त या यौन संबंध के दौरान असुविधा महसूस होना।
  • स्नायु या मांसपेशियों में तनाव: पेल्विक क्षेत्र की मांसपेशियों में खिंचाव या कमजोरी आना।
  • दर्द का नितंबों, जाँघों तक फैलना: कभी-कभी दर्द नितंब से होते हुए जाँघों तक पहुंच सकता है, जो कि आपको संकोच में डाल सकता है कि आपको दर्द कहां हो रहा है।
  • मानसिक तनाव और नींद में कमी: निरंतर दर्द के कारण डिप्रेशन, चिंता या नींद की समस्या भी हो सकती है।

टेलबोन पेन का डायग्नोसिस

टेलबोन पेन की सही पहचान करना बेहद जरूरी है, क्योंकि इसके लक्षण कई अन्य समस्याओं जैसे कि हर्नियेटेड डिस्क, पेल्विक ऑर्गन रोग आदि से मिलते जुलते हो सकते हैं। डॉक्टर आपकी समस्याओं के आधार पर निम्न जांच और परीक्षण का सुझाव दे सकते हैं - 

  • मेडिकल हिस्ट्री की जांच: पिछले चोट, प्रसव या बैठने की आदतों के बारे में सबसे पहले जानकारी ली जाती है।
  • शारीरिक परीक्षण: टेलबोन क्षेत्र की संवेदनशीलता, सूजन या हड्डी की अस्थिरता का परीक्षण किया जाता है।
  • इमेजिंग तकनीक: एक्स-रे से फ्रैक्चर, MRI या CT स्कैन से सूजन, ट्यूमर और मांसपेशियों की स्थिति पता की जाती है।
  • पेल्विक या रेक्टल परीक्षण: पेल्विक फर्श की मांसपेशियों के परीक्षण के लिए इस जांच का उपयोग होता है।
  • ब्लड टेस्ट: संक्रमण या सूजन के परीक्षण को लेकर ही इस टेस्ट को कराया जाता है।

सही निदान से इलाज की योजना बेहतर बनती है और परिणाम जल्दी मिलते हैं।

टेलबोन पेन के उपचार के तरीके

टेलबोन पेन का उपचार दर्द की तीव्रता और कारणों के आधार पर किया जाता है। अधिकांश मामलों में घरेलू और गैर सर्जिकल उपचार से राहत मिल सकती है। इसके लिए आपको अपने डॉक्टर की बात माननी पड़ेगी। चलिए उन सभी विकल्पों को समझते हैं, जिससे आपको टेलबोन पेन से राहत मिल सकती है।

घरेलू उपचार

  • सही बैठने की तकनीक: लंबे समय तक कठोर सतहों पर बैठने से बचें। कोक्सिक्स कुशन या डोनट (गोलाकार) तकिया का इस्तेमाल करें ताकि टेलबोन पर दबाव कम हो।
  • ठंडे और गर्म सेकाने के उपाय: बर्फ की सिकाई सूजन को कम करती है, जबकि गरम पानी की थैली मांसपेशियों को आराम देती है।
  • दर्द को कम करने वाली दवाएं: इबुप्रोफेन, पेरासिटामोल जैसी दवाइयां सूजन और दर्द को कम करने में मददगार होती हैं।
  • स्ट्रेचिंग और एक्सरसाइज: टेलबोन पेन में एक्सरसाइज विशेष महत्व रखती है क्योंकि यह पेल्विक मसल्स को मजबूत करती है और तनाव को कम करती है।
  • आसन और लेटने की स्थिति सुधारना: सोते समय पेट के बल न लेटें और पीछे या साईड में आरामदायक अवस्था में सोएं।

यह सारे घरेलू उपायों के साथ-साथ सहायक तकनीक भी हैं, जो डॉक्टर अक्सर दवाओं और अन्य उपचार पद्धति के साथ सुझाते हैं।

मेडिकल ट्रीटमेंट

  • फिजिकल थेरेपी: यह एक प्रभावी तरीका है, जिसमें मांसपेशियों की ताकत और लचक बढ़ाने वाले व्यायाम डॉक्टर या फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा बताए जाते हैं।
  • इंजेक्शन थेरेपी: स्टेरॉयड या लोकल एनेस्थीसिया इंजेक्शन टेलबोन के आसपास की सूजन और दर्द को कम करते हैं।
  • मालिश थेरेपी: सही मसाज से दर्द से राहत तो मिल जाती है और रक्त संचार भी बेहतर होता है।

सर्जिकल उपचार

यदि सभी उपरोक्त उपाय विफल होते हैं और दर्द लगातार बना रहता है, तो सर्जरी (coccygectomy) की सलाह दी जा सकती है। सर्जरी में कोक्सिक्स की कुछ या पूरी हड्डी को हटा दिया जाता है। हालांकि सर्जरी के बाद भी दर्द पूरी तरह खत्म न होना एक संभावना है, इसलिए इस विकल्प को अंतिम उपाय माना जाता है।

निष्कर्ष

यह ब्लॉग न केवल टेलबोन पेन के बारे में गहन जानकारी प्रदान करता है, बल्कि यह आपके लिए एक गाइड के रूप में भी कार्य करता है, ताकि दर्द से लड़ते हुए आप बेहतर और आरामदायक जीवन जी सकें। सही जानकारी, सही इलाज और नियमित देखभाल से टेलबोन दर्द पर नियंत्रण पाया जा सकता है, लेकिन अगर इसे नजरअंदाज किया जाए तो यह आपकी जीवन शैली को प्रभावित कर सकता है।

आपके स्वास्थ्य के लिए सही सलाह और उपचार महत्वपूर्ण है, इसलिए किसी भी लक्षण के शुरू होते ही आप हमारे अनुभवी हड्डी रोग विशेषज्ञ से भी मिल सकते हैं।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या लंबे समय तक बैठने से टेलबोन पेन बढ़ सकता है?

जी हां, बिना ब्रेक के कठिन सतहों पर लंबे समय तक बैठना टेलबोन दर्द को बढ़ा सकता है। इसलिए बार-बार उठकर थोड़ा चलना-फिरना जरूरी है।

टेलबोन पेन में कौन-से व्यायाम फायदेमंद होते हैं?

पेल्विक फ्लोर स्ट्रेच, हैमस्ट्रिंग और ग्लूट मसल्स को मजबूत करने वाले व्यायाम इस दर्द में राहत देते हैं। इन्हें फिजियोथेरेपिस्ट की देखरेख में करना बेहतर होता है।

क्या टेलबोन पेन के लिए सर्जरी की आवश्यकता पड़ती है?

अधिकांश मामलों में नहीं, सर्जरी केवल दर्द के गंभीर और लगातार बने रहने पर अपनाई जाती है।

टेलबोन पेन ठीक होने में कितना समय लगता है?

हल्के मामलों में कुछ दिन से लेकर कुछ हफ्तों तक आराम से ठीक हो सकता है, जबकि गंभीर मामलों में महीनों भी लग सकते हैं।

क्या टेलबोन पेन और हर्नियेटेड डिस्क में अंतर होता है?

हाँ, टेलबोन पेन शरीर के सबसे निचले भाग की हड्डी का दर्द है, जबकि हर्नियेटेड डिस्क रीढ़ की हड्डी की डिस्क में समस्या होती है जो कमर या पैर में दर्द कर सकती है।

Written and Verified by:

Dr. Ananda Mandal

Dr. Ananda Mandal

Consultant - Orthopaedics Exp: 15 Yr

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Dr. Ananda Mandal is a Consultant Orthopaedic Surgeon at CMRI Hospital, Kolkata. He specializes in sports medicine, joint replacement, and trauma care.

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