टेस्टोस्टेरोन क्या है? टेस्टोस्टेरोन के उपयोग, लाभ और जरूरी स्तर
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टेस्टोस्टेरोन क्या है? टेस्टोस्टेरोन के उपयोग, लाभ और जरूरी स्तर

Table of Contents
  1. टेस्टोस्टेरोन क्या होता है?
  2. टेस्टोस्टेरोन का कार्य और महत्व
  3. टेस्टोस्टेरोन लेवल कितना होना चाहिए 
  4. अपने टेस्टोस्टेरोन के स्तर की जाँच कैसे करें?
  5. हाई टेस्टोस्टेरोन के नुकसान
    1. हाई टेस्टोस्टेरोन के कारण
    2. टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कैसे कम करें
  6. कम टेस्टोस्टेरोन के नुकसान
    1. कम टेस्टोस्टेरोन के कारण
    2. टेस्टोस्टेरोन को प्राकृतिक रूप से कैसे बढ़ाएं
  7. निष्कर्ष
  8. अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न
    1. टेस्टोस्टेरोन बूस्टर फूड क्या है?
    2. टेस्टोस्टेरोन की कमी से कौन सा रोग होता है?
    3. टेस्टोस्टेरोन ज्यादा होने के क्या नुकसान है?
    4. टेस्टोस्टेरोन बढ़ने से क्या होता है?
    5. टेस्टोस्टेरोन कितना होना चाहिए?
    6. टेस्टोस्टेरोन हार्मोन कैसे बढ़ाएं?
    7. क्या टेस्टोस्टेरोन लंबाई बढ़ाने में मदद करता है?
    8. टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में कितना समय लगता है?
    9. क्या महिलाओं के लिए भी टेस्टोस्टेरोन महत्वपूर्ण है?
    10. क्या कम टेस्टोस्टेरोन यौन समस्याओं का कारण बनता है?

Summary

टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन का निर्माण पुरुषों के वृषण या फिर टेस्टिकल्स (Testicles) में होता है। टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का कार्य मांसपेशियों के विकास, वसा के वितरण, और हड्डियों के स्वास्थ्य को दुरुस्त रखना है। इसके अतिरिक्त यह हार्मोन पुरुष प्रजनन क्षमता को स्वस्थ रखने का कार्य भी करता है। 

टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) एक पुरुष सेक्स हार्मोन है, जो पुरुष और महिलाओं दोनों में ही मौजूद होता है। हालांकि महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर बहुत कम होता है। पुरुषों में यह हार्मोन अंडकोष और महिलाओं में अंडाशय में होता है। पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का कार्य शारीरिक विकास और प्रजनन स्वास्थ्य को बनाए रखना है। चलिए इस ब्लॉग के द्वारा टेस्टोस्टेरोन से संबंधित जानकारी प्राप्त करते हैं जैसे कि - टेस्टोस्टेरोन क्या है, टेस्टोस्टेरोन लेवल कितना होना चाहिए, टेस्टोस्टेरोन ज्यादा होने के नुकसान, इत्यादि। इस संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए आप हमारे एंडोक्राइनोलॉजिस्ट विशेषज्ञों से भी संपर्क कर सकते हैं। 

टेस्टोस्टेरोन क्या होता है?

टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन का निर्माण पुरुषों के वृषण या फिर टेस्टिकल्स (Testicles) में होता है। टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का कार्य मांसपेशियों के विकास, वसा के वितरण, और हड्डियों के स्वास्थ्य को दुरुस्त रखना है। इसके अतिरिक्त यह हार्मोन पुरुष प्रजनन क्षमता को स्वस्थ रखने का कार्य भी करता है। 

आसान भाषा में कहा जाए तो टेस्टोस्टेरोन का कार्य पुरुषों को उनकी विशेषता प्रदान करना है जैसे कि - आवाज, चेहरे की बनावट और शरीर के बाल। इसके साथ-साथ यह हार्मोन हृदय और हड्डियों की देखभाल भी करता है। लेकिन आपको एक बात और समझनी होगी कि उम्र के साथ, पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने लगता है।

टेस्टोस्टेरोन का कार्य और महत्व

जैसे ही शरीर इस हार्मोन का उत्पादन करता है, उसके बाद वह रक्त के द्वारा शरीर के अलग-अलग अंगों में चला जाता है और विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करता है। इसके कारण शारीरिक बदलाव के साथ-साथ मानसिक बदलाव भी आते हैं। टेस्टोस्टेरोन निम्न कार्यों को करने के लिए जाना जाता है - 

  • मांसपेशियों को मजबूत करना।
  • हड्डियों की ताकत को बनाए रखना।
  • यौन क्षमता में कमी न लाना।
  • पुरुषत्व (Masculinities) को विकसित करना।
  • रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन को बढ़ाना।

टेस्टोस्टेरोन लेवल कितना होना चाहिए 

अमेरिकन यूरोलॉजिकल एसोसिएशन (AUA) के अनुसार, एक पुरुष के शरीर में टेस्टोस्टेरोन का सामान्य स्तर 300 से 1000 (ng/dL) नैनो ग्राम प्रति डेसीलीटर होता है। इस स्तर से नीचे का स्तर टेस्टोस्टेरोन लेवल की कमी को दर्शाता है। इसके कम होने के कई कारण हैं और बढ़ती उम्र इसका मुख्य लक्षण है। युवावस्था में यह स्तर बहुत तेजी से बढ़ता है। लेकिन कुछ लक्षण है, जो दर्शाते हैं कि इसका स्तर लगातार गिर रहा है, जिसके बारे में हम आगे बात करेंगे।

अपने टेस्टोस्टेरोन के स्तर की जाँच कैसे करें?

यदि आपको लगता है कि आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर में असंतुलन है, तो सबसे पहले डॉक्टर से मिलें और अपने संदेह के बारे में बताएं। वह सीरम टेस्टोस्टेरोन टेस्ट का सुझाव देते हैं, जिससे रक्त प्रवाह में टोटल टेस्टोस्टेरोन को मापता है। टेस्ट करने के लिए निम्न कारकों पर कार्य करने का सुझाव दिया जाता है - 

  • टेस्ट करने का सबसे सही समय सुबह 7-10 बजे के बीच होता है। इस दौरान टेस्टोस्टेरोन का स्तर सबसे ज्यादा होती है।
  • टेस्ट से पहले कुछ दवाओं से बचने की सलाह दी जाती है, जिससे टेस्ट के परिणाम सटीक नहीं आते हैं। उनके बारे में डॉक्टर से बात करें।
  • टेस्टोस्टेरोन के स्तर की जांच के लिए अतिरिक्त टेस्ट जैसे कि फ्री टेस्टोस्टेरोन और SHBG (सेक्स हार्मोन-बाइंडिंग ग्लोब्युलिन) की आवश्यकता पड़ सकती है। 

बिना डॉक्टर के सलाह के टेस्ट न करें, क्योंकि यदि परीक्षण में कोई भी समस्या दिखती है, तो वह इसके इलाज के लिए सही सुझाव भी दे सकते हैं।

हाई टेस्टोस्टेरोन के नुकसान

टेस्टोस्टेरोन हमारे शरीर के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होती है। यह एक पुरुष हार्मोन है, और यदि किसी भी कारणवश यह अधिक हो जाए, तो इसके कारण बहुत सारी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं जैसे कि - 

  • आक्रामक व्यवहार और मूड स्विंग।
  • हृदय रोग और हाई ब्लड प्रेशर का बढ़ता जोखिम।
  • मुंहासे और अत्यधिक तैलीय त्वचा।
  • स्लीप एपनिया (नींद के दौरान सांस लेने में कठिनाई होना)
  • अंडकोष में सिकुड़न और शुक्राणु के उत्पादन में कमी

महिलाओं में भी टेस्टोस्टेरोन हार्मोन होता है, और यदि यह एक सीमित सीमा से ऊपर चला जाए, तो इसके कारण निम्न स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं जैसे कि - 

  • चेहरे पर अनचाहे बाल उगाना जैसे कि दाढ़ी और मूंछ आना। 
  • पीरियड्स साइकिल में बदलाव।
  • आवाज में गहरापन।

यदि आपको भी ऐसे लक्षण दिखते हैं, तो बिना किसी झिझक डॉक्टर से मिलें और इलाज लें।

हाई टेस्टोस्टेरोन के कारण

पुरुषों और महिलाओं में विभिन्न कारणों से टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर बढ़ सकता है जैसे कि - 

  • एनाबॉलिक स्टेरॉयड का अत्यधिक उपयोग (आमतौर पर बॉडीबिल्डर में देखा जाता है)
  • टेस्टिकुलर या एड्रनेल ग्लैंड कैंसर
  • महिलाओं में पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस)
  • जन्मजात एड्रेनल हाइपरप्लासिया (हार्मोन उत्पादन को प्रभावित करने वाला एक जेनेटिक डिजीज)

इस स्थिति के प्रभावी इलाज के लिए टेस्टोस्टेरॉन के उच्च स्तर के कारण की पहचान करना बहुत ज्यादा आवश्यक होता है। 

टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कैसे कम करें

यदि आपका टेस्टोस्टेरोन का स्तर बहुत अधिक है, तो निम्न सुझावों का पालन करके आप इसे कम कर सकते हैं - 

  • हार्मोनल थेरेपी: विशेष रूप से पीसीओएस वाली महिलाओं में यह थेरेपी लाभकारी साबित हो सकती है। 
  • जीवनशैली में बदलाव: संतुलित आहार और नियमित व्यायाम टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। 
  • एनाबॉलिक स्टेरॉयड और टेस्टोस्टेरोन सप्लीमेंट से बचना: जब तक आवश्यक न हो, तब तक इन दवाओं से बचें। प्रयास करें कि डॉक्टरी सलाह से ही कोई दवा लें।

कम टेस्टोस्टेरोन के नुकसान

टेस्टोस्टेरोन के कम स्तर की स्थिति को हाइपोगोनाडिज्म कहा जाता है, जो किसी भी व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रभावित कर सकता है। इस स्थिति में कुछ सामान्य स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकते हैं जैसे कि - 

  • मांसपेशियों का कम होना और शरीर में फैट का बढ़ना।
  • ऊर्जा के स्तर में कमी और बार-बार थकान का अनुभव होना।
  • स्तंभन दोष और कम सेक्स ड्राइव।
  • मूड स्विंग, चिड़चिड़ापन और यहां तक कि डिप्रेशन की स्थिति उत्पन्न होना।
  • बालों का झड़ना और दाढ़ी का कम उगना।
  • गंभीर मामलों में, कम टेस्टोस्टेरोन ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों का कमजोर होना) और बांझपन की समस्या होना।

कम टेस्टोस्टेरोन के कारण

कई कारक टेस्टोस्टेरोन उत्पादन में कमी का कारण बन सकते हैं जैसे कि - 

  • 30 की उम्र के बाद टेस्टोस्टेरोन स्वाभाविक रूप से कम होने लगता है।
  • शरीर में अतिरिक्त फैट टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम करने का कार्य करता है।
  • टाइप 2 डायबिटीज
  • क्रोनिक किडनी रोग
  • अंडकोष में चोट या संक्रमण।
  • एचआईवी/एड्स
  • अत्यधिक तनाव और नींद की खराब आदतें।

कम टेस्टोस्टेरोन की पहचान के बाद इसके कारणों को पहचानना बहुत ज्यादा जरूरी होता है, जिसमें एक विशेषज्ञ डॉक्टर आपकी मदद कर सकते हैं। 

टेस्टोस्टेरोन को प्राकृतिक रूप से कैसे बढ़ाएं

टेस्टोस्टेरोन को प्राकृतिक रूप से बढ़ाने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में बदलाव करें जैसे कि - 

  • टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ खाएं: अंडे, ट्यूना और सैल्मन फिश, रेड मीट (सीमित मात्रा में), मेवे और बीज (जैसे अखरोट और बादाम) और हरी पत्तेदार सब्जियों को अपने आहार में शामिल करें।
  • नियमित रूप से व्यायाम करें: वेट ट्रेनिंग और हाई इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT) टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
  • पर्याप्त नींद लें: टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन में नींद की आवश्यकता होती है। हर रात 7-9 घंटे की अच्छी नींद लेने का लक्ष्य रखें।
  • तनाव कम करें: क्रोनिक तनाव कोर्टिसोल के स्तर को बढ़ाने का कार्य करता है। कोर्टिसोल हार्मोन के कारण टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होता है। तनाव को मैनेज करने से आपकी लगभग सारी समस्याएं खत्म हो सकती हैं।
  • स्वस्थ वजन बनाए रखें: मोटापा लो टेस्टोस्टेरोन का एक महत्वपूर्ण कारण है। शरीर की अतिरिक्त चर्बी कम करने से स्वाभाविक रूप से टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन बढ़ सकता है।
  • चिकित्सा उपचार पर विचार करें: कुछ मामलों में, डॉक्टर टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (टीआरटी), टेस्टोस्टेरोन इंजेक्शन, जैल या पैच की सलाह दे सकते हैं। इन सुझावों को अक्सर तब दिया जाता है, जब प्राकृतिक उपचार आपकी मदद नहीं कर पाते हैं। 

निष्कर्ष

कई कारक हैं, जो टेस्टोस्टेरोन के स्तर को प्रभावित कर सकते हैं। एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉक्टर इस हार्मोन के स्तर के आधार पर इलाज की योजना बनाते हैं। वह शुरुआती मामलों में टेस्टोस्टेरोन बूस्टर फूड, व्यायाम, और जीवनशैली में बदलाव का सुझाव देते हैं। टेस्टोस्टेरोन के कम स्तर के इलाज के बारे में अधिक जानने के लिए आप हमारे विशेषज्ञ डॉक्टरों से बात भी कर सकते हैं। 

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न

 

टेस्टोस्टेरोन बूस्टर फूड क्या है?

अक्सर यह प्रश्न उठता है कि टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के लिए क्या खाएं? अंगूर और अनार एसे फल है, जो टेस्टोस्टेरोन के स्तर को 24% तक बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। अनार मोटापे से होने वाली सूजन को भी रोकता है, जो टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम करने में सहायक है।

टेस्टोस्टेरोन की कमी से कौन सा रोग होता है?

पुरुषों में टेस्टोरोन के स्तर के कम होने से कई बीमारियां हो सकती हैं जैसे कि - हड्डियों का कमजोर होना (ऑस्टियोपोरोसिस), मेल ब्रेस्ट का आना, बाल झड़ना, इत्यादि।

टेस्टोस्टेरोन ज्यादा होने के क्या नुकसान है?

जिस प्रकार पुरुषों में इस हार्मोन के कम होने से समस्या होती है, उसी प्रकार महिलाओं में इस हार्मोन के ज्यादा होने से नुकसान होता है। जिन महिलाओं के शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर अधिक होता है, उनके चेहरे और शरीर के दूसरे अंगों पर अधिक और घने बाल आने लगते हैं। 

टेस्टोस्टेरोन बढ़ने से क्या होता है?

टेस्टोस्टेरोन बढ़ने से पुरुषों में मांसपेशियों का विकास होता है, हड्डियां मजबूत होती हैं, यौन इच्छा में बढ़ोतरी है, और शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। यह हृदय स्वास्थ्य को भी बेहतर बना सकते हैं।

टेस्टोस्टेरोन कितना होना चाहिए?

टेस्टोस्टेरोन का सामान्य स्तर उम्र, समग्र स्वास्थ्य और अन्य कारकों पर निर्भर करता है। डॉक्टर ही आपके लिए सही स्तर निर्धारित कर सकते हैं। इसलिए हमेशा डॉक्टरी सलाह लें।

टेस्टोस्टेरोन हार्मोन कैसे बढ़ाएं?

टेस्टोस्टेरोन को प्राकृतिक रूप से बढ़ाने के लिए आप स्वस्थ आहार लें, नियमित व्यायाम करें, पर्याप्त नींद लें, तनाव कम करें और शराब और धूम्रपान से दूरी बनाएं। कुछ खाद्य पदार्थ जैसे कि अंडे, मछली और फलियां टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

क्या टेस्टोस्टेरोन लंबाई बढ़ाने में मदद करता है?

टेस्टोस्टेरोन का कार्य हड्डियों के विकास में एक अहम भूमिका निभाते हैं, लेकिन यह सत्य नहीं है कि टेस्टोस्टेरोन से लंबाई बढ़ सकती है। 

टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में कितना समय लगता है?

जीवनशैली में बदलाव के साथ, टेस्टोस्टेरोन का स्तर कुछ हफ्तों से लेकर कुछ महीनों में सुधार सकता है। चिकित्सा उपचार से परिणाम तेजी से दिख सकते हैं।

क्या महिलाओं के लिए भी टेस्टोस्टेरोन महत्वपूर्ण है?

हां, महिलाओं को मांसपेशियों की ताकत, हड्डियों के घनत्व और स्वस्थ सेक्स ड्राइव के लिए टेस्टोस्टेरोन की आवश्यकता होती है - लेकिन पुरुषों की तुलना में यह बहुत कम मात्रा में उन्हें प्रभावित करता है।

क्या कम टेस्टोस्टेरोन यौन समस्याओं का कारण बनता है?

हां, कम टेस्टोस्टेरोन इरेक्टाइल डिसफंक्शन, कम कामेच्छा और संभोग सुख प्राप्त करने में कठिनाई का कारण बन सकता है। चिकित्सा सहायता लेने से यौन स्वास्थ्य को दुरुस्त करने में मदद मिल सकती है।

Written and Verified by:

Dr. Ankur Gahlot

Dr. Ankur Gahlot

Additional Director Exp: 16 Yr

Diabetes & Endocrinology

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