अपेंडिसाइटिस के अप्रत्याशित लक्षण जो आपको पता होने चाहिए
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अपेंडिसाइटिस के अप्रत्याशित लक्षण जो आपको पता होने चाहिए

Summary

अपेंडिसाइटिस के अप्रत्याशित लक्षणों को समझने से पहले हमें यह समझना होगा कि अपेंडिसाइटिस क्या है। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि शरीर में एक अंग होता है, जिसे अपेंडिक्स कहते हैं।

वैसे तो पेट में दर्द होना एक सामान्य बात है, लेकिन अचानक से पेट में दर्द होना और खांसने या छींकने के कारण उस दर्द में वृद्धि होना गंभीर रोग का संकेत देता है। इस स्थिति में आपको सावधान रहने की आवश्यकता है, क्योंकि यह अपेंडिसाइटिस का मुख्य लक्षण है। अपेंडिसाइटिस में पेट में अचानक दर्द होता है। 10 से 30 वर्ष तक के लोग इस रोग से पीड़ित हो सकते हैं। अपेंडिसाइटिस के सफल और सुरक्षित इलाज में हमारे चिकित्सा विशेषज्ञ आपकी मदद कर सकते हैं।

अपेंडिसाइटिस क्या है?

अपेंडिसाइटिस के अप्रत्याशित लक्षणों को समझने से पहले हमें यह समझना होगा कि अपेंडिसाइटिस क्या है। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि शरीर में एक अंग होता है, जिसे अपेंडिक्स कहते हैं। अपेंडिसाइटिस वह समस्या है जिसमें अपेंडिक्स संक्रमित हो जाता है। अपेंडिक्स में सूजन और दर्द संक्रमण का संकेत देता है, जिसमें पेट के निचले दाहिने भाग में दर्द होता है। इस बीमारी का सही समय पर उचित इलाज रोगी के लिए लाभकारी साबित होगा।

सर्जरी को अपेंडिक्स का सबसे उत्तम इलाज माना जाता है। कुछ मामलों में अपेंडिक्स को पूर्ण रूप से निकालने की आवश्यकता होती है, तो कुछ मामलों में इसे सिर्फ आंशिक रूप से ही उन्हें निकाला जाता है। जब भी कोई व्यक्ति अपेंडिसाइटिस से पीड़ित होता है और स्थिति का प्रबंधन दवाओं से संभव नहीं हो पाता है, तो डॉक्टर संक्रमित अपेंडिक्स को ऑपरेशन से निकालने की सलाह देते हैं। 

अपेंडिसाइटिस का कारण -

कई मामलों में अपेंडिसाइटिस का कारण स्पष्ट नहीं हो पाता है। लेकिन कुछ स्थितियां हैं, जिससे अपेंडिसाइटिस का खतरा बढ़ जाता है जैसे - 

  • पेट में चोट
  • इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (पाचन संबंधी समस्या)
  • गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इंफेक्शन (जीआई)
  • अपेंडिक्स के अंदर के उद्घाटन में रुकावट
  • अपेंडिक्स की दीवार में ऊतक का बढ़ना
  • परजीवियों (पैरासाइट) की वृद्धि के कारण अपेंडिसियल लुमेन में ब्लॉकेज।

किस कारण की वजह से अपेंडिसाइटिस की समस्या उत्पन्न हुई है, इसकी पुष्टि के लिए हमारे गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विशेषज्ञों से परामर्श करें। 

अपेंडिसाइटिस के लक्षण -

अपेंडिसाइटिस के कुछ अप्रत्याशित लक्षण हैं, जिसकी जानकारी आपको होनी चाहिए। इससे रोगी को सही समय पर सही इलाज प्राप्त करने में मदद मिलती है। अपेंडिसाइटिस के कुछ लक्षण है, जिससे आप अनजान हो सकते हैं जैसे - 

  • नाभि के आसपास के क्षेत्र में दर्द: आमतौर पर अपेंडिसाइटिस में पेट के निचले भाग में दर्द होता है। लेकिन बहुत कम लोगों को पता होता है कि इस दर्द की शुरुआत नाभि क्षेत्र से होती है। धीरे धीरे यह दर्द तेजी से पेट के दाहिने भाग की तरफ बढ़ता है।
  • छींक और खांसी के साथ दर्द में बढ़ोतरी: खांसने, छींकने या धक्का लगने पर पेट के दर्द में वृद्धि होना अपेंडिसाइटिस का एक आम लक्षण है। 
  • बुखार: बुखार कई कारणों से हो सकता है। लेकिन पेट में दर्द के साथ बुखार, अपेंडिक्स के संक्रमण या फूड पॉइजनिंग का संकेत देता है। ज्यादातर डॉक्टर इस लक्षण को नजरअंदाज करते हैं, जिससे रोगी को भविष्य में कुछ नुकसान का सामना करना पड़ता है। इसलिए बुखार के साथ लगातार पेट दर्द की स्थिति को कभी भी नजरअंदाज न करें। 
  • दस्त या कब्ज: कई मामलों में यह लक्षण रोगी को भ्रमित कर सकते हैं। यदि दस्त में बड़ी मात्रा में बलगम पाया जाता है या फिर दस्त की समस्या 2-3 दिनों तक बनी रहती है तो यह अपेंडिसाइटिस की समस्या की तरफ इशारा करता है। 
  • गैस और सूजन: गैस होना एक आम बात है, लेकिन गैस का लगातार बने रहना और उसके कारण पेट में सूजन आ जाना अपेंडिसाइटिस का लक्षण है। 
  • पेट को दबाने से दर्द से राहत: यदि आपको पेट में दर्द हो और उसे दबाने से दर्द से राहत मिले, तो यह संकेत देता है कि आप अपेंडिसाइटिस से पीड़ित हैं। इस स्थिति में तुरंत विशेषज्ञ से मिलें और जांच करवाएं।
  • दर्द का अचानक खत्म होना: अपेंडिक्स के दर्द का अचानक खत्म होना आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। यदि बिना किसी दवा और इलाज के दर्द से राहत मिल जाए, तो यह एक गंभीर समस्या की तरफ इशारा करता है। अपेंडिसाइटिस के मामले में ऐसा तब होता है, जब अपेंडिक्स फट जाता है। ऐसा होने पर डॉक्टर से तुरंत मिलने की सलाह दी जाती है। 

निष्कर्ष

सभी मुख्य लक्षणों में पेट दर्द अपेंडिसाइटिस का मुख्य लक्षण है। यदि समय रहते ही इस स्थिति का अंदेशा मिल जाए, तो डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाओं से इस स्थिति का इलाज कर सकते हैं। अधिकतर लोग इन लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे स्थिति और भी ज्यादा खराब हो जाती है। इसके कारण अपेंडिक्स की सर्जरी ही इस स्थिति का एकमात्र इलाज का विकल्प बन जाता है। अपेंडिसाइटिस के लक्षणों को पहचानें और त्वरित इलाज प्राप्त करें। अपेंडिसाइटिस के इलाज के लिए आप कोलकाता में हमारे शीर्ष गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विशेषज्ञ से संपर्क कर सकते हैं

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

 

क्या बिना सर्जरी के अपेंडिसाइटिस का इलाज संभव है?

हाँ, एपेंडिसाइटिस के शुरुआती मामलों के इलाज के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाओं का सुझाव दे सकते हैं। इससे लक्षण, संक्रमण और जटिलताओं को कम करने में मदद मिलेगी। सबसे पहले डॉक्टर रोगी का परीक्षण करते हैं और परिणाम के आधार पर ही वह इलाज की योजना बनाते हैं।

क्या खाने से अपेंडिसाइटिस होता है?

अपेंडिसाइटिस में आहार का महत्व बहुत ज्यादा होता है। कुछ खाद्य पदार्थ हैं, जिनके सेवन से अपेंडिसाइटिस की समस्या आपको परेशान कर सकती हैं जैसे -

  • फलों के बीज
  • हाई फैट फूड प्रोडक्ट्स
  • डेयरी प्रोडक्ट
  • मीठा (Sweets)

इसके अतिरिक्त धूम्रपान और शराब का सेवन स्थिति को और भी ज्यादा गंभीर बना सकता है। इसलिए इससे दूरी बनाएं।

अपेंडिसाइटिस की स्थिति में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?

अपेंडिसाइटिस की स्थिति में रोगी को अपने आहार में मुख्य रूप से विटामिन सी, विटामिन ए, ओमेगा -3 फैटी एसिड, जिंक, ग्लूटामाइन आदि शामिल करने चाहिए। सर्जरी के बाद स्वस्थ लिवर के लिए स्वस्थ आहार बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है।

Written and Verified by:

Dr. Somnath Mukherjee

Dr. Somnath Mukherjee

Consultant - Gastro Science Exp: 25 Yr

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Dr. Somnath Mukherjee has regularly ran the acute takes, including cover provision for out of hours for coronary are, HDU and ITU, triaging of admissions and dealing with complications on the surgical wards.

He has also been responsible for the ongoing care of general medical in-patients. He conducts therapeutic ERCP list plus three upper and lower gastrointestinal diagnostic and therapeutic procedures. He is also an expert in performing the following procedures: OGD, Colonoscopy including polypectomy, Variceal banding, heater probe, APC, Injection therapy for bleeding, Oesophageal dilation and stent insertion, capsule endoscopy, CVP insertion etc.

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