Gastro Sciences | by Dr. Ajay Mandal | Published on 07/08/2024
गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग या जीईआरडी (GERD) एक पाचन संबंधी समस्या है, जिससे पेट का एसिड इसोफैगस में वापस चला जाता है। पेट का जो एसिड होता है, वह हमारे शरीर के दूसरे अंग के लिए हानिकारक होता है, जो इसोफेगस को भी नुकसान पहुंचा सकता है। जीईआरडी के कारण कुछ लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं जैसे सीने में जलन, खट्टा स्वाद आना और निगलने में कठिनाई, इत्यादि। इस स्थिति के इलाज के तौर पर जीवनशैली में बदलाव और दवाएं दी जाती है। इनकी मदद से यह नियंत्रित हो सकता है। हालांकि, कुछ मामलों में सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है, उसके लिए हमारे गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट विशेषगय से संपर्क करें ।
सर्जरी की आवश्यकता निम्न स्थितियों में हो सकती है -
जीईआरडी की सर्जरी में एसोफेगस के निचले भाग की स्फिंक्टर मांसपेशियों को मजबूत किया जाता है। इस प्रक्रिया को निसेन फंडोप्लिकेशन (Nissen Fundoplication) के नाम से जाना जाता है। प्रक्रिया के दौरान, सर्जन एसिड रिफ्लक्स की स्थिति को रोकने के लिए इसोफेगस के निचले भाग को ब्लॉक करने के लिए स्फिंक्टर मांसपेशियों को मजबूत करते हैं। अधिकांश लोगों में सर्जरी के बाद एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों से राहत मिल जाती है। प्रक्रिया में गैस्ट्रो सर्जन पेट के ऊपर वाले भाग को निचले एसोफैगस के चारों ओर लपेट लिया जाता है।
मुख्य रूप से निसेन फंडोप्लिकेशन सर्जरी को दो प्रकार में बांटा गया है -
बिना सर्जरी जीईआरडी का इलाज संभव है, लेकिन इसके लिए भी आपको एक अच्छे डॉक्टर से मिलने की सलाह दी जाती है। हालांकि कुछ उपाय हैं, जिनकी मदद से इस स्थिति के शुरुआती मामलों में बिना सर्जरी के इलाज संभव हो पाता है जैसे -
इस बात में कोई संदेह नहीं है कि यह सर्जरी बहुत लाभकारी है। इसकी मदद से रोगी को निम्न लाभ मिल सकते हैं -
यह दर्शाता है कि जीईआरडी के लिए सर्जरी एक प्रभावी उपचार का विकल्प है। सर्जरी से पहले हम आपको सलाह देंगे कि हमारे विशेषज्ञ डॉक्टर (गैस्ट्रोइन्टेरोलॉजिस्ट) से मिलें और इलाज के सभी विकल्पों पर बात करें।
जब दवाएं और जीवनशैली में बदलाव काम नहीं आते हैं तो जीईआरडी की सर्जरी का सुझाव हम भी अपने रोगियों को देते हैं। इस स्थिति में इसोफेगस में सूजन या संकुचन का इलाज आसानी से होता है।
जीईआरडी सर्जरी में इसोफेगस के निचले भाग को मजबूत करने के लिए कुछ मांसपेशियों को मजबूत किया जाता है, जिससे पेट का एसिड वापस नहीं आता है। इस सर्जरी को निसेन फंडोप्लिकेशन नाम से भी जाना जाता है।
जीईआरडी सर्जरी की मदद से सीने में जलन, खट्टा स्वाद और निगलने में कठिनाई जैसे लक्षणों से राहत मिलती है। इसकी सहायता से जीवन की गुणवत्ता में सुधार तो होता ही है। इससे इसोफेगस कैंसर की समस्या का भी खतरा टल जाता है।