सर्दी-जुकाम से बचने के लिए आयुर्वेदिक टिप्स
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सर्दी-जुकाम से बचने के लिए आयुर्वेदिक टिप्स

Summary

सर्दी, खांसी और जुकाम की स्थिति में कुछ आम लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं जैसे कि - 

  • नाक बहना या बंद होना
  • छींकना
  • गले में खराश
  • लगातार खांसी आना, खास तौर पर रात में।
  • हल्की थकान
  • हल्का बुखार

बच्चे से लेकर बूढ़े तक, हर व्यक्ति सर्दी-जुकाम से परेशान रहता है। यह समस्या मुख्य रूप से बदलते मौसम में बहुत परेशान करती है। आमतौर पर यह स्थितियां आम ही होती है, लेकिन यह आपके दैनिक कार्यों और गतिविधियों को भी बाधित कर सकती हैं। 

इस ब्लॉग में आपको कुछ ऐसे आयुर्वेदिक टिप्स दूंगा, जिससे आप अपने सर्दी-जुकाम को आसानी से कम कर सकते हैं। हालांकि, 2 हफ्ते से अधिक खांसी की स्थिति में बिना देर किए आपको परामर्श करने का सुझाव दिया जाता है, क्योंकि यह टीबी का संकेत हो सकता है। यदि आप ऐसे किसी भी लक्षण का अनुभव कर रहे हैं, तो कृपया कोलकाता में सर्वश्रेष्ठ पल्मोनोलॉजिस्ट से संपर्क करें।

सर्दी और खांसी के लक्षण

सर्दी, खांसी और जुकाम की स्थिति में कुछ आम लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं जैसे कि - 

  • नाक बहना या बंद होना
  • छींकना
  • गले में खराश
  • लगातार खांसी आना, खास तौर पर रात में।
  • हल्की थकान
  • हल्का बुखार

इस बात में कोई संदेह नहीं है कि यह सारे लक्षण आपको परेशान कर सकते हैं। इसलिए इन लक्षणों के महसूस होते ही प्रयास करें कि आप सही कदम उठाएं और आवश्यकता पड़ने पर परामर्श एवं इलाज लें।

सर्दी और खांसी के कारण

सर्दी, खांसी और जुकाम, मुख्य रूप से किसी एलर्जी या वायरल संक्रमण के कारण होती है। इस स्थिति में राइनोवायरस सबसे आम और सामान्य संक्रमण है। इसके अतिरिक्त इस स्वास्थ्य स्थिति के कुछ सामान्य लक्षण भी है जैसे कि - 

  • कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
  • संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आना
  • अचानक मौसम में बदलाव
  • एलर्जी
  • खराब पोषण

खांसी एक संक्रामक रोग है, जो हमने कोरोना वायरस में भी देखा है। सही कारण का पता लगा कर सही कदम उठाने से आप एक बेहतर गुणवत्ता वाला जीवन व्यतीत कर सकते हैं।

सर्दी और खांसी के लिए आयुर्वेदिक घरेलू उपचार

कुछ ऐसे उपाय हैं, जिनकी गिनती आयुर्वेदिक उपायों में होती तो है, लेकिन इनका सुझाव सभी डॉक्टर सर्दी जुकाम में देते हैं। चलिए उन सभी प्राकृतिक उपायों को जानते हैं, जिससे आपको आराम मिल सकता है - 

  • तुलसी: तुलसी अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है। इससे शरीर के इम्यून सिस्टम बहुत मजबूत होता है। तुलसी के साथ अदरक, दालचीनी, काली मिर्च, और लौंग का काढ़ा पीने से भी आपको बहुत लाभ मिलने वाला है। 
  • शहद और अदरक: यदि आप एक चम्मच शहद में ताजे अदरक के रस को मिलाएं और उसमें थोडा सा काली मिर्च डाल दें और इसका सेवन करें, तो इससे गले की खराश दूर हो सकती है। 
  • हल्दी वाला दूध: हल्दी को एक ग्लास गर्म दूध में डालकर सोने से पहले पीने से सूजन और खांसी से राहत मिलती है। 
  • भाप लेना: यह उपाय हम अपने पेशेंट्स को अक्सर देते हैं। भाप लेने से नाक का मार्ग साफ होता है और सांस लेने में भी आसानी होती है। 
  • नमक के पानी से गरारे करना: यदि आप गर्म पानी से गरारे करते हैं, तो इससे बलगम भी कम होता है और जलन भी कम होता है। 

यह उपाय बच्चों में भी कार्य कर सकते हैं, लेकिन 2 से 8 साल के बच्चों में इस प्रकार के उपाय न करें। 2 साल के बच्चे में सर्दी और खांसी के लिए घरेलू उपचारों को करने से पहले एक अनुभवी डॉक्टर से ज़रूर मिलें। जब तक आप मिलते नहीं है, तब तक आप निम्न उपायों का पालन कर सकते हैं - 

  • बच्चों के लिए सेलाइन नेज़ल स्प्रे आते हैं, जिसका आप उपयोग कर सकते हैं। 
  • छोटे बच्चों में शहद और अदकर का कॉम्बिनेशन उपयोग हो सकता है, लेकिन अदरक की मात्रा आधा चम्मक कर दें। 
  • बच्चों को सुलाते समय सिर को थोड़ा सा ऊपर रखें।

सर्दी और खांसी के दौरान आहार संबंधी सुझाव

सर्दी और खांसी को ठीक करने के लिए आप अपने आहार में भी कुछ बदलाव कर सकते हैं जैसे कि - 

  • गर्म तरल पदार्थ का सेवन करें: सबसे पहले खुद को हाइड्रेट रखें और अपने गले को आराम दें। हर्बल टी, गर्म पानी का लगातार सेवन आपके लिए लाभकारी होगा। 
  • आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थ: प्रयास करें कि आप आसानी से पचने वाले भोजन का सेवन करें जैसे कि खिचड़ी, दलिया, या सूप। 
  • मसाले: काली मिर्च, जीरा और दालचीनी जैसे मसालों को अपने आहार में शामिल करें, जिससे आप सभी रोगों से दूर भी रहेंगे। 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

 

सर्दी और खांसी के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा कौन सी है?

सामान्यतौर पर मैं डॉक्टर के तौर पर कोई भी दवा लेने के लिए मना ही करुंगा। लेकिन आप दवा के स्थान पर तुलसी की चाय या काढ़ा पी सकते हैं। 

क्या सर्दी और खांसी के दौरान केला खाना चाहिए?

आयुर्वेद में, केले को ठंडा माना जाता है और यह बलगम के उत्पादन को बढ़ा सकता है इसलिए यदि आपको सर्दी और जुकाम है, तो प्रयास करें कि केले से आप दूरी बनाएं। 

क्या सर्दी और खांसी के दौरान गुनगुना पानी पीना फायदेमंद है?

हां, गुनगुना पानी पीने से गले को आराम मिलता है, जलन कम होती है और शरीर से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद भी मिलती है।

क्या सर्दी और खांसी के दौरान भाप लेना फायदेमंद होता है?

भाप लेने से नाक में जमाव की स्थिति से आराम मिलता है और सांस लेने की दिक्कत भी खत्म होती है। 

सर्दी-जुकाम और खांसी से बचने के लिए रोजाना क्या खाना चाहिए?

प्रयास करें आप खट्टे फल खाएं। इसके अतिरिक्त आप अपने आहार में अदरक, लहसुन और हल्दी जैसे आवश्यक तत्वों को अपने आहार में शामिल करें, क्योंकि यह तासीर में भी गर्म होते हैं और संक्रमण से भी बचाते हैं।

Written and Verified by:

Dr. Shyam Krishnan

Dr. Shyam Krishnan

Consultant- Pulmonology Exp: 10 Yr

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Dr Shyam Krishnan brings with him 10 years of expertise in Pulmonology care and is especially skilled at Interventional Pulmonology procedures like airway stent replacement, Rigid & Flexible Bronchoscopy, foreign body removal, Thoracic ultrasound and ultrasound guided thoracentesis, Thermal Therapy, EBUS guided Trans-bronchial biopsy. He is experienced in Managing different types of Lung infections. He has contributions in various in publications too.

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