स्पाइन सर्जरी: प्रक्रिया, लाभ और जोखिम
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स्पाइन सर्जरी: प्रक्रिया, लाभ और जोखिम

Summary

स्पाइन सर्जरी या स्पाइनल सर्जरी एक सर्जरी है, जिसकी मदद से रीढ़ की हड्डी में दर्द का इलाज होता है। इस सर्जरी के बाद पेशेंट को कई समस्याओं से राहत मिल सकती है, जैसे गंभीर दर्द, गतिशीलता में समस्या और जीवन की खराब गुणवत्ता। 

लंबे समय से पीठ में लगातार दर्द होना, एक बहुत ही दर्दनाक स्थिति है, जिसका इलाज किया जाना बहुत ज्यादा अनिवार्य है। यदि दर्द असहनीय है और दवा, व्यायाम एवं फिजियोथेरेपी से आराम नहीं मिल रहा है, तो रीढ़ की हड्डी के ऑपरेशन या स्पाइनल सर्जरी की सलाह दी जाती है। 

यदि आपको या आपके परिवार में कोई भी लंबे समय से पीठ के दर्द से पीड़ित है, तो हम आपको भी सलाह देंगे कि तुरंत एक अनुभवी एवं सर्वश्रेष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ से मिलें और इलाज के सभी विकल्पों पर विचार करें।

स्पाइन सर्जरी क्या है?

स्पाइन सर्जरी (spine surgery) या स्पाइनल सर्जरी एक सर्जरी है, जिसकी मदद से रीढ़ की हड्डी में दर्द का इलाज होता है। इस सर्जरी के बाद पेशेंट को कई समस्याओं से राहत मिल सकती है, जैसे गंभीर दर्द, गतिशीलता में समस्या और जीवन की खराब गुणवत्ता। 

रीढ़ की हड्डी की समस्या के इलाज के लिए बहुत सारे इलाज के विकल्प मौजूद हैं जैसे कि फिजियोथेरेपी, दवाएं या जीवनशैली में बदलाव, लेकिन जब यह सारे विकल्प विफल हो, तो रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन एक बेहतर विकल्प के तौर पर उत्पन्न होता है। स्थिति के आधार पर ही इस बात का निर्णय लिया जा सकता है कि इलाज के लिए किस सर्जरी का उपयोग होगा। 

स्पाइन सर्जरी के प्रकार

रीढ़ की हड्डी की सर्जरी के प्रकार, जिन्हें समझना बहुत ज्यादा आवश्यक है - 

  • ओपन स्पाइन सर्जरी: यह एक ट्रेडिशनल सर्जरी है, जिसमें किसी भी बड़े कट की आवश्यकता नहीं होती है। सर्जन रीढ़ की हड्डी के पास एक एक बड़ा कट लगाते हैं, जिसके बाद वह ऑपरेशन करते हैं। आमतौर पर जटिल मामलों में ही अब ओपन सर्जरी की जाती है।
  • मिनिमली इनवेसिव स्पाइन सर्जरी (MISS): वर्तमान में रीढ़ की हड्डी की सर्जरी के लिए यह एक लोकप्रिय विकल्प बन गया है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इसमें बहुत छोटा कट लगाया जाता है, जिससे रीढ़ की हड्डी के आस-पास की मांसपेशियों को नुकसान नहीं होता है। इसे दूरबीन से स्पाइन सर्जरी के नाम से भी जाना जाता है।
  • रोबोटिक सर्जरी: यह सर्जरी अभी धीरे-धीरे विख्यात हो रही है। यह सबसे आधुनिक और सबसे सटीक सर्जरी है। इसमें सर्जन एक रोबोट की सहायता से सर्जरी करते हैं, जिसके कारण यह अधिक सटीक सर्जरी साबित होती है।
  • स्पाइनल फ्यूजन (Spinal Fusion): यह एक प्रकार की आधुनिक सर्जरी है, जिसमें एक या एक से अधिक हड्डियों को एक साथ जोड़ा जाता है। इससे उनके बीच की गति समाप्त हो जाती है और दर्द होने वाली हड्डियों में आराम मिलता है। यह हड्डियां इंटरवर्टेब्रल डिस्क (Intervertebral disc) द्वारा अलग होती हैं, जिसे गतिशीलता अधिक प्रभावित होती है। 
  • लैमिनेक्टॉमी (Laminectomy): इस प्रक्रिया में वर्टिब्रेए (रीढ़ की हड्डी का एक भाग) के एक भाग को ही काट किया जाता है, जिसकी वजह से रीढ़ की हड्डी और नसों पर दबाव कम होता है। इस सर्जरी का मुख्य रूप से उपयोग स्पाइनल स्टेनोसिस के इलाज में होता है।
  • डिस्केक्टॉमी (Discectomy): रीढ़ की हड्डी की एक मुख्य बीमारी है - हर्नियेटेड डिस्क, जिसके इलाज के लिए प्रयोग की जाने वाली प्रक्रिया को डिस्केक्टॉमी कहा जाता है, जिसमें डिस्क के क्षतिग्रस्त भाग को ही हटा दिया जाता है। इस सर्जरी की मदद से दर्द और अन्य परेशानी से राहत मिल जाती है। 

किस प्रकार की सर्जरी का उपयोग होगा, यह रोगी के स्वास्थ्य के आधार पर निर्भर करता है। इसके लिए डॉक्टर कुछ जांच करते हैं और इलाज के सही विकल्प का चयन करते हैं।

स्पाइन सर्जरी कैसे की जाती है?

सभी प्रकार की सर्जरी में स्पाइनल एनेस्थीसिया दिया जाता है, जिससे पेशेंट को सर्जरी के दौरान कोई परेशानी नहीं होती है। स्पाइन सर्जरी के प्रक्रिया इसके प्रकार पर निर्भर करती है जैसे कि - 

  • ओपन प्रक्रिया में, एक बड़ा कट लगाया जाता है, जिससे सर्जन रीढ़ तक सीधे पहुंचते हैं, जिससे सर्जरी आसानी से हो जाती है। 
  • वहीं दूसरी तरफ मिनिमल इनवेसिव तकनीक में छोटे चीरे और दूरबीन जैसे विशेष उपकरणों का उपयोग किया जाता है, जो आस-पास की मांसपेशियों और ऊतकों को अधिक नुकसान पहुंचाए बिना सटीक सर्जरी करने में मदद करते हैं। 
  • रोबोटिक सर्जरी में एक सर्जन कंसोल पर बैठते हैं और रोबोटिक आर्म की मदद से छोटे-छोटे चीरों से सर्जरी करते हैं। फिलहाल यह सर्जरी अभी ज्यादा नहीं की जा रही है, लेकिन भविष्य में यही सर्जरी एक मुख्य सर्जरी होगी।

प्रक्रिया के दौरान, पेशेंट को कुछ भी पता नहीं चलता है और सर्जरी के पूरे हो जाने के बाद रिकवरी के दौरान अच्छे से ख्याल रखने की सलाह दी जाती है। 

स्पाइन सर्जरी के लाभ - Benefits of Spinal Surgery in Hindi

स्पाइन सर्जरी के बहुत सारे लाभ हैं, जिन्हें हम एक-एक करके समझने का प्रयास करेंगे - 

  • लंबे समय से होने वाले रीढ़ की हड्डी के दर्द से आराम मिलना।
  • सफल सर्जरी के बाद बेहतर गतिशीलता और लचीलापन होना।
  • सर्जरी के पश्चात बेहतर पोस्चर और रीढ़ की हड्डी में अधिक स्थिरता देखी जाती है। 
  • दर्द से राहत पाने के लिए दवाओं की आवश्यकता कम पड़ती है।
  • आप स्वयं काम करने में अधिक स्थिरता महसूस कर पाएंगे, जिसकी वजह से किसी भी व्यक्ति को स्टेबिलिटी की समस्या नहीं होती है। रीढ़ की हड्डी में स्थिरता प्रदान करने में बहुत मदद करता है। 

रीढ़ की सर्जरी से ठीक होने में लगने वाला समय और देखभाल

रीढ़ की सर्जरी से ठीक होने में लगने वाला समय सर्जरी के प्रकार, व्यक्तिगत स्वास्थ्य और सर्जरी के बाद के दिशा-निर्देशों के पालन के आधार पर अलग-अलग होते हैं। मिनिमल इनवेसिव प्रक्रियाओं के बाद रिकवरी में आमतौर पर कम समय लगता है। इस आधुनिक तकनीक के बाद आप कुछ ही सप्ताह में अपने काम पर लौट सकते हैं, वहीं ओपन सर्जरी के बाद ठीक होने में कुछ महीने भी लग सकते हैं। 

सर्जरी के बाद स्वस्थ रहने के लिए कुछ व्यायाम बहुत ज्यादा जरूरी होते हैं, जिसे करके आप जल्द से जल्द स्वस्थ हो सकते हैं। अपने डॉक्टर से इस संबंध में प्रश्न ज़रूर पूछें, क्योंकि वह आपके लिए व्यक्तिगत उपचार योजना बनाने में मदद कर सकते हैं। 

निष्कर्ष

रीढ़ की सर्जरी उन रोगियों में की जाती है, जो क्रॉनिक पेन का सामना कर रहे हैं। इस सर्जरी की मदद से ऐसे लोगों को दर्द मुक्त और समस्या मुक्त जीवन जीने में बहुत मदद मिलती है। इस सर्जरी से संबंधित सभी जानकारी इस ब्लॉग से मिल गई होगी, जिसकी मदद से आप सर्जरी से संबंधित अपने लिए सही निर्णय आसानी से ले सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

 

स्पाइन का ऑपरेशन क्यों किया जाता है?

स्पाइन सर्जरी पर आमतौर पर तब विचार किया जाता है जब दवा, फिजिकल थेरेपी और जीवनशैली में बदलाव जैसे उपचार क्रोनिक पीठ दर्द या गतिशीलता संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में विफल रहते हैं।

क्या स्पाइनल सर्जरी के लिए कोई आयु सीमा है?

इस सर्जरी के लिए कोई आयु सीमा नहीं होती है। हड्डियों के घनत्व और समग्र स्वास्थ्य जैसे कारकों के कारण उन लोगों में यह सर्जरी बहुत ज्यादा आम है जिसकी उम्र अधिक हो जाती है। 

स्पाइन सर्जरी रिकवरी टाइम कितना है?

रिकवरी का समय प्रक्रिया के प्रकार और व्यक्तिगत स्वास्थ्य के आधार पर भिन्न होता है। न्यूनतम इनवेसिव स्पाइन सर्जरी में आमतौर पर रिकवरी का समय कम होता है, जबकि ओपन सर्जरी में पूरी तरह से ठीक होने में कुछ महीने लग सकते हैं।

क्या सर्जरी के तुरंत बाद व्यायाम शुरू किया जा सकता है?

स्पाइन सर्जरी के बाद एक्सरसाइज के बाद व्यायाम करना अच्छा होता है, लेकिन तुरंत बाद व्यायाम आपके लिए स्वस्थ नहीं है।

स्पाइन सर्जरी के साइड इफेक्ट क्या हो सकते हैं?

स्पाइन सर्जरी के बाद आमतौर पर दर्द, सूजन, या हल्का सुन्नपन हो सकता है, जो समय के साथ ठीक हो जाता है। कुछ मामलों में संक्रमण या खून के थक्के जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं, लेकिन ये कम ही होते हैं। सही देखभाल और फिजियोथेरेपी से रिकवरी बेहतर हो सकती है।

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