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पीरियड मिस होने के यह आठ कारण हर महिला को जानने चाहिए

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पीरियड मिस होने के यह आठ कारण हर महिला को जानने चाहिए

Obstetrics and Gynaecology | by Dr. Manas Kundu | Published on 21/08/2024



अधिकतर लड़कियों को प्यूबर्टी यानी यौवन (15-18) की उम्र में पीरियड्स (माहवारी) शुरू हो जाते हैं। यह एक ऐसी अवस्था है, जिस दौरान लड़कियों में कई तरह के शारीरिक और भावनात्मक बदलाव आते हैं। साथ ही, वह लड़की एक टीनएजर (किशोरावस्था) से वयस्क बनती है।

पीरियड महीने में एक बार होता है, जिसके दौरान बच्चेदानी के अंदर से उत्तक और रक्त योनि के रास्ते डिस्चार्ज होते हैं। पीरियड एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसकी सही जानकारी हर लड़की और महिला को होनी चाहिए।

पीरियड्स आना इस बात की ओर इशारा भी है की लड़की का शरीर अब प्रजनन योग्य है। आमतौर पर पीरियड्स के दौरान 2-7 दिनों तक ब्लीडिंग होती है, लेकिन कई कारणों से यह पाीरियड्स मिस भी हो जाते हैं, जो कई सारी समस्या के तरफ इशारा करता है। ऐसा कई कारणों से होता है, जिनको इस ब्लॉग के माध्यम से हम जानने वाले हैं। पीरियड न आने के कारण और उपाय को जानने से आपको बहुत लाभ मिलेगा।अगर आप भी ऐसी किसी समस्या का सामना कर रहे हैं तो हमारे सर्वश्रेष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ से अवश्य मिले | 

पीरियड्स मिस होने के 8 कारण

पीरियड का समय से पहले या बाद में आना या मिस हो जाना पीरियड मिसिंग प्रॉब्लम है। यह एक महिला को बहुत परेशान कर सकता है। कुछ कारण हैं, जिसकी वजह से पीरियड मिस हो सकते हैं जैसे कि - 

  1. तनाव से ग्रसित होना: पीरियड्स अनेक कारणों से मिस हो सकते हैं, जिसमें मुख्य रूप से तनाव शामिल है। जब एक महिला तनाव में होती है, तो उसके शरीर में हार्मोनल असंतुलन होता है, जिसके कारण उसको पीरियड समय से पहले या बाद में आते हैं या फिर नहीं आते हैं। तनाव से बचने के लिए खुद को उन कामों में शामिल करें, जिससे आपको ख़ुशी मिलती है। साथ ही, नियमित रूप से व्यायाम, योग और मेडिटेशन करें। ज्यादा परेशानी होने पर विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श करें।
  2. मेनोपॉज: मेनोपॉज के दौरान पीरियड्स आने बंद हो जाते हैं। मेनोपॉज आमतौर पर 40-50 की उम्र में आता है। हालांकि, कुछ मामलों में यह काफी पहले या देरी से भी आ सकता है।
  3. बर्थ कंट्रोल का उपयोग: बर्थ कंट्रोल का उपयोग करने से भी पीरियड के समय में बदलाव आता है। यदि आप बर्थ कंट्रोल का निरंतर प्रयोग कर रहे हैं, तो इसे रोक दें और डॉक्टर से बात करें। साथ ही, मदद के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें।
  4. प्रेगनेंट होना: जब एक महिला गर्भवती होती है, तो उसके पीरियड्स रुक जाते हैं। इस बात की पुष्टि करने के लिए आप घर बैठे प्रेगनेंसी किट का उपयोग कर सकती हैं। अधिक सहायता के लिए आप क्लिनिक जाकर डॉक्टर से भी मिल सकती हैं।
  5. वजन अत्यधिक कम या ज्यादा होना: जिन महिलाओं का वजन आवश्यकता से कम या अधिक होता है, उनके पीरियड्स अनियमित होते हैं या मिस होते हैं। इस स्थिति में डाइट और लाइफस्टाइल पर ध्यान देकर संतुलित वजन बनाए रखना आवश्यक होता है, जिसके लिए डायटीशियन की मदद भी ली जा सकती है।
  6. अत्याधिक व्यायाम करना: जहां एक तरफ व्यायाम करने से महिला को अनेक फायदा होते हैं, वहीं दूसरी तरफ अत्याधिक व्यायाम करने पर कई तरह की समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। यह पीरियड्स के अनियमितता या मिस होने का मुख्य कारण भी है।
  7. पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (पीसीओएस): यह एक स्वास्थ्य स्थिति है, जिसमें हार्मोनल अनियमितता की समस्या होती है। इस अनियमितता के कारण शरीर में पुरुष हार्मोन का उत्पादन अधिक होता है, जिसे एंड्रोजन भी कहा जाता है। इसके कारण अंडाशय में छाले हो जाते हैं। इन सिस्ट के निर्माण के कारण ओव्यूलेशन में समस्या आती है, जिसके कारण कई सारी अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिसमें से पीरियड्स में देरी एक मुख्य समस्या है। 
  8. थायराइड:थायराइड भी पीरियड्स नहीं आने के सभी कारणों में से एक है। अगर आपके पीरियड्स समय पर नहीं आते हैं, तो आपको स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए। डॉक्टर जांच की मदद से आपके पीरियड नहीं आने के सटीक कारण का पता लगा सकते हैं।

पीरियड मिस होने से बचने के उपाय

अगर आप अपने पीरियड को नियमित रखना चाहती हैं, तो आपको कुछ बातों का ख़ास ध्यान रखना चाहिए जैसे कि सोने और जगने का समय तय करना, डाइट में हरी सब्जियों और फलों को शामिल करना, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, रोजाना हल्का-फुल्का व्यायाम और मेडिटेशन करना, शराब, सिगरेट और दूसरी नशीली चीजों से दूर रहना, अपने वजन को कम रखना और तनाव से बचना आदि। यदि इन सबसे भी कोई फायदा नहीं हो तो फिर आपको स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

पीरियड लेट आने के क्या कारण हो सकते हैं?

पीरियड लेट आने के अनेक कारण हो सकते हैं जैसे की गर्भवती होना, मेनोपॉज आना, तनाव से ग्रस्त होना, वजन अत्यधिक कम या ज्यादा होना आदि। इन सभी कारणों को ब्लॉग में समझाया गया है।

पीरियड मिस हो जाए तो क्या करें?

अपनी लाइफस्टाइल को ठीक करने, खाने-पीने पर ध्यान दें और स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें। 

पीरियड्स न आए तो क्या ना करें?

पीरियड्स न आने पर घबरा कर कुछ भी न करें। सबसे पहले आपको निम्न चीजों को करने से बचना चाहिए - 

  • घरेलू नुस्खों पर भरोसा ना करें।
  • तनाव न लें।
  • डाइट में बदलाव न करें।
  • स्वयं निदान न करें।
  • अन्य लक्षणों को नजरअंदाज ना करें।

इसके अतिरिक्त यदि पीरियड ज्यादा लेट हो जाए तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।

पीरियड लेट हो तो क्या करें?

वर्तमान समय में पीरियड लेट होना एक आम बात है। इस स्थिति के पीछे कई कारण हैं, जैसे कि तनाव, वजन में बदलाव या बीमारी। इसके अतिरिक्त जो महिलाएं अधिक यौन संबंध स्थापित करती हैं उन्हें पीरियड्स मिस होने पर प्रेगनेंसी टेस्ट कराना चाहिए। यदि कुछ दिनों तक पीरियड्स नहीं आते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

महीने से पीरियड नहीं आया तो क्या करें?

यदि एक महीने से पीरियड नहीं आते हैं तो यह चिंता का विषय हो सकता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे कि हार्मोन में असंतुलन, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) या थायराइड की समस्या। डॉक्टर से मिलकर इसका कारण जानना और उचित उपचार कराना जरूरी है।