सर्दियों में जॉइंट पेन: गठिया के लिए कारगर उपाय
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सर्दियों में जॉइंट पेन: गठिया के लिए कारगर उपाय

Summary

गठिया या आर्थराइटिस की स्थिति में जोड़ों में सूजन तो होती ही है, जिसके साथ दर्द, अकड़न और कम गतिशीलता जैसे लक्षण भी उत्पन्न हो सकते हैं। सर्दियों में अक्सर लोग जोड़ों के दर्द से बहुत ज्यादा परेशान हो जाते हैं। 

इस मौसम में कभी-कभी यह दर्द इतना बढ़ जाता है कि इसे बर्दाश्त करना मुश्किल हो जाता है, लेकिन कुछ कारगर उपाय हैं, जिनकी मदद से गठिया के रोगी सर्दियों में होने वाले जॉइंट पेन से काफी हद तक आसानी से बच सकते हैं। गठिया के शिकायत वाले रोगियों को कभी भी अपने स्वास्थ्य समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह उनके जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं।

गठिया या आर्थराइटिस की स्थिति में जोड़ों में सूजन तो होती ही है, जिसके साथ दर्द, अकड़न और कम गतिशीलता जैसे लक्षण भी उत्पन्न हो सकते हैं। सर्दियों में अक्सर लोग जोड़ों के दर्द से बहुत ज्यादा परेशान हो जाते हैं। 

इस मौसम में कभी-कभी यह दर्द इतना बढ़ जाता है कि इसे बर्दाश्त करना मुश्किल हो जाता है, लेकिन कुछ कारगर उपाय हैं, जिनकी मदद से गठिया के रोगी सर्दियों में होने वाले जॉइंट पेन से काफी हद तक आसानी से बच सकते हैं। गठिया के शिकायत वाले रोगियों को कभी भी अपने स्वास्थ्य समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह उनके जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं। गठिया संबंधित सहायता के लिए अभी हड्डी रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें।

गठिया क्यों होता है?

गठिया के उत्पन्न होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि - 

  • जेनेटिक: गठिया की फैमिली हिस्ट्री इस रोग का एक मुख्य जोखिम कारक है। 
  • ऑटोइम्यून प्रतिक्रियाएं: रुमेटीइड गठिया जैसी समस्या का कारण प्रतिरक्षा प्रणाली का गलत तरीके से शरीर पर हमला करना है। 
  • ऑस्टियोआर्थराइटिस: इस स्वास्थ्य स्थिति में जॉइंट के कार्टिलेज में घिसाव आ जाता है, जिसके परिणामस्वरूप इसकी कार्यक्षमता को काफी हद तक नुकसान भी पहुंता है। 
  • संक्रमण: कुछ जीवाणु या वायरल संक्रमण जोड़ों में सूजन पैदा कर सकते हैं।

गठिया के कुछ अन्य कारण:

  • अधिक वजन होना।
  • चोट के कारण जॉइंट को नुकसान पहुंचना।
  • विटामिन सी, विटामिन डी, और कैल्शियम की कमी।

गठिया के लक्षण

गठिया की स्थिति में निम्न लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं - 

  • जोड़ों में दर्द के साथ अकड़न
  • गतिशीलता की कमी
  • जोड़ों में सूजन
  • जोड़ों के आस-पास गर्म एहसास होना
  • जकड़न, जो सुबह अधिक परेशान करे
  • सीढ़ियां चढ़ते समय दर्द होना
  • अचानक असहनीय दर्द होना
  • थकान
  • जोड़ों के आस-पास उभार दिखाई देना

गठिया के कुछ और दूसरे लक्षण

  • त्वचा पर पपड़ीदार, सूजन वाले धब्बे मौजूद होना
  • नाखून या इसके रंग में बदलाव
  • आंखों के नीचे सूजन, दर्द, या लालिमा होना
  • एड़ी के पिछले भाग और पैर के तलवे में कोमलता

सर्दियों में गठिया का दर्द क्यों बढ़ जाता है?

सर्दियों के दौरान गठिया वाले कई लोगों को बहुत ज्यादा दर्द का सामना करना पड़ता है। इस समस्या के संभावित कारण इस प्रकार हैं - 

  • ठंडा तापमान: ठंड में जोड़ों में मौजूद तरल पदार्थ गाढ़े हो जाते हैं, जिससे दर्द और गतिशीलता में कमी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जो असुविधा को बढ़ा सकते हैं। 
  • बैरोमीटर के दबाव में परिवर्तन: सर्दियों में हवा का दबाव अधिक होता है, जिसकी वजह से जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या उत्पन्न हो सकती है। 
  • कम शारीरिक गतिविधि: छोटे दिन और ठंडे मौसम के कारण भी शारीरिक गतिविधि कम हो जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप भी गठिया वाले रोगियों के जोड़ों में सख्ति आ जाती है। 

ठंड के मौसम में जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए कारगर उपाय

ठंड के मौसम में यदि आप निम्न कारगर एवं प्रभावी उपायों का पालन करते हैं, तो इसकी वजह से आपको बहुत लाभ मिलेगा जैसे कि - 

  • स्वयं को गर्म रखें: ठंड में सबसे आवश्यक है गर्म रहना और इसके लिए आप गर्म कपड़े ज़रूर पहनें। आप हीटिंग पैड का भी उपयोग कर सकते हैं, जिससे सूजन और दर्द वाले क्षेत्र पर आराम मिलता है।
  • नियमित व्यायाम करें: हर व्यक्ति को रोजाना कम से कम 30 मिनट तक व्यायाम करना चाहिए। इससे शरीर में लचीलापन बना रहता है। 
  • संतुलित आहार: मछली और अलसी के बीज में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो अपने सूजन रोधी गुणों के लिए जाना जाता है। इसे अपने आहार में जरूर शामिल करें। 
  • हाइड्रेशन: शरीर में पानी की कमी के कारण भी जोडों में दर्द होता है, इसलिए प्रयास करें कि हमेशा खुद को हाइड्रेट रखें।
  • मसाज थेरेपी: हल्की मालिश रक्त संचार में सुधार कर सकते हैं, जिससे जोड़ों में अकड़न नहीं होती है। 
  • हर्बल उपचार: हल्दी और अदरक जैसे जड़ी बूटियों से बनी चाय पीने से भी आपको बहुत लाभ मिलेगा। 

इन सारे उपायों के पालन से आपको निश्चित लाभ मिलेगा। यदि नहीं मिलता है, तो हम आपको सलाह देंगे कि तुरंत एक अनुभवी विशेषज्ञ से परामर्श करें।

निष्कर्ष

इस बात में कोई संशय नहीं है कि सर्दी गठिया के लक्षणों को बढ़ा सकती है, उचित जीवनशैली में बदलाव और उपचार अपनाने से जोड़ों के दर्द को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने और कम करने में मदद मिल सकती है। प्रयास करें कि सबसे पहले एक अनुभवी हड्डी रोग विशेषज्ञ से मिलें और उनसे पूछे कि इस मौसम में ऐसा क्या किया जाए, जिससे आप स्वस्थ रह सकते हैं। मुख्य रूप से आपको वही सब बातें पता चलेंगी, जो इस ब्लॉग में लिखी गई है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

 

क्या गठिया के रोगी सर्दियों में व्यायाम कर सकते हैं?

हां, नियमित व्यायाम गठिया के रोगी के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। प्रयास करें कि घर पर ही व्यायाम या स्ट्रेचिंग करें। इसके साथ-साथ व्यायाम के अतिरिक्त वार्म-अप भी करते रहें।

गठिया के लिए कौन सी हर्बल चाय या घर का बना पेय फायदेमंद है?

निम्नलिखित पेय पदार्थ गठिया के रोगियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है - 

  • हल्दी और अदरक की चाय
  • ग्रीन टी
  • विलो बार्क टी
  • बोसवेलिया टी
  • कैट्स क्लॉ टी

क्या गठिया के लिए गर्म पानी से नहाना मददगार है?

हां, गर्म पानी से नहाने से मांसपेशियों को आराम मिलता है, रक्त संचार बेहतर होता है और जोड़ों की अकड़न कम होती है। 

क्या सर्दियों में गठिया के दर्द के लिए तेल से मालिश करना फायदेमंद है?

तेल से मालिश करने से रक्त प्रवाह में सुधार होता है और अकड़न भी कम होती है। यदि तेल में लहसुन डालकर उसे पकाया जाए, तो इसे लगाने से आपको बहुत लाभ मिलेगा। 

Written and Verified by:

Dr. Rakesh Rajput

Dr. Rakesh Rajput

HOD & Director - Orthopaedics Exp: 25 Yr

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Dr. Rakesh Rajput is the HOD & Director of Orthopaedics Dept. at CMRI, Kolkata, with over 25 years of experience. He specializes in robotic knee and hip replacement, joint preservation, complex trauma care, and revision surgeries.

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