महिलाओं में टीबी के लक्षण और उपाय
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महिलाओं में टीबी के लक्षण और उपाय

Summary

टीबी एक गंभीर संक्रमण है, जिससे फेफड़ों की समस्या होती है। माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस बैक्टीरिया के कारण यह समस्या होती है, जिससे खांसने या छींकने की समस्या होती है। 

टीबी एक गंभीर संक्रमण है, जिससे फेफड़ों की समस्या होती है। माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस बैक्टीरिया के कारण यह समस्या होती है, जिससे खांसने या छींकने की समस्या होती है। यदि छींकने और खांसने की समस्या लंबे समय तक बने रहे तो समझ जाना चाहिए कि यह एक गंभीर समस्या का संकेत है। 

यह बीमारी सभी के लिए हानिकारक है, लेकिन महिलाएं इस रोग के प्रति अधिक संवेदनशील होती हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उनके शरीर में कई अलग-अलग समय में कई हार्मोनल बदलाव आते हैं जिसके कारण टीबी की समस्या विकराल रूप ले लेती है। यही कारण है कि महिलाओं को इस बीमारी के लक्षणों और इसके उपचार के बारे में पूर्ण जानकारी होनी चाहिए। यदि आपको भी नीचे दिए गए लक्षणों में से कोई भी लक्षण हो तो हमारे सर्वश्रेष्ठ पल्मोनोलॉजिस्ट से संपर्क करें 

महिलाओं में टीबी के लक्षण

इस रोग के लक्षण धीरे-धीरे ही विकसित होते हैं, जिन्हें शुरुआत में पहचान पाना थोड़ा मुश्किल होता है। टीबी के लक्षणों की समय पर पहचान और इलाज महिलाओं को जल्दी दुरुस्त होने में मदद कर सकते हैं। महिलाओं में टीबी के कुछ आम लक्षण इस प्रकार हैं - 

  • लगातार खांसी का बने रहना: यदि आपको खांसी लगभग 15 से 20 दिन से लगातार परेशान कर रही है तो यह टीबी का संकेत हो सकता है। सूखी खांसी के साथ खून आना इस स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है, इसलिए ऐसे लक्षण उत्पन्न होते हैं बिने देर किए डॉक्टर से मिलें।
  • बुखार और रात में पसीना आना: शाम के समय हल्का बुखार आना और रात में अत्यधिक पसीना आना भी टीबी जैसी गंभीर संक्रामक रोग के लक्षण है। इसके बने रहने पर तुरंत टीबी की जांच कराएं। 
  • भूख में कमी या वजन में गिरावट: टीबी के कारण भूख कम लगती है या फिर वजन भी कम होने लगता है। यदि यह बिना कारण हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें और इलाज के विकल्पों पर बात करें। 
  • थकान और कमजोरी: महिलाओं में लगातार थकान और कमजोरी कई रोगों का कारण हो सकता है, जिसमें से टीबी एक मुख्य रोग है। 
  • सीने में दर्द और सांस लेने में कठिनाई: टीबी के कारण सीने में दर्द होता है, जिसकी तीव्रता धीरे-धीरे फैल सकती है, जिसके साथ सांस लेने में भी तकलीफ हो सकती है। 

इन लक्षणों के उत्पन्न होते ही, बिना देर किए डॉक्टरी सलाह लें। 

महिलाओं में टीबी के कारण

टीबी के संक्रमण का मुख्य कारण एक संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से हवा में फैलने वाले बैक्टीरिया है। जब कोई स्वस्थ व्यक्ति इस संक्रमित हवा को सांस के जरिए ग्रहण करता है, तो वह भी टीबी से संक्रमित हो सकता है। महिलाओं में टीबी के जोखिम को बढ़ाने वाले कुछ प्रमुख कारक निम्नलिखित हैं - 

  • कमजोर इम्यून सिस्टम: महिलाओं में प्रेगनेंसी, पीरियड साइकिल, और मेनोपॉज के दौरान इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है, जिससे उनके टीबी से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है।
  • संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना: यदि आप किसी टीबी से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं, तो आपके भी संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • भीड़-भाड़ वाले स्थानों में रहना: ऐसे स्थानों पर जहां टीबी का प्रकोप अधिक है, वहां रहने से इस बीमारी का जोखिम बढ़ सकता है।
  • पोषण की कमी: अगर शरीर को पर्याप्त पोषण नहीं मिल रहा है, तो इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे टीबी के बैक्टीरिया के खिलाफ लड़ाई मुश्किल हो जाती है।

महिलाओं में टीबी का इलाज

टीबी का इलाज संभव है, लेकिन इसके लिए सही समय पर निदान और सही उपचार की आवश्यकता होती है। महिलाओं में तपेदिक के इलाज के लिए कुछ मुख्य उपाय इस प्रकार हैं - 

  1. एंटीबायोटिक दवाओं का कोर्स: डॉक्टर द्वारा निर्धारित एंटीबायोटिक दवाओं का पूरा कोर्स करना आवश्यक है। यह आमतौर पर 6 से 9 महीने तक चलता है, और इसे पूरा करना जरूरी है, ताकि बैक्टीरिया पूरी तरह से समाप्त हो जाएं और बीमारी दोबारा न हो।
  2. संतुलित और पौष्टिक आहार: सही पोषण का सेवन इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है और शरीर को संक्रमण से लड़ने में सहायता करता है। हरी सब्जियां, फल, दालें और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ अपने आहार में शामिल करें।
  3. आराम और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें: टीबी के इलाज के दौरान पर्याप्त आराम करना बहुत जरूरी है। मानसिक तनाव से बचने के लिए ध्यान, योग और अन्य रिलैक्सेशन तकनीकों का सहारा लिया जा सकता है।
  4. टीकाकरण: बीसीजी (BCG) टीकाकरण नवजात शिशुओं को टीबी के गंभीर रूपों से बचाने में मदद करता है, हालांकि यह टीबी से पूरी तरह सुरक्षा नहीं देता।

टीबी से बचाव के उपाय

टीबी से बचने के लिए कुछ सामान्य लेकिन प्रभावी उपाय अपनाए जा सकते हैं - 

  • भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचें: जितना संभव हो, भीड़-भाड़ वाले स्थानों में जाने से बचें। अगर जाना आवश्यक हो, तो मास्क का उपयोग करें।
  • संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से बचें: अगर किसी व्यक्ति को टीबी है, तो उसके संपर्क में आने से बचें।
  • स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: पौष्टिक आहार लें, नियमित व्यायाम करें और पर्याप्त नींद लें। यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने में मदद करेगा।
  • समय पर जांच कराएं: यदि टीबी के कोई लक्षण नजर आते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और जांच कराएं और इलाज लें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)


क्या टीबी का इलाज संभव है?

हां, टीबी का इलाज पूरी तरह से संभव है। समय पर निदान और एंटीबायोटिक दवाओं के पूर्ण कोर्स से इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। दवाओं का पूरा कोर्स करना बहुत जरूरी है।

क्या टीबी संक्रामक है?

हां, टीबी एक संक्रामक बीमारी है, जो हवा के माध्यम से फैलती है। जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो बैक्टीरिया हवा में फैल जाता है, और इसे सांस के जरिए लेने वाला व्यक्ति भी संक्रमित हो सकता है।

क्या टीबी से बचाव के लिए टीकाकरण उपलब्ध है?

जी हां, टीबी से बचाव के लिए बीसीजी (BCG) वैक्सीन उपलब्ध है, जो नवजात शिशुओं को दिया जाता है। यह टीका टीबी के गंभीर रूपों से बचाने में सहायक होता है।

Written and Verified by:

Dr. Harshil Alwani

Dr. Harshil Alwani Exp: 7 Yr

Pulmonology

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