2025 में कोविड-19 के नए रूप और बढ़ते संक्रमण को देखते हुए, सावधानी और सही टीकाकरण बहुत जरूरी है। समय रहते लक्षणों को समझकर और बचाव के उपाय अपनाकर हम खुद और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।
जब भी कोविड-19 का नाम सुनते हैं, तो 2022 के भयावह दिन याद आ जाते हैं। अब 2025 में यह वायरस फिर से हमारे आसपास मंडरा रहा है। लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं – क्या यह वायरस पहले जैसा खतरनाक है? क्या नए वेरिएंट्स तेजी से फैल रहे हैं? इन सवालों ने चिंता को बढ़ा दिया है।
इस लेख में हम जानेंगे कि इस बार कोविड की स्थिति कैसी है, नए वेरिएंट्स क्या हैं, और अपने आप को इससे कैसे बचाएं। यदि आप या आपके परिवार में कोई बीमार महसूस करे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। जयपुर के सीके बिरला अस्पताल में आप हर समय मदद पा सकते हैं।
2025 की शुरुआत से ही भारत में कोविड-19 के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। सरकारी रिपोर्ट्स के मुताबिक, सक्रिय मामलों की संख्या अब 2700 से ऊपर पहुंच गई है। खासकर केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात और तमिलनाडु में तेजी देखी जा रही है।
हालांकि ज्यादातर लोगों में लक्षण हल्के हैं और अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या कम है। विशेषज्ञ मानते हैं कि स्थिति अभी नियंत्रण में है, लेकिन सावधानी बरतना अब भी जरूरी है।
सबसे बड़ा कारण नए वेरिएंट्स का आना है – जैसे NB.1.8.1, LF.7 और JN.1। ये छोटे-छोटे बदलाव (म्युटेशन) वायरस में हुए हैं, जिससे यह पहले से ज्यादा तेजी से फैल रहे हैं। इसके अलावा, कई लोगों की इम्यूनिटी कमजोर पड़ गई है, क्योंकि उन्हें पिछले टीकों या संक्रमण से पूरी सुरक्षा नहीं मिली।
मौसम में बदलाव और साथ ही फ्लू व वायरल बुखार के मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है, जिनके लक्षण कोविड से मिलते-जुलते हैं। साथ ही, लोगों में मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे जरूरी नियमों का पालन कम हो गया है, जिसकी वजह से संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ गई हैं।
कोविड हर बार एक नया रूप लेकर आता है। इस बार वह प्रमुख रूप से तीन प्रकार से लोगों को प्रभावित कर रहा है। चलिए कोविड के सभी वेरिएंट्स के बारे में जानते हैं -
इन नए वेरिएंट्स से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना जरूरी है।
नए वेरिएंट्स के लक्षण पुराने वाले जैसे ही हैं, लेकिन कुछ नए लक्षण भी हैं, जो लोगों के द्वारा अनुभव किए जा रहे हैं जैसे कि -
अगर आप इनमें से कोई लक्षण महसूस करें, तो जल्द से जल्द कोविड टेस्ट कराएं। इससे समय रहते सही इलाज संभव होगा।
कोविड-19 से बचाव के लिए ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं, बस कुछ बातों का ध्यान रखें जैसे कि -
2025 में भी कोविड-19 खत्म नहीं हुआ है। नए वेरिएंट्स के आने से मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन सावधानी और टीकाकरण से हम इसे रोक सकते हैं। मास्क पहनना, हाथ धोना और दूरी बनाए रखना जरूरी है। लक्षण दिखें तो तुरंत टेस्ट कराएं और डॉक्टर से संपर्क करें। साथ ही, कमजोर और बुजुर्ग लोगों का विशेष ध्यान रखें। इस लड़ाई में समझदारी और धैर्य ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।
अभी JN.1 सबसे ज्यादा फैलने वाला कोविड वायरस है, इसके साथ NB.1.8.1 और LF.7 भी तेजी से फैल रहे हैं। यह सारे मिल कर तांडव कर रहे हैं।
हां, यह अभी भी संक्रमण से बचाव के सबसे कारगर तरीके हैं। इन्हें पालन करें और खुद को और अपने परिवार को संक्रमित होने से बचाएं।
जी हां, यह पहले से तेजी से फैलते हैं, लेकिन ज्यादा खतरनाक नहीं होते हैं। इनसे वचाव के लिए सामान्य दिशा-निर्देश काफी हैं।
कुछ नए लक्षण हैं जैसे पेट की तकलीफ, भूख कम लगना और सिरदर्द। यह सारे लक्षण दर्शाते हैं कि आपको इलाज की आवश्यकता है।
कोविड में स्वाद और गंध का कम होना और सांस लेने में दिक्कत आम है, जबकि फ्लू में बुखार हल्का और नाक बहना ज्यादा होता है।
अधिकतर बच्चों में हल्के लक्षण होते हैं, लेकिन लक्षण दिखते ही डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
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Dr. Harshil Alwani is a young and dynamic pulmonologist working at RBH, CK Birla hospital, Jaipur. He has vast experience in handling respiratory disorders and respiratory critical care illnesses.
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