पेट दर्द के कारण, लक्षण और घरेलू इलाज
Gastro Science |
Posted on 02/22/2023 by Dr. Anil Kumar Jangid
पेट दर्द एक आम समस्या है, जिसका सामना लगभग हर कोई कभी न कभी अपने जीवन में करता ही है। पेट में दर्द के साथ हल्का चुभन और कभी-कभी तेज ऐंठन की समस्या भी उत्पन्न होती है। भले ही यह कितना भी असुविधाजनक हो ज्यादातर पेट दर्द गंभीर नहीं होते हैं और कुछ घरेलू उपचारों या कुछ दवाओं से जल्दी ठीक हो जाते हैं। लेकिन कुछ मामलों में पेट दर्द किसी गंभीर बीमारी का भी संकेत दे सकते हैं। इस ब्लॉग में हम पेट दर्द के विभिन्न कारणों, लक्षणों और घरेलू उपचारों के बारे में विस्तार से जानेंगे। साथ ही यह भी जानेंगे कि कब डॉक्टर से सलाह लें और किस प्रकार इनसे बचा जा सकता है।
पेट में दर्द क्यों होता है?
पेट में दर्द के कई कारण होते हैं, जिनमें भोजन और जीवन शैली का चयन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन कुछ विशिष्ट रोग भी पेट दर्द का कारण बन सकते हैं। चलिए सभी कारणों को एक-एक करके समझते हैं -
- अधिक मात्रा में भोजन करना
- अधिक पानी पीना या अशुद्ध पानी पीना
- अधिक समय तक तला हुआ या मिर्च-मसाले वाले भोजन का सेवन
- जंक फूड जैसे पिज्जा, बर्गर, आइसक्रीम, समोसा आदि खाना
- लंबे समय तक खाली पेट काम करना,
- बासी खाना खाना
- संक्रमित भोजन का सेवन
- अंकुरित दाल का अधिक सेवन
- कच्चा मांस खाना
- खाने के बाद बहुत तेज दौड़ना
स्त्रियों को पीरियड्स के दौरान पेट दर्द का सामना करना पड़ सकता है। जिसे पीरियड क्रैम्प्स कहा जाता है। इस स्थिति के अन्य कारणों में शामिल हैं -
- पाचन संबंधी समस्याएं: कब्ज, डायरिया, एसिड रिफ्लक्स, गैस की समस्या, गैस्ट्राइटिस या पेप्टिक अल्सर जैसी पाचन समस्याएं।
- अंतर्निहित चिकित्सा समस्या: इंफ्लेमेटरी बोवेल डिजीज या इर्रिटेबल बोवेल सिंड्रोम जैसी चिकित्सा समस्याओं के कारण भी पेट में दर्द होता है।
- संक्रमण: गैस्ट्रोएंटेराइटिस या वायरस, बैक्टीरिया और पैरासाइट्स के कारण होने वाले अन्य संक्रमण भी पेट दर्द के कारण हो सकते हैं।
- फ़ूड इन्टोलेरेंस या एलर्जी: जिन खाद्य पदार्थों से आपको एलर्जी है, उनका सेवन भी पेट दर्द कर सकता है।
- तनाव: तनाव, शरीर में ऐसे हार्मोन रिलीज़ करता है, जिसके कारण पाचन क्षमता बाधित होती है, जिससे पेट में दर्द हो सकता है।
- अपेंडिसाइटिस: अपेंडिक्स की सूजन भी पेट दर्द का एक मुख्य कारण होता है। डॉक्टर इस रोग को नाभि के नीचे पेट दर्द के कारण के तौर पर देखते हैं।
- पैंक्रियाटाइटिस:पैंक्रियास की सूजन और दर्द। यह दर्द खासकर फैट युक्त भोजन खाने के बाद होता है।
- पित्ताशय की बीमारी: पित्ताशय की थैली में सूजन, ब्लॉकेज या पित्त में पथरी। इसके साथ-साथ हर्निया अंतड़ियों में ब्लॉकेज या यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) भी पेट दर्द का कारण हो सकते हैं।
- गुर्दे की पथरी: यह तब बनती है, जब गुर्दे में मिनरल और नमक जमा हो जाते हैं, जो आपके पेशाब के रास्ते को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे बहुत सारी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। पेट दर्द गुर्दे की पथरी का मुख्य कारण भी है।
पेट दर्द होने के लक्षण
पेट में दर्द स्वयं एक लक्षण है। हालांकि पेट दर्द कई कारण से होते हैं और यह दर्द और भी ज्यादा गंभीर हो जाता है जब व्यक्ति को निम्न लक्षणों का अनुभव होता है -
- जलन के साथ ज्यादा खट्टी डकार आना
- रुक-रुक कर पेट में दर्द होना
- पेट में गुड़गुड़ाहट
- बुखार और ज्यादा गैस बनना
- उल्टी एवं जी मिचलाना
- पेट में सुई चुभाने जैसा दर्द होना
- पेट फूलना या पेट में भारीपन महसूस होना
- पेशाब करते समय कभी-कभी पेट में दर्द होना
पेट दर्द के लिए घरेलू उपाय
पेट दर्द से पीड़ित लोगों के लिए कई घरेलू उपाय कारगर साबित हो सकते हैं। पेट दर्द के अधिकतर मामलों में स्थिति पेट दर्द से ठीक हो सकती है। कुछ घरेलू उपायों से लाभ मिलेगा जैसे -
- अदरक: अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पेट दर्द और बेचैनी को कम करने में मदद कर सकते हैं। आप ताजा अदरक के टुकड़े को चबा सकते हैं या अदरक की चाय पी सकते हैं।
- पुदीना: पुदीना पाचन तंत्र में मांसपेशियों को आराम देकर पेट दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है। पेट दर्द में आराम के लिए पुदीने की चाय की चुस्की ले या पुदीने की पत्ती चबाएं।
- कैमोमाइल: कैमोमाइल चाय में एंटी इंफ्लेमेटरी और जलन को शांत करने वाले गुण होते हैं, जो पेट दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- गर्म सेक: अपने पेट पर गर्म सेक या हीटिंग पैड लगाने से मांसपेशियों को आराम मिलता है, जिससे दर्द और परेशानी कम होती है।
- सेब का सिरका: एक चम्मच सेब के सिरके को पानी में मिलाकर पीने से पेट दर्द कम होता है और पाचन क्रिया में सुधार होता है।
- सौंफ: सौंफ में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-स्पास्मोडिक गुण होते हैं, जो पेट दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- लहसुन का रस: 1 चम्मच लहसुन का रस 3 चम्मच पानी के साथ दिन में एक बार भोजन से पहले या बाद में एक सप्ताह तक लें। इस रस से पेट की परेशानी से तुरंत राहत मिलती है।
- अजवाइन: 1 या 2 ग्राम अजवायन 1 ग्राम सोंठ के साथ में अच्छी तरह से पीसकर गुनगुने पानी के साथ खाली पेट या नाश्ते के बाद दिन में दो बार सुबह और शाम लेने से पेट दर्द से राहत मिलेगी।
जीवनशैली में बदलाव, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम पेट दर्द की समस्या से आपको काफी हद तक दूर रख सकता है। इसके अतिरिक्त खुद को हाइड्रेट रखें और उन खाद्य पदार्थों से दूरी बनाएं, जिससे आपका पेट खराब हो या दर्द हो।
इसके अलावा, अपने हाथों को नियमित रूप से धोने से उन संक्रमणों को रोकने में मदद मिल सकती है जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
कुल मिलाकर पेट दर्द के अधिकांश मामले कुछ दिनों में घरेलू देखभाल और दवा के साथ ठीक हो जाते हैं। हल्के मामलों में किसी विशेष इलाज की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन गंभीर मामलों में डॉक्टर से बात करें। वह पथरी और अन्य संबंधित रोग से बचाव के लिए निदान और इलाज का सुझाव देते हैं।
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया है कि पेट दर्द के कई कारण हैं। यदि स्थिति गंभीर है और कोई भी घरेलू उपाय कारगर साबित नहीं हो रहे हैं, तो आप हमारे डॉक्टरों से परामर्श लें।
पेट में दर्द से संबंधित अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न
पेट के निचले हिस्से में दर्द के कारण क्या है?
पेट के निचले भाग में दर्द के कई कारण होते हैं, जैसे -
- मासिक धर्म (पीरियड्स)
- किडनी स्टोन
- यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन
- गर्भावस्था में जटिलताएं
- पेट की मांसपेशियों में खिंचाव
- एंडोमेट्रियोसिस
पेट के ऊपरी भाग में दर्द का क्या कारण है?
पेट के ऊपरी भाग में दर्द के कई कारण होते हैं, जैसे -
- अपच
- गैस
- एसिडिटी
- पेट में छाले
- पित्त की थैली में पथरी
- गैस्ट्रोएंटेरिटिस
पेट दर्द में क्या खाना चाहिए?
पेट दर्द की स्थिति में हल्का भोजन खाने की सलाह दी जाती है जिसे खाने में आसानी हो। इसके अतिरिक्त निम्न खाद्य पदार्थों के सेवन की सलाह डॉक्टर देते हैं -
- दही
- केला
- चावल
- सूप
- नारियल पानी
नाभि के ऊपर पेट दर्द के कारण क्या है?
- पेट में छाले
- गैस्ट्रोएंटेरिटिस
- पेट की मांसपेशियों में खिंचाव
- एंडोमेट्रियोसिस
- पेट की सूजन
यदि दर्द लगातार हो रहा है और इसकी तीव्रता समय के साथ बढ़ती जा रही है, तो हम आपको सलाह देंगे कि आप तुरंत डॉक्टर से मिलें और इलाज लें।