एसिडिटी वह समस्या है, जिसके कारण पाचन तंत्र के प्राकृतिक संतुलन में गड़बड़ी शुरु हो जाती है। इसके कारण व्यक्ति को कुछ अप्रिय लक्षणों का अनुभव होता है। इस स्थिति का इलाज करना कोई मुश्किल कार्य नहीं है। कुछ बातों का विशेष ध्यान रखकर इस स्थिति का इलाज आसानी से किया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले समझते हैं कि इसे कैसे पहचाने और इसके पीछे का क्या रहस्य है।
क्या आपने कभी सोचा है कि मसालेदार खाने की वजह से सीने में जलन क्यों होती है? संभवतः इस जलन के पीछे का कारण एसिडिटी है। पूरे विश्व में लगभग आधे से अधिक वयस्क कभी न कभी सीने में जलन या एसिडिटी का सामना करते हैं। दुनियाभर के लाखों लोग इस स्थिति से प्रभावित होते हैं।
एसिडिटी वह समस्या है, जिसके कारण पाचन तंत्र के प्राकृतिक संतुलन में गड़बड़ी शुरु हो जाती है। इसके कारण व्यक्ति को कुछ अप्रिय लक्षणों का अनुभव होता है। इस स्थिति का इलाज करना कोई मुश्किल कार्य नहीं है। कुछ बातों का विशेष ध्यान रखकर इस स्थिति का इलाज आसानी से किया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले समझते हैं कि इसे कैसे पहचाने और इसके पीछे का क्या रहस्य है। अगर जरूरी पड़े तो गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉक्टर से भी जरूर मिलें।
एसिडिटी को अम्लपित्त या गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (Gastroesophageal reflux disease - GERD) के नाम से जाना जाता है। एसिडिटी एक आम स्थिति है, जिसमें पेट के ऊपरी भाग में एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। इसके कारण रोगी को कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे अपच, उल्टी, पेट में तकलीफ, त्वचा में जलन, इत्यादि। इसके अतिरिक्त सीने में जलन, खट्टी डकार, पेट फूलना, और मतली जैसे अन्य लक्षण भी एसिडिटी का संकेत देते हैं।
एसिडिटी के कई कारण हैं, जिनमें से कुछ के बारे में हम नीचे बता रहे हैं -
इसके अतिरिक्त कुछ अन्य कारण भी हैं, जिसकी वजह से एसिडिटी की समस्या एक व्यक्ति को परेशानी करती है। कुछ प्रकार के संक्रमण जैसे H. pylori संक्रमण इस स्थिति का एक अन्य मुख्य कारण है, जो पेट में एसिड की मात्रा को बढ़ा सकता है।
एसिडिटी के कारण बहुत सारे सामान्य लक्षण उत्पन्न होते हैं जैसे -
एसिडिटी का इलाज इसके लक्षण और कारण पर निर्भर करता है। एसिडिटी के हल्के गंभीर मामलों में किसी भी प्रकार के इलाज की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन गंभीर मामलों में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए निम्नलिखित निर्देशों के पालन करने की सलाह दी जाती है -
प्रयास करें कि आप एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और अपने खाने-पीने और सोने के समय में सुधार लाएं। यदि आप अपनी आदतों में सुधार लाते हैं, तो शरीर को खाना पचाने और शरीर को ऊर्जा बनाने में बहुत मदद मिलती है। खान-पान के साथ व्यायाम और हाइड्रेशन का भी विशेष ध्यान रखने की सलाह हम लगभग सभी रोगियों को देते हैं।
कुछ प्रकार की दवाएं हैं, जिससे एसिडिटी का इलाज आसानी से हो सकता है -
एसिडिटी से बचने में आहार एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए आप क्या खा रहे हैं और किन चीजों से परहेज कर रहे हैं, वह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सबसे पहले जानते हैं उन उपायों के बारे में जिससे एसिडिटी की समस्या कंट्रोल होती है -
एसिडिटी के लक्षणों को कम करने कुछ चीजों से परहेज ज़रूरी होता है जैसे -
इस ब्लॉग की मदद से आपको एसिडिटी के बारे में मुख्य जानकारी मिल गई होगी। लेकिन स्वयं की देखभाल ही इस स्थिति का सबसे सही इलाज है। यदि आप किसी गंभीर समस्या का सामना कर रहे हैं, तो जयपुर में गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉक्टर से अवश्य मिलें।
एसिडिटी होने के कई कारण हैं जैसे -
एसिडिटी में निम्न खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें -
तत्काल समाधान के लिए दूध बहुत मदद कर सकता है, लेकिन इसे आप सुदृढ इलाज के तौर पर नहीं देख सकते हैं। हालांकि कुछ लोगों को दूध पीने से भी एसिडिटी होती है।
हाइपर एसिडिटी के लिए निम्न घरेलू उपायों का करें पालन -
बार-बार एसिडिटी होने के निम्न कारण हो सकते हैं -
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