General Surgery | Posted on 08/25/2024 by Dr. Rajesh Sharma
हर्निया एक आम स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें शरीर का कोई अंदरूनी भाग या ऊतक शरीर की मांसपेशियों या ऊतकों के कमजोर भाग से बाहर आ जाता है। यह समस्या अक्सर पेट के क्षेत्र में देखने को मिलती है, जो अक्सर खांसने, छींकने या भारी वजन उठाने पर अधिक प्रभावी नजर आने लगती है। हर्निया की समस्या कई कारणों से उत्पन्न हो सकती है। इस लेख में हम हर्निया के कारणों, लक्षणों और उपचार के बारे में विस्तार से जानेंगे। हर्निया की स्थिति में हम आपको सलाह देंगे कि आप तुरंत एक अच्छे और अनुभवी जनरल सर्जरी विशेषज्ञ से परामर्श लें।
चलिए सबसे पहले समझते हैं कि हर्निया की बीमारी क्या होती है? हर्निया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें शरीर के किसी अंग की दीवार कमजोर हो जाती है और उसी दीवार में से कोई दूसरा अंग या ऊतक बाहर आ जाता है। अधिकतर मामलों में यह समस्या पेट या नाभि के आस-पास के क्षेत्र पर देखने को मिलती है। हर्निया की वजह से पेट में सूजन, दर्द, और जलन जैसी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं।
हर्निया होने का मुख्य कारण मांसपेशियों की कमजोरी और अत्यधिक शारीरिक दबाव है। इन दोनों ही कारणों के कारण हर्निया समस्या एक व्यक्ति को लंबे समय तक परेशान कर सकती है। इसके अतिरिक्त निम्नलिखित कारणों से भी हर्निया की समस्या उत्पन्न हो सकती है -
कई मामलों में हर्निया बिना दर्द के सिर्फ एक सूजन ही होती है। हालांकि, हर्निया असुविधा और दर्द का कारण हो सकती है, जिसके लक्षण अक्सर दबाव डालने या भारी सामान उठाने पर और बिगड़ सकते हैं। ज्यादातर लोग जो बढ़ती सूजन या दर्द को नोटिस करते हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि तुरंत एक अच्छे डॉक्टर से मिलें और इलाज लें। हर्निया के सामान्य लक्षणों में निम्न लक्षण शामिल हैं -
कुछ मामलों में, हर्निया को तत्काल सर्जरी की आवश्यकता होती है जैसे कि इनगुइनल हर्निया। इसमें हर्निया पेट और जांघों के बीच से बाहर आने लगता है, जिसके कारण पेट में बहुत तेज दर्द होता है, जिसके बाद तुरंत इलाज की आवश्यकता होती है।
पुरुष में हर्निया होने पर वह खुद में कुछ लक्षणों को अनुभव कर सकते हैं जैसे कि -
अक्सर लोग यह प्रश्न पूछते हैं कि महिलाओं में हर्निया कैसे होती है? महिलाओं और पुरुषों में हर्निया की समस्या पेट की मांसपेशियों की कमजोरी के कारण ही होती है। महिलाओं में इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे कि प्रेगनेंसी, भारी सामान उठाने, या लंबे समय से खांसी की समस्या का होना। यह समस्या नाभि के पास या पेट के निचले भाग में विकसित होती है। महिलाओं में हाइटल और इनगुइनल हर्निया अधिक सामान्य है।
महिलाओं में हर्निया पुरुष हर्निया की तुलना में छोटा और अधिक प्रभावी होता है और अक्सर इसमें कोई उभार भी नहीं होता है। व्यायाम करने, खांसने, हंसने या शौच करने के लिए जोर लगाने से हर्निया का दर्द बढ़ जाता है। महिलाओं में हर्निया के निम्न लक्षण हो सकते हैं -
अगर एक महिला खुद में ऊपर दिए गए लक्षणों को अनुभव करती हैं, तो जल्द से जल्द जनरल सर्जन विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए ताकि समय पर उचित उपचार मिल सके।
हर्निया का प्रभावी ढंग से इलाज करने का एकमात्र तरीका सर्जिकल रिपेयर है। आपको सर्जरी की आवश्यकता है या नहीं यह आपके हर्निया के आकार और लक्षणों की गंभीरता पर निर्भर करता है। संभावित जटिलताओं के लिए आपका डॉक्टर आपके हर्निया की निगरानी कर सकते हैं।
कुछ मामलों में, ट्रस पहनने से हर्निया के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। ट्रस एक सहायक अंडरगारमेंट है, जो हर्निया को जगह में रखने में मदद करता है। हमेशा किसी भी उपकरण या फिर प्रक्रिया को करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।
यदि आपको हाइटल हर्निया है, तो ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) और पेट के एसिड को कम करने वाली दवाएं आपकी परेशानी को दूर कर सकती हैं और लक्षणों में सुधार कर सकती हैं। इनमें एंटासिड, एच 2 रिसेप्टर ब्लॉकर्स और प्रोटॉन पंप इनहिबिटर शामिल हैं।
हर्निया की जांच शारीरिक परीक्षण और इमेजिंग परीक्षण की सहायता से हो सकती है। डॉक्टर प्रभावित क्षेत्र की जांच करते हैं और आवश्यकता के अनुसार अल्ट्रासाउंड या सीटी स्कैन जैसे टेस्ट भी करा सकते हैं। इन सभी टेस्ट से स्थिति की गंभीरता की जांच हो सकती है।
नहीं, हर्निया की समस्या अपने आप ठीक नहीं हो सकती है। यदि हर्निया का इलाज सही समय पर नहीं होता है, तो स्थिति और भी ज्यादा गंभीर हो सकती है। हालांकि कम गंभीर मामलों में लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए दवाओं या जीवनशैली में बदलाव की आवश्यकता पड़ सकती है। वहीं ज्यादातर मामलों में सर्जरी की ही आवश्यकता पड़ती है।
हर्निया की रोकथाम के लिए कुछ बातों का विशेष ध्यान देना होगा कि अपने वजन को नियंत्रित रखें, भारी सामान उठाने से बचें, नियमित व्यायाम करें, और स्वस्थ आहार का पालन करें। इसके अतिरिक्त स्वस्थ आदतों को अपनाएं जैसे कि धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं।