डिमेंशिया कोई बीमारी नहीं है। बहुत सारे लक्षणों के समूह को चिकित्सा भाषा में डिमेंशिया कहा जाता है। अधिकतर लोग डिमेंशिया को भूलने की बीमारी से जोड़कर देखते हैं।
डिमेंशिया कोई बीमारी नहीं है। बहुत सारे लक्षणों के समूह को चिकित्सा भाषा में डिमेंशिया कहा जाता है। अधिकतर लोग डिमेंशिया को भूलने की बीमारी से जोड़कर देखते हैं। हालांकि याददाश्त की समस्या डिमेंशिया का लक्षण है, लेकिन इसके अतिरिक्त डिमेंशिया के अनेक गंभीर और चिंताजनक लक्षण होते हैं, जिनकी जानकारी आपको होनी चाहिए। इन लक्षणों का प्रभाव जीवन की गुणवत्ता पर बहुत ज्यादा पड़ता है। यही कारण है कि डिमेंशिया के इलाज के लिए इसके कारण, लक्षण और प्रकार की जानकारी होना बहुत ज्यादा अनिवार्य है।
डिमेंशिया के अधिकांश प्रकार किसी दूसरी रोग के लक्षण की तरफ इशारा करते हैं। सामान्यतः डिमेंशिया निम्न प्रकार के होते हैं -
प्रारंभिक चरण में डिमेंशिया के निम्न लक्षण उत्पन्न होते हैं -
इन लक्षणों का अनुभव हर व्यक्ति को अलग-अलग तरह से होता है। यदि आपको अपने या किसी प्रियजन में इनमें से कुछ लक्षण दिखाई देते हैं, तो किसी न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर से परामर्श लें परामर्श लिया जाना चाहिए।
डिमेंशिया की समस्या मस्तिष्क में नसों के खराब होने या उन तक रक्त की आपूर्ति न होने पर होती है। चलिए डिमेंशिया के कुछ कारणों के बारे में जानते हैं -
डिमेंशिया का खतरा बढ़ाने वाले कई कारक हैं, जिनमें से कुछ को नियंत्रित किया जा सकता है और कुछ को नहीं। चलिए दोनों को समझते हैं।
नियंत्रित हो जाने वाले जोखिम कारक
अनियंत्रित जोखिम कारक
अधिकांश प्रकार के डिमेंशिया का कोई इलाज नहीं है। लेकिन इसके लक्षणों का इलाज संभव है। चलिए डिमेंशिया के इलाज के सभी विकल्पों को समझते हैं -
विटामिन डी और ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थों के सेवन की सलाह दी जाती है, क्योंकि इससे डिमेंशिया का खतरा भी कम हो जाता है। इसके साथ-साथ कुछ अन्य थेरेपी भी होती हैं, जिससे लाभ हो सकता है जैसे -
यह सारी थेरेपी रोगी को शांत रखने, मनोदशा में सुधार करने और जीवन की गुणवत्ता को दुरुस्त रखने में मदद करती है। लेकिन एक बात का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि डिमेंशिया में हर व्यक्ति की स्थिति अलग होती है। यही कारण है कि इलाज की योजना भी व्यक्तिगत होती है। इसलिए परामर्श लें और सही इलाज के विकल्प को चुनें।
उम्र डिमेंशिया का सबसे आम कारण है। 60 से 80 प्रतिशत मामलों में उम्र डिमेंशिया का मुख्य कारण बनता है। जैसे-जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती है, व्यक्ति के दिमाग में विशिष्ट बदलाव आते हैं, जिसके कारण डिमेंशिया की समस्या होती है।
डिमेंशिया दिमाग से संबंधित सभी समस्याओं के लक्षण को कहा जाता है, वहीं दूसरी तरफ अल्जाइमर एक विशिष्ट बीमारी है। अल्जाइमर भी डिमेंशिया का एक प्रकार है।
अल्जाइमर रोग की तरह डिमेंशिया का कोई इलाज नहीं है, हालांकि ऐसी दवाएं हैं, जो इसके लक्षणों को ठीक करके स्थिति में थोडा आराम ला सकता है। इसके लिए डॉक्टर से मिलें।
Written and Verified by:
Dr. Deep Das is a Consultant in Neurology at CMRI Hospital, Kolkata, with over 20 years of experience. He specializes in acute stroke management, cerebral interventions, aneurysm coiling, and AVM embolization.
Similar Neuro Sciences Blogs
Book Your Appointment TODAY
© 2024 CMRI Kolkata. All Rights Reserved.