मूत्र पथ का संक्रमण: लक्षण, कारण, घरेलू उपचार और परहेज
Renal Sciences |
Posted on 04/04/2024 by Dr. Devendra K. Sharma
क्या आप पेशाब में दर्द, जलन, खून के साथ मवाद का सामना कर रहे हैं? क्या बार-बार पेशाब करने की इच्छा होती है? यह सारे लक्षण यूरिन में संक्रमण के हैं। बुखार के साथ उल्टी एवं भूख न लगना छोटे बच्चों में यूरिन इन्फेक्शन के लक्षण हैं। यदि आपको भी इस प्रकार की समस्याएं परेशान कर रही हैं, तो यह ब्लॉग आपके लिए लाभकारी साबित होगा। अधिक जानकारी के लिए आप हमारे विशेषज्ञों से भी बात कर सकते हैं।
यूरिन इन्फेक्शन क्या है?
यूरिन इन्फेक्शन, या यूटीआई, सामान्य मूत्र संक्रमण है, जो मूत्र पथ (जिसमें गुर्दे, मूत्रवाहिनी, मूत्राशय और मूत्रमार्ग शामिल है) के किसी भी भाग को प्रभावित कर सकता है। यदि संक्रमण मूत्र पथ के निचले भाग पर होता है, तो इसे गुर्दे के संक्रमण या पायलोनेफ्राइटिस कहा जाता है।
इस संक्रमण को लेकर एक तथ्य है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का खतरा सबसे अधिक होता है। यदि संक्रमण गुर्दे में फैल जाता है, तो गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
यूरिन इन्फेक्शन (यूटीआई) के प्रकार
यूरीन इंफेक्शन पूरे मूत्र तंत्र के किसी भी भाग को प्रभावित कर सकता है। उन्हें उनकी स्थिति के आधार पर निम्नलिखित भागों में विभाजित किया गया है -
- सिस्टाइटिस या मूत्राशय का संक्रमण: मूत्राशय का संक्रमण सबसे ज्यादा लोगों को प्रभावित करता है। अधिकतर कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों को यह संक्रमण प्रभावित करता है। सरल भाषा में कहा जाए तो यह मूत्राशय के भीतर होने वाला बैक्टीरियल संक्रमण है।
- यूरेथ्राइटिस या मूत्रमार्ग संक्रमण: मूत्र मार्ग का संक्रमण भी बैक्टीरिया के कारण होने वाला संक्रमण होता है, जिसमें संक्रमण के कारण रोगी को सूजन का सामना करना पड़ता है। मूत्र त्यागने में दर्द और असुविधा इस प्रकार के संक्रमण का मुख्य लक्षण है।
- पायलोनेफ्राइटिस या गुर्दा संक्रमण: यह एक प्रकार का किडनी इंफेक्शन है, जो एक व्यक्ति को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। इस स्थिति में रोगी को अस्पताल में भी भर्ती कराया जा सकता है। इस प्रकार के संक्रमण में बुखार, पेशाब में खून और पेट और जांघों के बीच में दर्द जैसे लक्षण उत्पन्न होते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान यह समस्या बहुत ज्यादा लोगों को प्रभावित करती है।
यूरिन इन्फेक्शन के लक्षण
यूरिन इन्फेक्शन महिलाओं और पुरुषों दोनों को ही प्रभावित करता है। हालांकि पुरुषों में दिखने वाले लक्षण सामान्य लक्षण ही होते हैं। निम्नलिखित लक्षण यूरिन इन्फेक्शन की तरफ संकेत करते हैं -
- 101 डिग्री के लगभग बुखार रहना जो जल्द खत्म न हो
- अस्वस्थ महसूस करना
- छोटे बच्चों में बुखार के साथ उल्टी आना
- भूख लगने में समस्या
- कमर में दर्द
- मितली, उल्टी
- मूत्र त्याग के दौरान जलन या अन्य समस्या
- मूत्र में रक्त या मवाद आना
- नाभि से नीचे या फिर पेट के निचले भाग में दर्द या फिर भारीपन महसूस होना
- पेशाब के रंग में बदलाव
- बुजुर्गों में हाइपोथर्मिया (Hypothermia), भूख न लगना और सुस्ती कुछ सामान्य लक्षण है।
वहीं दूसरी तरफ महिलाओं में यूरिन इन्फेक्शन के लक्षण थोड़े अलग होते हैं और अधिक गंभीर होते हैं। चलिए महिलाओं में यूरिन इन्फेक्शन के लक्षणों के बारे में जानते हैं -
- पेट के निचले भाग में दर्द या दबाव
- पेशाब में दुर्गंध और रक्त आना
प्रेगनेंसी में यूरिन इन्फेक्शन के लक्षण
प्रेगनेंसी के दौरान भी यूरिन इन्फेक्शन के कुछ लक्षण उत्पन्न होते हैं, जिसका ध्यान दिया जाना बहुत आवश्यक होता है। प्रेगनेंसी में यूरिन इन्फेक्शन के निम्नलिखित लक्षण उत्पन्न होते हैं -
- सामान्य से अधिक बार पेशाब करने की इच्छा महसूस होना
- शौचालय पहुंचने से पहले मूत्र का रिसाव
- पेशाब करने के बाद भी पेशाब की थैली का भरा हुआ महसूस होना।
- मूत्र के रंग में बदलाव होना या उसमें झाग का बनना।
- पेट के निचले भाग में या जघन हड्डी के ऊपर दर्द
- बुखार
- गुर्दे तक संक्रमण के पहुंचने के बाद तेज बुखार, पीठ दर्द और उल्टी।
यूरिन इन्फेक्शन का कारण
यूरीन में इंफेक्शन कई कारणों से हो सकता है। चलिए उनमें से कुछ के बारे में नीचे बताते हैं -
- महिलाओं में इस प्रकार के संक्रमण का मुख्य कारण है, वेस्टर्न स्टाइल के शौचालय का प्रयोग। महिलाओं में यूरिन इंफेक्शन बहुत ज्यादा आम है, जिसके लिए उन्हें स्वच्छ शौचालयों के प्रयोग की सलाह दी जाती है।
- इसके अतिरिक्त अधिक देर तक पेशाब को रोककर रखने की आदत भी संक्रमण का मुख्य का कारण है।
- इ.कोली (E.Coli) बैक्टीरिया भी इस संक्रमण का मुख्य कारण है। यह संक्रमण व्यक्ति के पाचन तंत्र में पहले से ही मौजूद होता है।
- क्लैमिडिया (Chlamydia) और माइकोप्लाज्मा (Mycoplasma) बैक्टीरिया से भी मूत्रमार्ग का संक्रमण होता है।
- यदि आपको पथरी है, तो भी अधिक समय तक मूत्र को रोकने के कारण भी आपको संक्रमण का सामना करना पड़ सकता है।
- प्रेगनेंसी
- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
- कई लोगों के साथ एवं असुरक्षित यौन संबंध बनाना
- एंटीबायोटिक दवाओं का अधिक प्रयोग।
- स्वच्छता की कमी
- गर्भनिरोधक का उपयोग
- डायबिटीज (शुगर)
बार बार यूरिन इन्फेक्शन क्यों होता है?
यूरिन इन्फेक्शन बार-बार होने के बहुत सारे कारण है, जिसके बारे में हर व्यक्ति को पता होना चाहिए। चलिए सभी को एक-एक करके समझते हैं -
- महिलाओं में मूत्रमार्ग पुरुषों की तुलना में छोटा होता है, जिससे बैक्टीरिया के लिए मूत्राशय तक पहुंचना आसान हो जाता है।
- गर्भवती महिलाओं में यूटीआई का खतरा अधिक होता है और वह बार-बार इससे पीड़ित होते हैं।
- मधुमेह वाले लोगों में यूटीआई के बार-बार होने का खतरा अधिक होता है।
- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में यूटीआई का खतरा सबसे अधिक होता है।
- मूत्र पथ में किसी भी प्रकार की रुकावट, जैसे गुर्दे की पथरी या बढ़े हुए प्रोस्टेट ग्रंथि, बार-बार होने वाले यूटीआई का कारण बन सकती है।
- यौन क्रिया के बाद महिलाओं को यूटीआई का खतरा सबसे अधिक होता है।
- खराब स्वच्छता यूटीआई का कारण बन सकती है।
यूरिन इन्फेक्शन से बचाव
यूरिन इन्फेक्शन से बचाव में निम्नलिखित उपाय आपके लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकते हैं -
- अपने दैनिक आहार में तरल पदार्थ के सेवन को बढाएं
- शराब और कैफीन के सेवन से दूरी बनाएं क्योंकि इससे यूरिन इन्फेक्शन अधिक प्रभावी होता है।
- यौन संबंध के तुरंत बाद मूत्र त्याग करें
- नहाने के लिए बाथ टब का उपयोग करने से बचें।
- अपने जननांगों की सफाई का विशेष ध्यान रखें और किसी भी सुगंधित पदार्थ के प्रयोग से दूरी बनाएं।
- माहवारी के दौरान, टैम्पोन की जगह सेनेटरी पैड या मेंस्ट्रुअल कप का उपयोग करें और इनको समय समय पर बदलें।
- जन्म नियंत्रण के विकल्पों पर फर्टिलिटी विशेषज्ञ से परामर्श करें।
- टाइट और असहज करने वाले अंडर गारमेंट को पहनने से बचें।
इन उपायों के पालन से आपको बहुत लाभ मिलेगा। इसके अतिरिक्त यदि आप यूटीआई संक्रमण के किसी भी लक्षण का सामना कर रहे हैं, तो डॉक्टर से ज़रूर संपर्क करें।
यूरिन इन्फेक्शन के नुकसान
यूरिन इन्फेक्शन (यूटीआई) एक आम समस्या है, लेकिन यदि इसका इलाज समय पर नहीं होता है तो यह गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है। यूटीआई के कारण कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं जैसे -
- बार बार यूटीआई की समस्या होना: यदि आपको एक बार यूटीआई की समस्या हो गई है, तो आपको बार-बार यूटीआई होने का खतरा अधिक रहता है।
- गुर्दे की क्षति: अनुपचारित यूरिन इन्फेक्शन गुर्दे को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे स्थायी गुर्दे की क्षति या विफलता हो सकती है।
- सेप्सिस: कई मामलों में देखा गया है कि यूटीआई सेप्सिस का कारण बन जाता है, जो कि एक गंभीर एवं जानलेवा स्थिति है।
- गर्भपात/मिसकैरेज: गर्भवती महिलाओं में यूटीआई गर्भपात/मिसकैरेज का कारण बन सकता है।
यूरिन इन्फेक्शन का इलाज
मूत्र पथ के इलाज के लिए सबसे पहले डॉक्टर बचाव के उपायों का ही सुझाव देते हैं। बचाव के साथ-साथ एंटीबायोटिक दवाएं शुरुआत में रोगी को दी जाती है। किस दवा का प्रयोग किया जाएगा इसका निर्णय रोगी की उम्र, स्वास्थ्य स्थिति, संक्रमण के प्रकार और नैदानिक परीक्षण पर निर्भर करता है।
यदि संक्रमण बहुत ज्यादा नहीं है, तो डॉक्टर इलाज की शुरुआत हल्के डोज से करते हैं, जो रोगी को 2-3 दिनों तक ही लेना होती है। इसके बाद वह पूरी तरह से ठीक हो जाता है। यदि आप किसी यूरिन इंफेक्शन के गंभीर मामलों का सामना कर रहे हैं तो आप जयपुर में मूत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श ले सकते हैं।
यूरिन इन्फेक्शन से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
यूरिन इन्फेक्शन कितनी आम समस्या है?
यूटीआई बहुत आम है, खासकर महिलाओं में यह रोग सबसे ज्यादा आम है। पुरुष और महिलाएं दोनों ही इस रोग से प्रभावित हो सकते हैं। केवल 1% से 2% बच्चे ही इस रोग से प्रभावित होते हैं।
यूरिन इन्फेक्शन के निदान के लिए कौन से परीक्षण किए जाएंगे?
यूरिन इन्फेक्शन के निदान के लिए डॉक्टर अलग-अलग परीक्षण करते हैं जैसे -
- मूत्र-विश्लेषण या यूरिन कल्चर
- अल्ट्रासाउंड
- कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी) स्कैन
- सिस्टोस्कोपी
यूरिन इन्फेक्शन कैसे होता है?
आमतौर पर बैक्टीरिया यूरिन इन्फेक्शन का मुख्य कारण है। कुछ बैक्टीरिया मूत्रमार्ग से प्रवेश करते हैं और मूत्राशय को संक्रमित कर देते हैं। संक्रमण मूत्राशय से मूत्र वाहिनी के माध्यम से भी ऊपर जा सकता है और अंततः गुर्दे को संक्रमित कर सकता है।
यूरिन इन्फेक्शन में क्या नहीं खाना चाहिए?
यूरिन इन्फेक्शन की स्थिति में निम्न खाद्य पदार्थों से दूरी बनाने की विशेष सलाह दी जाती है -
- शराब
- कैफीन और कैफीन युक्त खाद्य पदार्थ
- खट्टे फल और जूस
- मसालेदार भोजन
- आर्टिफिशियल स्वीटनर
यूरिन इन्फेक्शन कितने दिन में ठीक होता है?
एंटीबायोटिक दवाओं की सहायता से अधिकांश यूरिन इन्फेक्शन 3-7 दिनों में ठीक हो जाते हैं। यदि 7 दिनों के बाद भी लक्षणों में सुधार नहीं होता है, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
बार-बार यूरिन इन्फेक्शन क्यों होता है?
बार-बार यूरिन इन्फेक्शन होने के निम्न कारण हो सकते हैं -
- महिलाओं में मूत्रमार्ग की छोटी लंबाई होना
- गर्भधारण
- मधुमेह
- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
- मूत्र पथ में रुकावट
- यौन क्रिया
- खराब स्वच्छता