हाई यूरिक एसिड: लक्षण, कारण, और उपचार
Renal Sciences |
Posted on 04/17/2024 by Dr. Devendra K. Sharma
वर्तमान में भागदौड़ भरी जिंदगी और गलत खानपान हमारे शरीर में कई बीमारियों की जड़ बन गई है। इन्हीं में से एक है हाई यूरिक एसिड की समस्या जिसका मुख्य कारण है गलत खानपान। यह एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है, जो शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ने का कारण होती है। यूरिक एसिड बढ़ने के कारण जोड़ों में तेज दर्द और गठिया जैसी गंभीर समस्याएं उत्पन्न होने लगती है।
यूरिक एसिड क्या है?
यूरिक एसिड शरीर में मौजूद एक प्राकृतिक पदार्थ है, जो शरीर में कोशिकाओं के टूटने और भोजन के पाचन से बनता है। स्वस्थ शरीर में यूरिक एसिड रक्त में घुल जाता है और गुर्दे की सहायता से पेशाब के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाता है।
कई बार स्थिति ऐसी उत्पन्न होती है, जिसमें रक्त में यूरिक एसिड का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है, जिसे चिकित्सा भाषा में हाइपरयूरिसीमिया कहा जाता है। यदि इस स्थिति का सही समय पर इलाज नहीं होता है, तो गाउट, गठिया, और किडनी की पथरी जैसी स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।
यूरिक एसिड नार्मल रेंज
सामान्य तौर पर किडनी यूरिक एसिड को फिल्टर करके मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकाल देती है। यदि यूरिक एसिड का स्तर शरीर में बढ़ जाता है, तो यह जोड़ों में जमा हो सकता है, जिससे गाउट नामक दर्दनाक स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
पुरुषों और महिलाओं में यह स्तर अलग-अलग होता है, जिसे हमने नीचे इस टेबल की सहायता से समझाने का प्रयास किया है।
यूरिक एसिड का स्तर
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पुरुषों
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महिलाओं
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साधारण
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3.4-7 मिलीग्राम/डीएल
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2.4-6 मिलीग्राम/डीएल
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उच्चतर
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> 7 मिलीग्राम/डीएल
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> 6 मिलीग्राम/डीएल
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निम्न स्तर
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<2 मिलीग्राम / डीएल
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<1.5 मिलीग्राम / डीएल
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हाई यूरिक एसिड के लक्षण
हाई यूरिक एसिड की स्थिति में व्यक्ति को निम्नलिखित लक्षणों का अनुभव होता है -
- जोड़ों और पैर के अंगूठे में दर्द होना।
- पैरों और एड़ियों में तेज दर्द, जो बहुत लंबे समय तक परेशान करे और उसी के साथ पैर के तलवों का लाल होना।
- अधिक प्यास लगना।
- बुखार आना।
- जोड़ों के ऊपरी त्वचा के रंग में बदलाव होना।
इसके अतिरिक्त यूरिक एसिड बढ़ने के कारण गुर्दे की पथरी का निर्माण हो जाता है। यूरिक एसिड के कारण होने वाले गुर्दे की पथरी के लक्षणों में यह शामिल हो सकते हैं -
- गंभीर दर्द: इस स्थिति में बहुत ज्यादा तेज दर्द होता है, जिसमें पीठ के निचले भाग, बाजू, पेट या कमर में बहुत तेज दर्द होता है। यह दर्द शरीर के अलग-अलग भाग में भी जा सकता है।
- मूत्र में रक्त (हेमाट्यूरिया): मूत्र मार्ग से स्टोन के कारण जलन होती जिसके कारण मूत्र में रक्त दिखाई दे सकता है।
- बार-बार पेशाब आना: बार-बार पेशाब की तीव्र इच्छा महसूस होना भी गुर्दे में पथरी के मुख्य लक्षणों में से एक है।
- पेशाब के दौरान जलन होना (डिसुरिया): किडनी स्टोन निकलने पर जलन होती है, जो मूत्र मार्ग के संक्रमण (यूटीआई) के समान ही होती है।
- धुंधला या दुर्गंधयुक्त मूत्र: मूत्र में धुंधलापन या दुर्गंधयुक्त मूत्र किसी संक्रमण या स्टोन का संकेत देता है।
- मतली और उल्टी: किडनी स्टोन के कारण होने वाला तेज दर्द कुछ व्यक्तियों में मतली और उल्टी को ट्रिगर कर सकता है।
- बुखार और ठंड लगना: यदि मूत्र मार्ग में संक्रमण है, तो आपको बुखार और ठंड लगना भी हो सकता है, जिसके लिए तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती है।
- मूत्र प्रवाह में कमी या रुकावट: गंभीर मामलों में पथरी मूत्र के प्रवाह को अवरुद्ध कर सकती है, जिससे असुविधा हो सकती है और यदि उपचार न किया जाए तो आगे और जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं।
यदि आपको संदेह है कि आपको गुर्दे की पथरी है या इनमें से कोई भी लक्षण अनुभव होता है, विशेष रूप से बुखार, या पेशाब करने में कठिनाई, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लेना बहुत जरूरी है।
यूरिक एसिड बढ़ने के कारण
रक्त में यूरिक एसिड बढ़ने के कई कारण होते हैं, लेकिन किस कारण से आपको यह समस्या परेशान कर रही है, इसका पता लगाना थोड़ा मुश्किल है। हालांकि निम्नलिखित कारणों से रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ सकती है।
यूरिक एसिड के नुकसान
यदि यूरिक एसिड का इलाज समय पर नहीं होता है, तो कुछ समस्याएं एक व्यक्ति को परेशान कर सकती हैं। नीचे कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बताया गया है, जो इस स्थिति के अनुपचारित रह जाने के कारण उत्पन्न होती हैं -
- गाउट: यह सबसे आम है, जिसमें यूरिक एसिड क्रिस्टल की तरह बन जाता है, जो जोड़ों में जमा हो जाता है। इसके कारण व्यक्ति को गंभीर दर्द, सूजन और जकड़न होने लगती है।
- गुर्दे की पथरी: यूरिक एसिड मूत्र में जमा हो जाता है और क्रिस्टल का आकार ले लेता है, जो अंततः पथरी का रूप ले लेता है। पथरी के कारण तेज दर्द, पेशाब में रक्त और पेशाब करने में समस्या उत्पन्न होती है। बार-बार पथरी के कारण किडनी की कार्यक्षमता को अच्छा खासा नुकसान होता है।
- गुर्दे की क्षति: लंबे समय तक पथरी का बना रहना या बार-बार पथरी का बनना, गुर्दे की समस्या का कारण बनता है, जिसकी वजह से शरीर में यूरिक एसिड का स्तर भी बढ़ जाता है। गंभीर मामलों में किडनी डायलिसिस या फिर किडनी ट्रांसप्लांट की आवश्यकता पड़ती है।
- हृदय रोग: यूरिक एसिड का बढ़ता स्तर हृदय के लिए खतरे को बढ़ा सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गाउट और हाई ब्लड प्रेशर, हाई यूरिक एसिड के साथ-साथ हृदय रोग के भी जोखिम कारक हैं।
- मधुमेह: यूरिक एसिड का बढ़ता स्तर रक्त में ग्लूकोज के स्तर को भी बढ़ा सकता है। गाउट और मधुमेह एक दूसरे को बढ़ा सकते हैं, जो कि स्वयं एक खतरनाक स्वास्थ्य स्थिति है।
हाई यूरिक एसिड का निदान
यूरिक एसिड के बढ़ते स्तर के निदान के लिए डॉक्टर निम्नलिखित जांच का सुझाव देते हैं -
- डॉक्टर से परामर्श: डॉक्टर शुरुआत में परामर्श के दौरान मेडिकल हिस्ट्री और लक्षणों की जांच करते हैं, जिससे स्थिति का सही आकलन संभव हो पाता है। इसकी सहायता से इलाज की योजना सुदृढ़ता से बनाई जा सकती है।
- यूरिक एसिड परीक्षण: रक्त या मूत्र में यूरिक एसिड की मात्रा मापने के लिए ब्लड टेस्ट और मूत्र परीक्षण का सुझाव डॉक्टर देते हैं।
- ज्वाइंट एस्पिरेशन: गाउट के लक्षणों की पुष्टि के लिए इस टेस्ट का सुझाव दिया जाता है। जांच के लिए सूजन वाले जोड़ से तरल पदार्थ को निकाला जाता है।
हाई यूरिक एसिड का उपचार
हाई यूरिक एसिड का इलाज कई तरीकों से संभव है। शुरुआती चरण में इलाज के लिए डॉक्टर जीवनशैली में बदलाव का सुझाव देते हैं। निम्नलिखित बदलावों का सुझाव सामान्यतः डॉक्टर देते हैं -
- पानी पीना: एक सामान्य व्यक्ति को प्रतिदिन 8-10 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है। जितना पानी आप पीएंगे, आपका शरीर उतनी ही अच्छी तरह से विषाक्त पदार्थों को शरीर से निकालने में सक्षम होता है।
- स्वस्थ आहार: हमेशा से ही स्वस्थ आहार स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता आया है। अपने आहार में फल, सब्जियां, होल ग्रेन और कम वसा वाले डेयरी उत्पादों को शामिल करें।
- मांस और मछली का सेवन कम करें: रेड मीट, ऑर्गन मीट, और कुछ प्रकार की मछली में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है, जिससे यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ती है। इसलिए इन्हें खाने से बचें।
- शराब का सेवन कम करें: शराब यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकती है, इसलिए डॉक्टर भी इसके सेवन से दूरी बनाने की सलाह देते हैं।
- वजन कम करें: अधिक वजन या मोटापे से शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है। इसलिए आप अपने आहार में बदलाव तो करें, इसके साथ-साथ व्यायाम को भी अपनी जीवनशैली में जोड़ें।
कई बार यूरिक एसिड का स्तर इतना ज्यादा होता है कि घरेलू उपचारों या कुछ टिप्स से इसका प्रबंधन संभव नहीं हो पाता है। उस स्थिति में डॉक्टर कुछ डॉक्टर दवाएं लिख सकते हैं, जिससे स्थिति नियंत्रित हो सकती है। हालांकि किसी भी दवा का सेवन स्वयं नहीं करना चाहिए क्योंकि यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। यही कारण है कि हम किसी भी दवा का नाम नहीं बता रहे हैं।
लेकिन कुछ अतिरिक्त घरेलू उपचारों के बारे में हम आपको ज़रूर बता सकते हैं, जो आपकी मदद कर सकते हैं जैसे -
- आप अजवाइन का पानी पी सकते हैं या इसे भोजन में शामिल कर सकते हैं।
- सेब का सिरका यूरिक एसिड को कम करने में मददगार है। एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाकर पीने से लाभ होगा।
- चेरी में एंथोसायनिन नामक यौगिक होता है, जो यूरिक एसिड को कम करने में मददगार होता है।
निष्कर्ष:
यूरिक एसिड का असामान्य स्तर एक आम स्थिति है, जिसका प्रबंधन भी आसान है। हाई यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए जीवनशैली में बदलाव और कभी-कभी दवाएं भी जरूरी होती हैं। यदि आपको यूरिक एसिड के स्तर में असामान्यता का अनुभव होता है, तो मूत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें और इलाज की योजना पर विचार करें। जल्द उपचार गंभीर जटिलताओं को रोकने में मदद कर सकता है।
हाई यूरिक एसिड से संबंधित अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न
यूरिक एसिड में कौन सी दाल खाएं?
यूरिक एसिड की स्थिति में निम्नलिखित दाल के सेवन की सलाह दी जाती है -
- मूंग दाल
- अरहर दाल
- मसूर दाल
- उड़द दाल
यूरिक एसिड में कौन सी सब्जी खानी चाहिए?
यूरिक एसिड की समस्या में निम्नलिखित सब्जियों के सेवन से बहुत मदद मिलती है -
- हरी पत्तेदार सब्जियां
- गाजर
- खीरा
- टमाटर
- शलजम
- भिंडी
यूरिक एसिड में क्या नहीं खाना चाहिए?
यदि आपको हाई यूरिक एसिड की समस्या है तो हम आपको निम्नलिखित खाद्य पदार्थों के सेवन से दूरी बनाने की सलाह दी जाती है -
- रेड मीट और ऑर्गन मीट
- मछली
- शराब
- शर्करा युक्त पेय (हाई ग्लूकोज प्रोडक्ट)
- अधिक वसा वाले डेयरी उत्पाद