इम्यून सिस्टम हमारे शरीर के लिए वह वरदान है, जो हमें कई बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। इसे रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immune system) के नाम से भी जाना जाता है। मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता की मदद से हम बहुत सारी समस्याओं से बच तो सकते ही हैं, लेकिन इसके साथ-साथ हमारा शरीर कई संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार भी रहता है। मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता की मदद से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से आसानी से बचा जा सकता है।
इम्यून सिस्टम हमारे शरीर के लिए वह वरदान है, जो हमें कई बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। इसे रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immune system) के नाम से भी जाना जाता है। मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता की मदद से हम बहुत सारी समस्याओं से बच तो सकते ही हैं, लेकिन इसके साथ-साथ हमारा शरीर कई संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार भी रहता है। मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता की मदद से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से आसानी से बचा जा सकता है।
यदि इस बदलते मौसम में आप बार-बार बीमार पड़ रहे हैं या आपको बार-बार सर्दी, खांसी और जुकाम परेशान कर रहा है, तो इसका अर्थ यह है कि आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कमजोर है। यदि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होगी, उन्हें संक्रमण के साथ-साथ इम्यूनोडेफिशियेंसी वाले रोगों का भी सामना करना पड़ सकता है। इस स्थिति में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को दुरुस्त करने से लाभ मिलेगा। चलिए समझते हैं कि कैसे पता चलेगा कि हमारे शरीर की इम्यूनिटी कमजोर है और इसे फिर से मजबूत किया जाए।
शरीर की इम्यूनिटी कई कारणों से कम होती है। चलिए सभी को एक-एक करके समझते हैं -
इसके अतिरिक्त भी कई कारणों की वजह से भी शरीर की इम्यूनिटी को खतरा होता है। यदि आपको भी लगता है कि आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो गई है, तो हम आपको सलाह देंगे कि हमसे परामर्श लें और इलाज के सभी विकल्पों के बारे में जानें।
सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि बार-बार बीमार होना शरीर की कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता की तरफ संकेत करता है। बार-बार बीमार होने के साथ-साथ अन्य लक्षण भी होते हैं, जो कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता की तरफ इशारा करते हैं -
इनमें से किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत डक्टरी सलाह की तरफ जाने की सलाह दी जाती है। इस संबंध में अधिक सहायता के लिए आप हमारे विशेषज्ञों से भी मिल सकते हैं।
यह एकदम सत्य है कि इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए कोई चमत्कारी इलाज नहीं है। हालांकि जीवन शैली में कुछ बदलाव की मदद से इसे प्राकृतिक रूप से बढ़ाने में मदद मिल सकती है। चलिए उन्हीं में से कुछ के बारे में जानते हैं -
इसके अतिरिक्त कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता के कारण कुछ स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं। उनके इलाज के लिए कुछ दवाएं दी जाती हैं। लेकिन हम स्वयं उन दवाओं के साथ-साथ इन उपायों का सुझाव अपने पेशेंट को देते हैं। इसलिए किसी भी प्रकार की समस्या दिखने पर तुरंत हमारे आंतरिक चिकित्सा विशेषज्ञ से मिलें और इलाज के विकल्पों पर विचार करें।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को इम्यूनिटी भी कहा जाता है। यह हमारे शरीर का प्रोटेक्टिव शील्ड है, जो हमारे शरीर के लिए बाहरी संक्रमण से लड़ता है। यह एक जटिल प्रणाली है, जिसकी मदद से शरीर के विभिन्न भाग भी स्वस्थ रहते हैं।
हां, क्रोनिक स्ट्रेस आपकी स्थिति को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है, जिसके कारण आप ज्यादा बीमार हो सकते हैं।
हां, नींद की कमी के कारण भी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है। हर रोज कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेना बहुत ज्यादा जरूरी होता है।
ऐसा करने के लिए कोई जादुई दवा नहीं है। हालांकि यदि आप स्वस्थ जीवनशैली को अपनाते हैं और रोजाना कम से कम 30 मिनट का व्यायाम करते हैं, तो इससे आपको बहुत लाभ मिलेगा।
आमतौर पर एक संतुलित आहार प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए पर्याप्त होता है। कोई भी सप्लीमेंट लेने से पहले अपने जनरल मेडिसिन डॉक्टर से सलाह लें।
Written and Verified by:
Consultant - Internal Medicine Exp: 32 Yr
Internal Medicine
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