एक्जिमा: लक्षण, कारण, उपचार और निदान
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एक्जिमा: लक्षण, कारण, उपचार और निदान

Summary

एक्जिमा एक तरह का स्किन डिसऑर्डर है, जिसमें त्वचा पर सूजन, खुजली, दरारें और खुरदरापन जैसी समस्या हो जाती है। वहीं कुछ प्रकार के एक्जिमा के कारण फफोले भी हो जाते हैं। आगे बढ़ने से पहले आपको यह समझना होगा कि एक्जिमा संक्रामक रोग नहीं है।

एक्जिमा एक तरह का स्किन डिसऑर्डर है, जिसमें त्वचा पर सूजन, खुजली, दरारें और खुरदरापन जैसी समस्या हो जाती है। वहीं कुछ प्रकार के एक्जिमा के कारण फफोले भी हो जाते हैं। आगे बढ़ने से पहले आपको यह समझना होगा कि एक्जिमा संक्रामक रोग नहीं है।

कई जगह एक्जिमा को "एटोपिक डर्मेटाइटिस" (Atopic Dermatitis) के नाम से जाना जाता है, जो स्वयं एक्जिमा का एक आम प्रकार है। हालांकि कुछ प्रकार के खाद्य पदार्थ जैसे नट्स और डेयरी प्रोडक्ट की मदद से एक्जिमा के लक्षणों को ट्रिगर कर सकते हैं और स्थिति को गंभीर बना सकते हैं। इसके साथ-साथ धुआं, पराग, साबुन और सुगंधित प्रोडक्ट का प्रयोग भी इसके जोखिम कारक हैं। हालांकि उम्र के साथ यह समस्या ठीक हो जाती है, लेकिन कुछ लोगों को इस समस्या के साथ ही अपना जीवन व्यतीत करना पड़ सकता है। ऐसे में सही जानकारी और सटीक इलाज आवश्यक होता है।

एक्जिमा क्या है?

त्वचा के सभी रोगों में एक्जिमा एक गंभीर रोग है, जिससे कई लोग प्रभावित हुए हैं। एक रिसर्च से यह पता चला है कि पूरे विश्व में लगभग 20 प्रतिशत बच्चे एक्जिमा या अन्य त्वचा संबंधित समस्या का शिकार हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ लगभग 3 प्रतिशत वयस्क किसी न किसी प्रकार के एक्जिमा का सामना अभी भी कर रहे हैं। भारत में ही हर वर्ष कम से कम 1 करोड़ लोग इस समस्या का सामना करते हैं। एक्जिमा के कारण त्वचा पर खाज़ और खुजली का सामना करते हैं। एक्जिमा के 7 प्रकार होते हैं। चलिए इन सभी को एक-एक करके जानते हैं - 

  • एटॉपिक डर्मेटाइटिस: इस प्रकार का एक्जिमा सबसे ज्यादा लोगों को प्रभावित करता है। एटॉपिक डर्मेटाइटिस एक बार ठीक होने के बाद फिर से पेशेंट को परेशान कर सकता है। 
  • कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस: जब एक व्यक्ति की त्वचा किसी ऐसी वस्तु के संपर्क में आ जाए और एलर्जी हो जाए तो उसे कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस कहा जाता है।
  • डाईशीड्रॉटिक एक्जिमा: ज्यादातर हाथ, पैर और उंगलियों के बीच में होने वाले छोटे-छोटे दाने डाईशीड्रॉटिक एक्जिमा कहलाते है। इस प्रकार के एक्जिमा अधिकतम 20 से 40 वर्ष के लोगों को शिकार बना रहा है। 
  • न्यूरोडर्माटाइटिस: इसमें शरीर के किसी एक भाग में ज्यादा खुजली होती है और कभी-कभी यह खुजली की समस्या लंबे समय तक बनी रहती है। पूरे विश्व के लगभग 12 प्रतिशत लोग न्यूरोडर्माटाइटिस एक्जिमा से पीड़ित होते हैं। 
  • नुम्मूलर एक्जिमा: इस प्रकार के एक्जिमा में सिक्के के आकार का निशान बन जाता है, जिसमें बहुत ज्यादा खुजली होती है। 
  • सेबोरेहिक डर्मेटाइटिस: इस प्रकार का एक्जिमा एक व्यक्ति के साथ लंबे समय तक बना रहता है। यह समस्या अधिकतर मामले में सिर, नाक, और पीठ में देखने को मिलती है। यह समस्या हर उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है। 
  • स्टैसिस डर्मेटाइटिस: इस प्रकार की स्थिति में शरीर के निचले भाग में खास कर पांवों में खराब रक्त संचार के कारण एक्जिमा की समस्या उत्पन्न होती है। इस प्रकार का एक्जिमा अधिकतर 50 वर्ष की उम्र के लोगों को अधिक प्रभावित करता है। 

एक्जिमा क्यों होता है?

एक्जिमा का सटीक कारण अभी भी अज्ञात है, लेकिन माना जाता है कि इस रोग के पीछे का कारण जेनेटिक्स और पर्यावरणीय कारक है। इसके अतिरिक्त कुछ अन्य कारक भी हैं जैसे - 

  • विटामिन बी-6 की कमी
  • मौसम में अत्यधिक बदलाव
  • अत्यधिक तनाव
  • शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का अधिक कार्य करना
  • हार्मोन में बदलाव
  • साबुन, शैंपू और केमिकल का अधिक उपयोग
  • खाद्य पदार्थों से एलर्जी

एक्जिमा के लक्षण

एक्जिमा की स्थिति में रोगी को निम्नलिखित लक्षणों का अनुभव हो सकता है - 

  • लालिमा: त्वचा का लाल होना, उनमें सूजन आना और त्वचा के रंग में बदलाव एक्जिमा की तरफ संकेत करते हैं।
  • खुजली: यह एक्जिमा का सबसे आम लक्षण है, जिसमें रोगी को खुजली के कारण परेशानी होती है। यह समस्या ज्यादातर रात में होती है। 
  • रूखी त्वचा: त्वचा में रूखापन और उनका फटना दर्शाता है कि आप एक्जिमा जैसी समस्या का सामना कर रहे हैं। 
  • छोटे एवं उभरे हुए दाने: इन दानों के कारण खुजली की समस्या होती है और कई बार यह फट भी सकते हैं, जिसके कारण उस जगह पर परतें बनने लगती हैं। 

यह सारे मुख्य लक्षण हैं। इसके अतिरिक्त भी कुछ अन्य लक्षण भी होते हैं, जिनका अनुभव रोगी कर सकता है जैसे - 

  • त्वचा पर पपड़ी बनना
  • खाज व सूखापन का समय के साथ बढ़ जाना
  • छोटे-छोटे फुंसी का बनना
  • हलकी सूजन का होना

इसके अतिरिक्त यह सारे लक्षण हाथ, पांव, और गले आदि स्थान को अधिक प्रभावित करते हैं। लक्षणों के दिखने पर कोलकाता के अनुभवी त्वचा रोग विशेषज्ञ या हमसे संपर्क करें। 

एक्जिमा का इलाज

एक्जिमा का कोई निश्चित इलाज नहीं है, लेकिन कुछ स्वास्थ्य निर्देशों का पालन कर एक्जिमा के लक्षणों से राहत मिल सकती है। निम्नलिखित निर्देशों का पालन कर इस स्थिति के लक्षणों से राहत मिल सकती है - 

  • मॉइश्चराइजर का प्रयोग करें: यदि आपकी स्किन ड्राई है और एक्जिमा भी है, तो दिन में कम से कम चार से पांच बार अपनी त्वचा को मॉइस्चराइज करें। 
  • मेडिकेशन: यदि दवाएं दी गई है, तो डोज को बिल्कुल भी मिस न करें। कई बार टॉपिकल मेडिसिन दी जाती है, जिसे त्वचा पर लगाना होता है। इससे बहुत लाभ मिलता है और धीरे-धीरे स्थिति में सुधार भी देखने को मिलता है।
  • एंटी इंफ्लेमेटरी मेडिसिन: एक्जिमा के कारण रोगी को अत्यधिक खुजली और सूजन का सामना करना पड़ता है। इस स्थिति के इलाज के लिए ओरल मेडिसिन जैसे एंटीहिस्टामाइन और कॉर्टिकोस्टेरॉइड (एंटी इंफ्लेमेटरी दवाएं) दी जाती हैं।
  • लाइट थेरेपी: कुछ मामलों में लाइट थेरेपी का प्रयोग होता है, जिसकी वजह से त्वचा की स्थिति में धीरे-धीरे आराम दिखने लगता है। 
  • ट्रिगर से बचाव करें: कुछ ट्रिगर होते हैं, जिससे स्थिति और भी ज्यादा गंभीर हो जाती है। उन ट्रिगर को पहचानें और समय रहते इसका इलाज करें। प्रयास करें कि आप उनसे उचित दूरी बनाए रखें।

एक्जिमा का घरेलू इलाज

एक्जिमा से बचना या इसका घरेलू उपाय संभव है। निम्नलिखित निर्देशों के पालन से आपको लाभ अवश्य होगा - 

  • अपनी त्वचा को समय-समय पर मॉइश्चराइज करें।
  • प्रभावित क्षेत्र पर खुजली करने से बचें।
  • एक्जिमा वाले क्षेत्र को एक साफ पट्टी से ढक लें। 
  • प्रयास करें कि जिस शैम्पू या साबुन से परेशानी हो रही, उसका प्रयोग न करें।
  • स्ट्रेस से दूरी बनाएं। 
  • अंडे एवं दूध और उनसे बनने वाले प्रोडक्ट से दूरी बनाएं। 
  • साफ़ कपडे पहनें।
  • प्रभावित क्षेत्र पर ठंडी सेक लगाएं। 

इस ब्लॉग के माध्यम से आपको एक्जिमा के बारे में पूर्ण जानकारी मिल गई होगी। हमने एक्जिमा के बारे में सभी मुख्य जानकारी जैसे एक्जिमा क्यों होता है, इसके लक्षण और इलाज के बारे में जान लिया है। एक्जिमा के इलाज के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते हैं और इस स्थिति का उच्च प्रबंधन कर सकते हैं। 

एक्जिमा से संबंधित अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

 

एक्जिमा में क्या नहीं खाना चाहिए?

एक्जिमा में में निम्न खाद्य पदार्थों से दूरी बनानी चाहिए - 

  • एलर्जी वाले खाद्य पदार्थ से दूरी बनाएं
  • डेयरी प्रोडक्ट
  • प्रोसेस्ड फूड
  • शराब
  • अंडे
  • मसालेदार भोजन
  • सोयाबीन

एक्जिमा किसकी कमी से होता है?

यह समस्या कई चीजों की कमी से होता है जैसे - 

  • त्वचा में नमी की कमी
  • कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
  • शरीर में चर्बी की कमी
  • जेनेटिक कारण

एक्जिमा कैसे ठीक होता है?

आपको यह समझना होगा कि एक्जिमा का कोई ऐसा खास इलाज नहीं है, लेकिन लक्षणों को मैनेज करने से स्थिति में काफी हद तक आराम मिल सकता है। इस ब्लॉग में मौजूद निर्देशों का पालन कर आप एक्जिमा के लक्षणों को मैनेज कर सकते हैं। 

एक्जिमा का इलाज क्या है?

लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करें और उनके द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पालन करें। वह डाइट चेंज के साथ-साथ कुछ दवाएं भी दे सकते हैं।

Written and Verified by:

Dr. Sanjay Agarwal

Dr. Sanjay Agarwal

Consultant Exp: 17 Yr

Dermatology

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