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मुंहासे (Acne): कारण, लक्षण, निदान, व उपचार

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मुंहासे (Acne): कारण, लक्षण, निदान, व उपचार

Dermatology | by Dr. Sanjay Agarwal | Published on 04/04/2024



क्या आप मुंहासों से परेशान हैं? क्या आप अपनी खूबसूरती को वापस पाना चाहते हैं? क्या आप जानना चाहते हैं कि मुंहासे क्यों होते हैं और इनका इलाज क्या है? तो यह लेख आपके लिए है!

मुंहासे को अंग्रेजी भाषा में एक्ने कहा जाता है, जो कि त्वचा की एक सामान्य समस्या है। मुख्य रूप से यह समस्या युवाओं को परेशान करती है, लेकिन हर उम्र के लोग कील मुंहासे से परेशान होते हैं। इस रोग का सीधा संबंध आपकी सुंदरता से है। 17-21 वर्ष की उम्र में मुंहासों का होना एक सामान्य बात है, क्योंकि इस दौरान शरीर में हार्मोन में बदलाव लगातार होते रहते हैं। इसका इलाज संभव है, लेकिन आपको इससे पहले यह जानना होगा कि मुंहासे क्यों होते हैं और इसका सही उपचार क्या है।

मुंहासे किसे कहते हैं?

जैसा कि हम जानते हैं कि मुंहासा एक त्वचा रोग है और यह हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है। यह रोग उन लोगों को अधिक प्रभावित करता है, जिसकी त्वचा ऑयली होती है। सामान्यतः यह समस्या तब उत्पन्न होती है, जब व्यक्ति की त्वचा की तेल ग्रंथियां बहुत अधिक तेल का उत्पादन करने लगती है। अतिरिक्त तेल आपके चेहरे के बालों के जड़ को बंद कर देते हैं, जिससे बैक्टीरिया पनपते हैं। अंत में यह सूजन और मुंहासे का कारण बनते है। मुंहासे जवानी के दिनों में लड़कों और लड़कियों दोनों को ही प्रभावित करते हैं।

मुंहासे कितने प्रकार के होते हैं?

मुंहासे कई प्रकार के होते हैं, जैसे - 

  • ब्लैकहेड्स: त्वचा में मौजूद काले रंग के जिद्दी दाग को ब्लैकहेड्स कहते हैं। डेड स्किन सेल्स और अतिरिक्त ऑयल के कारण स्किन पोर्स खुल जाते हैं। पोर्स में मौजूद ऑयल, हवा के संपर्क में आने के कारण काले पड़ जाते हैं, जिससे ब्लैकहेड्स की समस्या का इलाज संभव हो पाता है।
  • व्हाइटहेड्स: व्हाइटहेड्स में डेड स्किन सेल्स और ऑयल से पोर्स बंद हो जाते हैं। त्वचा पर सफेद रंग के उभार दिखाई देते हैं, जिसे व्हाइटहेड्स कहा जाता है।
  • छोटे-छोटे थक्के (Papules): कभी-कभी लाल रंग के छोटे-छोटे मस्से बन जाते हैं, जिसमें दर्द होता है, वह छोटे-छोटे थक्के होते हैं।
  • पिंपल्स: जब लाल रंग के छोटे-छोटे थक्के बनते हैं और उसमें मवाद बनता है, तो वह पिंपल्स का रूप ले लेते हैं। पिपल्स सफेद टिप की तरह दिखाई देते हैं।
  • गांठ (Nodules): गांठ त्वचा में गहराई में छिपे होते हैं, जो कभी-कभी बहुत ठोस हो जाते हैं।
  • सिस्ट: सिस्ट मुंहासों का सबसे गंभीर रूप है, जिसमें मवाद से भरी बड़ी गांठ होती है। इसके कारण स्थायी निशान पड़ जाते हैं, जिससे चेहरे की खूबसूरती खतरे में आ जाती है। 

मुख्य रूप से मुंहासे व्यक्ति के आत्मसम्मान को प्रभावित करते हैं। इस संबंध में हम आपको सलाह देंगे कि आप जल्द से जल्द एक अनुभवी और श्रेष्ठ त्वचा रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें।

कील-मुंहासे क्यों होते हैं?

कील-मुंहासे क्यों होते हैं इसका कोई एक जवाब नहीं है। अलग-अलग कारक हैं, जिसकी वजह से कील-मुंहासे की समस्या आपको परेशान करती है। मुंहासे होने के कुछ कारणों को नीचे विस्तार से बताया गया है - 

  • हार्मोन में बदलाव: युवावस्था में हार्मोन में बदलाव होना एक आम प्रक्रिया है। इस बदलाव के कारण व्यक्ति के शरीर में कई बदलाव आते हैं, जिससे त्वचा पर बनने वाले तेल ग्रंथियों में बढ़ोतरी होती है और व्यक्ति मुंहासे का सामना करता है। 
  • शरीर में पानी की कमी: पानी हमारे शरीर के लिए बहुत ज्यादा आवश्यक है। इसके कारण हमारे शरीर में हार्मोन संतुलित रहते हैं। शरीर में पानी की कमी के कारण भी मुंहासे निकलते हैं। 
  • बैक्टीरिया और संक्रमण: जब धूल-मिट्टी और प्रदूषण चेहरे के संपर्क में आते हैं, तो बैक्टीरिया और संक्रमण की समस्या उत्पन्न होती है और मुंहासे बनते हैं। 
  • धूप में अधिक समय बिताना: धूप में अधिक समय व्यतीत करना भी मुंहासे का एक बहुत बड़ा कारण है। 
  • ज्यादा मेकअप और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स का उपयोग: कॉस्मेटिक और मेकअप प्रोडक्ट्स के उपयोग से मुंहासे होने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि यह सारे उत्पाद केमिकल्स से बनते हैं, जिससे हमारी त्वचा प्रभावित होती है। 
  • तला-भुना और मीठा खाना: अधिक तला हुआ भोजन खाने से शरीर में तेल की मात्रा में वृद्धि होती है, जिससे हमारे चेहरे पर भी अतिरिक्त तेल जमता है। अंततः यह मुहांसों के उत्पन्न होने का कारण बनता है।
  • गर्भनिरोधक दवाएं: गर्भनिरोधक दवाओं के कारण शरीर में हार्मोन में असंतुलन का सामना करना पड़ता है। इन दवाओं के कारण एण्ड्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन के स्तर में संतुलन नहीं होता है। इस स्थिति का इलाज बहुत ज्यादा अनिवार्य है। 
  • आनुवांशिक: कई डॉक्टर मानते हैं कि जीन्स भी मुंहासों का मुख्य कारण है। ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें व्यक्ति को यह समस्या उनके माता-पिता से मिली है। 
  • त्वग्वसा (Sebum): यह एक चिकना पदार्थ है, जो त्वचा को कोमल और हाइड्रेटेड रखने का कार्य करता है। हालांकि, जब त्वग्वसा ग्रंथियां बहुत अधिक सीबम का उत्पादन करती हैं, तो यह रोम के छिद्र बंद हो जाते हैं जो मुंहासे का मुख्य कारण बनता है।

मुंहासे के लक्षण

मुंहासे के लक्षण कभी भी समय से पहले नहीं दिखते हैं। जब तक मुंहासे पूरी तरह से त्वचा पर विकसित नहीं होते हैं, तब तक व्यक्ति को किसी भी लक्षण का अनुभव नहीं होता है। मुंहासों के कारण व्यक्ति निम्नलिखित लक्षणों का अनुभव करते हैं जैसे - 

  • त्वचा का तैलीय होना
  • रोमछिद्रों का बढ़ना
  • त्वचा पर लालिमा और सूजन
  • खुजली और जलन
  • दर्द और संवेदनशीलता

अगर आपको मुंहासों के कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो डॉक्टर से मिलना महत्वपूर्ण है। डॉक्टर आपके मुंहासों के लिए सबसे अच्छा उपचार विकल्प निर्धारित करने में मदद कर सकते हैं।

मुंहासे हटाने के उपाय

चेहरे के कील मुंहासे हटाने के लिए बहुत सारे उपाय है और उनमें से कुछ उपाय आप स्वयं ही कर सकते हैं। हमने कुछ सामान्य उपायों को नीचे बताया है - 

  • सही स्किनकेयर रूटीन: अच्छा स्किनकेयर रूटीन चेहरे के लिए बहुत लाभकारी साबित होता है। समय-समय पर केमिकल रहित फेस वॉश का प्रयोग करें और मॉइस्चराइजिंग क्रीम का उपयोग करें।
  • मुंहासों को न छेड़ें: कुछ लोग मुंहासों को दबा कर फोड़ देते हैं, जो कि एक बहुत ही खराब आदत है। ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से त्वचा को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंच सकता है। इसके अतिरिक्त संक्रमण का खतरा भी कई गुणा बढ़ जाता है। 
  • प्रॉपर डाइट लें: प्रयास करें कि तले भुने और प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाएं। स्वस्थ आहार से मुंहासों की समस्या कम हो जाती है। यदि आप अपने आहार में हल्दी और विटामिन ई के सेवन को बढ़ाते हैं, तो इससे आपको बहुत लाभ मिलेगा। 
  • ऑयल फ्री प्रोडक्ट यूज़ करें: मुंहासें अक्सर ऑयली स्किन वाले लोगों को प्रभावित करता है। यही कारण है कि स्किन के लिए ऑयल-फ्री और कॉमेडोजेनिक प्रोडक्ट का ही उपयोग करें। 
  • अपनी जीवनशैली में बदलाव लाएं: स्वस्थ जीवनशैली आपको बहुत सारी समस्याओं से बचा सकता है। मुंहासों से बचने के लिए अपना दिनचर्या ठीक करें।

चेहरे से कील मुंहासे हटाने का इलाज

मुंहासे के इलाज के लिए आपको एक त्वचा रोग विशेषज्ञ से मिलना चाहिए। इलाज के लिए डॉक्टर ट्रॉपिकल दवाएं दे सकते हैं जैसे जेल, क्रीम, लोशन या सॉल्यूशन जिन्हें त्वचा पर लगाया जाता है। डॉक्टर के द्वारा दी जाने वाली प्रमुख दवाएं निम्नलिखित है - 

  • बेंजोयल पेरोक्साइड जो बैक्टीरिया को नष्ट करने में कारगर है।
  • टेज़ेरोटेन, ट्रेटीनोइन और एडापेलीन जैसे रेटिनोइड्स नए मुंहासे को आने से रोकने में मदद कर सकते हैं।
  • एरिथ्रोमाइसिन और क्लिंडामाइसिन जैसे एंटीबायोटिक क्रीम मुंहासे को उत्पन्न करने वाले बैक्टीरिया के निर्माण को धीमा करते हैं। 
  • व्हाइटहेड्स और ब्लैकहेड्स से भरे ऑयल और डेड स्किन सेल्स को खाली करने के लिए सैलिसिलिक एसिड नाम की दवा का प्रयोग होता है। 
  • अन्य दवाएं जैसे डैपसोन और एजीलैक एसिड का सुझाव डॉक्टर देते हैं।

मुंहासे से संबंधित अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न

 

चेहरे पर बार-बार पिंपल्स क्यों होते हैं?

चेहरे पर पिंपल्स के होने के कई कारण होते हैं। अधिक मात्रा में धूम्रपान और शराब का सेवन पिंपल्स का मुख्य कारण है। इसके अतिरिक्त जेनेटिक कारणों की वजह से भी पिंपल्स बार-बार एक व्यक्ति को परेशान करता है। यदि किसी व्यक्ति की त्वचा ऑयली है, तो भी उसे पिंपल्स की समस्या बार-बार परेशान करती है।

लड़कों के चेहरे पर से पिंपल कैसे हटाए?

चेहरे पर पिंपल लड़के और लड़कियों को एक समान ही परेशान करते हैं। इसके लिए आप कुछ उपायों का पालन कर सकते हैं जैसे - 

  • सही स्किनकेयर रूटीन
  • मुंहासों को न छेड़ें 
  • प्रॉपर डाइट लें
  • ऑयल फ्री प्रोडक्ट यूज़ करें
  • अपनी जीवनशैली में बदलाव लाएं

इसके अतिरिक्त आप डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं। वह आपकी मदद कर सकते हैं। 

पिंपल किसकी कमी से होते हैं?

डॉक्टरों की मानी जाए तो शरीर में पानी और विटामिन A की कमी से चेहरे पर पिंपल्स निकल आते हैं। डॉक्टर इस स्थिति के इलाज के लिए खुद को हाइड्रेट रखने और विटामिन A के सेवन का भी सुझाव देते हैं।

मुंहासे के दाग कैसे हटाएं?

मुंहासे के दाग हटाने के लिए घरेलू उपाय कारगर साबित हो सकते हैं। इसके लिए आप नीम, हल्दी, चंदन का लेप लगा सकते हैं। इसके अतिरिक्त डॉक्टर से मिलकर मुंहासे के लिए दवा भी ले सकते हैं। धूप से बचें, अपने चेहरा को साबुन से धोते रहें। इसके साथ-साथ खानपान में बदलाव लाएं। इसके अतिरिक्त धैर्य रखें, दाग धीरे-धीरे जाएंगे।