पूरे विश्व में मोटापा एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिससे लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं। इसके कारण डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग जैसी कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होने लग रही हैं। आहार में बदलाव और व्यायाम मोटापे को कम करने में मदद तो कर सकते हैं, लेकिन सबके लिए यह कारगर साबित नहीं होते हैं।
ऐसे मामलों में, बैरिएट्रिक सर्जरी मोटापे को कम करने के इलाज के रूप में देखा जा सकता है। यह कुछ लोगों के लिए यह एक प्रभावी समाधान साबित हो सकता है। बैरिएट्रिक सर्जरी के संबंध में किसी भी प्रकार की चिकित्सा सहायता के लिए आप हमारे विशेषज्ञ बेरिएट्रिक सर्जन से भी परामर्श ले सकते हैं। इस ब्लॉग में, हम बैरिएट्रिक सर्जरी के बारे में सब जानने का प्रयास करेंगे जैसे कि इसके प्रकार, लाभ, कौन करवा सकता है और प्रक्रिया के बाद क्या उम्मीद करें।
बैरियाट्रिक सर्जरी अलग-अलग सर्जिकल प्रक्रियाओं का एक सेट है, जिसका उपयोग उन लोगों के लिए होता है जो बहुत ज्यादा मोटापे से जूझ रहे हैं। इस सर्जरी के बाद पेशेंट का वजन निरंतर रूप से कम होता जाता है।
सर्जरी का मुख्य उद्देश्य पेशेंट के पाचन तंत्र में बदलाव करना होता है। सर्जरी के बाद व्यक्ति को भूख कम लगती है, जिसमें उसे अपने आहार में भी बदलाव करना होता है। इसके परिणामस्वरूप कैलोरी का सेवन भी कम होता है, जिससे अंततः वजन भी कम होता है।
बैरिएट्रिक सर्जरी की सलाह अक्सर तब दी जाती है, जब आहार और व्यायाम जैसे अन्य वजन घटाने के तरीके कार्य नहीं करते है।
बैरिएट्रिक सर्जरी कई प्रकार के होते हैं, जिनमें से प्रत्येक के अपने अलग-अलग प्रक्रिया और लाभ है। बैरिएट्रिक सर्जरी के सबसे आम प्रकार निम्न होते हैं -
वजन कम करने के अतिरिक्त, बैरिएट्रिक सर्जरी मोटापे से जुड़ी कई तरह की स्थितियों का इलाज और सुधार कर सकते हैं, जैसे कि -
हालांकि इस सर्जरी के कुछ जोखिम कारक भी हैं, जिसके बारे में आपको ज़रूर पता होना चाहिए। बाकि सभी सर्जरी की तरह ही इस सर्जरी के भी कुछ जटिलताएं होती हैं जैसे कि -
हर कोई बैरिएट्रिक सर्जरी के लिए योग्य नहीं होता है। हमारे डॉक्टर पेशेंट की जांच के बाद ही बैरिएट्रिक सर्जरी का सुझाव देते हैं। निम्न टेबल की मदद से आप भी इस प्रश्न के उत्तर को जान सकते हैं -
बैरिएट्रिक सर्जरी कौन पात्र है? |
विवरण |
बॉडी मास इंडेक्स (BMI) |
40 या इससे ज्यादा बीएमआई का होना। 35-39.9 के बीच की स्थिति को मोटापे की स्थिति माना जाता है। |
वजन कम करने की पिछली कोशिश |
व्यायाम, आहार और अन्य पद्धतियों के प्रयोग के बाद भी वजन का कम न होना। |
मेडिकल हिस्ट्री |
मोटापे के साथ-साथ हाई ब्लड प्रेशर और टाइप -2 डायबिटीज का होना। |
मानसिक स्थिति |
यदि आप सर्जरी के बाद अपनी जीवनशैली में बदलाव करने के इच्छुक हैं। |
वजन घटाने के अलावा बैरियाट्रिक सर्जरी के कई फायदे भी हैं जैसे कि -
बैरियाट्रिक सर्जरी कोई जादू की छड़ी नहीं है। सर्जरी के बाद भी आपको बहुत मेहनत करनी पड़ेगी। वजन घटाने और लंबे समय तक सफल परिणाम सुनिश्चित करने के लिए मरीजों को जीवनशैली में बड़े बदलाव करने पड़ते हैं जैसे कि -
मुख्य रूप से बैरिएट्रिक सर्जरी पेट के लिए की जाती है। इस सर्जरी का संबंध छोटी आंत से भी होता है। इस सर्जरी की मदद से व्यक्ति को भूख कम लगती है और वजन भी धीरे-धीरे कम होने लगता है।
किसी भी सर्जरी की तरह, बैरिएट्रिक सर्जरी में भी कुछ जोखिम और जटिलताएं होती हैं। संक्रमण, रक्त के थक्के, कुपोषण, पित्त पथरी और डंपिंग सिंड्रोम कुछ संभावित जोखिम और जटिलताएं होती हैं।
सर्जरी के प्रकार और व्यक्तिगत कारकों के आधार पर वजन कम होने का समय निर्भर करता है। आमतौर पर 18 से 24 महीनों में अतिरिक्त वजन का 50-70% तक कम हो जाता है।
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