बेरिएट्रिक सर्जरी: मोटापे के इलाज के लिए एक प्रभावी उपाय

बेरिएट्रिक सर्जरी: मोटापे के इलाज के लिए एक प्रभावी उपाय

Bariatric Surgery |by CMRI| Published on 27/09/2024

पूरे विश्व में मोटापा एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिससे लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं। इसके कारण डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग जैसी कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होने लग रही हैं। आहार में बदलाव और व्यायाम मोटापे को कम करने में मदद तो कर सकते हैं, लेकिन सबके लिए यह कारगर साबित नहीं होते हैं।

ऐसे मामलों में, बैरिएट्रिक सर्जरी मोटापे को कम करने के इलाज के रूप में देखा जा सकता है। यह कुछ लोगों के लिए यह एक प्रभावी समाधान साबित हो सकता है। बैरिएट्रिक सर्जरी के संबंध में किसी भी प्रकार की चिकित्सा सहायता के लिए आप हमारे विशेषज्ञ बेरिएट्रिक सर्जन से भी परामर्श ले सकते हैं। इस ब्लॉग में, हम बैरिएट्रिक सर्जरी के बारे में सब जानने का प्रयास करेंगे जैसे कि इसके प्रकार, लाभ, कौन करवा सकता है और प्रक्रिया के बाद क्या उम्मीद करें। 

बैरियाट्रिक सर्जरी क्या है?

बैरियाट्रिक सर्जरी अलग-अलग सर्जिकल प्रक्रियाओं का एक सेट है, जिसका उपयोग उन लोगों के लिए होता है जो बहुत ज्यादा मोटापे से जूझ रहे हैं। इस सर्जरी के बाद पेशेंट का वजन निरंतर रूप से कम होता जाता है। 

सर्जरी का मुख्य उद्देश्य पेशेंट के पाचन तंत्र में बदलाव करना होता है। सर्जरी के बाद व्यक्ति को भूख कम लगती है, जिसमें उसे अपने आहार में भी बदलाव करना होता है। इसके परिणामस्वरूप कैलोरी का सेवन भी कम होता है, जिससे अंततः वजन भी कम होता है। 

बैरिएट्रिक सर्जरी की सलाह अक्सर तब दी जाती है, जब आहार और व्यायाम जैसे अन्य वजन घटाने के तरीके कार्य नहीं करते है। 

बैरिएट्रिक सर्जरी के प्रकार

बैरिएट्रिक सर्जरी कई प्रकार के होते हैं, जिनमें से प्रत्येक के अपने अलग-अलग प्रक्रिया और लाभ है। बैरिएट्रिक सर्जरी के सबसे आम प्रकार निम्न होते हैं - 

  • गैस्ट्रिक बाईपास (रॉक्स-एन-वाई गैस्ट्रिक बाईपास): सभी बैरिएट्रिक सर्जरी में यह सर्जरी सबसे आम प्रकार की सर्जरी है। इस प्रभावी सर्जरी में पेट के ऊपर एक छोटी थैली का निर्माण होता है, जिसे सीधे छोटी आंत से जोड़ दिया जाता है। इस सर्जरी में पेट के महत्वपूर्ण भाग को ही बाईपास कर दिया जाता है, जिससे आपके द्वारा खाए जाने वाले खाने की मात्रा अपने आप कम हो जाती है। 
  • स्लीव गेस्ट्रोक्टॉमी: इस प्रक्रिया में, पेट के लगभग 80% भाग को ही हटाया जाता है, जिससे एक ट्यूब का आकार या "स्लीव" बन जाता है। इसमें भी खाने की मात्रा भी कम होती है और भूख बढ़ाने वाले हार्मोन घ्रेलिन का उत्पादन भी कम हो जाता है।
  • एडजस्टेबल गैस्ट्रिक बैंडिंग: इसमें पेट के ऊपरी भाग के चारों एक बैंड लगाया जाता है। इस बैंड को लगाने से एक स्थाई थैली का निर्माण होता है। इस प्रक्रिया में आवश्यकता के अनुसार बैंड को एडजस्ट किया जाता है या हटाया जाता है। इस प्रक्रिया का उपयोग वर्तमान में सबसे कम किया जाता है। 
  • डुओडेनल स्विच के साथ बिलिओपैंक्रिएटिक डायवर्सन: यह एक जटिल प्रक्रिया है, जिसे स्लीव गेस्ट्रोक्टॉमी और इंटेस्टाइनल बाईपास के साथ मिलाकर किया जाता है। यह गैस्ट्रिक बाईपास की तरह ही होने वाली एक और गंभीर प्रक्रिया है, जिसमें छोटी आंत के एक बड़े हिस्से को बायपास करते हुए एक छोटा पेट बनाया जाता है। इसके कारण व्यक्ति का वजन अपने आप कम होने लगता है। 

बैरिएट्रिक सर्जरी से कौन से रोग ठीक हो सकते हैं?

वजन कम करने के अतिरिक्त, बैरिएट्रिक सर्जरी मोटापे से जुड़ी कई तरह की स्थितियों का इलाज और सुधार कर सकते हैं, जैसे कि - 

हालांकि इस सर्जरी के कुछ जोखिम कारक भी हैं, जिसके बारे में आपको ज़रूर पता होना चाहिए। बाकि सभी सर्जरी की तरह ही इस सर्जरी के भी कुछ जटिलताएं होती हैं जैसे कि - 

  • डंपिंग सिंड्रोम: सर्जरी के लगभग 50% मामलों में यह स्थिति उत्पन्न होती है। मतली, दस्त और ऐंठन जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यदि ऐसा हो तो अपने आहार पर ध्यान दें!
  • पोषक तत्वों के अवशोषण में कमी: भोजन कम मात्रा में होता है, जिसके कारण पोषक तत्वों में भी कमी आती है, जिससे शरीर में कमजोरी का अनुभव भी व्यक्ति को करना पड़ सकता है।
  • बाईल रिफ्लक्स: इसमें बाईल जूस पेट में वापस बहता है, जिसके कारण गैस्ट्रिटिस और अल्सर की समस्या होती है। 
  • पित्त की पथरी: पित्त में अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल जमा होता है, जिसके कारण पित्त की पथरी की समस्या हो सकती है। 

बैरिएट्रिक सर्जरी कौन करवा सकता है?

हर कोई बैरिएट्रिक सर्जरी के लिए योग्य नहीं होता है। हमारे डॉक्टर पेशेंट की जांच के बाद ही बैरिएट्रिक सर्जरी का सुझाव देते हैं। निम्न टेबल की मदद से आप भी इस प्रश्न के उत्तर को जान सकते हैं - 

बैरिएट्रिक सर्जरी कौन पात्र है?

विवरण

बॉडी मास इंडेक्स (BMI)

40 या इससे ज्यादा बीएमआई का होना। 35-39.9 के बीच की स्थिति को मोटापे की स्थिति माना जाता है।

वजन कम करने की पिछली कोशिश

व्यायाम, आहार और अन्य पद्धतियों के प्रयोग के बाद भी वजन का कम न होना।

मेडिकल हिस्ट्री

मोटापे के साथ-साथ हाई ब्लड प्रेशर और टाइप -2 डायबिटीज का होना।

मानसिक स्थिति

यदि आप सर्जरी के बाद अपनी जीवनशैली में बदलाव करने के इच्छुक हैं।

बैरिएट्रिक सर्जरी के लाभ

वजन घटाने के अलावा बैरियाट्रिक सर्जरी के कई फायदे भी हैं जैसे कि - 

  • निरंतर वजन घटना: ज्यादातर मामलों में सफल सर्जरी के बाद पहले दो सालों में अतिरिक्त वजन का लगभग 50-70% वजन अपने आप घट जाता है।
  • बेहतर स्वास्थ्य: यह हृदय रोग, स्ट्रोक और टाइप 2 डायबिटीज जैसी जानलेवा स्थितियों के जोखिम को काफी हद तक कम भी किया जा सकता है।
  • जीवन की बेहतर गुणवत्ता: कई मरीज सर्जरी के बाद बेहतर गतिशीलता, बेहतर मानसिक स्वास्थ्य और बेहतर व्यवहार का अनुभव करते हैं। 
  • बढ़ी हुई दीर्घायु: कई रिसर्च में इस बात की पुष्टि भी हुई है कि बैरिएट्रिक सर्जरी कराने के बाद व्यक्ति के जीवित रहने की दर में वृद्धि होती है। 

सर्जरी के बाद जीवनशैली में बदलाव

बैरियाट्रिक सर्जरी कोई जादू की छड़ी नहीं है। सर्जरी के बाद भी आपको बहुत मेहनत करनी पड़ेगी। वजन घटाने और लंबे समय तक सफल परिणाम सुनिश्चित करने के लिए मरीजों को जीवनशैली में बड़े बदलाव करने पड़ते हैं जैसे कि - 

  • अपने आहार में उच्च प्रोटीन, कम चीनी और कम वसा वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
  • नियमित व्यायाम करें और सक्रिय जीवन शैली को अपनाएं।
  • पोषण संबंधित पूरक जैसे कि कैल्शियम, विटामिन डी और बी 12 समय पर लें।
  • सर्जरी के बाद कुछ मनोवैज्ञानिक चुनौतियां आएंगी, जिससे निपटने के लिए हम आपको सलाह देंगे कि तुरंत हमारे विशेषज्ञों से परामर्श लें। 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न 

बैरिएट्रिक सर्जरी किस अंग के लिए की जाती है? 

मुख्य रूप से बैरिएट्रिक सर्जरी पेट के लिए की जाती है। इस सर्जरी का संबंध छोटी आंत से भी होता है। इस सर्जरी की मदद से व्यक्ति को भूख कम लगती है और वजन भी धीरे-धीरे कम होने लगता है।

बैरिएट्रिक सर्जरी के साइड इफेक्ट क्या है? 

किसी भी सर्जरी की तरह, बैरिएट्रिक सर्जरी में भी कुछ जोखिम और जटिलताएं होती हैं। संक्रमण, रक्त के थक्के, कुपोषण, पित्त पथरी और डंपिंग सिंड्रोम कुछ संभावित जोखिम और जटिलताएं होती हैं। 

बैरिएट्रिक सर्जरी से आप कितना वजन कम कर सकते हैं?

सर्जरी के प्रकार और व्यक्तिगत कारकों के आधार पर वजन कम होने का समय निर्भर करता है। आमतौर पर 18 से 24 महीनों में अतिरिक्त वजन का 50-70% तक कम हो जाता है।

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