पथरी (Stone) - प्रकार, कारण, लक्षण और उपचार
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पथरी (Stone) - प्रकार, कारण, लक्षण और उपचार

Summary

चिकित्सा की दृष्टि से, पथरी एक कठोर, पत्थर जैसी संरचना है जो शरीर के विभिन्न भागों में विकसित हो सकती है, जिसमें यूरिनरी ट्रैक्ट, सलाईवरी ग्लैंड, पैंक्रियास, पित्ताशय की थैली, किडनी और टॉन्सिल शामिल हैं।

पथरी (कॅल्क्युली) के कारण हर साल लाखों लोग दर्द से छटपटाते हैं। यह एक ऐसा कठोर पदार्थ है, जो हमारे मूत्र मार्ग और पाचन तंत्र को अतिरिक्त कार्य करने के लिए प्रेरित करता है, जिससे पीठ और पेट में तेज दर्द होता है। लेकिन आपको डरने की आवश्यकता नहीं है! यह ब्लॉग पथरी के गठन से लेकर पथरी के इलाज तक की सारी जानकारी प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त पथरी के इलाज के संबंध में भी आप हमसे संपर्क कर सकते हैं।

पथरी क्या है?

चिकित्सा की दृष्टि से पथरी एक कठोर, पत्थर जैसी संरचना है, जो शरीर के विभिन्न भागों में विकसित हो सकती है, जिसमें यूरिनरी ट्रैक्ट, सलाइवरी ग्लैंड, पैंक्रियास, पित्ताशय की थैली, किडनी और टॉन्सिल शामिल है। पथरी के स्थान और आकार के आधार पर, मानव शरीर पर पथरी का प्रभाव हल्की असुविधा से लेकर गंभीर दर्द और समस्याओं तक विस्तारित हो सकता है। स्थिति की गंभीरता के आधार पर, पथरी के उपचार के विकल्पों में दवा, आहार परिवर्तन, या सर्जिकल प्रक्रियाएं शामिल है। निवारक उपाय, जैसे हाइड्रेटेड रहना, ओरल हाइजीन बनाए रखना, और कुछ खाद्य पदार्थों से परहेज करना, पथरी के विकास के जोखिम को कम करने में भी मदद कर सकता है।

पथरी कहां-कहां बनती है?

पथरी का निर्माण शरीर के कई भाग में होता है। चलिए जानते हैं कि पथरी का निर्माण कहां-कहां होता है - 

  • किडनी स्टोन: किडनी या गुर्दे की पथरी सबसे सामान्य प्रकार की पथरी होती है। यह पथरी कैल्शियम से बनती है। किडनी खराब होने के लक्षण को पहचान कर समय पर इलाज आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है।
  • गले की टॉन्सिल की पथरी: गले में भी पथरी का निर्माण हो सकता है। गले की टॉन्सिल के पीछे खाना जमा हो जाता है और गले में खराश, बदबूदार सांस और सूजन जैसी समस्या उत्पन्न करता है। 
  • मूत्राशय की पथरी: पेशाब न रोक पाना या यूरिन में मिनरल्स का असंतुलन मूत्राशय की पथरी का मुख्य कारण होता है। कई बार गुर्दे की पथरी मूत्राशय में आ जाती है और व्यक्ति को परेशान करने लगती है। 
  • पित्ताशय की पथरी: पित्त की थैली में बनने वाले पथरी को पित्ताशय की पथरी कहा जाता है। इस पथरी का निर्माण कोलेस्ट्रॉल और बिलीरुबिन से मिलकर होता है। आमतौर इनका आकार छोटा होता है और उसमें दर्द भी नहीं होता है। गंभीर मामलों में पथरी के इलाज के लिए पित्त की थैली को ही निकाल लिया जाता है।
  • अग्न्याशय की पथरी: पेट में पैंक्रियास या फिर अग्न्याशय नाम का एक अंग है, जिसमें एक हार्मोन का निर्माण होता है, जो खाना पचाने में मदद करता है। कभी-कभी पित्त की थैली की पथरी अग्न्याशय में आ जाती है। बुखार, तेज धड़कन, उल्टी और पेट दर्द इसके मुख्य लक्षण है, जिसका अनुभव होते ही तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

चलिए गुर्दे की पथरी के बारे में बात करते हैं, क्योंकि बहुत सारे लोग इस स्थिति से परेशान हैं और इसके सटीक और सुरक्षित इलाज की खोज में रहते हैं। 

गुर्दे में पथरी के लक्षण

गुर्दे में पथरी कठोर और कंकड़ जैसा पदार्थ है, जिसका निर्माण गुर्दे के अंदर होता है। पथरी के लक्षणों में शामिल हैं:

  • पेट और पीठ में दर्द: पेट और पीठ दर्द पथरी का सबसे आम लक्षण है। इसमें पेट के ऊपरी दाएं या मध्य भाग में अचानक और गंभीर दर्द होता है। दर्द पीठ या दाहिने कंधे में भी उत्पन्न हो सकता है।
  • पेशाब के दौरान जलन: जब पथरी मूत्राशय और ब्लैडर तक पहुंच जाती है, तो व्यक्ति को मूत्र के दौरान जलन और दर्द का अनुभव होता है। 
  • मतली और उल्टी: कई लोग मतली और उल्टी का अनुभव करते हैं, खासकर फैट युक्त भोजन खाने के बाद।
  • पेशाब के लिए जाने की जल्दी: बार-बार पेशाब जाने की जल्दी पथरी और मूत्र पथ पर संक्रमण की तरफ इशारा करता है। 
  • पेशाब में रक्त: पेशाब के रंग में बदलाव पथरी का संकेत देता है। 
  • बुखार और ठंड लगना: कुछ मामलों में व्यक्ति को पथरी के कारण बुखार और ठंड का सामना करना पड़ता है, जो संक्रमण का संकेत देता है।
  • पेशाब में समस्या: पेशाब में बदबू आना और पेशाब का न आना संकेत देता है कि आपको पथरी की समस्या है। इसके अतिरिक्त यह मूत्र पथ पर संक्रमण की तरफ इशारा भी करता है।

गुर्दे की पथरी के कारण

किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी के कई कारण होते हैं और खराब जीवनशैली इस स्थिति का मुख्य कारक है। अस्वस्थ जीवनशैली के साथ कई अन्य कारक भी होते हैं, जो आपके गुर्दे में पथरी का निर्माण कर सकते हैं - 

  • आवश्यकता से कम पानी का सेवन 
  • तेजी से वजन बढ़ना
  • शारीरिक आवश्यकता से अधिक प्रोटीन का सेवन
  • परिवार में गुर्दे की पथरी का चिकित्सा इतिहास
  • यूरिक एसिड के स्तर में वृद्धि
  • शुगर या सोडियम का ज्यादा सेवन
  • कैल्शियम की दवाओं का अधिक सेवन 
  • गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी का इतिहास

किडनी की पथरी से छुटकारा

पथरी का उपचार उसके स्थान और स्थिति की गंभीरता पर निर्भर करता है। शरीर के विभिन्न भागों में पथरी के इलाज के लिए यहां कुछ सामान्य दिशा-निर्देश दिए हैं, जिनका पालन करने से आपको बहुत लाभ होगा - 

  • खुद को हाइड्रेट रखें: यदि आप अपने शरीर को हाइड्रेट रखते हैं, तो आपको इसका सीधा लाभ मिलेगा। आवश्यकता के अनुसार पानी पीने से शरीर में पथरी की समस्या नहीं होती है और पाचन क्रिया भी मजबूत होती है।
  • सेब का सिरका: एप्पल साइडर विनेगर किडनी स्टोन को छोटे-छोटे भाग में तोड़ने में कारगर साबित हो सकती है। इसके सेवन की सहायता से पथरी मूत्र मार्ग के माध्यम से बाहर निकल जाती है। 
  • अनार का रस: नेशनल किडनी फाउंडेशन के अनुसार, अनार एक ऐसा फल है, जो कई पोषक तत्व प्रदान करता है। यह फल आपको हाइड्रेट तो रखता ही है, इसके साथ-साथ यह किडनी स्टोन को हटाने में भी मदद कर सकता है। 
  • कॉर्न हेयर या कॉर्न सिल्क: कॉर्न हेयर या कॉर्न सिल्क को लोग फेंक देते हैं, लेकिन इसको उबाल कर पीने से गुर्दे की पथरी को निकालने में बहुत मदद मिलती है। 

कृपया ध्यान दें कि यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। इसमें जो भी उपाय बताए गए हैं वह कारगर साबित हुए हैं, लेकिन पथरी के इलाज में सबसे महत्वपूर्ण है अपने डॉक्टर की सलाह मानें। यदि आप अपने डॉक्टर की बात मानते हैं, तो इसका सीधा लाभ आपको मिलेगा। यदि आप किसी गंभीर समस्या का सामना कर रहे हैं या आपको गुर्दे की पथरी का इलाज कराने की आवश्यकता है तो आप जयपुर में मूत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श ले सकते हैं।

पथरी तोड़ने की दवा

यदि आप पथरी को तोड़ने की दवाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो हम आपको सलाह देंगे कि बिना डॉक्टर के सलाह के कोई भी दवा स्वयं न ले। यह आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। लेकिन कुछ अतिरिक्त उपचार के विकल्प हैं, जैसे ईएसडब्ल्यूएल, जिसमें बिना सर्जरी और कट के गुर्दे की पथरी का इलाज किया जाता है। इस प्रक्रिया में पथरी को छोटे टुकड़ों में तोड़ने के लिए शॉक वेव थेरेपी का उपयोग किया जाता है, जिससे उन्हें यूरिन के माध्यम से शरीर से बाहर निकालने में मदद मिलती है। 

सामान्य पूछे जाने वाले प्रश्न:

 

क्या पथरी जानलेवा है ?

आमतौर पर, पथरी घातक नहीं होती है। हालांकि, दुर्लभ मामलों में, संक्रमण, यूरिनरी ट्रैक्ट में ब्लॉकेज या किडनी फैल्यर जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जो संभावित रूप से जीवन के लिए खतरा बनती हैं। यदि आपको संदेह है कि आपको पथरी से संबंधित कोई लक्षण हैं, तो हमारे अनुभवी डॉक्टर से बात करें। 

पथरी में दही खाना चाहिए या नहीं ?

इस बात का कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं है कि दही खाना पथरी वाले लोगों के लिए हानिकारक है। वास्तव में, कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि दही में पाए जाने वाले प्रोबायोटिक्स का सेवन पथरी के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। हालांकि, व्यक्तिगत आहार सलाह के लिए डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।

पथरी में दूध पीना चाहिए या नहीं?

पथरी पर दूध का प्रभाव अभी भी स्पष्ट नहीं है और यह पथरी के प्रकार पर निर्भर हो सकता है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि दूध सहित कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ, कैल्शियम ऑक्सालेट, पथरी के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, अन्य प्रकार की पथरी वाले लोग, जैसे कैल्शियम फॉस्फेट से बनी पथरी में दूध का सेवन करना हानिकारक हो सकता है।

पथरी का दर्द कहाँ होता है?

पथरी से जुड़ा दर्द आमतौर पर पीठ के निचले हिस्से, पेट या कमर के क्षेत्र में होता है। दर्द का स्थान और तीव्रता पत्थर के आकार और स्थान के साथ-साथ दर्द सहिष्णुता और संवेदनशीलता जैसे व्यक्तिगत कारकों के आधार पर भिन्न हो सकती है।

पथरी होने का मुख्य कारण क्या है?

पथरी बनने का मुख्य कारण यूरीन बनाने वाले खनिजों, लवणों और अन्य पदार्थों का असंतुलन है। जब ये पदार्थ उच्च सांद्रता में मौजूद होते हैं, तो वे क्रिस्टल बना सकते हैं जो धीरे-धीरे और ठोस द्रव्यमान बनाते हैं जिन्हें पथरी कहा जाता है। असंतुलन का सटीक कारण पत्थर के प्रकार के आधार पर भिन्न हो सकता है।

पथरी होने पर कितना पानी पीना चाहिए?

पथरी को बाहर निकालने और नई पथरी बनने से रोकने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना महत्वपूर्ण है। पानी के सेवन की अनुशंसित मात्रा प्रति दिन कम से कम 2-3 लीटर है, लेकिन यह व्यक्तिगत परिस्थितियों और चिकित्सा सलाह के आधार पर भिन्न हो सकती है।

पथरी में गर्म पानी पीने के फायदे क्या है?

गर्म पानी पीने से कई लाभ होते हैं। गर्म पानी विषाक्त पदार्थों और अन्य अपशिष्ट उत्पादों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। इसके कारण किडनी की पथरी का निर्माण नहीं होता है। गर्म पानी पीने से किडनी की पथरी से जुड़े दर्द और असहजता को कम करने में भी मदद मिलती है।

Written and Verified by:

Dr. Sheel Bhadra Jain

Dr. Sheel Bhadra Jain

Senior Consultant Exp: 13 Yr

Nephrology & Renal Transplant

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