सभी रोगों में से लीवर सिरोसिस एक ऐसी समस्या है, जो कि एक प्रगतिशील स्थिति है, जिसमें स्वस्थ लिवर के टिश्यू पर स्कार टिश्यू का निर्माण हो जाता है। इस स्थिति में लिवर की कार्यक्षमता को अच्छा खासा नुकसान होता है, और कुछ मामलों में यह लिवर की क्षति का कारण भी बनता है।
मैं पिछले 13 साल से गैस्ट्रो संबंधित सभी समस्याओं का इलाज सफलता से करते आ रहे हूं। सभी रोगों में से लीवर सिरोसिस एक ऐसी समस्या है, जो कि एक प्रगतिशील स्थिति है, जिसमें स्वस्थ लिवर के टिश्यू पर स्कार टिश्यू का निर्माण हो जाता है। इस स्थिति में लिवर की कार्यक्षमता को अच्छा खासा नुकसान होता है, और कुछ मामलों में यह लिवर की क्षति का कारण भी बनता है।
इस क्षति के पीछे का मुख्य कारण लंबे समय से शराब का सेवन, क्रोनिक वायरल हेपेटाइटिस (हेपेटाइटिस बी और सी), और नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग (एनएएफएलडी) है। सिरोसिस जैसी स्थिति का इलाज प्रभावी ढंग से करने के लिए कुछ बातों का विशेष ध्यान देना चाहिए, जिनको मैं इस ब्लॉग में बताने वाला हूं। यदि आप लिवर सिरोसिस के शुरुआती लक्षणों को पहचान लेंगे, तो तुरंत सर्वश्रेष्ठ गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्टसे परामर्श लें और इलाज के विकल्पों के बारे में बात करें।
लिवर सिरोसिस के शुरुआती चरणों में कोई लक्षण स्पष्ट नहीं होते हैं। हालांकि लिवर सिरोसिस की स्थिति में जब समस्या अगले चरण में चली जाती है, तो इसके कारण कुछ लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं जैसे कि -
यह सारे लक्षण दर्शाते हैं कि लिवर अपना सामान्य कार्य नहीं कर पाता है जैसे कि हानिकारक पदार्थों का जमा होना।
लिवर सिरोसिस की स्थिति में होने वाली क्षति अपरिवर्तनीय होती है। हालांकि इस इलाज का उद्देश्य इस रोग की प्रगति को धीमा करना होता है और जटिलताओं को रोकना होता है। इस स्थिति के इलाज के लिए निम्न विकल्पों का उपयोग किया जा सकता है -
यदि स्थिति अगले चरण में चली जाती है, तो यहां लिवर फेल्योर की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिसके बाद ट्रांसप्लांट ही लिवर सिरोसिस का रामबाण इलाज माना जा सकता है।
यदि आप एक बेहतर जीवन व्यतीत करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आप लिवर सिरोसिस के शुरुआती लक्षणों को पहचानें। इसके साथ-साथ नियमित मेडिकल चेकअप और स्वस्थ जीवन शैली लिवर के स्वास्थ्य को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।
लिवर सिरोसिस की स्थिति में संतुलित आहार बहुत आवश्यक है। लीवर सिरोसिस की स्थिति में निम्न खाद्य पदार्थों पर आपका अधिक जोर लगना चाहिए।
लीवर सिरोसिस के कई जोखिम कारक है जैसे कि -
इस प्रश्न का उत्तर हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग ही होता है। यदि लिवर सिरोसिस का निदान शुरुआती चरण में हो जाए, तो इसके कारण व्यक्ति के जीवित रहने की स्थिति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। हालांकि, गंभीर चरण जैसे कि लिवर फेल्योर की स्थिति में व्यक्ति के जीवन की दर कम हो जाती है।
लिवर सिरोसिस हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन मुख्य रूप से यह 40 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों में अधिक आम है। इसका एक और जोखिम कारक है, और वह है शराब। शराब का सेवन जो बहुत करते हैं, वह इस रोग के जोखिम के दायरे में आते हैं।
Written and Verified by:
With DM in Gastroenterology, Dr. Jangid has over 9 years of experience in the field. He has been previously associated with NIMS Medical College Hospital, Bhandari Hospital, Jaipur.
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