आंत में सूजन के लक्षण और इलाज: घरेलू उपाय जो तुरंत असर करें
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आंत में सूजन के लक्षण और इलाज: घरेलू उपाय जो तुरंत असर करें

Summary

आंत में सूजन का कारण अभी भी अज्ञात है, जिसके ऊपर अभी भी रिसर्च चल रही है, लेकिन डॉक्टरों और हमारे भी विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति हमारे रोग प्रतिरक्षा प्रणाली से संबंधित है। हालांकि ऐसा क्यों होता है, यह भी अभी स्पष्ट नहीं है। 

हालांकि ऐसा माना जाता है कि अतिरिक्त तनाव और कुछ प्रकार के खाद्य पदार्थ इस स्थिति को ट्रिगर कर सकते हैं, लेकिन इसे आप आंत में सूजन का कारण नहीं कह सकते हैं। 15 से 30 और 50 से 70 वर्ष की आयु के लोग इस रोग से प्रभावित होते हैं।

आंत में सूजन या अल्सरेटिव कोलाइटिस (मेडिकल नाम) एक इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज है, जिसका सीधा प्रभाव पाचन तंत्र पर देखने को मिलता है। आंत में सूजन होने के कारण बड़ी आंत (कोलन) और मलाशय की अंदरूनी परत प्रभावित होती है, जिसके लक्षण धीरे-धीरे ही उत्पन्न होते हैं। 

आंत में सूजन के लक्षणों को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि इसका सीधा प्रभाव हमारे जीवन पर देखने को मिलता है। हालांकि इसका कोई निश्चित इलाज नहीं है, लेकिन कुछ घरेलू उपाय इस स्थिति में तुरंत असर कर सकते हैं। इस ब्लॉग से उन सभी उपायों को जानें और यदि स्थिति अधिक गंभीर है, तो तुरंत एक अनुभवी आंत रोग विशेषज्ञ से परामर्श आपकी मदद कर सकते हैं।

आंत में सूजन क्यों होती है?

आंत में सूजन का कारण अभी भी अज्ञात है, जिसके ऊपर अभी भी रिसर्च चल रही है, लेकिन डॉक्टरों और हमारे भी विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति हमारे रोग प्रतिरक्षा प्रणाली से संबंधित है। हालांकि ऐसा क्यों होता है, यह भी अभी स्पष्ट नहीं है। 

हालांकि ऐसा माना जाता है कि अतिरिक्त तनाव और कुछ प्रकार के खाद्य पदार्थ इस स्थिति को ट्रिगर कर सकते हैं, लेकिन इसे आप आंत में सूजन का कारण नहीं कह सकते हैं। 15 से 30 और 50 से 70 वर्ष की आयु के लोग इस रोग से प्रभावित होते हैं। मैं, डॉक्टर अभिनव शर्मा, अपने 16 वर्ष के अनुभव से यह बता सकता हूं कि यह समस्या मलाशय क्षेत्र से शुरू होती है और कुछ ही मामलों में यह समस्या आंत तक पहुंचती है और यदि यह समस्या आंत तक पहुंच गई, तो इसके कारण बड़ी आंत भी प्रभावित हो सकती है। इसके अतिरिक्त इस रोग की फैमिली हिस्ट्री भी है, जो कि इसका एक मुख्य जोखिम कारक है। 

आंत में सूजन के लक्षण

अल्सरेटिव कोलाइटिस या आंत में सूजन के इलाज को समझने से पहले हमें यह समझना होगा कि इस स्थिति को कैसे पहचानें। आंत में सूजन के निम्न लक्षणों को पहचान कर हम समय पर उचित इलाज प्राप्त कर सकते हैं - 

  • डायरिया (दस्त) के साथ रक्त या मवाद की मौजूदगी
  • पेट दर्द और ऐंठन की समस्या, जो अन्य समस्या का संकेत दे
  • गुदा में दर्द के साथ रक्त हानि होना
  • एक से अधिक बार मल त्याग की इच्छा या मल त्याग होना।
  • इच्छा होने के बावजूद भी मल त्याग में असमर्थ होना
  • अचानक वजन घटना
  • थकान के साथ बुखार

इसके अतिरिक्त बच्चों में आंत में सूजन के लक्षण थोड़े अलग हो सकते हैं जैसे कि - शारीरिक विकास न होना। इस रोग से प्रभावित अधिकांश लोगों में हल्के लक्षण दिख जाते हैं और कई लोगों में यह समस्या लंबे समय तक देखने को मिलती है। 

आंत में सूजन के उपाय

आंत में सूजन को घरेलू उपाय से बिल्कुल ठीक तो नहीं किया जा सकता है, लेकिन यदि समय रहते लक्षणों की पहचान हो जाए, तो इन घरेलू उपायों की मदद से राहत मिल सकती है। यदि किसी भी व्यक्ति की आंत में सूजन आती है और शुरुआती लक्षणों को वह पहचानने में सक्षम हो जाते हैं, तो निम्न उपायों की मदद से इस स्थिति में आराम मिल सकता है - 

  • कार्बोहाइड्रेट कम लें: आंत में सूजन को कम करने के लिए सबसे पहले आहार में बदलाव आवश्यक है। सबसे पहला कदम आपका होना चाहिए कि आप रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट को अपने आहार से बिल्कुल हटा दें। इससे सूजन बढ़ सकती है। 
  • एलर्जी वाले खाद्य पदार्थों से दूर रहें: कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ जैसे कि मक्का, गेहूं और दूध जिससे आपको एलर्जी भी हो सकती है। इनको अपने दैनिक आहार में कम करें या इसे भी हटा दें।
  • अलसी का तेल: ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त जितने भी तेल है, उनका सेवन आप नियमित रूप से आप बढ़ाएं। फिश ऑयल या अलसी के तेल में ओमेगा-3 अधिक होता है, जिसके सेवन से आपको बहुत राहत मिलेगी। रोजाना एक चम्मच तेल आपकी आंत की सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
  • आंतों में सूजन का इलाज हैं प्रोबायोटिक्‍स: प्रोबायोटिक्‍स आंत के साथ-साथ पूरे पाचन तंत्र के लिए लाभकारी होते हैं। प्रोबायोटिक्‍स की मदद से सूजन को कम करने में मदद मिलती है, जो शरीर में स्वस्थ बैक्टीरिया की ग्रोथ को बढ़ाता है और पेट की म्‍यूकस लाइनिंग को सुरक्षा भी प्रदान करता है।
  • एलोवेरा जैल: कई लोग मानते हैं कि एलोवेरा आंत में सूजन का देसी इलाज है। एलोवेरा में सूजन को कम करने का गुण होता है, लेकिन जिसे दस्त की समस्या है, उसे एलोवेरा से दूरी बनानी चाहिए। 
  • हर्बल टी: हर्बल टी एक फायदेमंद उपचार है, जिससे मेटाबॉलिज्म तो दुरुस्त रहता ही है, जिसके साथ-साथ आंत में सूजन भी कम होती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण इर्रिटेबल बाउल डिजीज जैसे आंत से संबंधित समस्या से आराम दिला सकते हैं। 

आंतों में सूजन की स्थिति में निम्न बातों का खास ध्यान रखने की आवश्यकता होती है - 

  • दस्त और गैस की स्थिति में डेयरी प्रोडक्‍ट्स को बंद करें।
  • हाई फाइबर डाइट को रोकें और ब्रोकोली और फूलगोभी से खास तौर पर दूरी बनाएं।
  • मसालेदार भोजन, शराब और कैफीन से दूरी बनाएं।
  • दिन में छोटे-छोटे आकार में पांच से छह बार भोजन करें। 

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न

 

आंत में सूजन होने पर क्या खाएं?

सादा चावल, केला, सेब की चटनी, उबली हुई सब्जियां और लीन प्रोटीन जैसे आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थ खाएं। बोन ब्रोथ और प्रोबायोटिक्स जैसे कम फाइबर वाले और सूजनरोधी विकल्प चुनें।

आंत में सूजन होने पर क्या होता है?

आंत में सूजन के कारण पाचन क्रिया में समस्या लाता है, जिससे असुविधा, सूजन, दस्त या कब्ज की समस्या होती है। 

बड़ी आंत में सूजन के लक्षण क्या है?

बड़ी आंत में सूजन के लक्षण इस प्रकार है -

  • पेट में दर्द
  • दस्त (कभी-कभी खून के साथ)
  • सूजन
  • शौच करने की तीव्र इच्छा होना 
  • थकान
  • बुखार 
  • अनजाने में वजन कम होना 

लक्षण दिखने पर स्थिति बिना नजरअंदाज किए इलाज के विकल्पों को समझें और इलाज लें।

आंत में सूजन होने पर क्या नहीं खाना चाहिए?

मसालेदार भोजन, अधिक वसा या तली हुई चीजें, शराब, कैफीन, डेयरी उत्पाद, कच्ची सब्जियां, होल ग्रेन्स और प्रोसेस्ड फूड से बचें जो आंतों को परेशान कर सकते हैं।

छोटी आंत में सूजन का इलाज क्या है?

छोटी आंत में सूजन के इलाज के लिए निम्न विकल्प आपकी मदद कर सकते हैं -

  • सूजन-रोधी दवाएं
  • प्रोबायोटिक
  • आहार में बदलाव
  • ट्रिगर करने वाले खाद्य पदार्थों से परहेज करना
  • एंटीबायोटिक्स (अगर संक्रमण से संबंधित हैं)
  • गंभीर मामलों में, कॉर्टिकोस्टेरॉइड या सर्जरी 

आंत में सूजन होने पर क्या करना चाहिए?

तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें, हाइड्रेशन बनाए रखें, और प्रयास करें कि हर कुछ समय में थोड़ा-थोड़ा खाएं। यदि डॉक्टर ने कुछ दवा दी है, तो उन्हें समय पर लें। 

Written and Verified by:

Dr. Abhinav Sharma

Dr. Abhinav Sharma

Director Exp: 16 Yr

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