हाइड्रोनफ्रोसिस: कारण, लक्षण, और उपचार के विस्तार से समझें
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हाइड्रोनफ्रोसिस: कारण, लक्षण, और उपचार के विस्तार से समझें

Summary

हाइड्रोनफ्रोसिस एक ऐसी समस्या है जो संकेत देता है कि रोगी के मूत्र प्रणाली में रुकावट है। एक मनुष्य के जीवन काल में उसे कई बार किडनी संबंधित समस्याएं होती है और हाइड्रोनफ्रोसिस उन्हीं में से एक है।

किडनी, हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण भाग है, जो भोजन और अन्य स्रोतों से उत्पन्न विषाक्त पदार्थों को रक्त से अलग करके उन्हें मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकालने का कार्य करता है। जब किडनी इस कार्य को कम क्षमता और धीरे करते हैं, तो यह किडनी की समस्या की तरफ संकेत करता है। सभी किडनी की बीमारियों में से एक है हाइड्रोनफ्रोसिस।

हाइड्रोनफ्रोसिस एक ऐसी समस्या है जो संकेत देता है कि रोगी के मूत्र प्रणाली में रुकावट है। एक मनुष्य के जीवन काल में उसे कई बार किडनी संबंधित समस्याएं होती है और हाइड्रोनफ्रोसिस उन्हीं में से एक है। वास्तव में यह कोई रोग नहीं है, लेकिन इसके कारण रोगी को कई गंभीर समस्या का सामना करना पड़ता है। चलिए इस ब्लॉग की सहायता से हाइड्रोनफ्रोसिस के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं और जानते हैं कि इससे कैसे बचा जाए। यदि आप किसी समस्या का सामना कर रहे हैं तो आप जयपुर में मूत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श ले सकते हैं।

हाइड्रोनेफ्रोसिस क्या है - What is Hydronephrosis?

हाइड्रोनेफ्रोसिस को कई जगह जलवृक्कता कहा जाता है, लेकिन अधिकतर लोग इस शब्द से बिल्कुल अनजान होते हैं। हाइड्रोनेफ्रोसिस गुर्दे की समस्या से संबंधित स्वास्थ्य स्थिति का मेडिकल नाम है। इससे आपके एक या फिर दोनों ही गुर्दे प्रभावित हो सकते हैं। चलिए समझते हैं कि हाइड्रोनेफ्रोसिस क्या है!

जब पेशाब गुर्दे से ठीक से बाहर नहीं निकल पाता है तो किडनी धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त होने लगती है, जिसे चिकित्सा भाषा में हाइड्रोनेफ्रोसिस कहा जाता है। इसके कारण किडनी में सूजन आ जाती है। अधिकतर मामलों में इससे एक ही किडनी प्रभावित होती है, लेकिन कुछ ऐसे मामले देखे गए हैं, जिसमें दोनों की किडनी प्रभावित हो जाती हैं। आपको सबसे पहले यह समझना होगा कि हाइड्रोनेफ्रोसिस कोई मुख्य रोग नहीं है। यह एक स्वास्थ्य स्थिति है, जो किसी दूसरे रोग के कारण एक व्यक्ति को प्रभावित करता है। यह किसी विशेष उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है। हालांकि कुछ रिसर्च में यह सामने आया है कि छोटे बच्चे मुख्य रूप से इस स्वास्थ्य स्थिति से प्रभावित होते हैं। 

हाइड्रोनफ्रोसिस के लक्षण क्या है?

ऐसा बिल्कुल भी ज़रूरी नहीं है कि हाइड्रोनेफ्रोसिस के लक्षण दिखे। बहुत ही कम मामलों में हाइड्रोनेफ्रोसिस के लक्षण उत्पन्न होते हैं। अधिकतर मामलों में हाइड्रोनेफ्रोसिस की पुष्टि किसी दूसरे रोग के कारण होती है। किसी और रोग के कारण अल्ट्रासाउंड होने पर इस स्थिति की पुष्टि होती है। मुख्य रूप से कुछ ऐसे लक्षण होते हैं, जो गुर्दे की इस समस्या का संकेत देते हैं जैसे - 

  • पेट दर्द जो मुख्य रूप से पेट के एक तरफ हो। 
  • पीठ में दर्द
  • पेशाब के दौरान जलन या दर्द
  • मितली और बुखार

यह सारे लक्षण दूसरे रोग की तरफ भी इशारा करते हैं। यह सारे लक्षण भिन्न-भिन्न हो सकते हैं, जो हाइड्रोनेफ्रोसिस के चरण पर निर्भर करता है। 

हाइड्रोनफ्रोसिस के चरण

हाइड्रोनफ्रोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें मूत्र गुर्दे में जमा हो जाता है, जिससे गुर्दे की कार्यक्षमता प्रभावित होती है और उनमें सूजन आ जाती है। इसे मुख्य रूप से 4 चरणों में बांटा गया है और चरण सूजन के आधार पर भिन्न हो सकती है - 

  • न्यूनतम: यह हाइड्रोनफ्रोसिस का शुरुआती चरण है। इस चरण में समस्या का पता लगाना मुश्किल होता है, क्योंकि इसमें गुर्दे की कार्यक्षमता पर किसी भी प्रकार का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
  • सौम्य:इस चरण में गुर्दे की कार्यक्षमता थोड़ी कम हो जाती है। इस चरण में हल्के लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे कि पीठ दर्द, पेट दर्द, और मूत्र में जलन। इस चरण का हाइड्रोनफ्रोसिस कभी-कभी अपने आप ठीक हो जाता है।
  • मध्यम: इस चरण में भी गुर्दे की कार्यक्षमता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है, लेकिन हाइड्रोनफ्रोसिस के लक्षण अधिक स्पष्ट हो जाते हैं, जिन्हें इस ब्लॉग में साफ-साफ बताया गया है। लक्षणों में पेट में सूजन, मतली, उल्टी, और बुखार शामिल हैं।
  • गंभीर: यह हाइड्रोनफ्रोसिस का सबसे गंभीर चरण है, जिससे बचने की सलाह सभी को दी जाती है। इस चरण में, गुर्दे की कार्यक्षमता में थोड़ी गिरावट आती है और किडनी फेल्योर का खतरा भी बढ़ जाता है। गंभीर पेट दर्द, पीठ दर्द, और मूत्र में रक्त जैसे लक्षण दिखते हैं।

हाइड्रोनफ्रोसिस के चरण का पता लगाने के लिए, डॉक्टर अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, या एमआरआई जैसे इमेजिंग टेस्ट का उपयोग करते हैं। चरण के आधार पर, डॉक्टर उपचार की योजना बनाते हैं।

हाइड्रोनफ्रोसिस क्यों होता है?

जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि हाइड्रोनेफ्रोसिस कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह एक स्वास्थ्य स्थिति है, जो किसी दूसरी बीमारी के कारण उत्पन्न होती है। इसके कारण किडनी की कार्यक्षमता गंभीर रूप से प्रभावित होती है। इसके अलावा हाइड्रोनफ्रोसिस के होने के पीछे कई कारण हैं जैसे - 

  • बिना कारण या अचानक मूत्र मार्ग में रुकावट आना जो किडनी को मूत्राशय से जोड़ती है।
  • किडनी की पथरी इस स्थिति का सबसे मुख्य कारण है। 
  • मूत्रमार्ग में संक्रमण
  • घाव या खून के थक्के जमना
  • यूरेटेरो पेल्विक जंक्शन में गांठ। यह भाग किडनी और मूत्र वाहिनी का संगम होता है। 
  • पुरुषों में प्रोस्टेट ग्लैंड की मात्रा बढ़ जाना।
  • चोट या फिर जन्म से ही मूत्र मार्ग का संकीर्ण होना।
  • बच्चेदानी या फिर मूत्रवाहिनी का कैंसर

इस स्थिति में मूत्र मार्ग में रुकावट के कारण मूत्र का बहाव उल्टा किडनी की तरफ हो जाता है, जिसे वेसिकोयूरेटरल रिफ्लक्स (VUR) कहा जाता है।

हाइड्रोनफ्रोसिस का इलाज कैसे होता है?

हाइड्रोनेफ्रोसिस के इलाज में सबसे आवश्यक है मूत्र प्रवाह को फिर से बहाल करना। इसके लिए डॉक्टर कुछ मुख्य उपचारों के विकल्प पर जोर दे सकते हैं - 

  • सर्जरी: यदि मूत्रमार्ग में रुकावट है या रक्त के थक्कों के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है, तो सर्जरी की आवश्यकता होती है।
  • एंटीबायोटिक दवाएं: मूत्रमार्ग में संक्रमण का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से किया जाता है।
  • एंडोस्कोपिक सर्जरी: किडनी की पथरी के कारण हाइड्रोनफ्रोसिस हो तो सबसे पहले डॉक्टर पथरी को निकालने के लिए एंडोस्कोपिक सर्जरी का सुझाव दे सकते हैं। इसमें एक पतली ट्यूब को मूत्रमार्ग में डाला जाता है और पथरी को निकाल लिया जाता है। 
  • नेफ्रोस्टॉमी: यदि मूत्र को सीधे गुर्दे से निकालने की आवश्यकता होती है, तो एक विशेष ट्यूब (नेफ्रोस्टॉमी ट्यूब) को डाला जाता है।

यदि हाइड्रोनेफ्रोसिस का इलाज समय पर नहीं किया जाता है, तो यह गुर्दे को नुकसान पहुंचा सकता है और कुछ मामलों में यह क्षति बढ़ जाती है जो किडनी फेल्योर की स्थिति उत्पन्न कर सकता है। 

अधिकांश मामलों में, हाइड्रोनेफ्रोसिस का सफलतापूर्वक इलाज संभव है।

नोट: आपको यह समझना होगा कि इस ब्लॉग में मौजूद जानकारी एक सामान्य जानकारी है। यदि आपको गुर्दे से संबंधित कोई भी समस्या है और आप इस समस्या का इलाज चाहते हैं, तो हम आपको जल्द से जल्द चिकित्सा सहायता लेने की सलाह देंगे। 

हाइड्रोनफ्रोसिस से संबंधित अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न

 

क्या हाइड्रोनफ्रोसिस से किडनी खराब हो सकती है?

हां, यदि हाइड्रोनफ्रोसिस का इलाज नहीं किया जाता है, तो इससे किडनी खराब हो सकती है। मूत्र प्रवाह में रुकावट के कारण गुर्दे पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे गुर्दे की क्षति हो सकती है।

हाइड्रोनफ्रोसिस का सबसे अच्छा इलाज क्या है?

हाइड्रोनफ्रोसिस का इलाज रुकावट के कारण पर निर्भर करता है। इसमें एंटीबायोटिक दवा, सर्जरी, एंडोस्कोपिक सर्जरी, या नेफ्रोस्टॉमी ट्यूब शामिल है।

हाइड्रोनफ्रोसिस के लिए डॉक्टर को कब दिखाएं?

यदि पेट या पीठ में दर्द, मतली, उल्टी, बुखार, या पेशाब में कठिनाई जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए और इलाज लेना चाहिए।

Written and Verified by:

Dr. Devendra K. Sharma

Dr. Devendra K. Sharma

Director Exp: 22 Yr

Urology & Renal Transplant

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With a DNB in Urology and MCh in Urology from SGPGI Lucknow, Dr. Sharma has worked in SPPGI, Lucknow and MPUH, Nadiad. His areas of special interest include Renal transplantation, Laparoscopic Urology, Female Urology and Paediatric Urology. He has published several papers on related subjects, which have been published by reputed national and international journals. Dr. Sharma was invited as Faculty for a Live demonstration of Laparoscopic Nephrectomy in RAMAS.

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