सर्वाइकल पेन के लक्षण, कारण और घरेलू इलाज
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सर्वाइकल पेन के लक्षण, कारण और घरेलू इलाज

Summary

ऐसा कई बार देखा गया है कि हमारी खराब लाइफस्टाइल के कारण कई सारी समस्याएं हमें घेर रही हैं। ब्लड प्रेशर और शुगर तो एक सामान्य बीमारी हो गई है। कुछ साल पहले तक कुछ बीमारियों को रोग की श्रेणी में ही नहीं रखते थे जैसे - बैक पेन, ज्वाइंट पेन, सर्वाइकल पेन इत्यादि। लेकिन धीरे-धीरे इन बीमारियों को लोग समझ रहे हैं क्योंकि इन रोगों से पीड़ित लोगों की संख्या में पिछले कुछ वर्षों में वृद्धि देखी गई है।

ऐसा कई बार देखा गया है कि हमारी खराब लाइफस्टाइल के कारण कई सारी समस्याएं हमें घेर रही हैं। ब्लड प्रेशर और शुगर तो एक सामान्य बीमारी हो गई है। कुछ साल पहले तक कुछ बीमारियों को रोग की श्रेणी में ही नहीं रखते थे जैसे - बैक पेन, ज्वाइंट पेन, सर्वाइकल पेन इत्यादि। लेकिन धीरे-धीरे इन बीमारियों को लोग समझ रहे हैं क्योंकि इन रोगों से पीड़ित लोगों की संख्या में पिछले कुछ वर्षों में वृद्धि देखी गई है।

इन्ही सभी समस्याओं में से एक है सर्वाइकल पेन। वर्तमान में सर्वाइकल पेन एक आम समस्या बन गई है। जिसको देखो वो सर्वाइकल का शिकार हो रहा है। मुख्य रूप से सर्वाइकल की समस्या हमारे रहन-सहन के तरीके पर निर्भर करती है। चलिए जानते हैं कि सर्वाइकल पेन क्या है?, यह कैसे और क्यों होता है?, इसके लक्षण और इलाज क्या है?, इत्यादि।

सर्वाइकल पेन क्या है?

सर्वाइकल पेन हड्डियों से जुड़ी समस्या है, जिसमें कंधे, गर्दन आदि में गंभीर दर्द होता है। सर्वाइकल पेन का चिकित्सा नाम सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस (Cervical spondylosis) है। यह समस्या किसी भी उम्र में किसी भी व्यक्ति को परेशान कर सकती है। मुख्य रूप से सर्वाइकल पेन की समस्या उन लोगों में अधिक आम है, जिनका डेली रूटीन बहुत ज्यादा खराब है। एक ही स्थान पर लंबे समय तक बैठे रहना, खराब मुद्रा में बैठना, झुक कर चलना/बैठना, या अन्य मुद्राओं के कारण लोगों को इस समस्या का सामना करना पड़ता है। इससे बचने का एक ही तरीका है और वह है स्वस्थ आदतों को अपनाना, सर्वाइकल के लिए एक्सरसाइज करना और गलत मुद्राओं से दूर रहना।

सर्वाइकल पेन के लक्षण 

सर्वाइकल पेन के कारण रोगी को निम्नलिखित लक्षणों का अनुभव हो सकता है - 

  • लगातार सिर दर्द होना
  • गर्दन को दाएं या बाएं करने के दौरान गर्दन की हड्डियों से आवाज आना।
  • गर्दन के साथ-साथ हाथ, बाजू और उंगलियों में कमजोरी आना और दर्द होना।
  • चलने फिरने के दौरान संतुलन बनाने में समस्या
  • गर्दन और कंधों पर अकड़न

यह सारे लक्षण सामान्य लक्षण है, लेकिन उन्हें नजरअंदाज बिल्कुल नहीं करना चाहिए। स्थिति के आधार पर इलाज की योजना बनाई जाती है। 

सर्वाइकल पेन के कारण

सर्वाइकल पेन के कई कारण होते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य कारणों को हमने नीचे बताया है - 

  • गलत मुद्रा में सोने से सर्वाइकल पेन की समस्या धीरे-धीरे विकसित होती है। 
  • भारी वजन सिर पर उठाने से भी सर्वाइकल पेन होता है। 
  • देर तक गर्दन को झुकाने से या मोटे तकिए के प्रयोग से सर्वाइकल पेन हो सकता है।
  • एक ही स्थान पर एक ही तरह से लंबे समय तक बैठने से सर्वाइकल पेन हो जाता है। 
  • बाइक चलाने के दौरान भारी हेलमेट पहनने से भी सर्वाइकल पेन हो सकता है। 

इसके अतिरिक्त कुछ और कारण होते हैं, जिससे सर्वाइकल पेन की समस्या उत्पन्न हो सकती है जैसे - 

  • लंबे समय तक फोन और लैपटॉप पर काम करना
  • मनोवैज्ञानिक तनाव का बढ़ना जिससे गर्दन और कंधे लगातार सिकुड़ते रहते हैं।
  • रोजाना व्यायाम न करना।

सर्वाइकल पेन का इलाज

सामान्य तोर पर मेडिकल में हर रोग का इलाज उपलब्ध है, लेकिन सर्वाइकल पेन का कोई सुदृढ़ इलाज नहीं है। गर्दन और सर्वाइकल पेन के लिए अलग-अलग इलाज के विकल्पों पर विचार किया जा सकता है जैसे - 

  • दवा: सर्वाइकल पेन के इलाज के लिए ओवर-द-काउंटर दवाएं दी जाती हैं जिससे सूजन भी कम हो जाती हैं। 
  • फिजियोथेरेपी: फिजियोथैरेपिस्ट कुछ व्यायाम और स्ट्रेचिंग के बारे में बताते हैं, जिससे इस स्थिति में आराम मिल जाता है। फिजियोथेरेपी की मदद से गर्दन दर्द से भी राहत मिलती है।
  • सर्जरी: हर्निएटेड डिस्क या संबंधित चिकित्सा स्थिति के मामले में सर्जरी की आवश्यकता पड़ती है। सर्जरी के बाद स्थिति में काफी हद तक आराम मिल जाता है। 

सर्वाइकल पेन का घरेलू इलाज 

हालांकि कुछ दवाएं और सर्जरी है, जिसकी मदद से लक्षणों से आराम मिल जाता है, लेकिन कुछ दवाओं के कारण साइड इफ़ेक्ट उत्पन्न हो सकते हैं। इस स्थिति में कुछ घरेलू इलाज में अच्छी खासी मदद मिल सकती है - 

  • सही ढंग से सोना:सख्त गद्दे और कम ऊंचाई वाले तकिए लें। इसके अतिरिक्त पेट के बल न सोएं, बल्कि करवट या पीठ के बल सोने से बहुत लाभ मिलेगा।
  • गर्म और ठंडी सेक लगाएं: दर्द कम करने के लिए बारी-बारी से गर्म और ठंडी सेक लगाएं। इससे सर्वाइकल पेन का दर्द धीरे-धीरे कम हो जाता है।
  • मसाज कराएं: गर्दन और कंधों की मसाज से भी दर्द से राहत मिल जाती है।
  • खुद को हाइड्रेट करें: खूब पानी पीएं और स्वयं को हाइड्रेट करें। इससे डिस्क और जॉइंट्स भी स्वस्थ रहते हैं।
  • तनाव कम लें: तनाव कम करें, योग, ध्यान या मेडिटेशन से बहुत मदद मिल सकती है। आप अपने डॉक्टर से सर्वाइकल के एक्सरसाइज के बारे में जानें और उनके निर्देशों का पालन करें। इससे मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं।
  • दिनचर्या: अपनी दिनचर्या में स्वस्थ बदलाव लाएं। इससे सर्वाइकल के साथ-साथ अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का भी इलाज संभव हो पाता है।

सर्वाइकल से संबंधित अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

 

सर्वाइकल में कहां-कहां दर्द होता है?

सर्वाइकल की स्थिति में गर्दन, कंधे, सिर और हाथ में दर्द होता है। इन स्थिति में निरंतर दर्द की समस्या उत्पन्न होने पर तुरंत परामर्श लें।

सर्वाइकल पेन के कितने प्रकार के होते हैं?

सर्वाइकल निम्न प्रकार होते हैं - 

  • सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस: इस प्रकार का सर्वाइकल पेन सबसे ज्यादा आम है, जिसमें रीढ़ की हड्डी प्रभावित होती है। 
  • सर्वाइकल डिस्क हर्नियेशन: जब डिस्क अपनी जगह से हिल जाती है, तो इसके कारण नसों पर दबाव पड़ता है। 
  • फाइब्रोमायल्गिया: यह एक मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द की स्थिति है, जिससे सर्वाइकल पेन बहुत ज्यादा होता है। 

सर्वाइकल में क्या खाना चाहिए?

सर्वाइकल की स्थिति में निम्न चीजों के सेवन की सलाह दी जाती है - 

  • फल और सब्जियां में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन होते हैं, जिससे बहुत लाभ मिलेगा।
  • ओमेगा-3 फैटी एसिड से सूजन कम होता है।
  • हल्दी में करक्यूमिन होता है, जिसकी मदद से सूजन और दर्द कम होता है।
  • अदरक को अपने खाने में जोड़ें।
  • स्वयं को हाइड्रेटेड रखें।

सर्वाइकल कितने दिन में ठीक होता है?

सर्वाइकल के हल्के मामले कुछ दिनों या हफ्तों में दर्द ठीक हो जाते हैं। वहीं गंभीर मामलों में इस स्थिति को ठीक होने में कुछ महीने लग सकते हैं। वहीं कुछ मामले ऐसे भी होते हैं, जहां सर्वाइकल ठीक ही नहीं होता है और लंबे समय तक व्यक्ति को परेशान कर सकता है। 

सर्वाइकल को कैसे ठीक करें?

सर्वाइकल पेन को ठीक करने के लिए आप निम्न निर्देशों का पालन कर सकते हैं - 

  • आराम करें
  • समय पर दवाएं लें
  • फिजियोथेरेपी कराएं
  • ठंड और गर्म की सेक लगाएं
  • योग और मेडिटेशन का सहारा लें

Written and Verified by:

Dr. Lalit Modi

Dr. Lalit Modi

Additional Director Exp: 11 Yr

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