दस्त (डायरिया) एक आम समस्या है, जिसमें बार-बार पानी जैसा मल त्याग होता है, जिससे असुविधा बढ़ सकती है। यह हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है, खासकर गर्मियों और मानसून में। इस ब्लॉग में जानें दस्त के लक्षण, कारण और असरदार घरेलू इलाज। अगर समस्या बनी रहे, तो तुरंत हमारे गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट से संपर्क करें।
दस्त, जिसे आमतौर पर लूज मोशन या डायरिया के नाम से भी जाना जाता है। इस स्थिति में बार-बार पानी जैसा मल त्याग होता है, जिसके कारण बहुत सारी असुविधा भी उत्पन्न होती है। इस समस्या से कई लोग प्रभावित होते हैं और यह किसी एक आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है। जितने भी पेशेंट्स हमारे पास पेट या फिर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं के लिए आते हैं, डायरिया उनमें से सबसे आम बीमारी है।
गर्मियों और मानसून के मौसम में यह बीमारी अपने चरम पर होती है। इसलिए हम आपके लिए यह ब्लॉग लेकर आए हैं, जिसकी मदद से आप दस्त के लक्षण, कारण और इसके प्रभावी घरेलू इलाज के बारे में जान पाएंगे। यदि इन उपायों को आप पहले कर चुके हैं, तो बिना झिझक आप हमारे गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट से मिलें और इलाज लें।
डायरिया (loose motion in hindi) की स्थिति तब उत्पन्न होती है, जब हमारा पाचन तंत्र तरल पदार्थों को ठीक से अवशोषित नहीं कर पाता है। आप यह भी कह सकते हैं कि जब मल त्याग के दौरान अधिक तरल पदार्थ निकलता है, और बार-बार निकलता है, तो उस स्थिति को दस्त कहते हैं। दस्त के कुछ सामान्य कारण हो सकते हैं जैसे कि -
हर व्यक्ति में डायरिया के अलग-अलग कारण हो सकते हैं, जिनमें से मुख्य कारणों को हमने बताया है। हो सकता है कि यह कारण आपके होने वाले दस्त के कारण न हो, लेकिन डॉक्टर से परामर्श आपको सही कारणों को पहचानने और उसे ठीक करने में मदद मिल सकता है।
मुख्य रूप से डायरिया को हम तीन मुख्य प्रकार में बांटते हैं -
दस्त की स्थिति में लक्षण स्पष्ट होते हैं। हालांकि कुछ अन्य स्थितियां भी हैं, जो बताती है कि आपको इलाज की आवश्यकता है। डायरिया की स्थिति में निम्न लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं -
हल्के दस्त को अक्सर प्राकृतिक उपचारों से घर पर ही आसानी से मैनेज किया जा सकता है। दस्त की समस्या को रोकने के लिए कुछ प्रभावी उपाय दिए गए हैं जैसे कि -
घरेलू उपायों में सबसे आवश्यक होता है कि इस दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। चलिए इस संबंध में आपके सभी प्रश्नों के उत्तर देते हैं -
डायरिया, हालांकि आम है, इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए क्योंकि यह आपको शारीरिक और मानसिक रूप से थका सकता है। दस्त को रोकने के लिए कई घरेलू उपचार उपलब्ध हैं, जिसकी जानकारी आपको इस ब्लॉग से मिल जाएगी। हालांकि, लगातार लक्षण दिखने पर हम भी आपको सलाह लें कि किसी डॉक्टर से मिलें और इलाज लें। हाइड्रेटेड रहें, सही खाएं, और जोखिम भरे खाद्य पदार्थों से दूरी बनाएं। आपका पेट आपको धन्यवाद देगा!
बच्चों में कभी-कभार दस्त होना संक्रमण या आहार परिवर्तन के कारण आम बात है। हालांकि, बार-बार या लंबे समय तक दस्त होने पर बाल रोग विशेषज्ञ से जांच करवानी चाहिए।
ओआरएस के साथ पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाएं, चावल और केला जैसे हल्के खाद्य पदार्थ दें और यदि दस्त 24 घंटे से अधिक समय तक बना रहे तो डॉक्टर से परामर्श लें।
डिहाइड्रेशन को रोकने के लिए ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट्स (ओआरएस), नारियल पानी या घर का बना नमक-चीनी का घोल इस्तेमाल करें।
हां, केले में पेक्टिन और पोटेशियम भरपूर मात्रा में होता है, जो मल को मजबूत बनाने और खोए हुए पोषक तत्वों की पूर्ति करने में मदद करता है।
यदि दस्त दो दिनों से अधिक समय तक रहता है, तेज बुखार, मल में खून या गंभीर डीहाइड्रेशन के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें। निदान के आधार पर आपको लोपेरामाइड या प्रोबायोटिक्स जैसी दस्त की गोलियां दी जा सकती हैं। स्वयं कोई भी दवा न लें।
कुछ दवाएं हैं, जिससे दस्त की समस्या कुछ समय में ठीक हो जाती है, लेकिन इसे तुरंत रोकना थोड़ा मुश्किल है। इस संबंध में आपके डॉक्टर आपकी मदद कर सकते हैं।
Written and Verified by:
Dr. Saurabh Kalia is Additional Director of Gastrointestinal Surgery Dept. at CK Birla Hospital, Jaipur, with over 13 years of experience. He specializes in GI & HPB surgeries, GI cancers, advanced laparoscopic and robotic surgery, and bariatric/metabolic surgery.
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