मानसून में संक्रमण से कैसे बचें? जानिए जरूरी स्वच्छता टिप्स
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मानसून में संक्रमण से कैसे बचें? जानिए जरूरी स्वच्छता टिप्स

Table of Contents
  1. मानसून में संक्रमण क्यों बढ़ जाते हैं?
  2. मानसून में आमतौर पर होने वाली बीमारियां
  3. खानपान में बरतें ये सावधानियां बरतें
  4. इम्यूनिटी बूस्टिंग फूड्स
  5. बच्चों और बुजुर्गों की विशेष देखभाल
    1. बच्चों के लिए जरूरी उपाय
    2. बुजुर्गों के लिए टिप्स
  6. मानसून में स्वच्छता: आपकी सुरक्षा में पहला कदम
  7. कब डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है?
  8. निष्कर्ष
  9. अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न
    1. मानसून में कौन-कौन सी संक्रामक बीमारियां ज्यादा होती हैं?
    2. क्या मानसून में बाहर का खाना खाने से संक्रमण का खतरा बढ़ता है?
    3. मानसून सीजन में इम्यूनिटी कैसे मजबूत करें?
    4. क्या बारिश के पानी से नहाना सुरक्षित है?
    5. मानसून में बच्चों को संक्रमण से कैसे बचाएं?

Summary

मानसून में संक्रमण बढ़ जाता है, जिससे डायरिया, डेंगू, फ्लू जैसी बीमारियां होने का खतरा होता है। स्वच्छता, ताजा खाना, साफ पानी और मच्छर भगाने वाले उपाय अपनाएं। लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

जैसे ही मानसून की पहली बूँदें ज़मीन को छूती हैं, वातावरण में ताजगी और सुकून पसर जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस खूबसूरत मौसम के साथ संक्रमण का खतरा भी तेजी से आगे बढ़ने लगता है, जो बच्चों और बुजुर्गों के लिए खासतौर पर गंभीर हो सकता है। 

बारिश की नमी, गंदगी और भीड़भाड़ के कारण वायरल, बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन तेजी से फैलते हैं। यदि सावधानी न बरती जाए तो मामूली लक्षण गंभीर रोगों में बदल सकते हैं, और आपको अस्पताल का रास्ता दिखा सकते हैं। इसलिए मानसून में अतिरिक्त सतर्कता और स्वच्छता ही आपके परिवार की सुरक्षा की असली चाबी है। यदि आपको छीक, बुखार, पेट दर्द, या कोई अन्य लक्षण महसूस हो तो तुरंत एक अनुभवी डॉक्टर से मिलें और इलाज के विकल्पों पर विचार करें।

मानसून में संक्रमण क्यों बढ़ जाते हैं?

मानसून के समय वातावरण में आद्रता (Humidity) या नमी और तापमान बढ़ जाता है, जो बैक्टीरिया, वायरस और फंगस पनपने के लिए उपयुक्त परिस्थितियों बनाता है। पानी के ठहराव, गंदे जल स्रोत, भीड़भाड़ वाली जगह आदि मानसून में बीमारियों के फैलने के मुख्य कारण हैं। WHO की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में मानसून के दौरान डायरिया और वेक्टर जनित बीमारियों (जैसे कि मलेरियाडेंगू) के मामले 30-40% तक बढ़ जाते हैं।

आंकड़ों की बात करें तो भारत में मानसून सीजन में हर साल करीब 4.5 लाख लोग डायरिया की समस्या का सामना करते हैं और इसी में डेंगू के केस 25% तक बढ़ जाते हैं। यह न सिर्फ रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करते हैं बल्कि स्कूल, ऑफिस और बिजनेस को प्रभावित कर सकते हैं। 

मानसून में आमतौर पर होने वाली बीमारियां

आमतौर पर मानसून में कुछ बीमारियां आपको परेशान कर सकती हैं जैसे कि - 

  • मानसून में डायरिया: दूषित पानी और खाना इस प्रकार की बीमारियों का सबसे प्रमुख कारण होता है। 
  • मानसून में फ्लू: वायरल संक्रमण, तेज बुखार, खांसी और सर्दी के प्रकोप से आप मानसून फ्लू का शिकार हो सकते हैं।
  • मलेरिया और डेंगू: रुका हुआ पानी मच्छरों की पैदावार बढ़ जाती है, इसलिए प्रयास करें कि जितना हो सके रुके हुए पानी का समाधान करें।
  • टाइफाइड: संक्रमित फूड और वाटर से फैलने वाली समस्या टाइफाइड है। प्रयास करें कि घर में फ्रेश भोजन और पानी की व्यवस्था करें।
  • लेप्टोस्पायरॉसिस: गंदे पानी में जाने से बैक्टीरियल संक्रमण हो सकता है, इसलिए इससे भी बचा जाए।
  • स्किन इन्फेक्शन और फंगल डिजीज: लगातार गीले रहने और कम धूप के कारण भी यह समस्या आपको परेशान कर सकती है।

मानसून में हेल्थ टिप्स पर ध्यान देना जरूरी है ताकि इन रोगों से बचा जा सके। कुछ टिप्स हम आपको इस ब्लॉग में ही बताने वाले हैं, जिनसे आपको बहुत मदद मिलेगी।

खानपान में बरतें ये सावधानियां बरतें

खानपान से पहले आपको दो बातों का खास ख्याल रखने की सलाह हम देंगे। पहली है हेल्दी डाइट और दूसरी है किचन हाइजीन। चलिए उन सावधानियों का पालन करते हैं जिनसे आपको बहुत मदद मिलने वाली है - 

  • फ्रेश और घर का खाना खाएं: बाहर का खाना खाने से बचें। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि वह फ्रेश नहीं होता है और कितना तेल और कौन सा घी उपयोग किया है, इसकी जानकारी आपको भी नहीं होती है। इससे रोग फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
  • साफ पानी पिएं: फिल्टर का उपयोग करें या पानी को उबालकर ही पीएं। WHO के अनुसार गैर-फिल्टर पानी से संक्रमण 60 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।
  • कच्ची सब्जियां और फलों को अच्छी तरह धोएं: खासकर सलाद, लहसुन, धनिया, और अंकुरित दालें जब भी आप पकाएं, उन्हें अच्छे से साफ कर लें और साफ पानी से धो लें।
  • घर की सफाई और रसोई का ध्यान रखें: रसोई में गीले कपड़े, किचन सिंक, और कटिंग बोर्ड को नियमित रूप से धोना चाहिए। इससे खाने में किसी भी प्रकार के अपशिष्ट पदार्थ नहीं जाते हैं।
  • मांस और सीफूड का सेवन सीमित करें: सावन में इसका सेवन करने की मनाही ही होती है। इस दौरान प्रयास करें कि इसका सेवन कम करके वेज भोजन ही खाएं।

इम्यूनिटी बूस्टिंग फूड्स

आप सिर्फ अच्छा भोजन करके अपने शरीर की इम्यूनिटी को बूस्ट कर सकते हैं। हम आपको निम्न खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करने का सुझाव देते हैं - 

  • विटामिन-सी, हल्दी, अदरक: यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले हेल्दी खाद्य पदार्थ है। 
  • दही और छाछ: पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में दही और छांछ आपके लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं। 
  • सूखे मेवे और ताजे फल: इन दोनों में न्यूट्रिएंट्स और मिनरल्स भरपूर होते हैं, जिनका सेवन हर व्यक्ति को करना चाहिए।
  • ग्रीन टी, तुलसी, नींबू पानी: यह सारे तत्व डिटॉक्सिफिकेशन के लिए सबसे बेहतर विकल्प है।
  • हाइड्रेटेड रहें: कम से कम 8 गिलास पानी रोज़ पीएं और स्वयं को हाइड्रेट रखें।

बच्चों और बुजुर्गों की विशेष देखभाल

दोनों ही स्टेज ऐसी है जहां अधिक केयर की आवश्यकता होती है। चलिए दोनों ही स्टेज पर किस प्रकार के उपायों की आवश्यकता होती है, समझते हैं - 

बच्चों के लिए जरूरी उपाय

  • बच्चों को साफ-सुथरे कपड़े पहनाएं: रोज़ाना कपड़े बदलें, विशेषकर बारिश में गीले कपड़े तुरंत बदलें और प्रयास करें कि उनका शरीर सूखने के बाद ही उन्हें कपड़े पहनाएं। 
  • साफ-सफाई का ख्याल रखें: स्कूल बैग, बॉटल, ब्रेड-बॉक्स को नियमित धोएं।
  • मच्छरों से सावधान रहें: मच्छरदानी और इंसेक्ट रिपेलेंट का इस्तेमाल करें और प्रयास करें कि बच्चे इससे दूर रहें। 
  • टीकाकरण: समय पर टीकाकरण और डॉक्टर से हेल्थ चेकअप बहुत ज्यादा आवश्यक साबित होता है। 

बुजुर्गों के लिए टिप्स

  • दवाएं: यदि आपके घर के बुजुर्ग को किसी भी प्रकार की दवाएं दी जा रही हैं, तो दवाओं को स्किप न करें।
  • भोजन: उन्हें हल्का और सुपाच्य भोजन दें, जिससे उन्हें खाना को पचाने में दिक्कत नहीं होगी।
  • सेफ्टी का ख्याल रखें: घर से बाहर निकलने से पहले छाता, रेनकोट और मास्क का उपयोग करना न भूलें।
  • त्वचा की सफाई: त्वचा और पैरों को साफ रखें। फंगल संक्रमण से बचाव करना आपके लिए लाभकारी हो सकता है।

बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल मानसून हेल्थ केयर की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। इसलिए दोनों का खास ख्याल रखें और इन उपायों का पालन करते रहें।

मानसून में स्वच्छता: आपकी सुरक्षा में पहला कदम

यदि मानसून में स्वच्छता का ख्याल आप रखते हैं, तो इसमें आपकी सुरक्षा सबसे पहले होगी। निम्न उपायों का पालन कर आप खुद की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं - 

  • बारिश के पानी में हानिकारक मिक्रोऑर्गेनिस्म होते हैं, इसलिए उसमें भीगने से बचें।
  • जिन जगहों पर पानी जमा होता है, वहां नियमित सफाई आवश्यक है।
  • डस्टबिन कवर रखें और गीले कचरे को अलग-अलग ही रखें।
  • सैनिटाइजर और साबुन से हाथों की सफाई नियमित रूप से करें।
  • हल्के, स्पंजिंग और सुखाने वाले कपड़े पहनें ताकि गीलापन देर तक न रहे।
  • खिड़कियों व दरवाजों की सफाई करें, ताकि वहां फंगस न लगे।
  • मच्छरदानी का प्रयोग करें।

कब डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है?

निम्न स्थितियों में डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक हो जाता है - 

  • तेज बुखार, लगातार उल्टी, डायरिया या पेट दर्द होना।
  • अगर स्किन पर रैशेज, सूजन, या फोड़े-फुंसी दिखे तो जल्द इलाज लें।
  • हर स्थिति में सेल्फ-मेडिसिन या घरेलू उपचार न अपनाएं।
  • दवाओं का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना न करें।
  • बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं में थोड़े भी लक्षण हों तो तुरंत मेडिकल सहायता लें।

निष्कर्ष

मानसून में संक्रमण से बचना आसान है, यदि आप कुछ बेसिक स्वच्छता टिप्स और खानपान, बच्चों-बुजुर्गों की देखभाल व डॉक्टर की सलाह को प्राथमिकता देते हैं, तो इससे आपको ही लाभ मिलेगा। यदि हल्के भी लक्षण महसूस हों, तो हमारे डॉक्टरों से मिलें और इलाज लें। इस हेल्दी मानसून के लिए छोटे कदमों की शुरुआत करें और खुद भी स्वस्थ रहें, परिवार को भी स्वस्थ रखें।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न

मानसून में कौन-कौन सी संक्रामक बीमारियां ज्यादा होती हैं?

मानसून में डायरिया, मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड, वायरल फ्लू, चिकनगुनिया, स्किन इन्फेक्शन, फंगल डिजीज, लेप्टोस्पायरॉसिस जैसी बीमारियां आम होती हैं।

क्या मानसून में बाहर का खाना खाने से संक्रमण का खतरा बढ़ता है?

जी हाँ, बाहर का तला-भुना और खुला खाना जल्दी खराब होता है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इंफेक्शन से बचने के लिए घर का ताजा खाना खाये।

मानसून सीजन में इम्यूनिटी कैसे मजबूत करें?

विटामिन-सी, हल्दी, अदरक, तुलसी, नींबू, ताजे फल, दही और पर्याप्त पानी से इम्यूनिटी बूस्ट करें। साफ-सफाई और हेल्दी खानपान ही इम्यूनिटी मजबूत करेगा।

क्या बारिश के पानी से नहाना सुरक्षित है?

बारिश का पानी अक्सर दूषित और हानिकारक कीटाणुओं से भरा होता है। इससे स्किन इंफेक्शन और अन्य रोग हो सकते हैं। इसलिए पीने या नहाने के लिए शुद्ध जल ही प्रयोग करें।

मानसून में बच्चों को संक्रमण से कैसे बचाएं?

बच्चों को गीले कपड़े न पहनाएं, नियमित स्नान कराएं, मच्छर से बचाव करने वाले उपाय बरतें, साफ भोजन दें और उनके संपर्क में आई चीजों को अच्छी तरह धोएं।

Written and Verified by:

Dr. Mahesh Kumar Chowdhury

Dr. Mahesh Kumar Chowdhury

Consultant - Internal Medicine Exp: 32 Yr

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Dr. Mahesh Kumar Choudhary is highly skilled General medicine specialist. He is currently attached as a Senior consultant in the Dept of General Medicine at CMRI Hospital,a renowned tertiary care multispeciality hospital.

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